Chhapra: शहर के कई इलाकों के मुख्य सड़कों की हालत जर्जर हो गयी है. सड़क में बड़े बड़े गढ्ढे हो गए है. टूटी सड़के आये दिन दुर्घटना को दावत दे रही है. सड़क खराब होने यातायात पर भी असर पड़ता है और यातायात धीमी हो जाती है. धूल के गुब्बार से बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है.

शहर के गांधी चौक से मेवालाल चौक तक कि महीनों से खराब पड़ी जिसको बना दिया गया है. सड़क बन जाने से राहगीरों को होने वाली मुसीबत से राहत मिली है वहीं आस पास के दुकानदारों को गर्द-गुब्बार से राहत मिली है.

बताते चलें कि शहर की कई मुख्य सड़कें ऐसी है जिससे प्रतिदिन अधिकारी, पदाधिकारी, नेताओं की गाड़ी गुजरती है लेकिन किसी का ध्यान इसपर नही जाता.

Chhapra: नोटबंदी के 1 वर्ष पूरे होने पर शहर में रैलियों का तांता लगा रहा. पक्ष या विपक्ष सभी ने रैलियां निकाली. एक के पीछे एक लगातार बुधवार की दोपहर नगर पालिका चौक पर रैलियों का पहुंचना जारी रहा.

भाजपा ने काला धन विरोधी दिवस के रूप में मनाया तो वहीं कांग्रेस ने काला दिवस मनाया. इस अवसर पर आम आदमी पार्टी ने बाइक रैली निकाली वही सीपीएम, सीपीआई और भाकपा माले ने नोटबंदी के विरोध में काला दिवस मनाते हुए शहर में विरोध मार्च निकाला. सभी विरोधी पार्टियों ने नोटबन्दी को जनविरोधी बताया.

समाजवादी पार्टी ने नोटबंदी और जीएसटी के विरुद्ध जन आक्रोश मार्च निकाला. राष्ट्रीय जनता दल के द्वारा भी विरोध मार्च निकाला गया जिनके बैनर पर ‘नोटबंदी हाय हाय-अमीरों की भाजपा बाय बाय’ जैसे नारे लिखा हुए था. कांग्रेस के जिलाध्यक्ष ने बताया कि आज शाम नोटबन्दी की लाइन में लगने से मृत हुए लोगों की आत्मा की शांति के लिए कैंडल मार्च निकाला जाएगा.

जब शहर में सभी पार्टियों द्वारा रैली निकाली गई तो शहर जाम से कराह उठा जिला प्रशासन द्वारा यातायात को सुचारु रुप से चलाने के लिए अतिरिक्त पुलिस बल भी लगाए गए थे. यातायात को सुचारु रुप से चलाने में प्रशासन सफल रहा.

Sonpur: विश्व प्रसिद्ध सोनपुर मेला शुरू हो चुका है यह एशिया भर का सबसे बड़ा पशु मेला बाजार माना जाता रहा है. जिसको लेकर इन दिनों घोड़ा बाज़ार में  रौनक बढ़ गयी है.

छपरा से सोनपुर मेला लायी गयी यह घोड़ी इन दिनों लोगों के आकर्षण का केंद्र बनी हुई है. मारवारी नस्ल की इस घोड़ी की लम्बाई 65 इंच है. दिखने में बेहद खूबसूरत और दौड़ते समय में हवा से बातें करती है. घोड़ी के मालिक अशोक राय बताते हैं कि लोग इसे रानी कहकर बुलाते हैं. मारवारी नस्ल बहुत कम पाया जाता है. इस नस्ल की मांग भी ज्यादा होती है. इसके रख रखाव में प्रतिदिन हजारों रूपए खर्च हो जाते हैं. इसकी कीमत भी हैरान कर देने वाली है. इस घोड़ी की कीमत 25 लाख रूपए रखी गयी है.

Chhapra: छपरा जंक्शन व आसपास के अन्य स्टेशनों पर बुधवार को टिकट चेकिंग अभियान चलाया गया. इस दौरान टीम बनाकर गौतम स्थान स्टेशन पर बस रेड भी की गयी और ट्रेनों में बेटिकट सफ़र कर रहे यात्रिओं की धड़-पकड़ की गयी. जिस से बेटिकट यात्रिओं में हडकंप मच गयी.

चेकिंग के दौरान 48 बेटिकट यात्रियों को पकड़ा गया. पकड़े गये यात्रिओं में अधिकतर युवा ही शामिल थे. छपरा जंक्शन के मुख्य TTE आर एन साह ने बताया कि पकड़े गये यात्रिओं से फाइन के रूप में 40 हजार रूपए वसूले गये हैं. वहीं फाइन नहीं देने वालों को जेल भी भेजा गया है. उन्होने बताया कि टिकट चेकिंग अभियान पूरे  महीने  चलाया जायेगा.

 

 

Chhapra: भारत स्काउट और गाइड सारण द्वारा शहर के शिशु पार्क में मुख्य जिला आयुक्त हरेंद्र प्रसाद सिंह के नेतृत्व में उपाध्यक्ष सुरेश प्रसाद सिंह, जिला आयुक्त गाइड ज्ञन्ति सिंह, जिला आयुक्त (स्काउट) डा0 दीनानाथ मिश्रा, जिला सचिव त्रिवेणी कुँवर, सहायक जिला सचिव उमाशंकर गिरी, संयुक्त सचिव मंजू वर्मा और जिला संगठन आयुक्त (स्काउट) आलोक रंजन की उपस्थिति में जिले के 80 स्काउट और 20 गाइड, 4 रोवर और 4 रेंजर के साथ संस्था का स्थापना दिवस समारोह धूमधाम से मनाया गया.

सर्व प्रथम वी0पी0 युगल के चित्र पर पुष्पांजलि व माल्यार्पण के कार्यक्रम हुआ. उसके बाद सर्व धर्म प्रार्थना सभा आयोजित किया गया. जिला सचिव त्रिवेणी कुँवर ने सभा को संबोधित करते हुए आज के दिवस की महत्ता पर प्रकाश डाला. वही जिला आयुक्त(स्काउट) डॉ0 दीनानाथ मिश्र ने सभा को याद दिलाया कि किस प्रकार संस्था आजादी के पहले देश मे विभिन्न नामो से कार्य करती थी और 07 नवम्बर 1950 के बाद हमारी संस्था भारत स्काउट और गाइड के नाम से बनी.

मुख्य जिला आयुक्त ने बताया कि स्काउटिंग के सिद्धांतों से प्रभावित होकर देश के समाजसेवियों ने भारत मे विभिन्न नामो से संस्थाए चलाई तथा आजादी के बाद 7 नवम्बर को एकिकृत हो भारत स्काउट और गाइड में बनी. धन्यवाद ज्ञापन सहायक सचिव उमा शंकर गिरी द्वारा किया गया. इस अवसर पर शिक्षक विनोद राज, सुनील कुमार विशाल कुमार, गाइड कैप्टन अनिता शरण, मधु कुमारी आदि उपस्थित थे.

Mashrakh: जीएसटी के बारे में व्यापारियों को जागरूक करने के उद्देश्य सेल टैक्स विभाग द्वारा व्यापारियों की एक बैठक आयोजित की गई.

ओम रूद्र मार्बल के परिसर में आयोजित इस बैठक में क्षेत्र के व्यापारियों के बीच सेल टैक्स अधिकारी द्वारा जीएसटी के लाभ को बताते हुए उसके प्रयोग का आह्वान किया गया.

बैठक को संबोधित करते हुए सेल टेक्स आयुक्त पंकज कुमार ने कहा कि GST संख्या सभी व्यपारियों के लिए आवश्यक है.

उन्होंने कहा कि छोटे से लेकर बड़े व्यापारी के लिए जीएसटी में अलग अलग स्लैब बने हुए है जिसका वह उपयोग कर सकते है. उन्होंने GST के बारे में विस्तृत चर्चा की.

वही व्यापारियों को सहायक आयुक्त शंकर शर्मा द्वारा इसके उपयोग के दौरान आने वाले व्यवधानों के निदान को बताया गया.

बैठक में मुख्य रुप से रूपेश सिंह, मुकेश सिंह, राजेश कुमार, आनंद कुमार सहित सेल टैक्स विभाग के राजेश कुमार सिन्हा, कन्हैया प्रसाद श्रीवास्तव सहित दर्जनों व्यवसाय शामिल थे.

Isuapur: बिहार परिवर्तनकारी प्रारंभिक शिक्षक संघ सारण की बैठक इसुआपुर के उत्क्रमित मध्य विद्यालय अचितपुर में आयोजित की गई.

बैठक में प्रखंड क्षेत्र के सभी विद्यालयों में कार्यरत शिक्षकों द्वारा सर्वसम्मति से परिवर्तनकारी शिक्षक संघ के इसुआपुर इकाई का गठन किया गया.

नवगठित इकाई में अध्यक्ष अशोक कुमार यादव, उपाध्यक्ष धुरेन्द्र कुमार सिंह, शोभा कुमारी, महासचिव जितेंद्र कुमार राम, सचिव अजय कुमार, संयोजक कवीश्वर राम, कोषाध्यक्ष राजकुमार राम एवं मीडिया प्रभारी मोहम्मद एहसान को नियुक्त किया गया.

बैठक की अध्यक्षता मध्य विद्यालय इसुआपुर के प्रधानाध्यापक चुन्नीलाल साह ने की.

इस अवसर पर अपने संबोधन में शिक्षक नेता समरेंद्र बहादुर सिंह ने कहा कि सरकार की मंशा नियोजित शिक्षकों के प्रति ठीक नहीं दिख रही है. दोनों न्यायालय के निर्णय के बावजूद भी शिक्षकों को समान कार्य के लिए समान वेतन नहीं मिल रहा है.

श्री सिंह ने कहा कि सरकार के उदासीन रवैया के प्रति राज्य इकाई ने प्रदेश अध्यक्ष बंसीधर ब्रजवासी के नेतृत्व में सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर कर दी है.

हालांकि अभी तक सरकार ने अपना रुख स्पष्ट नहीं किया है. लेकिन परिवर्तनकारी शिक्षक नियोजित शिक्षकों की हक की लड़ाई के लिए लड़ता रहेगा.

बैठक में ओम प्रकाश गुप्ता, मुशा कलीम, द्वारिका नाथ तिवारी सहित सैकडों शिक्षक शिक्षिका मौजूद थे.

Thiruvananthapuram: विराट कोहली की कप्तानी वाली टीम इंडिया आज तिरुवनंतपुरम के ग्रीन फील्ड इंटरनेशनल स्टेडियम में न्यूजीलैंड के खिलाफ तीसरे और निर्णायक टी-20 मुकाबले में जीत के साथ सीरीज अपने नाम करने के इरादे से उतरेगी. विराट कोहली की अगुआई वाली टीम इंडिया काफी अच्छी फॉर्म में चल रही है लेकिन न्यूजीलैंड ने पहले वनडे और फिर टी-20 सीरीज में उसे कड़ी टक्कर दी.

सीरीज 1-1 से बराबर चल रही है और आशंका जताई जा रही है कि इससे पहले हुई भारत-ऑस्ट्रेलिया टी-20 सीरीज की तरह ही इस सीरीज का निर्णायक मैच भी बारिश की भेंट चढ़ सकता है क्योंकि मौसम विभाग ने बारिश की भविष्यवाणी की है.

मशरक: महाराजगंज-मशरक नई रेल परियोजना पर जल्द ही ट्रेनें दौड़ेंगी. गोरखपुर से आय रेलवे के मुख्य अभियंता ने सोमवार मीट्टी भरकर कार्य का शुभारम्भ कर दिया. बताया जा रहा है कि मार्च 2018 तक इस रूट पर ट्रेनों का आवागमन शुरू हो जायेगा. सोमवार को बहरौली कोठी से केवलपूरा तक मिट्टी भराई का कार्य शुरू हो गया. अधिकारीयों का कहना है कि लाइन बिछाने के कार्य मार्च 2018 तक पूरा कर लिया जायेगा.

बताते चलें कि महाराजगंज से मशरक तक बिछने वाली रेल पटरी का निर्माण कार्य वर्षों से बंद पड़ा था. जिसमें भूमी अधिग्रहण को लेकर जमीन मालिकों और रलवे प्रशासन में तल्खी चल रही थी. इस वजह से लाइन बिछाने का कार्य ठप्प हो गया था. जिसके बाद बहरौली पंचायत के मुखिया अजित सिंह के लंबे प्रयास के बाद यह मामला भी सुलझा लिया गया है.

कार्य पूरा होने के बाद 16मार्च को निरिक्षण के बाद उद्घाटन की तिथि भी घोषित कर दी जायेगी.

Saran: गोपालगंज में आयोजित 29 वां राज्य स्तरीय ताईक्वोंदो चैंपियनशिप में सारण के प्रतिभागियों ने को 10 मेडल जीतकर जिले का नाम रौशन किया है. इसके अंतर्गत U-51किलोग्राम भार वर्ग में नेहाल कुमार ने गोल्ड मेडल अपने नाम किया है. U-78किलोग्राम भार वर्ग में संतोष कुमार शानदार प्रदर्शन करते हुए गोल्ड मेडल पर कब्ज़ा जमाया . नेहाल और रौशन अब राष्ट्रिय स्तर पर होने वाले ताईक्वोंदो चैंपियनशिप में हिस्सा लेंगे.

कुल मिलाकर सारण के खिलाड़ियों ने 2 गोल्ड, 7 सिल्वर और 1 ब्रोंज जीतकर सारण का परचम लहरा दिया. U-48 तथा U- 59 किलोग्राम भार वर्ग में शुभम कुमार और आशीष राज ने सिल्वर अपने नाम किया. U-80 किलोग्राम भार वर्ग में रितेश कुमार ने सिलवर जीता. बालिका वर्ग में अदिति कुमारी ने भी सिल्वर का तमगा हासिल किया है. वहीं U-54 के मुकाबले में विवेक कुमार को ब्रोंज से संतोष करना पड़ा.

सारण जिला ताईक्वोंदो संघ के अध्यक्ष श्याम प्रसाद शर्मा ने खिलाड़ियों को उनकी सफलता पर बधाई दी. जिसके बाद टीम के कोच रविश शर्मा व मेनेजर अदिति कुमारी को संघ द्वारा सम्मानित किया गया.

Chhapra: अंतराष्‍ट्रीय संस्‍था रोट्रैक्‍ट सारण द्वारा स्‍वच्‍छता की पहल का जागरूक अभियान स्‍थानीय इंदिरा गॉंधी बाल विद्यालय, सलेमपुर, दर्शन नगर छपरा में आयोजन किया गया. विद्यालय परिसर में डस्‍टबीन भी क्लब द्वारा दिया गया जिससे विद्यालय में पढ़ने वाले छात्र-छात्राओं द्वारा कूड़ा-कचड़ा इधर-उधर नही फेक कर उस डस्‍टबीन में डाले.

विद्यालय के प्रधानाध्‍यपक स्‍वामीनाथ प्रसाद द्वारा बताया गया कि इस तरह का आयोजन आपलोगो के द्वारा यदि प्रत्‍येक विद्यालय में किया जाय तो लोगों में स्‍वच्‍छता के प्रति बच्‍चों में अपने आप जागरूक उत्‍पन्‍न होगी. कार्यक्रम की अध्‍यक्षता रोट्रैक्‍ट सारण के अध्‍यक्ष, रोo राजेश कुमार, और सचिव रोo मन मोहन कुमार ने की. कार्यक्रम के संयोजक रोट्रैक्‍ट सारण के पूर्व अध्‍यक्ष रोo मनीष कुमार सोनी द्वारा बताया गया कि इस तरह का आयोजन हमलोग हमेशा करते रहेंगे, ताकि लोगों में सफाई के प्रति जागरूकता उत्‍पन्‍न हो.

इस अवसर पर रोट्रैक्‍ट सारण के अध्‍यक्ष रोo राजेश कुमार, सचिव रोo मनमोहन कुमार, पूर्व अध्‍यक्ष रोo मनीष कुमार सोनी, पूर्व अध्‍यक्ष रोo श्रीराम कुमार, पूर्व अध्‍यक्ष रोo रविशंकर कुमार, शुभम कुमार आदी उपस्थित थे.

Chhapra (कबीर): समय के साथ शहर में अब बच्चों के खेलने का जगह नही बची है. बच्चे चारदीवारी में बंद रहने को मजबूर हैं. इसका कारण है शहर में खेलने के लिए जगह की कमी. खेल का स्थान नहीं होने से बच्चे गलियों में खेलने को मजबूर हैं. इसके कारण शहर के बच्चों का बचपन मैदान के बजाए घर की चारदीवारी में बीत रहा है.

जिनके घर के आस पास किसी की जमीं खाली है उसमे आपको बच्चे शाम के समय खेलते मिल जायेंगे. जिस ग्राउंड में बच्चे खेला करते थे अब वहां बड़ी बड़ी इमारते खड़ी हो गई है. यूँ कहे को कंक्रीट का जंगल. कहीं न कहीं खेलने की जगह नही होने से बच्चे मोबाइल पर गेम खेलकर काम चलाते है. मन तो जरुर बहल जाता है लेकिन शाररिक विकास और मानसिक विकास उस तरह का नही होता है जितना वगत दशकों के बच्चों का हुआ करता था.

क्रिकेट और फुटबॉल के शौक़ीन बच्चे कहते है जगह नही होने से हमारी प्रतिभा मर रही है. यहीं कारण है कि हमे अपने पसंदीदा खेल से हटाकर दूसरा खेल खेलना पड़ता है. शहर के एक मात्र शिशु पार्क है जिसमे समय के साथ परिवर्तन तो होता है लेकिन खेलने की सुविधा नही बढती.