Chhapra: रिविलगंज प्रखंड प्रमुख डॉ० राहुल राज एवं मुखिया संघ अध्यक्ष ने संयुक्त रूप से प्रखण्ड एवं अंचल कार्यालय के स्थानांतरण की माँग जिलाधिकारी से की है. 

इस सम्बन्ध में रिविलगंज प्रखंड प्रमुख डॉ० राहुल राज ने बताया कि विगत पंचायत समिति की बैठक में प्रखंड एवं अंचल कार्यालय में उपप्रमुख और मुखिया के बीच हो रहे विवादों एवं असामाजिक तत्वो द्वारा निरंतर कार्यालय में उदंडता को अंजाम दिया जा रहा था. साथ ही कुछ प्रखंड एवं अंचल कार्यालयी सदस्यो के साथ भी आये दिनों दुर्व्यवहार होता आ रहा था. यहाँ तक कि उन्हें मारने-पीटने की धमकी भी दी जा रही थी. प्रशासन के समक्ष भी वे अपने कार्यो को अंजाम दे रहे थे, जिससे प्रखंड कार्यालयी सदस्य स्वयं को असुरक्षित महसुस करते हुए डरे और सहमे हुए थे.

डॉ० राहुल राज ने बताया कि सभी मुखिया की अध्यक्षता में आकस्मिक बैठक कर यह निंदनीय प्रस्ताव रखते हुए यह निर्णय लिया कि अब जब तक प्रखंड एवं अंचल कार्यालय रिविलगंज थाना के सामने नगर पंचायत भवन के प्रथम तल पर नही बनेगा तब तक वे कार्यालय सम्बन्धी किसी तरह की बैठक में सम्मिलित नही होंगे.

सभी उपस्थित मुखिया एवं प्रखंड प्रमुख की सर्वसहमति से इस कार्य को पूर्ण करने हेतु सारण जिलाधिकारी से माँग अपील की तथा अपराधियो द्वारा दिये गए अंजाम का सी० सी० टी० वी० फुटेज भी जिलाधिकारी के समक्ष प्रस्तुत किया गया.

जिलाधिकारी ने सम्पूर्ण तथ्यों को संज्ञान में लेते हुए यह महत्वपूर्ण निर्णय लिया कि सभी कार्यालयी सदस्यो, मुखिया सदस्यो एवं प्रमुख की सुरक्षा का ध्यान रखना हमारा मूल कर्तव्य है। उन्होंने आश्वसित करते हुए कहा कि सभी मुखिया एवं पंचायत समिति सदस्यगणों की प्रत्येक ढंग से देखभाल करना तथा हर छोटी बड़ी जरूरतों का ध्यान रखना मेरे लिए बड़ा मुद्दा है, जल्द ही इस पर विचार कर निर्देश दिया जाएगा.

आश्वासन मिलते ही सभी मुखिया एवं उपमुखिया सदस्य ने राहत की सांस ली तथा जिलाधिकारी का धन्यवाद किया.

जिलाधिकारी के समक्ष बैठक के दौरान रिविलगंज प्रखंड प्रमुख डॉ० राहुल राज, उपप्रमुख रामबिहारी सिंह, मुखिया संघ अध्यक्ष अनिता देवी, खैरवार मुखिया मिक्की सिंह, इनई मुखिया रीना देवी, मोहब्बत परसा मुखिया रेखा मिश्रा, सिताब दियारा मुखिया अनिता देवी, कचनार मुखिया नागेंद्र कुमार राम, खैरवार पंचायत समिति सदस्य अनिता देवी, मोहबत परसा पंचायत समिति सदस्य मंजू देवी, कचनार पंचायत समिति सदस्य लालझरी देवी, टेक्निवास पंचायत समिति सदस्य कंचन सिंह, दिलियारहीमपुर पंचायत समिति सदस्य बबिता देवी, इनई पंचायत समिति सदस्य अश्विनी कुमार यादव, सिताब दियारा पंचायत समिति सदस्य मिथिलेश देवी समेत सभी मुखिया सदस्यगण उपस्थित थे.

बेंगलुरु: भारतीय पुरुष हॉकी टीम राष्ट्रमंडल खेल (सीडब्ल्यूजी) 2022 के लिए शनिवार को इंग्लैंड के लिए रवाना हो गई। मेगा इवेंट बर्मिंघम में 28 जुलाई 2022 से 8 अगस्त 2022 तक आयोजित किया जाएगा।

मनप्रीत सिंह के नेतृत्व में भारतीय पुरुष हॉकी टीम को इंग्लैंड, कनाडा, वेल्स और घाना के साथ राष्ट्रमंडल खेलों में पूल बी में रखा गया है। भारतीय टीम अपने अभियान की शुरुआत रविवार 31 जुलाई 2022 को घाना के खिलाफ करेगी।

कप्तान मनप्रीत सिंह ने अपने प्रस्थान से पहले टूर्नामेंट के लिए अपनी टीम के उत्साह के बारे में बात करते हुए कहा कि उनका लक्ष्य राष्ट्रमंडल खेलों में पोडियम फिनिश करना होगा।

उन्होंने कहा, “हम इस आयोजन को लेकर काफी उत्साहित हैं क्योंकि हम पिछले कुछ समय से इस प्रतियोगिता के लिए प्रशिक्षण ले रहे हैं, और हम दुनिया की कुछ सर्वश्रेष्ठ टीमों के खिलाफ अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने की उम्मीद कर रहे हैं। अपनी ताकत और कमजोरियों पर काम करने के बाद पिछले कुछ महीनों में, हम यहां पदक जीतने के लिए जो कुछ भी होगा, हम करेंगे।”

मनप्रीत का यह भी मानना है कि एफआईएच मेन्स हॉकी प्रो लीग सीज़न 2021–2022 में भारत का तीसरा स्थान हासिल करना, जहाँ उन्हें कड़ी प्रतिस्पर्धा का सामना करना पड़ा, बर्मिंघम में उनकी मदद करेगा।

ड्रेसिंग रूम के मिजाज के बारे में मनप्रीत ने कहा, ‘हर कोई उत्साहित है और अपना 100 फीसदी देने को लेकर उत्सुक है।

उन्होंने कहा, “अभी, हम बर्मिंघम पहुंचने और वहां के मौसम और खेलने की स्थिति के आदी होने पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं। हम अपने पहले गेम की भी तैयारी कर रहे हैं, क्योंकि घाना के खिलाफ एक मजबूत शुरुआत हमारे अभियान को शुरू करने में महत्वपूर्ण होगी।”

स्कूलों में बेहतर शैक्षणिक व्यवस्था बनाने को लेकर मुखिया ने पंचायत के शिक्षकों के साथ की बैठक

इसुआपुर: सरकारी विद्यालयों में बेहतर शैक्षणिक व्यवस्था का निर्माण हो और जनता का इन विद्यालयों के प्रति विश्वास जगे इसके लिए मुखिया ने शिक्षकों के साथ पहल की है.

प्रखण्ड के डटरा पुरसौली पंचायत भवन में मुखिया अजय राय की अध्यक्षता पंचायत क्षेत्र में संचालित सभी मध्य एवम प्राथमिक विद्यालयों के प्रधान शिक्षक एवम शिक्षको के साथ विशेष बैठक किया गया.

बैठक में मुखिया अजय राय ने पूर्व में किए गये विद्यालय के निरीक्षण के दौरान स्कूलों में छात्रों की सम्मानजनक उपस्थिति नही होने पर खेद जताया. उन्होंने शिक्षकों से विद्यालयों में छात्रों की सम्मानजनक उपस्थिति के लिए पहल करने पर जोर देने की बात कही गई जिसपर शिक्षकों ने भी इस विषय पर अभिभावक को जागरूक करने का प्रस्ताव रखा.

मुखिया ने इस बाबत बताया कि लंबे अर्शे से धीरे धीरे अभिभावकों का भरोसा और विश्वास सरकारी विद्यालयों से उठता जा रहा है. ऐसे में पुनः उन्हें इन विद्यालयों के तरफ रुख करने के लिए दुगनी मेहनत के साथ पठन पाठन, शिक्षा व्यवस्था बेहतर बनाने एवं अनुशासन पर जोर देते हुए अभिभावकों का भरोसा और विश्वास जीतने की बात कही गई. उन्होंने कहा कि जब हम बेहतर शैक्षणिक व्यवस्था बनायेगे तो लोग पुनः इन विद्यालयों के तरफ जरूर रुख करेंगे.

बैठक में सभी लोगो ने संकल्प लिया कि वह व्यवस्था में सुधार के लिए हरसंभव पहल करेंगे. मौके पर पंचायत सचिव मिश्री लाल राय सहित सभी शिक्षक शामिल थे.

कोलकाता: पश्चिम बंगाल के बहुचर्चित शिक्षक भर्ती घोटाले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने छापों के 24 घंटे बाद शनिवार पूर्वाह्न पूर्व शिक्षा मंत्री और ममता कैबिनेट में उद्योग मंत्री पार्थ चटर्जी और उनकी सहयोगी अर्पिता को गिरफ्तार कर लिया। ईडी के छापे में अर्पिता के घर से 20 करोड़ रुपये की नकदी, 20 मोबाइल फोन, सोना सहित विदेशी मुद्रा बरामद हुई है। 24 घंटे से अधिक समय से दोनों के घरों में सघन तलाशी चल रही थी।

ईडी की टीम दो सरकारी गवाहों के सामने गिरफ्तारी संबंधी दस्तावेज पर हस्ताक्षर करवाने के बाद पार्थ को निजाम पैलेस स्थित सीबीआई के क्षेत्रीय मुख्यालय निजाम पैलेस ले गई। पार्थ चटर्जी को मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के खासमखास माना जाता है। 1998 में तृणमूल की स्थापना के समय से ही वह उनके साथ हैं। वह मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की कैबिनेट में हर बार मंत्री बनाए गए हैं। फिलहाल वह उद्योग मंत्री होने के साथ संसदीय कार्य मंत्री भी हैं।

नाकतला स्थित पार्थ चटर्जी के घर शुक्रवार सुबह सीबीआई के सात-आठ अधिकारी भी गए थे। उनसे दिनभर पूछताछ हुई। इसके बाद उनकी तबीयत बिगड़ गई। कहा जा रहा है कि शुक्रवार रात तक पार्थ के घर से कुछ महत्वपूर्ण दस्तावेज मिले। शुक्रवार रात करीब आठ बजे टालीगंज के एक और आवासीय परिसर के फ्लैट में पार्थ की करीबी अर्पिता चटर्जी के घर से ईडी ने 20 करोड़ रुपये की नकदी, 20 मोबाइल फोन, सोना और विदेशी मुद्रा आदि बरामद किया। पार्थ चटर्जी के घर शुक्रवार देररात ईडी के एक और अधिकारी पहुंचे।यहां पर केंद्रीय बलों के अलावा, नेताजी नगर थाने के जवानों को तैनात किया गया। ईडी ने पार्थ और अर्पिता के आवास के अलावा शिक्षा राज्यमंत्री परेश चंद्र अधिकारी और एसएससी सलाहकार समिति के सदस्यों और तथाकथित बिचौलिए चंदन मंडल घर भी छापा मारा है।

इस घोटाले में आरोप है कि शिक्षक नियुक्ति के लिए पैनल की मियाद खत्म हो जाने के बावजूद गैरकानूनी तरीके से सलाहकार समिति बनाई गई। अवैध तरीके से रिक्त पदों का सृजन किया गया। इन पदों पर ऐसे लोगों को शिक्षक नियुक्त किया गया जिन्होंने या तो परीक्षा नहीं दी या पास भी नहीं हुए।

नई दिल्ली:  केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने अपनी बेटी पर लगाए जा रहे आरोपों को लेकर कांग्रेस पर पलटवार करते हुए कहा है कि वह इसके अलावा कानून और जनता की अदालत में जाएंगी। उन्होंने कहा कि राजनीतिक दुर्भावना से प्रेरित होकर उनकी 18 साल की पढ़ने वाली बेटी पर आरोप मढ़ा जा रहा है। मेरी बेटी बार नहीं चलाती बल्कि कॉलेज छात्रा है।

स्मृति ईरानी ने कहा कि आरोप लगाए जा रहे हैं कि उनकी 18 साल की बेटी अवैध बार चला रही है। कांग्रेस के नेता यह आरोप इसलिए लगा रहे हैं कि उन्होंने सोनिया और राहुल गांधी की 5000 करोड़ की लूट का पर्दाफाश किया था।

अपने आवास पर की गई प्रेस वार्ता में ईरानी ने कहा कि जिस आरटीआई के हवाले से उनकी बेटी पर आरोप लगाए जा रहे हैं उस में कहीं भी उनकी बेटी का नाम नहीं है। ऐसे में कांग्रेस के नेता किस आधार पर आरोप लगा रहे हैं। उन्होंने कहा कि उनकी बेटी पढ़ रही है और वह बार नहीं चलाती। वह इसके खिलाफ कानून और जनता की अदालत में जायेंगी।

स्मृति ईरानी ने कांग्रेस पार्टी और राहुल गांधी को चुनौती दी कि वह 2024 में अमेठी से दोबारा चुनाव लड़ें। वे उन्हें एक बार फिर धूल चटा देंगी।

उल्लेखनीय है कि एक आरटीआई के हवाले से मीडिया रिपोर्ट में आरोप लगाया गया है कि स्मृति ईरानी की बेटी गोवा में एक मृत व्यक्ति के नाम पर लिए गए लाइसेंस से बार चला रही हैं।

देश-दुनिया के इतिहास में 23 जुलाई का अहम स्थान है। भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन के क्रांतिवीरों की दृष्टि से यह तारीख इतिहास के स्वर्णिम पन्नों में दर्ज है।

क्रांतिकारी चंद्रशेखर आजाद का जन्म 23 जुलाई, 1906 को उन्नाव (उत्तर प्रदेश) में हुआ था। चंद्रशेखर आजाद का वास्तविक नाम चंद्रशेखर सीताराम तिवारी था। चंद्रशेखर आजाद का प्रारंभिक जीवन आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र भावरा गांव में व्यतीत हुआ।

भील बालकों के साथ रहते हुए चंद्रशेखर आजाद ने बचपन में ही धनुष बाण चलाना सीख लिया था। चंद्रशेखर आजाद की मां जगरानी देवी उन्हें संस्कृत का विद्वान बनाना चाहती थीं। इसीलिए उन्हें संस्कृत सीखने लिए काशी विद्यापीठ भेजा गया।

दिसंबर 1921 में जब गांधी जी द्वारा असहयोग आंदोलन की शुरुआत की गई उस समय मात्र चौदह वर्ष की उम्र में चंद्रशेखर आजाद ने इस आंदोलन में भाग लिया। इस दौरान उन्हें गिरफ्तार कर मजिस्ट्रेट के समक्ष उपस्थित किया गया।

जब चंद्रशेखर से उनका नाम पूछा गया तो उन्होंने अपना नाम आजाद और पिता का नाम स्वतंत्रता बताया। यहीं से चंद्रशेखर सीताराम तिवारी का नाम चंद्रशेखर आजाद पड़ गया। चंद्रशेखर को पंद्रह दिनों के कड़े कारावास की सजा सुनाई गई। 1922 में गांधी जी ने असहयोग आंदोलन को स्थगित कर दिया। इस घटना ने चंद्रशेखर आजाद को आहत किया।

उन्होंने ठान लिया कि किसी भी तरह देश को स्वतंत्रता दिलवानी ही है। एक युवा क्रांतिकारी प्रनवेश चटर्जी ने उन्हें हिंदुस्तान रिपब्लिकन एसोसिएशन जैसे क्रांतिकारी दल के संस्थापक राम प्रसाद बिस्मिल से मिलवाया। आजाद इस दल और बिस्मिल के समान स्वतंत्रता और बिना किसी भेद-भाव के सभी को अधिकार जैसे विचारों से बहुत प्रभावित हुए। चंद्रशेखर आजाद के समर्पण और निष्ठा की पहचान करने के बाद बिस्मिल ने उन्हें अपनी संस्था का सक्रिय सदस्य बना दिया।

चंद्रशेखर आजाद ने एक निर्धारित समय के लिए झांसी को अपना गढ़ बनाया। ओरछा के जंगलों में अपने साथियों के साथ निशानेबाजी सीखी। झांसी में ही आजाद ने गाड़ी चलानी सीखी। 1925 में हिंदुस्तान रिपब्लिकन एसोसिएशन की स्थापना की गई। इसी साल काकोरी कांड हुआ जिसके आरोप में अशफाक उल्ला खां, बिस्मिल समेत अन्य मुख्य क्रांतिकारियों को मौत की सजा सुनाई गई। इसके बाद चंद्रशेखर ने इस संस्था का पुनर्गठन किया.। भगवतीचरण वोहरा के संपर्क में आने के बाद चंद्रशेखर आजाद भगत सिंह, सुखदेव, राजगुरु के भी निकट आ गए थे। इसके बाद भगत सिंह के साथ मिलकर चंद्रशेखर आजाद ने अंग्रेजी हुकूमत को डराने और भारत से खदेड़ने का हर संभव प्रयास किया।

1931 में फरवरी के अंतिम सप्ताह में जब आजाद गणेश शंकर विद्यार्थी से मिलने सीतापुर जेल गए तो विद्यार्थी ने उन्हें इलाहाबाद जाकर जवाहर लाल नेहरू से मिलने को कहा। चंद्रशेखर आजाद जब नेहरू से मिलने आनंद भवन गए तो उन्होंने बात सुनने से भी इंकार कर दिया। गुस्से में वहां से निकलकर चंद्रशेखर आजाद अपने साथी सुखदेव राज के साथ अल्फ्रेड पार्क चले गए। वे सुखदेव के साथ आगामी योजनाओं के विषय में बात ही कर रहे थे कि पुलिस ने उन्हे घेर लिया। लेकिन उन्होंने बिना सोचे अपने जेब से पिस्तौल निकालकर गोलियां दागनी शुरू कर दी। दोनों ओर से गोलीबारी हुई। चंद्रशेखर के पास जब मात्र एक ही गोली शेष रह गई तो उन्हें पुलिस का सामना करना मुश्किल लगा। चंद्रशेखर आजाद ने पहले ही यह प्रण किया था कि वह कभी भी जिंदा पुलिस के हाथ नहीं आएंगे। इसी प्रण को निभाते हुए उन्होंने वह बची हुई गोली खुद को मार ली। पुलिस के अंदर चंद्रशेखर आजाद का भय इतना था कि किसी को भी उनके मृत शरीर के के पास जाने तक की हिम्मत नहीं थी। उनके शरीर पर गोली चला और पूरी तरह आश्वस्त होने के बाद ही चंद्रशेखर की मृत्यु की पुष्टि हुई। चंद्रशेखर आजाद को देश कभी नहीं भूल सकता। आजाद भारत उनका सदैव ऋणी रहेगा।

महत्वपूर्ण घटनाचक्र
1555ः सरहिंद में सिकंदर सूरी को हराकर मुगल शासक हुमायूं दिल्ली पहुंचा।
1798ः नेपोलियन ने अलेक्जेंडि्रया पर कब्जा किया।
1829ः अमेरिका के विलियम ऑस्टिन बर्ट ने टाइपोग्राफ का पेटेंट कराया।
1877ः हवाई में पहली टेलीफोन और टेलीग्राफ लाइन बिछाई गई।
1881ः अंतरराष्ट्रीय जिम्नास्टिक संघ ने खेल परिसंघ की स्थापना की।
1903ः मोटर कंपनी फोर्ड ने अपनी पहली कार बेची।
1904ः चार्ल्स इ मेंसियस ने मलाइबरफ संकु (आइसक्रीम कोण) की खोज की।
1914ः आर्क्ड्यूक फ्रांसिस फर्डिनेंड की हत्या के बाद आस्ट्रीया-हंगरी ने सर्बिया को अल्टीमेटम दिया। इसके बाद प्रथम विश्व युद्ध शुरू।
1920ः ब्रिटेन के कब्जे वाले पूर्वी अफ्रीका का नामकरण केन्या किया गया।
1927ः भारत में नियमित रेडियो प्रसारण की शुरुआत मुंबई से हुई।
1929ः इटली में फासीवादी सरकार ने विदेशी शब्दों के प्रयोग पर पूर्ण प्रतिबंध लगाया।
1942ः हिटलर ने स्टालिनग्राद पर कब्जा करने का आदेश जारी किया।
1944ः अमेरिकी की सेना ने इटली के पीसा पर कब्जा किया।
1952ः मिस्र में क्रांति। मुहम्मद नाजिर के नेतृत्व में कुछ युवा सैनिकों ने बादशाह फारुख-1 को देश से बाहर निकाला।
1974ः ग्रीस में सैन्य शासन खत्म। पूर्व प्रधानमंत्री कौन्सटैनटिन कारमनालिस को दोबारा सत्ता संभालने का न्यौता।
1983ः एलटीटीई विद्रोहियों और श्रीलंका सरकार के बीच युद्ध शुरू।
1998ः संयुक्त राष्ट्र अमेरिका ने सात भारतीय वैज्ञानिकों को देश छोड़ने का आदेश दिया।
1999ः टोक्यो में एएनएन फ्लाइट 61 का अपहरण।
2000ः नागो में समूह-8 का 26वां शिखर सम्मेलन समाप्त।
2001ः मेघावती सुकर्णोपुत्री इंडोनेशिया की राष्ट्रपति बनीं।
2005ः मिस्र के कुछ होटलों में बम विस्फोट। लगभग 100 लोग मारे गए।
2008ः नेपाल के प्रधानमंत्री गिरिजा प्रसाद कोइराला का इस्तीफा।
2011ः नॉर्वे की राजधानी ओस्लो में बम विस्फोट। गोलीबारी। 92 लोगों की मौत।
2011ः अमेरिका के नेतृत्व वाली नाटो सेना की पूर्वी अफगानिस्तान में सैन्य कार्रवाई। 50 घुसपैठियों को मार गिराने का दावा।
2012ः इराक में सिलसिलेवार हमले। 103 लोग मारे गए।

जन्म
1856ः गणितज्ञ, दार्शनिक और राष्ट्रवादी बाल गंगाधर तिलक।
1898ः ज्ञानपीठ पुरस्कार से सम्मानित बांग्ला साहित्यकार ताराशंकर बंद्योपाध्याय।
1906ः प्रसिद्ध क्रांतिकारी शहीद चंद्रशेखर आजाद।
1973ः फिल्म निर्माता, निर्देशक, अभिनेता और गायक हिमेश रेशमिया।
1916ः इथोपियाई सम्राट हेल सलासी प्रथम।
1953ः अंग्रेज क्रिकेट खिलाड़ी ग्रेन ऐलेन गूज।
1976ः हंगरीयन महिला शतरंज खिलाड़ी ज्यूरिथ पोलगांव।

निधन
1993ः छत्तीसगढ़ के स्वतंत्रता सेनानी लक्ष्मण प्रसाद दुबे।
1999ः मोरक्को के शाह हसन।
2004ः कॉमेडी के बादशाह महमूद अली।
2007ः अफगानिस्तान के राष्ट्रपति मुहम्मद जहीरशाह।
2012ः स्वतंत्रता सेनानी और समाजसेविका लक्ष्मी सहगल।
2016ः प्रसिद्ध चित्रकार एसएच रजा।
दिवस
राष्ट्रीय प्रसारण दिवस
क्रांति दिवस (मिस्र)

बीते ज़माने के मशहूर हास्य अभिनेता, निर्माता और निर्देशक रह चुके महमूद आज बेशक हमारे बीच नहीं हैं, लेकिन जब भी फिल्मों में हास्य भूमिकाओं की बात होती है तो सबसे पहले उन्हीं का चेहरा उभर कर सामने आता है। महमूद का 23 जुलाई, 2004 को अमेरिका में इलाज के दौरान निधन हो गया था। लेकिन आज भी वह अपनी अद्भुत अदाकारी के कारण दर्शकों के दिलों में जीवित हैं। वैसे तो महमूद ने फिल्मों में हर तरह के किरदार को बखूबी से निभाया, लेकिन फिल्मों में उनकी हास्य भूमिका को दर्शकों ने काफी पसंद किया और वह इसके लिए काफी मशहूर भी हुए।

29 सितम्बर, 1932 को जन्में महमूद के पिता मुमताज अली एक फिल्म अभिनेता और डांसर थे। आठ भाई -बहनों में दूसरे नंबर पर रहे महमूद ने अपने करियर की शुरुआत बतौर बाल कलाकार साल 1943 में आई फिल्म ‘किस्मत’ से की। इस फिल्म में उन्हें अशोक कुमार और मुमताज शांति के साथ अभिनय करने का मौका मिला। इस फिल्म में महमूद के अभिनय को काफी पसंद किया गया। इसके बाद महमूद एक के बाद एक कई फिल्मों में अभिनय करते नजर आये और अपनी अदाकारी से दर्शकों के दिलों में अपनी खास जगह बनाई। महमूद की कुछ प्रमुख फिल्मों में दो बीघा जमीन, नास्तिक , सीआईडी , फंटूश , परवरिश, कैदी नंबर 911 ,दिल तेरा दीवाना, भूत बंगला, गुमनाम ,बॉम्बे टू गोवा, पत्थर के सनम ,पड़ोसन, कुंवारा बाप आदि शामिल हैं।

महमूद ने फिल्म ‘भूत बंगला का निर्माण और निर्देशन दोनों किया। इसके अलावा उन्होंने छोटे नवाब और पड़ोसन का भी निर्माण किया। फिल्म पड़ोसन 60 के दशक की जबर्दस्त हिट साबित हुई। पड़ोसन को हिंदी सिने जगत की श्रेष्ठ हास्य फिल्मों में गिना जाता है।

हिंदी सिनेमा में लगभग पांच दशक तक राज करने वाले महमूद ने मशहूर अभिनेत्री मीना कुमारी की बहन मधु से विवाह किया था।महमूद के बेटे लकी अली भी महमूद की तरह फिल्मों के जाने माने अभिनेता रह चुके हैं।

महमूद आज बेशक हमारे बीच नहीं हैंं, लेकिन अपने अभिनय के जरिये वह हमेशा दर्शकों के दिलों में जीवित हैं और रहेंगे। हिंदी सिनेमा में दिए गए उनके अभूतपूर्व योगदानों के लिए हिंदी सिनेमा हमेशा उनकी ऋणी रहेगी।

Chhapra: एच आर इम्पीरिल स्कूल के विद्यार्थियों ने भी अच्छे अंक के साथ सफलता हासिल की है। विद्यालय की छात्रा स्नेहा कुमारी ने दसवीं में 98.2 प्रतिशत अंक प्राप्त कर पूरे सारण में सर्वाधिक अंक हासिल कर न कि विद्यालय का बल्कि पूरे सारण जिला का नाम रौशन किया है।

छात्रा को सामाजिक विज्ञान में शत् प्रतिशत अंक प्राप्त हुआ। सफलता के अवसर पर प्राचार्य नीरज कुमार ने छात्रा को पुरस्कृत किया। इसके साथ ही विद्यालय के अन्य छात्रों ने भी बेहतरीन प्रदर्शन किया।

कुल 149 छात्र इस वर्ष परीक्षा में सम्मिलित हुए थे। इसमें 24 छात्रों ने 90 प्रतिशत से अधिक अंक प्राप्त किये है। 12 छात्रों का प्राप्तांक 85 प्रतिशत से 90 प्रतिशत के बीच रहा तथा 22 छात्रों ने 80 से 85 प्रतिशत के मध्य अंक प्राप्त किये है।

छात्रो की सफलता के अवसर पर प्राचार्य ने सभी मेधावी छात्रो को भी पुरस्कृत किया।

Chhapra: छपरा शहर के दर्शन नगर स्थित सरस्वती शिशु विद्या मंदिर के छात्रों ने दसवीं की परीक्षा में अपना परचम लहराया है । परीक्षा परिणाम आने के बाद विद्यालय के छात्र – छात्राओं में उत्साह देखा जा रहा है। वहीं विद्यालय प्रबंधन समिति द्वारा सफल छात्रों को बधाई के साथ उनका उत्साहवर्धन किया गया है ।

सफल छात्रों में 94% अंक लाकर सचिन कुमार, पिता अरविंद कुमार ने प्रथम स्थान प्राप्त किया वही 93.8,%अंक लाकर परिधि रिद्धि , गोपाल पिता गोपाल जी प्रसाद द्वितीय स्थान और 92% अंक प्राप्त कर राज ,पिता राजीव कुमार राजू ने तृतीय स्थान पर हैं। विद्यालय में कुल 111 छात्र- छात्राएं प्रथम श्रेणी से उत्तीर्ण हुए हैं।

वहीं 90% से ऊपर 9 छात्र -छात्राएं अंक लाकर विद्यालय को गौरवान्वित किया है।

विद्यालय के सचिव सुधांशु शर्मा ने अपने विद्यालय के छात्रों को सफल होने पर बधाई दी तथा उनके उज्जवल भविष्य की कामना की है ।इस सफलता पर प्रधानाचार्य आशुतोष कुमार दास ने विद्यालय के शिक्षकों को श्रेय देते हुए छात्रों को भी बधाई एवं शुभकामनाएं दी ।

Chhapra: सारण जिले के छपरा के सुप्रसिद्ध शैक्षणिक  संस्थान विवेकानंद इंटरनेशनल पब्लिक स्कूल की नियमित छात्रा श्रेया कुमारी, ग्राम- समहोता, थाना- कोपा ने दसवी बोर्ड परीक्षा में 98.2% अंक के साथ उतीर्णता हासिल कर पूरे विद्यालय परिवार में खुशी का माहौल कायम कर दिया है।

शुक्रवार की शाम जैसे ही परीक्षा परिणाम की सूचना प्राप्त हुई, वैसे ही समस्त विद्यालय जश्न में तब्दील हो गया। उतीर्ण छात्रा श्रेया विद्यालय के प्रारंभिक उद्घाटन सत्र में विद्यालय में तीसरी कक्षा में नामांकन ली थी तथा उसी समय से एकाग्र होकर नियमित रूप से अध्ययन कर रही थी, जहाँ उसे डे-बोर्डिंग की सुविधायें भी प्रदान की जा रही थी।

श्रेया विद्यालय से जुड़े हर एक छोटे-बड़े प्रतियोगिता में नियमित रूप से बढ़-चढ़ कर योगदान देती थी। उसने परिश्रम के आगे कभी हार नही मानी और आज इसी का परिणाम है कि वह जिला स्तर पर उच्च श्रेणी के अंक प्राप्त कर सभी को गौरवान्वित कर रही है।

सबसे बड़ी बात तो यह है कि विवेकानन्द इंटरनेशनल पब्लिक स्कूल के टॉप टेन विद्यार्थी ने 90% से अधिक अंक लाकर विद्यालय की खुशियों में चार चांद लगा दिया है। श्रेया के साथ-साथ लूसी कुमारी, युवराज कुमार, प्रिंस कुमार, प्रांजल और अभिजीत राज ने भी 94.4%, 92.2%, 90.8%, 90.6%, 90.6% अंक के साथ उतीर्णता हासिल किया है।

इस खुशी के मौके पर रिविलगंज प्रखंड प्रमुख सह विद्यालय निदेशक डॉ० राहुल राज ने श्रेया कुमारी और अन्य सभी उतीर्ण विद्यार्थी को अपना शुभाशीष प्रदान करते हुए उनका उत्साहवर्धन किया।

श्रेया ने इस मुकाम को हासिल कर पूरे जिले में अपने विद्यालय सहित शिक्षकों और अभिभावकों का भी नाम रौशन किया है। 

Chhapra: दाउदपुर के बंगरा स्थित जे डी पब्लिक स्कूल के छात्र छात्राओं ने दसवीं व बारहवीं की परीक्षा में बेहतर रिजल्ट देकर संस्थान को गौरवान्वित किया।

इस विद्यालय का रिजल्ट शत प्रतिशत रहा  दुर्गेश कुमार सिंह ने 96 प्रतिशतअंक हासिल कर 12 वीं में विद्यालय का टॉपर का खिताब अपने नाम किया।उसे गणित में 100,केमेस्ट्री में 99, कमर्शियल आर्ट में 98 फीसदी अंक मिला है। आदित्य कुमार को 94.02, नवनीत परासर को 93.02,आशीष कुमार व गुड़िया कुमारी को 93.06,पीयूष कुमार,अनुष्का गोस्वामी को 93.04,सचिन कुमार को 92.04 फीसदी
अंक हासिल हुआ है। 30 से अधिक स्टूडेंट्स ने 90 फीसदी से अधिक अंक हासिल किया है। वहीं दसवीं की परीक्षा में ऋषभ कुमार चौबे ने 96.4 फीसदी अंक लाकर स्कूल टॉपर बना।

शुभिका सुमन को 95.4, सनी कुमार को 94.6, वर्षा गुप्ता को 93,अभिषेक कुमार श्रीवास्तव- 94,कुमार संस्कार 93,अम्रुता वी .एस. 92. 6 फीसदी अंक लायी है।

30 छात्रों को 90 फीसदी से ज्यादा अंक प्राप्त हुए हैंl सफल छात्र छात्राओं ने स्कूल प्रबंधन के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि स्कूल में बेहतर पढ़ाई के कारण ही परीक्षा में अच्छे अंक से पास होने का मौका मिला है। रिजल्ट निकलने पर विद्यालय मैं पहुंचे बच्चों ने खुशी जताई और एक दूसरे को मिठाई खिलाकर अपनी प्रसन्नता का भी इजहार किय। स्कूल के सचिव पीबी सिंह व प्राचार्य डीके सिंह ने बच्चों का उत्साहवर्धन किया।

नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शुक्रवार को केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) की 10वीं कक्षा के सफल विद्यार्थियों को बधाई दी।

प्रधानमंत्री मोदी ने ट्वीट संदेश में कहा, “मैं उन सभी को बधाई देता हूं जिन्होंने सीबीएसई दसवीं कक्षा की परीक्षा उत्तीर्ण की है। मैं उनके आगे एक फलदायी शैक्षणिक यात्रा की कामना करता हूं। मुझे विश्वास है कि ये युवा आने वाले समय में सफलता की नई ऊंचाइयों को छुएंगे।”