इस साल दादासाहेब फाल्के इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल रविवार को मुंबई में आयोजित हुआ। इसमें दक्षिण भारत के सुपरस्टार अल्लू अर्जुन की ब्लॉकबस्टर फिल्म ‘पुष्पा: द राइज’ को फिल्म ऑफ द इयर चुना गया है।वहीं कृति सेनन को फिल्म ‘मिमी’ के लिए बेस्ट एक्ट्रेस चुना गया है। इस फिल्म फेस्टिवल में जिन कलाकारों को सम्मानित किया गया उसकी पूरी लिस्ट सामने आ चुकी हैं।

इन्हें मिला अवार्ड – कैटेगरी

1 ‘पुष्पा’ – फिल्म ऑफ द ईयर
3 रणवीर सिंह- सर्वश्रेष्ठ अभिनेता – ’83’ के लिए
4 कृति सेनन सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री – ‘मिमी’ के लिए
9 शेरशाह – सर्वश्रेष्ठ फिल्म
6 ‘अदर राउंड’ – बेस्ट इंटरनेशनल फीचर फिल्म
7 केन घोष बेस्ट डायरेक्टर – ‘स्टेट ऑफ सीज: टेंपल अटैक
8 जयकृष्ण गुम्मड़ी बेस्ट सिनेमेटोग्राफर – ‘हसीन दिलरुबा के लिए8 सतीश कौशिक सहायक भूमिका में सर्वश्रेष्ठ अभिनेता – ‘कागज़’ के लिए
10 लारा दत्ता सहायक भूमिका में सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री – ‘बेल बॉटम’ के लिए
11 आयुष शर्मा नकारात्मक भूमिका में सर्वश्रेष्ठ अभिनेता – ‘अंतिम : द फाइनल ट्रुथ’ के लिए
12 अभिमन्यु दासानी पीपुल्स चॉइस बेस्ट एक्टर
13 राधिका मदान पीपुल्स चॉइस बेस्ट एक्ट्रेस
14 अहान शेट्टी बेस्ट डेब्यू- ‘तड़प’ के लिए
15 ‘कैंडी’ सर्वश्रेष्ठ वेब सीरीज
16 मनोज बाजपेयी वेब सीरीज में सर्वश्रेष्ठ अभिनेता – ‘द फैमिली मैन 2’
17 रवीना टंडन वेब सीरीज में सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री – ‘अरण्यक’ के लिए
18 विशाल मिश्रा – सर्वश्रेष्ठ पार्श्व गायक पुरुष
19 कनिका कपूर – सर्वश्रेष्ठ महिला पार्श्व गायिका
20 ‘पौली’ – सर्वश्रेष्ठ लघु फिल्म
21 ‘अनुपमा’ – बेस्ट टेलीविजन सीरीज ऑफ द ईयर
22 शहीर शेख टेलीविजन सीरीज में सर्वश्रेष्ठ अभिनेता – ‘कुछ रंग प्यार के ऐसे भी’ के लिए
23 श्रद्धा आर्य टेलीविजन सीरीज में सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री – ‘कुंडली भाग्य’ के लिए
24 धीरज धूपर – टेलीविजन सीरीज में सबसे होनहार अभिनेता
25 रूपाली गांगुली – टेलीविजन सीरीज में सबसे होनहार अभिनेत्री
26 ‘सरदार उधम’ – क्रिटिक्स बेस्ट फिल्म
27 सिद्धार्थ मल्होत्रा क्रिटिक्स बेस्ट एक्टर – ‘शेरशाह’ के लिए
28 कियारा आडवाणी क्रिटिक्स बेस्ट एक्ट्रेस – ‘शेरशाह’ के लिए सम्मानित किया गया।

लम्बे समय से चर्चा में बनी हुई अनुपम खेर और मिथुन चक्रवर्ती की फिल्म द कश्मीर फाइल्स का ट्रेलर रिलीज हो गया है। सच्ची घटनाओं से प्रेरित द कश्मीर फाइल्स की कहानी कश्मीरी हिन्दुओं के पलायन पर आधारित है । फिल्म में मिथुन चक्रवर्ती ब्रह्मदत्त के किरदार में हैं। वहीं अनुपम खेर पुष्करनाथ के रोल निभा रहे हैं। फिल्म के अन्य किरदारों में पल्लवी जोशी, अतुल श्रीवास्तव, भाषा सुंबली, चिन्मय मंडलेकर और पुनीत इस्सर शामिल हैं। सोमवार को फिल्म का ट्रेलर जारी हो गया, जिसमें फिल्म के सभी अहम किरदारों की झलक है। अनुपम खेर ने फिल्म के ट्रेलर को सोशल मीडिया पर फैंस के साथ साझा करते हुए लिखा-‘ ये है द कश्मीर फाइल्स का हृदय विदारक ट्रेलर। अगर इसने आपको नहीं झकझोरा तो फिर… इसके साथ ही उन्होंने टूटे हुए दिल की इमोजी शेयर की है। यह फिल्म 11 मार्च को सिनेमाघरों में आएगी।

फिल्म का ट्रेलर काफी इंटेंस है और 1990 के दशक में कश्मीर में फैले आतंक, भ्रम और दहशत की कहानी पेश करता है। इसके साथ ही फिल्म का ट्रेलर कश्मीरी पंडितों के पलायन की वजहों और उस दौरान के सियासी हालात को रेखांकित करता है।

फिल्म का निर्माण जी स्टूडियोज, आईएएमबुद्धा और अभिषेक अग्रवाल आर्ट्स बैनर के तहत हुआ है, जबकि निर्देशन विवेक रंजन अग्निहोत्री ने किया है। फिल्म 11 मार्च को सिनेमाघरों में रिलीज होगी।

नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने नई शिक्षा नीति को धरातल पर लागू करने में केंद्रीय बजट 2022-23 की भूमिका को अहम बताते हुये कहा कि राष्ट्रीय डिजिटल विश्वविद्यालय देश में शैक्षणिक सीटों की समस्या को पूरी तरह समाप्त कर देगा। उन्होंने कहा कि डिजिटल कनेक्टिविटी ही है, जिसने वैश्विक महामारी के दौर में भी हमारी शिक्षा व्यवस्था को बचाए रखा।

प्रधानमंत्री मोदी ने सोमवार को शिक्षा क्षेत्र पर केंद्रीय बजट 2022-23 के सकारात्मक प्रभाव पर आयोजित एक वेबिनार को संबोधित करते हुए अपनी बात रख रहे थे। इस दौरान उन्होंने कहा कि युवाओं को सशक्त बनाना भारत के भविष्य को सशक्त बनाना है। हमारी सरकार ने बजट से पहले और बाद में हितधारकों के साथ बातचीत करने की एक नई परंपरा विकसित की है।

उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय डिजिटल विश्वविद्यालय देश की शिक्षा व्यवस्था में अपनी तरह का अनोखा और अभूतपूर्व कदम है। डिजिटल विश्वविद्यालय में वह क्षमता है, जो देश में सीटों की समस्या को पूरी तरह समाप्त कर सकता है। मैं सभी हितधारकों से यह सुनिश्चित करने का आग्रह करता हूं कि डिजिटल विश्वविद्यालय जल्द से जल्द शुरू हो और यह अंतरराष्ट्रीय मानकों पर खरा उतरे।

वेबिनार में प्रधानमंत्री ने शिक्षा पर बजट के सकारात्मक प्रभाव पर प्रकाश डालते हुये कहा कि 2022 के बजट में पांच बातों पर विशेष जोर दिया गया है। पहला गुणवत्तापूर्ण शिक्षा का सार्वभौमिकरण है। दूसरा- कौशल विकास, तीसरा- शहरी नियोजन और डिजाइन, चौथा है अंतरराष्ट्रीयकरण यानी भारत में विश्व स्तरीय विदेशी विश्वविद्यालय और पांचवां महत्वपूर्ण पक्ष है एवीजीसी- एनिमेशन, विजुअल इफेक्ट, गेमिंग, कॉमिक्स। इन सभी में रोजगार की अपार संभावनाएं हैं। बहुत बड़ा ग्लोबल मार्केट है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि डिजिटल कनेक्टिविटी ने हमारी शिक्षा प्रणाली को महामारी के इस समय में चालू रखा है। उन्होंने कहा कि हम देख रहे हैं कि कैसे भारत में तेजी से डिजिटल डिवाइड कम हो रहे हैं। नवाचार हमारे यहां समावेश सुनिश्चित कर रहा है। ई-विद्या, वन क्लास वन चैनल, डिजिटल लैब्स, डिजिटल यूनिवर्सिटी से हम अच्छी गुणवत्ता वाली शिक्षा को गांवों तक ले जा सकेंगे।

प्रधानमंत्री ने विश्व मातृभाषा दिवस का उल्लेख करते हुये कहा कि मातृभाषा में दी जाने वाली शिक्षा बच्चों के मानसिक विकास से जुड़ी है। अनेक राज्यों में स्थानीय भाषाओं में मेडिकल और टेक्निकल एजुकेशन की पढ़ाई शुरू हो चुकी है।इस बजट में सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास, सबका प्रयास बहुत आवश्यक है।

बजट का सदुपयोग करने के बाबत प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि यह बजट सिर्फ आंकड़ों का लेखा-जोखा नहीं है। बजट को यदि हम सही ढंग से, सही समय पर और सही तरीके से उपयोग करें तो सीमित संसाधनों से भी हम बहुत बड़ा परिवर्तन ला सकते हैं।

Patna: बिहार सरकार ने भारतीय पुलिस सेवा के 7 अधिकारियों का स्थानांतरण तथा अतिरिक्त प्रभार दिया है. इसको लेकर गृह विभाग ने अधिसूचना जारी कर दी है.

पुलिस महानिरीक्षक तकनीकी सेवाएं एवं वितंतु बिहार पटना गणेश कुमार को पुलिस महानिरीक्षक मुख्यालय और पुलिस महा निरीक्षक तकनीकी सेवाएं एवं वितंतु बिहार पटना का अतिरिक्त प्रभार दिया गया है. राजीव रंजन को पुलिस उपमहानिरीक्षक राज्य अपराध अभिलेख ब्यूरो के साथ पुलिस उपमहानिरीक्षक रेल का अतिरिक्त प्रभार दिया गया है.

राशिद जमा पुलिस अधीक्षक विशेष शाखा को पुलिस अधीक्षक कमजोर वर्ग एवं महिला कोषांग का अतिरिक्त प्रभार दिया गया है. विजय प्रसाद पुलिस अधीक्षक सहायक निदेशक नागरिक सुरक्षा को समादेष्टा बिहार विशेष सशस्त्र पुलिस बल 10 का अतिरिक्त प्रभार दिया गया है.

रमन कुमार चौधरी सहायक पुलिस महानिरीक्षक कल्याण को समादेष्टा बिहार विशेष शस्त्र सशस्त्र पुलिस 5 का अतिरिक्त प्रभार दिया गया है.

सुशील कुमार समादेष्टा बिहार विशेष सशस्त्र पुलिस 3 बोधगया अतिरिक्त समादेष्टा बिहार विशेष सशस्त्र पुलिस बोधगया को पुलिस अधीक्षक आर्थिक अपराध इकाई बिहार पटना का कार्यभार दिया गया है.

राकेश कुमार नगर पुलिस अधीक्षक गया को समादेष्टा बिहार विशेष सशस्त्र पुलिस तीन बोधगया एवं समादेष्टा बिहार विशेष सशस्त्र पुलिस बोधगया का अतिरिक्त प्रभार दिया गया है.

मुज़फ़्फ़रपुर: जिले के माड़ीपुर स्थिति एक निजी अस्पताल में अजीबोगरीब मामला देखने को मिला है । जहां वैशाली जिले के महुआ क्षेत्र निवासी मरीज का ऑपरेशन करने वाले चिकित्सकों की टीम का नेतृत्व करने वाले डॉ. महमुदुल हसन ने बताया कि उक्त मरीज के अल्ट्रासाउंड और एक्सरे रिपोर्ट से पता चला था कि उसकी आंतों में कुछ गंभीर गड़बड़ी थी। मीडिया के साथ ऑपरेशन और उससे पहले लिए गए एक्सरे का एक वीडियो फुटेज साझा करते हुए हसन ने कहा, ”कांच का गिलास उक्त मरीज के शरीर के भीतर कैसे पहुंचा, यह अभी तक एक रहस्य बना हुआ है लेकिन ऑपरेशन के दौरान काँच का ग्लास थोड़ा टूटने के बाद भी डॉक्टरों ने सुरक्षित निकाला है।

चाय पीते समय गिलास निगलने की परिजनों ने कही है बात:
डॉक्टरों ने कहा, ”जब हमने पूछा तो मरीज ने कहा है कि उसने चाय पीते समय गिलास निगल लिया है। हालांकि, यह कोई ठोस व्याख्या नहीं है। इंसान की भोजन नली ऐसी किसी वस्तु के प्रवेश करने के लिए बहुत संकरी है यह तर्क गलत है।” डॉ. हसन के मुताबिक, शुरू में एक एंडोस्कोपिक प्रक्रिया के जरिये कांच के गिलास को मलाशय से बाहर निकालने का प्रयास किया गया था, लेकिन इसमें कामयाबी नहीं मिली, लिहाजा हमें ऑपरेशन करना पड़ा और मरीज की आंत की दीवार चीरकर गिलास निकालना पड़ा।

मरीज की हालत है अब स्थिर:
डॉक्टर ने कहा, ”उक्त मरीज अब स्थिर है। ठीक होने में थोड़ा समय लगने की संभावना है, क्योंकि सर्जरी के बाद मलाशय को ठीक कर दिया गया है और एक फिस्टुलर ओपनिंग बनाई गई है, जिसके माध्यम से वह मलत्याग कर सकता है।” हसन के अनुसार, कुछ महीनों में मरीज के पेट के ठीक होने की उम्मीद है, जिसके बाद हम फिस्टुला को बंद कर देंगे और उसकी आंतें सामान्य रूप से काम करने लगेंगी। हालांकि, ऑपरेशन के बाद मरीज को होश आ गया था, लेकिन न तो वह और न ही उसके परिवार के सदस्य मीडिया से बात करने को तैयार थे लेकिन डॉक्टरों की माने तो पेट मे कैसे गया है काँच का ग्लास यह रहस्य है।

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पटना: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता में सोमवार देर शाम संपन्न हुई मंत्रिमंडल की बैठक में कुल 18 एजेंडों पर मुहर लगी है। बिहार के माध्यमिक विद्यालय विभिन्न पंचायतों में 2530 उच्च माध्यमिक विद्यालय के भवन निर्माण के लिए 75 अरब 30 करोड़ 42 लाख 81000 की स्वीकृति दी गई है।

बिहार राज्य विश्वविद्यालय सेवा आयोग अध्यक्ष एवं सदस्यों की सेवा शर्त संशोधन नियमावली 2022 के प्रारूप पर स्वीकृति दी गई है। अधिहरित एवं राज्य सड़क परिवहन या गैर-परिवहन वाहनों की सार्वजनिक नीलामी की उच्च बोली की राशि को क्रय मूल्य मानते हुए क्रेता से वाहन पर पथ कर एवं अन्य शुल्क लेने की स्वीकृति दी गई है। बिहार शहरी आयोजना तथा विकास नियमावली 2014 में संशोधन की स्वीकृति दी गई है।

कृषि रोड मैप के कार्यान्वयन की अवधि 31 मार्च 2023 तक विस्तारित की गई है। कृषि विश्वविद्यालयों में जैव प्रौद्योगिकी वानिकी एवं कम्युनिटी साइंस विषय में स्नातक स्तर पर नामांकित छात्रों को कृषि स्नातक छात्रों के समान स्टाइपेंड प्रदान करने की स्वीकृति दी गई है। कृषि सेवा के अधिकारी मनोज कुमार को 25000 रिश्वत लेने के आरोप में बर्खास्त किया गया है। तारापुर के शहीदों की याद में प्रतिवर्ष 15 फरवरी को तारापुर शहीद स्मारक परिसर में राजकीय समारोह मनाने की स्वीकृति दी गई है।

बिहार भवन उपविधि-2014 में संशोधन की स्वीकृति दी गई है। पाटलिपुत्र बस टर्मिनल के विस्तार के लिए पटना सदर अंचल के पहाड़ी मौजा में कुल 5 एकड़ भूमि के अधिग्रहण जिस पर 5975.75 लाख रुपये व्यय की स्वीकृति दी गई है।

इसी तरह बिहार पुलिस मुख्यालय के अंतर्गत नियमित चालक के स्वीकृत 5996 पदों में से रिक्त 1255 पदों पर बाह्य स्रोत के माध्यम से सेना से सेवानिवृत्त चालकों की सेवा प्राप्त करने के लिए कुल 38 करोड़ 15 लाख 20 हजार की लागत पर आर्मी वेलफेयर प्लेसमेंट ऑर्गेनाइजेशन एजेंसी के चयन की स्वीकृति दी गई है।

दिघवारा-शेरपुर सिक्स लेन पुल निर्माण के लिए 86 हेक्टेयर भूमि के भू अर्जन के लिए 316 करोड़ 71 लाख 61 हजार रुपये की लागत पर प्रशासनिक स्वीकृति दी गई है। समग्र शिक्षा अभियान स्कीम के तहत कार्यरत शिक्षकों के वेतन भुगतान के लिए राज्य मद से 22 अरब 56 करोड़ 21 लाख 15हजार रुपये की विमुक्ति की गई है।

मुसहरी पोखरा के समीप ट्रक की चपेट में आने से बाइक सवार की मौत

Chhapra: शहर से सटे मुफस्सिल थाना क्षेत्र के मुसहरी पोखरा के समीप ट्रक की चपेट में आने से बाइक सवार युवक की मौत हो गयी. मृतक रामनगर निवासी जितेश कुमार बताया जाता है. जो बाइक से अपने घर जा रहा थी इसी बीच तेज रफ्तार ट्रक की चपेट में आ गया जिससे घटना स्थल पर ही उसकी मौत हो गयी.

मौत के बाद आक्रोशित स्थानीय लोगों ने छपरा मशरख पथ को जाम का यातायात बाधित कर दिया. घटना के बाद पहुंची पुलिस ने किसी तरह समझा बुझाकर यातायात बहाल करते हुए शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए सदर अस्पताल भेज दिया.

उधर सड़क दुर्घटना में मृत के परिजन बेहाल और बेसुध है. मृतक के भाई और मां का रो रोकर बुरा हाल है.

Chhapra: सारण पुलिस ने विगत दिनों अमनौर में लूटी गई स्कार्पियो को बरामद कर लिया है. पुलिस ने इस घटना को अंजाम देने वाले दो अपराधियों को भी गिरफ्तार किया है.

इस आशय की जानकारी देते पुलिस अधीक्षक संतोष कुमार ने बताया कि अनुसंधान के क्रम में मिली जानकारी के आधार पर वाहन चेकिंग अभियान चलाया गया जहां गोसी अमनौर रोड पर चेकिंग के दौरान एक स्कार्पियो को पकड़ा गया जिसमें एक पिस्टल और 7 चक्र कारतूस बरामद किया गया. वही इसमें सवार दो लोगों को गिरफ्तार किया गया. जांच में पता चला कि स्कार्पियो का नंबर प्लेट फर्जी है. गिरफ्तार अभियुक्तों में हाजीपुर थाना बाघ दुल्हन निवासी मो फैजान एवं महुआ थाना निवासी चक मोजहिदींन निवासी मो नेयाज शामिल है.

जिसके बाद हिरासत में लिए गए अभियुक्तों से पूछताछ की गई.

उन्होंने बताया कि 15 फरवरी की रात्रि हॉस्पिटल चौक से एम्बुलेंस को मरीज ले जाने के नाम पर किराया पर लिया तथा गरखा अमनौर रोड में एम्बुलेंस के ड्राईवर को हथियार के बल पर बंधक बना लिये.

इसी एम्बुलेंस से अमनौर रोड में BR26J-2782 नम्बर का स्कॉर्पियों लूट की वारदात को अंजाम दिया गया. स्कॉर्पियों लूटने के बाद कुछ दुर
आगे बढ़कर एम्बुलेंस सहित ड्राईवर को छोड़ दिया. आग्रीम पूछताछ में दोनो ने बताया कि 16.02.22 की रात्रि में तरैया थानान्तर्गत पंचभिन्डा पेट्रोल पम्प से 4300 रू का पेट्रोल लिये तथा बगैर पैसा दिये हुए भाग गये तथा 19.02.22 को परसा स्थित पेट्रोल पम्प से 4000 रू का पेट्रोल लेकर भाग गये.

इस घटना में संलिप्त अन्य अपराधकर्मियों की गिरफ्तारी हेतु छापामारी की जा रही है जिन्हें जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा. एसपी ने बताया कि गिरफ्तार अपराधकर्मियों का अपराधिक इतिहास पता किया जा रहा है एसपी ने बताया कि अमनौर थानान्तर्गत घटित स्कॉर्पियों लूट काण्ड का सफल उदभेदन करते हुए शामिल अपराधकर्मियों को आग्नेयास्त्र के साथ गिरफ्तारी एवं लूटी गई स्कॉर्पियों को भी बरामदगी कर ली गई है.

इस काण्ड के उद्भेदन हेतु एस०आई०टी० का गठन किया गया था जिसके सभी पदाधिकारी / कर्मी के द्वारा सराहनीय कार्य किया गया है जिन्हें पुरस्कृत किया जायेगा.

गिरफतार अभियुक्त का नाम

1. मो० फैजान, पिता-मो० इम्तयाज, ग्राम-बाघ दूल्हन, थाना-नगर हाजिपुर, जिला वैशाली
2. मो० नेयाज, पिता-मो० मेंहदीहसन, ग्राम-चक मोजाहीदीन, थाना-महुआ, जिला वैशाली

बरामद / जप्त वस्तुओं की विवरणी

1. अमौर थाना से लूटी गई स्कॉर्पियों 01 01

2. देशी कट्टा: 01

3. देशी पिस्टल: 01

4. जिन्दा कारतूस 7 चक्र

5. लूट में प्रयोग की गई मोबाईल: 01

 

Chhapra: सारण समाहरणालय सभागार में सारण जिला अंतर्गत विभिन्न घाटों, स्थलों पर भंडारित दावा रहित जप्त बालू की निलामी हेतु खुले डाक के माध्यम से निर्धारित शर्तो के अधीन किया गया। विभिन्न स्थलों पर भंडारित दावा रहित जप्त बालू की खुले डाक के माध्यम से कुल 17 घाटों के निविदा के विरुद्ध सिर्फ चार स्थलों पर अवैध रुप से दावा रहित बालू के लिए डाकवक्ता द्वारा निलामी हेतु आवेदन प्राप्त हुए। कुल चार स्थलों पर उच्चतम डाकवक्ताओं में टोल प्लाजा, बोधा छपरा, एच.एच-19 पर अवस्थित भंडारित जब्त बालू हेतु उच्चतम डाकवक्ता प्रो0 साहेब, साहेब कन्स्ट्रक्शन द्वारा कुल-56,00,000 (छप्पन लाख) रुपये की बोली लगाई गयी।


इसी प्रकार आमी उच्च विद्यालय (सरकारी भवन) के सामने भंडारित बालू के लिए उच्चतम डाकवक्ता प्रो0 साहेब, साहेब कन्स्ट्रक्शन द्वारा 7,30,000 (सात लाख तीस हजार) रुपये की बोली लगाई गयी। इसी प्रकार मानुपुर एन.एच.-19 पर अवैैध रुप से भंडारित बालू के विरुद्ध प्रो0 आनन्द कुमार सिंह, भोलू भूवराज इन्टरप्राइजेज के द्वारा उच्चतम डाक कुल 1,00,20,000 (एक करोड़ बीस हजार) की बोली लगायी गयी। इस प्रकार एक करोड़ तिरसठ लाख पच्चास हजार रुपये के राजस्व की प्राप्ति हुई।

Chhapra: सामाजिक सुरक्षा पेंशन योजना के पेंशनधारियों के लिए जीवन प्रमाणीकरण की तिथि एक बार पुनः 28 फरवरी 2022 तक विस्तारित की गयी है। सामाजिक सुरक्षा निदेशालय से प्राप्त सूचना के अनुसार विस्तारित तिथि के बाद जीवन प्रमाणीकरण हेतु अब कोई तिथि विस्तारित नही होगी। जिलाधिकारी के द्वारा सभी प्रखंड विकास पदाधिकारियों को विस्तारित तिथि 28 फरवरी 2022 का व्यापक प्रचार-प्रसार कर लाभार्थियों का जीवन प्रमाणीकरण करवाने का आदेश दिया गया है।


जिलाधिकारी के द्वारा बताया गया कि प्रखंड कार्यालय में लाभुकों का जीवन प्रमाणीकरण निःशुल्क होगा। कॉमन सर्विस सेन्टर पर अधिकतम पांच रूपये का शुल्क देकर लाभुक जीवन प्रमाणीकरण का कार्य करवा सकते हैं। उनको अपने साथ आधार कार्ड, बैंक खाता और लाभार्थी संख्या लेकर जाना आवश्यक होगा। इससे पेंशन डिस्ट्रिब्यूशन की प्रक्रिया बनाने और लाभार्थियों की रिकार्ड को सुरक्षित करने में मदद मिलती है। प्रक्रिया सरल तरीके से सम्पन्न हो जाती है।
उन्होंने कहा कि लाइफ सर्टिफिकेट एक टूल की तरह काम करता है। वहीं इससे उन्हें हर माह बिना रूकावट के पेंशन मिलती है। जीवन प्रमाणीकरण से पेंशनरों की मृत्यु होने पर पेमेंट रोकने में भी मदद मिलती है। विभागीय निर्देश के आलोक में सामाजिक सुरक्षा पेंशनधारियों का जीवन प्रमाणीकरण अनिवार्य है। अन्यथा माह फरवरी 2022 के अंत तक प्रमाणीकरण नहीं कराने की स्थिति में उनके पेंशन का नियमित भुगतान प्रभावित या बाधित हो सकता है।
जिलाधिकारी  के द्वारा सभी पेंशनधारियों को आह्वान किया है कि वैसे सभी पेंशनधारी जिन्होंने अभी तक के वर्ष में एक बार भी अपना जीवन प्रमाणीकरण नहीं कराया है, वें 28 फरवरी 2022 तक निश्चित रुप से अपना जीवन प्रमाणीकरण, बायोमेट्रिक अथवा भौतिक दोनों में से किसी भी एक प्रकार से जीवन प्रमाणीकरण करवा सकते हैं।

•जिला यक्ष्मा केंद्र में हो रहा है टीबी रोगियों का इलाज
 • प्रखंड स्तर पर टीबी जांच की सुविधा उपलब्ध

Chhapra:  टीबी को क्षय रोग के नाम से भी जाना जाता है। यह एक संक्रामक रोग है, जो जीवाणुओं के कारण होता है। इसमे मरीज को तीन सप्‍ताह से ज्‍यादा खांसी,बुखार विशेष तौर से शाम को बढने वाला बुखार,छाती में दर्द,वजन का घटना,भूख में कमी वबलगम के साथ खून आना लक्षण पाए जाते हैं ऐसे लक्षणों के होने पर मरीज को तुरंत सरकारी अस्पतालों में टीबी की जॉंच करानी चाहिए। सीडीओ डॉ रत्नेश्वर प्रसाद सिंह ने बताया कि टीबी की जॉंच और इलाज सभी सरकारी अस्‍पतालों में बिल्‍कुल मुफ्त की जाती है।

प्रखंडों में हो रहा है टीबी मरीजों का इलाज
डीपीसी-टीबी हिमांशु शेखर ने बताया कि जिले में प्रखंड स्तर पर सभी पीएचसी में टीबी की जाँच व इलाज की सुविधाएं उपलब्ध हैं। पहले से जिले में टीबी के मरीजों में कमी आई है। जिले में टीबी मरीजों का अच्छे ढंग से इलाज किया जाता है। जब प्रखंडों के स्वास्थ्य केंद्रों में मरीजों को किसी भी प्रकार की परेशानी होती है तो उसे जिला अस्पताल में इलाज के लिए भेजा जाता है। टीबी के 4 लक्षण  प्राप्त होते हैं । जैसे कफ, फीवर, वजन घटना, रात में पसीने होना । इन सभी लक्षणों के होने पर मरीजों की  टीबी की  जाँच की  जाती  है ।

बलगम की सीबीनॉट से जांच की जाती है
जो मरीज पहले से दवा खाये रहते हैं उनकी बलगम की सीबीनॉट से जांच की जाती है । इस जांच से एमडीआर-टीबी यानी मल्टी ड्रग रेसिस्टेंट टीबी  का पता चलता है जिससे मरीजों  के इलाज में सहूलियत होती है । टीबी शरीर के कई हिस्सों में हो सकता है जैसे  छाती, फेफड़ों, गर्दन, पेट, आदि । टीबी का सही समय पर जाँच होना बहुत ही आवश्यक होता है । तभी हम इस घातक बीमारी से बच सकते हैं । टीबी उन्मूलन में प्राइवेट डॉक्टर भी सहयोग कर रहे हैं।  टीबी उन्मूलन में प्राइवेट डॉक्टर  मरीजों को इलाज के साथ उनके कोर्स को पूर्ण करने के लिए भी मरीज को प्रेरित करें।

लक्षण आने पर टीबी जांच जरूर कराएं
संचारी रोग पदाधिकारी डॉ रत्नेश्वर प्रसाद सिंह ने बताया कि दो हफ्तों से ज्यादा की खांसी, खांसी में खून का आना, सीने में दर्द, बुखार, वजन का कम होने की शिकायत हो तो वह तत्काल बलगम की जांच कराए। जांच व उपचार बिल्कुल मुफ्त है। समय समय पर ग्रामीण इलाकों में जागरूकता अभियान चला कर लोगों में जागरूकता फैलायी जाती है ।

पोषण योजना बन रही मददगार 
टीबी मरीजों को इलाज के दौरान पोषण के लिए 500 रुपये प्रतिमाह दिए जाने वाली निक्षय पोषण योजना बड़ी मददगार साबित हुई है। नए मरीज मिलने के बाद उन्हें 500 रुपये प्रति माह सरकारी सहायता भी प्रदान की जा रही है। यह 500 रुपये पोषण युक्त भोजन के लिए दिया जा रहा है। टीबी मरीज को 6 महीने तक दवा चलती है। इस अवधि तक प्रतिमाह पांच 500-500 रुपये दिए जाते हैं ।

ये हैं टीबी बीमारी का प्रारंभिक लक्षण 
•15 दिन या इससे अधिक दिनों तक लगातार खांसी या बुखार रहना
•बलगम में खून आना
– एक माह या इससे अधिक दिनों तक सीने में दर्द रहना
•लगातार शरीर वजन कम होना एवं कमजोरी महसूस होना

पटना: राज्य में साइबर अपराधियों पर नकेल कसने के लिए अब व्यापक स्तर पर पहल शुरू की गयी है. अब इन अपराधियों की अवैध संपत्तियों को जब्त करने की कार्रवाई जल्द शुरू की जायेगी. सभी साइबर अपराधियों खासकर बड़े अपराधियों की सूची तैयार करके इनके खिलाफ कार्रवाई करने के लिए इडी (प्रवर्तन निदेशालय) और आयकर विभाग को संपत्ति जब्ती से संबंधित आगे की कार्रवाई करने के लिए सौंप दी जायेगी. इस मामले को लेकर आर्थिक अपराध इकाई (इओयू) ने सभी जिलों को आदेश दिया कि वे साइबर अपराधियों को पकड़ने के लिए व्यापक स्तर पर अभियान चलाये.

इस अपराध में पकड़े जाने वाले सभी आरोपितों की संपत्ति की समुचित जांच शुरुआती स्तर पर करने के बाद इनकी सूची इओयू को भेजे. जिलों से जैसे-जैसे साइबर अपराधियों की सूची आती जायेगी, उसे इडी या आयकर विभाग को कार्रवाई करने के लिए भेजा जायेगा. अब तक पटना जिले से एक साइबर अपराधी का प्रस्ताव इओयू के पास आया है. इसे जल्द ही इडी के पास भेज दिया जायेगा. मालूम हो कि पुलिस को साइबर क्राइम के छह हॉट स्पॉट जिलों में कार्रवाई का टॉस्क सौंपा गया है.

अब तक राज्य में साइबर क्राइम के अलग-अलग मामलों में करीब एक हजार लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है. इसमें सबसे ज्यादा मामले एटीएम या बैंक खातों से फ्रॉड करके पैसे निकालने से जुड़े हैं. इस अपराध में गिरफ्तार आरोपितों की संपत्ति खंगाली जायेगी और ठगी करके जितनी संपत्ति जमा कर रखी होगी, उसे जब्त करने की प्रक्रिया शुरू की जायेगी. खासतौर से बड़े साइबर अपराधियों की अवैध संपत्तियों को जब्त करने के लिए पीएमएलए (प्रीवेंशन ऑफ मनी लॉड्रिंग एक्ट) के तहत इडी के स्तर पर कार्रवाई होगी. साथ ही बेनामी संपत्ति एक्ट व टैक्स चोरी के मामले में बड़े स्तर पर कार्रवाई होगी.