Patna, 22 सितम्बर (हि.स.)। बिहार सरकार ने राज्य शिक्षक पात्रता परीक्षा (एसटेट) परीक्षा की तिथि घोषित कर दी है। परीक्षा का आयोजन 12 अक्टूबर से 31 के बीच किया जायेगा। परीक्षा के लिए आवेदन की प्रक्रिया 19 सितंबर से 27 सितंबर तक चलेगी। राज्य के शिक्षा मंत्री ने शिक्षक भर्ती परीक्षा 4.0 को लेकर भी महत्वपूर्ण घोषणा की है।

26,000 से अधिक पदों पर होंगी नियुक्तियां 

बिहार के शिक्षा मंत्री सुनील कुमार ने सोमवार को एक पत्रकार वार्ता में कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में शिक्षा विभाग लगातार युवाओं के भविष्य को सुरक्षित करने और रोजगार के अवसर उपलब्ध कराने की दिशा में काम कर रहा है।

शिक्षा मंत्री ने टीआरई-4 की बहाली का रोडमैप साझा करते हुए कहा कि अगले 4 से 5 दिनों के भीतर टीआरई-4 की वैकेंसी जारी कर दी जाएगी। इस बार 26,000 से अधिक पदों पर नियुक्तियां होंगी। हालांकि 3-4 जिलों में रोस्टर क्लीयरेंस का काम अभी बाकी है, लेकिन शेष जिलों से रोस्टर रिपोर्ट प्राप्त हो गई है।

मंत्री ने स्पष्ट किया कि इसके बाद पांचवें चरण की बहाली भी की जाएगी। उन्होंने कहा कि कुछ लोग वैकेंसी की संख्या बढ़ाने की मांग कर रहे हैं, लेकिन रिक्तियों का निर्धारण छात्रों की संख्या के आधार पर किया जाता है। बिहार के सरकारी विद्यालयों में इस समय 1.76 करोड़ छात्र पढ़ रहे हैं।

परीक्षा का आयोजन 12 अक्टूबर से 31 अक्टूबर के बीच होगा

शिक्षा मंत्री ने कहा कि शिक्षा विभाग ने हाल के वर्षों में 33 हजार प्रधानाध्यापक और प्रधान शिक्षकों की नियुक्ति की है। इसके अलावा 2.33 लाख से अधिक विद्यालय अध्यापक (बीपीएससी) के माध्यम से नियुक्त किए गए हैं। बिहार विद्यालय परीक्षा समिति द्वारा एसटीईटी-2025 का आयोजन किया जा रहा है। इसके लिए ऑनलाइन आवेदन 19 सितंबर से शुरू है और 27 सितंबर तक आवेदन लिए जाएंगे। इच्छुक अभ्यर्थी इस अवधि में बिहार विद्यालय परीक्षा समिति की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर आवेदन भर सकते हैं। परीक्षा का आयोजन 12 अक्टूबर से 31 अक्टूबर के बीच होगा और 16 नवंबर को परिणाम जारी कर दिया जाएगा।

सरकार ने अब तक 9 लाख से अधिक सरकारी नौकरियां युवाओं को दी: शिक्षा मंत्री

शिक्षा मंत्री ने इस मौके पर कहा कि अभ्यर्थियों को समय पर आवेदन और परीक्षा की तैयारी पर ध्यान देना चाहिए, क्योंकि इस बार परीक्षा की प्रक्रिया पूरी तरह ऑनलाइन और पारदर्शी होगी। शिक्षा विभाग का उद्देश्य योग्य अभ्यर्थियों को निष्पक्ष अवसर प्रदान करना है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने अब तक 9 लाख से अधिक सरकारी नौकरियां युवाओं को दी हैं। इसके अलावा लगभग 40 से 41 लाख लोगों को रोजगार के अवसर उपलब्ध कराए गए हैं। कुल मिलाकर 50 लाख लोगों को नौकरी और रोजगार देने का कार्य किया गया है।

शिक्षा मंत्री ने विश्वास जताया कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार युवाओं के हर हित का ख्याल रख रहे हैं। मौजूदा प्रयासों की बदौलत राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) सरकार ने रोजगार के क्षेत्र में ऐतिहासिक काम किया है और भविष्य में इसे और आगे बढ़ाया जाएगा।

Lucknow, 22 सितंबर (हि.स.)। उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के लखनऊ स्थित सरकारी आवास पर प्रदेशभर से पधारे बौद्ध भिक्षुओं व भंते समाज के प्रतिनिधियों ने भगवान बुद्ध के ‘पिपरहवा अवशेषों’ की रूस के कालमिकिया गणराज्य में प्रदर्शनी के आयोजन के लिए प्रधानमंत्री के प्रति कृतज्ञता प्रकट करते हुए आभार भी जताया।

कोई ऐसा देश नहीं होगा, जहां तथागत बुद्ध के अनुयायी न हों: केशव प्रसाद

इस अवसर पर उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के प्रयासों से विश्व के अनेक देशों में भारतीय आध्यात्मिक धरोहरों के संरक्षण, संवर्धन और प्रसार की दिशा में उल्लेखनीय प्रगति हो रही है। उन्होंने कहा कि रूस में भगवान बुद्ध के पवित्र पिपरहवा अवशेषों की प्रदर्शनी का आयोजन भारत की सांस्कृतिक और आध्यात्मिक धरोहर के गौरव को विश्वपटल पर स्थापित करने वाला ऐतिहासिक क्षण है। दुनिया के 38 से अधिक देशों में तथागत बुद्ध के बहुसंख्यक अनुयायी रहते हैं। कोई ऐसा देश नहीं होगा, जहां तथागत बुद्ध के अनुयायी न हों।

उपमुख्यमंत्री ने बताया कि विश्व के सबसे बड़े मंच संयुक्त राष्ट्र महासंघ से संबोधित करते हुए नरेन्द्र मोदी ने कहा था कि हमने संसार को बुद्ध दिया है युद्ध नहीं। अगर संसार में शांति चाहिए तो सबको तथागत बुद्ध की शरण में आना होगा। उनकी कही इस बात की तमाम बौद्ध देशों में व्यापक चर्चा हुई। उन्हाेंने कहा कि मोदी के प्रधानमंत्री बनने के बाद दुनिया के तीन देश थाईलैंड, मंगोलिया और वियतनाम में इस प्रकार के कार्यक्रम आयोजित हो चुके हैं। तथागत बुद्ध के अवशेष लेकर हम रूस जा रहे हैं। इससे इन देशों में भारत के राजनीतिक संबंध के साथ-साथ आध्यात्मिक संबंध भी बन गए।

उप मुख्यमंत्री ने कहा कि देश के अनेक राज्यों में भाजपा की सरकार है। उनके बीच से मुझे रूस का प्रतिनिधिमण्डल का नेतृत्व करने का अवसर दिया है। जो जिम्मेदारी मुझे सौंपी गयी है उसे सही तरह से निभाकर वापस आऊंगा। इस अवसर पर भाजपा जिलाध्यक्ष विजय मौर्य, भाजपा महानगर अध्यक्ष आनंद द्विवेदी, भंते समाज के प्रतिनिधिगण एवं अन्य प्रतिष्ठितजन की गरिमामयी उपस्थिति रही।

New Delhi, 22 सितंबर (हि.स.)। नौसेना प्रमुख एडमिरल दिनेश के​. त्रिपाठी ​सोमवार को श्रीलंका की चार दिवसीय आधिकारिक यात्रा पर ​रवाना हुए हैं।​ यात्रा के दौरान​ वह तीनों सेनाओं के प्रमुखों तथा अन्य वरिष्ठ सरकारी अधिकारियों के साथ रक्षा सहयोग के व्यापक मुद्दों पर द्विपक्षीय चर्चा करेंगे।​ एडमिरल त्रिपाठी​ कोलंबो में अंतर​राष्ट्रीय समुद्री सम्मेलन के 12वें संस्करण में भी भाग लेंगे, जिसका विषय ​इस बार ‘बदलती गतिशीलता के तहत हिंद महासागर का समुद्री परिदृश्य’​ रखा गया है।​ ​

नौसेना प्रमुख श्रीलंका के प्रधानमंत्री से मुलाकात करेंगे

नौसेना के कैप्टन विवेक मधवाल ने बताया कि नौसेना प्रमुख श्रीलंका के प्रधानमंत्री डॉ. हरिनी अमरसूर्या और वाइस एडमिरल कंचना बनगोडा से मुलाकात करेंगे और​ जिसमें समुद्री सुरक्षा, क्षमता संवर्धन, प्रशिक्षण और सहयोग को मजबूत करने के अवसरों की पहचान पर ज़ोर दिया जाएगा। भारतीय नौसेना नियमित रूप से वार्षिक रक्षा वार्ता, स्टाफ वार्ता और अन्य परिचालनात्मक बातचीत के माध्यम से श्रीलंकाई नौसेना के साथ बातचीत करती है, जिसमें श्रीलंका-भारत नौसेना अभ्यास, जलमार्ग अभ्यास, प्रशिक्षण और हाइड्रोग्राफी आदान-प्रदान शामिल हैं।

इसके अलावा दोनों नौसेनाएं नियमित रूप से बहुपक्षीय कार्यक्रमों जैसे हिंद महासागर नौसेना संगोष्ठी, गैले वार्ता, मिलन, गोवा समुद्री सम्मेलन, संगोष्ठी, कोलंबो सुरक्षा सम्मेलन में भाग लेती हैं। श्रीलंका में नौसेना प्रमुख की बैठकें दोस्ती के बंधन को मजबूत करने और साझा रणनीतिक और समुद्री हितों के प्रमुख क्षेत्रों में बेहतर समझ का मार्ग प्रशस्त करने के उद्देश्य से आयोजित की गई हैं, जो ‘महासागर’ के दृष्टिकोण के अनुरूप है। उनकी यह यात्रा भारत-श्रीलंका संबंधों की पुष्टि में पारस्परिक सम्मान, समुद्री विश्वास और हिंद महासागर क्षेत्र में शांति और स्थिरता के लिए एक साझा दृष्टिकोण पर आधारित है।

Kolkata, 22 सितम्बर (हि.स.)। भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान और बीसीसीआई अध्यक्ष रह चुके सौरव गांगुली एक बार फिर क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ बंगाल (सीएबी) के अध्यक्ष पद पर निर्विरोध लौटने जा रहे हैं। सोमवार को यहां होने वाली वार्षिक आमसभा में गांगुली की अगुवाई वाला पूरा पैनल निर्विरोध चुना जाएगा। हालांकि उनका यह दूसरा कार्यकाल पहले से कहीं अधिक चुनौतीपूर्ण माना जा रहा है क्योंकि हाल के महीनों में एसोसिएशन वित्तीय अनियमितताओं और साख पर उठे सवालों से जूझ रहा है।

गांगुली निर्विरोध बनेंगे सीएबी अध्यक्ष

गांगुली के साथ सचिव पद पर बबलू कोलाय, संयुक्त सचिव मदन मोहन घोष, कोषाध्यक्ष संजय दास और उपाध्यक्ष अनु दत्ता भी निर्विरोध चुने जाएंगे। गांगुली अपने बड़े भाई स्नेहाशीष गांगुली की जगह लेंगे जिन्हें लोढ़ा समिति की सिफारिशों के तहत छह वर्ष की सीमा पूरी होने के कारण पद छोड़ना पड़ा।

सीएबी की छवि हाल के समय में विवादों से प्रभावित हुई है। वित्त समिति के सदस्य सुब्रत साहा को हितों के टकराव के मामले में दोषी पाए जाने पर दो लाख रुपये का जुर्माना और सभी उप-समितियों से प्रतिबंधित किया गया था। अगस्त में संयुक्त सचिव देबब्रत दास को वित्तीय अनियमितताओं के आरोप में छह महीने के लिए निलंबित किया गया।

भविष्य में भी यदि कोई मुद्दा सामने आएगा तो उसे उचित तरीके से सुलझाया जाएगा: गांगुली

गांगुली ने नामांकन दाखिल करने के बाद कहा था, “हर संस्था में समस्याएं आती हैं, भविष्य में भी यदि कोई मुद्दा सामने आएगा तो उसे उचित तरीके से सुलझाया जाएगा।” उन्होंने अपने दूसरे कार्यकाल में रणजी ट्रॉफी टीम को मजबूती देने, बंगाल प्रो टी-20 लीग को आगे बढ़ाने, महिला क्रिकेट को प्रोत्साहन देने और जमीनी ढांचे को विकसित करने को प्राथमिकता बताई है।

गांगुली के सामने पहली बड़ी जिम्मेदारी ईडन गार्डन्स पर भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच 14 नवम्बर से शुरू होने वाले टेस्ट मैच की मेजबानी होगी। यह ऐतिहासिक मैदान 2019 में बांग्लादेश के खिलाफ हुए पिंक बॉल टेस्ट के बाद पहली बार टेस्ट का गवाह बनेगा। इसके अलावा अगले वर्ष होने वाले टी-20 विश्वकप के नॉकआउट मैचों की मेजबानी की भी संभावना है।

गांगुली 28 सितम्बर को बीसीसीआई की वार्षिक आमसभा में सीएबी का प्रतिनिधित्व करेंगे। इस बीच बीसीसीआई में भी नए अध्यक्ष का चुनाव होना है, ऐसे में गांगुली की भूमिका फिर अहम हो सकती है।

इसके साथ ही गांगुली को प्रशासनिक जिम्मेदारियों के साथ-साथ कोचिंग का संतुलन भी साधना होगा। उन्हें दिसंबर से जनवरी तक दक्षिण अफ्रीका में होने वाली एसए20 लीग में प्रिटोरिया कैपिटल्स का मुख्य कोच नियुक्त किया गया है।

उल्लेखनीय है कि आज होने वाले सीएबी अध्यक्ष पद के चुनाव के लिए गांगुली के खिलाफ किसी ने भी अध्यक्षीय या उनके पैनल के अन्य पदों के लिए अपनी उम्मीदवारी पेश नहीं की है। इसलिए वह निर्विरोध चुने जाएंगे।

 

Bengaluru (Karnataka), 22 सितंबर (हि.स.)। राज्य में सामाजिक और शैक्षणिक सर्वेक्षण (जाति जनगणना) आज से शुरू हो गई। कई समुदायों के असंतोष, आपत्तियों और चिंताओं के बीच राज्य का पिछड़ा वर्ग आयोग 7 करोड़ लोगों के घर-घर जाकर सारी जानकारी इकट्ठा करेगा।

गणनाकार 60 प्रश्नों के माध्यम से सारी जानकारी दर्ज करेंगे

जाति जनगणना के लिए 1.75 लाख शिक्षकों को तैनात किया गया है और उन्हें अग्रिम तैयारियों के साथ प्रशिक्षित किया गया है। गणनाकार 60 प्रश्नों के माध्यम से सारी जानकारी दर्ज करेंगे। ईसाई उपजातियों के नाम दर्ज करने के मामले में आयोग ने विभिन्न राजनीतिक और प्रशासनिक जटिलताओं के कारण 33 ईसाई उपजातियों को सूची से हटा दिया है।

हालांकि, लोग चाहें तो अपना धर्म और जाति विवरण स्वयं दर्ज कर सकते हैं। बेंगलुरु शहर में तैयारी और प्रशिक्षण में देरी के कारण सर्वेक्षण 2-3 दिन देरी से शुरू होगा। इस बीच, उच्च न्यायालय आज जाति जनगणना को चुनौती देने वाली जनहित याचिकाओं पर सुनवाई करेगा। अखिल कर्नाटक ब्राह्मण महासभा की जनहित याचिका पीठ के समक्ष सूचीबद्ध है और अन्य याचिकाओं पर भी विचार किए जाने की संभावना है।

Patna, 21 सितंबर (हि.स.)। बिहार में राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग ने रविवार को उन खबरों का खंडन किया है, जिसमें यह दावा किया गया है कि मुख्य सचिव से मुलाकात के बाद बर्खास्त विशेष सर्वेक्षण संविदा कर्मियों की हड़ताल समाप्त हो गई है और मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत द्वारा उनकी कुछ मांगों को जायज बताते हुये कार्रवाई का आश्वासन दिया गया है।

विभाग द्वारा जो निर्णय लिया गया है, वही मान्य होगा: मुख्य सचिव 

राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग ने इस संबंध में स्पष्ट करते हुए कहा कि यह समाचार तथ्यहीन, भ्रामक एवं असत्य है। विभाग को यह जानकारी प्राप्त हुई है कि उपरोक्त तथाकथित ‘भेंट’ किसी भी आधिकारिक बैठक का हिस्सा नहीं थी।

दरअसल,बीते दिन मुख्य सचिव कुछ विधायकों से मुलाकात कर रहे थे,जिसमें एक विधायक के साथ बर्खास्त विशेष सर्वेक्षण संविदा कर्मियों के संघ का एक सदस्य भी गया था। उस सदस्य ने व्यक्तिगत रूप से संविदा कर्मियों की हड़ताल का मुद्दा उठाने का प्रयास किया,परंतु मुख्य सचिव ने स्पष्ट रूप से उन्हें बताया कि विभाग द्वारा जो निर्णय लिया गया है, वही मान्य होगा और किसी भी प्रकार का व्यक्तिगत आश्वासन नहीं दिया गया।

मुख्य सचिव द्वारा आश्वासन दिया गया है

विभाग की ओर से कहा गया कि यह पुनः स्पष्ट किया जाता है कि मुख्य सचिव या विभाग की ओर से इस विषय पर किसी प्रकार का आश्वासन नहीं दिया गया है। उक्त समाचार पूर्णतः भ्रामक हैं और संघ द्वारा स्वयं को लाभ में प्रस्तुत करने का एक प्रयास मात्र है। विभाग सभी संबंधित पक्षों से आग्रह करता है कि वे केवल अधिकृत एवं प्रमाणिक स्रोतों से प्राप्त सूचना पर ही विश्वास करें एवं इस प्रकार के भ्रामक प्रचार से बचें।

उल्लेखनीय है कि राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग के संज्ञान में यह बात आई है कि हाल ही में कुछ समाचार पत्रों एवं डिजिटल प्लेटफॉर्म्स पर ऐसी खबरें प्रकाशित की गई हैं, जिसमें यह दावा किया गया है कि मुख्य सचिव से मुलाकात के बाद बर्खास्त विशेष सर्वेक्षण संविदा कर्मियों की हड़ताल समाप्त हो गई है और मुख्य सचिव द्वारा उनकी कुछ मांगों को जायज बताते हुये कार्रवाई का आश्वासन दिया गया है।

Bhagalpur, 21 सितंबर (हि.स.)। जिले के‌ सुल्तानगंज थाना क्षेत्र के कसमाबाद में एक मजदूर द्वारा गांव के दबंगों को एक लाख रुपए की रंगदारी नहीं देने पर गरीब मजदूर के जमीन पर अवैध कब्जा करने का मामला प्रकाश में आया है।

दबंगों ने मांगी एक लाख रुपए की रंगदारी

इस मामले में ग़रीब मजदूर बबलु मंडल ने बताया कि दो साल पूर्व गांव के दबंग श्याम मंडल, खीरो मंडल, संजीव मंडल सभी साकिन कसमाबाद ने एक लाख रुपए की रंगदारी मांगी थी। नहीं देने पर हमारे गांव कसमाबाद में तीन कट्टा जमीन पर अवैध कब्जा कर लिया है।

इस मामले को लेकर सुल्तानगंज थाना एवं वरिय पुलिस अधीक्षक भागलपुर लिखित आवेदन देकर पर कोई भी कार्यवाही नहीं होने पर अब वह सभी दबंग तीन लाख रुपए की रंगदारी मांग रहे हैं। नहीं देने पर जान मारने की धमकी दिया है।

पुलिस मामले को देखते हुए घटना की छानबीन में जुट गई है

ग्रामीण राज कुमार ने भी बताया कि यह जमीन बबलू मंडल का ही है। लेकिन गांव के दबंग श्याम मंडल एवं इनके सहयोगी के द्वारा जमीन पर कब्जा कर लिया गया है। जमीन पर कब्जा करने का सीसीटीवी फ़ुटेज भी उपलब्ध है।‌ उधर पुलिस मामले को देखते हुए घटना की छानबीन में जुट गई है।

New Delhi, 21 सितंबर (हि.स.)। भारतीय महिला क्रिकेट टीम की खिलाड़ी यास्तिका भाटिया ने अपने घुटने की चोट को लेकर अपडेट दिया है। उन्होंने बताया है कि उनके घुटने की सर्जरी सफलतापूर्वक हो गई है। अब उनका ध्यान जल्द ठीक होकर मैदान पर वापसी पर है।

महिला विश्व कप 2025 की शुरुआत 30 सितंबर से 

यास्तिका को इस महीने की शुरुआत में बाएं घुटने में चोट लगने के बाद ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ तीन मैचों की घरेलू एकदिवसीय सीरीज के साथ-साथ आईसीसी महिला विश्व कप 2025 से भी बाहर कर दिया गया था। आईसीसी महिला विश्व कप 2025 की शुरुआत 30 सितंबर को भारत और श्रीलंका के बीच मुकाबले से होगी।

यास्तिका ने रविवार को सोशल मीडिया  पर एक तस्वीर साझा करते हुए लिखा

यास्तिका ने रविवार को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म इंस्टाग्राम पर एक तस्वीर साझा करते हुए लिखा, “पिछले कुछ दिनों में घुटने की चोट के बाद मुझे कुछ कठिन परिस्थितियों का सामना करना पड़ा है। मैं अभी भी इन सब से उबर रही हूं, लेकिन मुझे यह बताते हुए खुशी हो रही है कि सर्जरी अच्छी तरह से हुई। मैं अपने डॉक्टरों और उन सभी लोगों की शुक्रगुजार हूं, जिन्होंने मुझे इतना प्यार और समर्थन दिया। मेरा ध्यान अब ठीक होने, मज़बूत बने रहने और जल्द से जल्द मैदान पर वापसी पर है। इस खेल के प्रति मेरा प्रेम और अपने देश का प्रतिनिधित्व करने का सम्मान मुझे आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करेगा।

भारतीय महिला टीम ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ तीन मैचों की एकदिवसीय सीरीज 1-2 से हार गई। अब टीम का ध्यान 30 सितंबर से शुरू होने वाले विश्व कप पर होगा।

Patna: आरजेडी छोड़ने के बाद तेजप्रताप यादव ने अपनी अगली राजनीतिक राह साफ कर दी है। एक निजी चैनल से बातचीत में उन्होंने ऐलान किया कि वह महुआ विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ेंगे। इसी के साथ उन्होंने यह भी दोहराया कि अब चाहे कितनी भी बार बुलावा आए, उनकी आरजेडी में वापसी संभव नहीं है।

हम गीता और कृष्ण भगवान की कसम खाते हैं: तेजप्रताप

तेजप्रताप यादव ने कहा कि हम गीता और कृष्ण भगवान की कसम खाते हैं कि अब कभी आरजेडी में नहीं जाएंगे। उन्होंने आरजेडी में लौटने को लेकर चल रही तमाम चर्चाओं पर विराम लगाते हुए साफ कर दिया कि उनका फैसला अंतिम है और वह इसी पर टिके रहेंगे।

उन्होंने आगे कहा कि महुआ से चुनाव लड़कर वे अपने दम पर राजनीतिक सफर तय करेंगे। तेजप्रताप ने स्पष्ट किया कि परिवार से उनके रिश्ते हमेशा मजबूत रहेंगे, लेकिन राजनीति में उन्होंने एक नया रास्ता चुन लिया है और आगे भी उसी दिशा में बढ़ेंगे।

Purvi Champaran,21 सितंबर(हि.स.)। भारत-नेपाल सीमा से सटे जिले के महुआवा थाना क्षेत्र के पचपोखरिया गांव में शनिवार की देर रात नकाबपोश हथियारबंद बदमाशों ने भीषण डकैती की घटना को अंजाम दिया है।

एसएसबी के डाॅग स्क्वायड की टीम भी मौके पर पहुंची

घटना की सूचना पर मौके पर रक्सौल डीएसपी के नेतृत्व पहुंची पुलिस की टीम जांच में जुटी है। प्रारंभिक जांच के अनुसार डकैतो ने शिक्षक जयप्रकाश राम और उनके भाई विकास मित्र विनोद राम के घरों को निशाना बनाते हुए नकद व आभूषण लूट ले गये है।

स्थानीय लोगो के अनुसार घटना के कुछ ही दूरी पर ही एसएसबी 71वीं वाहिनी का महुआवा पोस्ट स्थित है। घटना को लेकर पुलिस अधीक्षक स्वर्ण प्रभात ने तत्काल तकनीकी विशेषज्ञ और एफएसएल की टीम को मौके पर भेजा है।जो घटना की तकनीकी जांच में जुटे है। इसके साथ ही एसएसबी के डाॅग स्क्वायड की टीम भी मौके पर पहुंची है।

पांच सौ ग्राम सोना का आभूषण बदमाशों ने लूटा

एसपी स्वर्ण प्रभात ने कहा है,कि जल्द ही बदमाशों की पहचान कर ली जायेगी।ऐसी आशंका जतायी जा रही है,यह घटना नेपाली बदमाशो ने अंजाम दी है।घटना को लेकर पीड़ित शिक्षक जयप्रकाश राम व विकास मित्र विनोद राम ने पुलिस को बताया है कि शनिवार की रात करीब 20 की संख्या में नकाबपोश बदमाश हाथो में हथियार लेकर घर में घुस आये और परिवार के सदस्यो के साथ बेरहमी से मारपीट करने लगे।इनलोगो ने महिलाओ को भी नही बख्शा। मारपीट में शिक्षक जयप्रकाश राम की पत्नी संगीता देवी, मां दुखिया देवी, चाचा रामचंद्र राम और पड़ोसी शत्रुघ्न राम समेत आठ लोग गंभीर रूप से घायल हो गए।सभी घायल इलाजरत है।पीड़ित ने बताया कि घर से करीब दो लाख नकदी और चार किलो चांदी व पांच सौ ग्राम सोना का आभूषण बदमाशों ने लूटा है।

Navratri 2025: शारदीय नवरात्रि की शुरुआत इस बार 22 सितंबर से हो रही है और यह पर्व 1 अक्टूबर तक मनाया जाएगा। नौ दिनों तक मां दुर्गा की आराधना के साथ अखंड ज्योति प्रज्वलित करने का विशेष महत्व बताया गया है। मान्यता है कि यह दिव्य ज्योति न केवल देवी की कृपा को आमंत्रित करती है, बल्कि घर से नकारात्मक शक्तियों का नाश कर सुख, शांति और समृद्धि भी लाती है।

क्यों जलाते हैं अखंड दीप?

नवरात्रि के प्रथम दिन कलश स्थापना के साथ अखंड दीप जलाने की परंपरा है। यह दीप नौ दिनों तक लगातार प्रज्वलित रहता है और मां दुर्गा की आशीष का प्रतीक माना जाता है। शास्त्रों में कहा गया है कि दीपक की लौ वातावरण को शुद्ध करती है और पूजा-पाठ, मंत्र-जप तथा स्तोत्रों की शक्ति को स्थिर करती है।

किस दिशा में रखें दीपक?

वास्तु शास्त्र के अनुसार दीपक को पूर्व दिशा या ईशान कोण (उत्तर-पूर्व) में रखना सबसे अधिक शुभ माना गया है। यह दिशा ज्ञान, प्रगति और सकारात्मक ऊर्जा से जुड़ी होती है। ध्यान रखें कि दीपक को दक्षिण दिशा में न रखें, इसे अशुभ और बाधा उत्पन्न करने वाला माना जाता है।

किससे जलाएं दीपक?

अखंड दीप के लिए गौघृत (शुद्ध घी) का प्रयोग श्रेष्ठ है। घी उपलब्ध न हो तो तिल का तेल या सरसों का तेल भी प्रयोग किया जा सकता है। दीपक को यदि चावल, गेहूं या उड़द की दाल की ढेरी पर रखा जाए तो इसका प्रभाव और अधिक शुभ होता है।

दीपक को सुरक्षित रखने के उपाय

अखंड दीप की लौ लगातार जलती रहे, इसके लिए इसे धातु या कांच के पारदर्शी आवरण से ढकना अच्छा माना जाता है।

दीपक को ऐसी जगह रखें जहां हवा या अनजाने में स्पर्श होने से यह बुझ न सके।

नियमित रूप से घी या तेल डालते रहें और बाती को ठीक करते रहें, ताकि ज्योति निरंतर जलती रहे।

नवरात्रि में अखंड दीप केवल एक धार्मिक परंपरा ही नहीं, बल्कि सकारात्मकता और ऊर्जा का प्रतीक भी है। इसे सही दिशा और विधि से प्रज्वलित करने पर मां दुर्गा की विशेष कृपा प्राप्त होती है।

Chhapara: सोमवार से शारदीय नवरात्र का शुभारंभ हो रहा है। मां दुर्गा की आराधना के इन नौ दिनों को लेकर पूरे क्षेत्र में भक्ति और आस्था का गहरा माहौल है। शहर से लेकर गांव तक श्रद्धालु आज से ही देवी मां की भक्ति में लीन दिखाई दे रहे हैं।

बाजारों में चढ़ा नवरात्र का रंग

नवरात्र के अवसर पर बाजारों में रौनक चरम पर है। पूजा सामग्री, चुनरी, माता की तस्वीरें, मूर्तियां और सजावटी सामान की मांग बढ़ गई है। गुदरी, हथुआ मार्केट और नगरपालिका चौक सहित प्रमुख बाजार देवी मां की भक्ति से सराबोर दिख रहे हैं। दुकानों पर फूल-मालाओं और श्रृंगार सामग्री की सजावट श्रद्धालुओं को आकर्षित कर रही है।

महिलाओं की बड़ी भागीदारी

बाजारों में खरीदारी के लिए खासतौर पर महिलाओं की भीड़ नजर आ रही है। घर-घर में घट स्थापना को लेकर पूजा की तैयारियां जोरों पर हैं। महिलाएं विशेषत: माता की चुनरी और श्रृंगार सामग्री खरीदते हुए दिखाई दे रहीं हैं।

फल-फूल के दामों में बढ़ोतरी

नवरात्र शुरू होते ही फल और फूलों की कीमतों में इजाफा दर्ज किया गया है। हालांकि, श्रद्धालु इसे लेकर सकारात्मक नजर आ रहे हैं। एक भक्त ने कहा कि मां का ही दिया सब कुछ है, महंगा भी चलेगा।

भक्ति का उल्लास हर ओर

पूरे शहर में इन दिनों भक्ति और उल्लास का संगम देखने को मिल रहा है। मंदिरों में सजावट के साथ विशेष पूजन की तैयारियां की जा रही हैं। नौ दिनों तक मां दुर्गा के जयकारों से वातावरण गुंजायमान रहेगा।

नवरात्रि कलश स्थापना के शुभ मुहूर्त घोषित

22 सितंबर को शारदीय नवरात्रि की शुरुआत हो रही है। इस दिन मां दुर्गा के आह्वान के लिए कलश स्थापना की जाएगी।
शास्त्रों के अनुसार, कलश स्थापना का प्रमुख शुभ मुहूर्त सुबह 6 बजकर 10 मिनट से 8 बजकर 6 मिनट तक रहेगा। यह अवधि लगभग 1 घंटा 56 मिनट की है और इसे सर्वश्रेष्ठ माना गया है।

इसके अलावा, कलश स्थापना का दूसरा शुभ समय अभिजीत मुहूर्त में रहेगा, जो सुबह 11 बजकर 50 मिनट से दोपहर 12 बजकर 39 मिनट तक होगा।

मान्यता है कि इस बार देवी मां गजवाहन (हाथी) पर विराजमान होकर अपने भक्तों के बीच पधारेंगी। हाथी की सवारी को सुख, समृद्धि और शुभता का द्योतक माना गया है। वहीं, विदाई के समय मां दुर्गा नरवाहन अर्थात भक्तों के कंधों पर सवार होकर प्रस्थान करेंगी, जो एक विशेष संदेश समेटे हुए है।