जहरीली शराब से मौत पर शराबबंदी नीति में है मुआवजा का प्रावधान: सुशील मोदी
सुशील मोदी ने जहरीली शराब कांड पर की मुख्यमंत्री से इस्तीफा मांग

पटना: सारण में जहरीली शराब कांड के मृतक के परिवारों से मिलकर लौटने के बाद राज्यसभा सांसद एवं पूर्व उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने रविवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर जमकर बरसे और उनसे इस्तीफे की मांग की।

सुशील मोदी ने कहा कि शराबबंदी नीति में मौत पर 4 लाख मुआवजा का प्रावधान है। बिहार उत्पाद अधिनियम 2016 की धारा 42 में 4-4 लाख मुआवजे का प्रावधान है। उन्होंने कहा कि गोपालगंज शराब कांड में 14 परिवारों को चार-चार लाख मुआवजा दिया गया तो फिर सारण के मृतक परिवारों को मुआवजा क्यों नहीं दिया जाएगा? उन्होंने कहा कि ऐसे में मुख्यमंत्री नीतीश को गलत बयानबाजी करने के लिए पद से इस्तीफा देना चाहिए।

मोदी ने कहा कि सारण में जहरीली शराब से सत्तर से अधिक लोगों की मौत के बाद भी बिहार के मुखिया नीतीश कुमार को कोई गम नहीं है। नीतीश कुमार कह रहे कि जो पियेगा वो मरेगा। हम और इसका प्रचार करायेंगे। मौत के बाद आश्रितों को मुआवजा देने का तो सवाल ही पैदा नहीं होता है। विपक्ष मुआवजे की मांग को लेकर सदन से लेकर सड़क तक आंदोलन कर रहा।

उन्होंने कहा 2016 में शराबबंदी लागू होने के बाद पहली दफे 15 अगस्त, 2016 को गोपालगंज में हुए जहरीली शराब कांड में 19 लोगों की मौत हुई थी। तब सरकार ने मृतक के परिजनों को 4-4 लाख का मुआवजा दिया था। सरकार अब छपरा-सीवान में जहरीली शराब पीने मरने वाले के परिजनों को क्यों नहीं मुआवजा दे रही? आखिर बिहार सरकार की पॉलिसी क्या है? पॉलिसी में प्रावधान है कि शराब पीने से मौत के बाद परिजनों को 4-4 लाख देना है लेकिन यह राशि शराब बेचने वाले से लेकर दी जायेगी।

मुआवजा के लिए प्रकाशित किया गया था बिहार गजट
उन्होंने बताया कि बिहार सरकार ने 2 अक्टूबर, 2016 को बिहार मद्य निषेध और उत्पाद अधिनियम का गजट प्रकाशित कराया था। इसमें 100 पॉइंट्स दिए गए हैं, जिसमें शराबबंदी कानून से जुड़ी पूरी जानकारी दी गई है। बिहार गजट के 42वें नंबर पर ”प्रतिकर (कम्पसेशन) भुगतान करने के लिए कलेक्टर द्वारा आदेश” दिए जाने से संबंधित जानकारी दी गई है। इसके 42 वें नंबर के प्रथम पैरा में लिखा गया है कि ”दंड प्रक्रिया संहिता 1973 (1974 का 2) में इस अधिनियम के अधीन कलेक्टर (डीएम) को अधिकार है।

आदेश पारित करते समय यदि उसे लगता है कि किसी स्थान पर बेचे गए शराब के सेवन के कारण किसी व्यक्ति की मृत्यु हुई या बीमार हुआ है तो वह निर्माता/ विक्रेता चाहे वह किसी अपराध में दोष सिद्ध हुआ हो या नहीं, प्रतिकर के रूप में प्रत्येक मृतक के प्रतिनिधि को कम से कम 4 लाख रुपये, गंभीर रूप से क्षतिग्रस्त व्यक्ति को 2 लाख रुपये एवं किसी अन्य चोट खाने वाले व्यक्ति को 20 हजार रुपये भुगतान करने का आदेश देगा। जिले का कलेक्टर लोक मांग वसूली अधिनियम के तहत लोक मांग के रूप में उक्त प्रतिकर विक्रेता-निर्माता से वसूल कर सकेगा।

बेगूसराय: बिहार में बीती रात एक और पुल भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गया है। बेगूसराय जिला के साहेबपुर कमाल प्रखंड क्षेत्र में कीर्तिटोल आहोक घाट और विष्णुपुर आहोक पंचायत के बीच बूढ़ी गंडक नदी पर मुख्यमंत्री नाबार्ड योजना के तहत ग्रामीण कार्य विभाग द्वारा नवनिर्मित उच्च स्तरीय आरसीसी पुल उद्घाटन से पहले ही देर रात टूट कर धराशाई हो गया।

रात के समय हादसा होने से जानमाल की क्षति नहीं हुई, लेकिन निर्माण के तीन वर्षों के अंदर ही पुल के टूटकर गिर जाने से स्थानीय लोगों में आक्रोश है। दो दिन पहले ही पाया नंबर दो एवं तीन के बीच क्रैक और धसान देखकर ग्रामीणों ने इसकी सूचना वरीय पदाधिकारियों को दी थी। जिसके बाद बलिया एसडीओ रोहित कुमार, डीएसपी कुमार वीर धीरेंद्र सहित अन्य अधिकारियों ने वहां पहुंच कर स्थिति का जायजा लिया तथा पुल पर आवागमन पूर्णतः बंद करवाया।

उस दिन स्थानीय लोगों ने जमकर हंगामा भी किया तथा घटिया पुल निर्माण करने वाले एजेंसी के विरुद्ध कठोर कार्रवाई करने की मांग की थी। बताया जा रहा है कि यहां बूढ़ी गंडक नदी पर पुल निर्माण को लेकर लंबे समय से मांग उठाई जा रही थी। 2012-13 में साहेबपुर कमाल विधानसभा क्षेत्र के तत्कालीन विधायक सह मंत्री परवीन अमानुल्लाह की अनुशंसा पर मुख्यमंत्री नाबार्ड योजना से रहुआ पंचायत के कीर्तिटोल आहोक घाट और विष्णुपुर आहोक पंचायत के बीच बूढ़ी गंडक नदी पर पुल बनाने की स्वीकृति मिली 1343.32 लाख की लागत से 206 मीटर लंबा उच्च स्तरीय आरसीसी पुल का निर्माण भगवती कंस्ट्रक्शन द्वारा कराया गया।

पुल निर्माण स्थल पर लगाए गए बोर्ड के अनुसार 1343.32 लाख की लागत से बने इस पुल की अनुरक्षण भी 31.72 लाख से होना था। कार्य प्रारंभ की तिथि 23 फरवरी 2016 एवं समाप्ति तिथि 22 अगस्त 2017 है। पुल निर्माण के बाद विभिन्न कारणों से अब तक इसका उद्घाटन नहीं हो सका, लोगों ने बगैर उद्घाटन के आवागमन शुरू कर दिया था। पुल से कुछ दूर स्थित खनवा नाला पर छोटा पुल बनने के बाद इसका उद्घाटन होना था। लेकिन इसी बीच बिहार के लूटतंत्र की भेंट यह पुल चढ़ गया।

रविवार की सुबह स्थानीय लोग मॉर्निंग वॉक पर जा रहे थे तो नदी में पुल को टूटकर गिरा देखकर हड़कंप मच गया। मौके पर लोगों की भीड़ जुटी हुई है। स्थानीय लोगों ने पुल निर्माण में व्यापक लूट-खसोट का आरोप लगाया है और निर्माण एजेंसी एवं ग्रामीण कार्य विभाग के अधिकारियों पर भी कार्रवाई की मांग की है।

Chhapra: सारण लोहार विकास मंच के अध्यक्ष अ. प्रो. (डॉ.) इंद्रकांत ‘बबलू’ के नेतृत्व में सारण एवं महाराजगंज संसदीय क्षेत्र के लोहारों का एक प्रतिनिधिमंडल महाराजगंज सांसद जनार्दन सिंह सिग्रीवाल  से मिलकर बिहार के लोहारों की समस्याओं को लेकर चर्चा की तथा मांग की।

बिहार के लोहारों को अनुसूचित जनजाति का दर्जा पुनः बहाल की जाए तथा केंद्र सरकार द्वारा निरसन एवं संशोधन अधिनियम 23/ 2016 को लागू किया जाए एवं जनजातीय मंत्रालय के उस पत्र को जिसमें सेक्शन 6A द जनरल क्लॉज़ एक्ट 1897 की अधिसूचना को रद्द करने के पश्चात केंद्र की सरकार एक स्पष्ट अधिसूचना जारी कर बिहार के लोहारों को पुनः अनुसूचित जनजाति की दर्जा बहाल करें। 

साथ ही प्रतिनिधिमंडल ने सांसद सिग्रीवाल को शॉल, बुके तथा माला पहनाकर सम्मानित एवं स्वागत किया, स्वागत करने वालों में डॉ.परशुराम शर्मा, अनिरुद्ध शर्मा, रोहित शर्मा, द्वारिका शर्मा, मुखिया प्रभुनाथ शर्मा, पशुपति नाथ शर्मा, राकेश शर्मा, विश्वकर्मा शर्मा, राजेंद्र शर्मा, विश्वजीत शर्मा, विजय लाल शर्मा, संतोष शर्मा, स्वामीनाथ शर्मा आदि गणमान्य लोग उपस्थित थे ।

सांसद ने आश्वासन दिया कि शीघ्र ही केंद्र की सरकार एवं गृह मंत्री  से मिलकर मैं इस मुद्दे को बारीकी से रखेंगे तथा संवैधानिक गतिरोध को दूर कर समस्या का समाधान कराएंगे ।

Chhapra: नगर पालिका आम निर्वाचन 2022 के प्रथम चरण में नगर पंचायत रिविलगंज के विभिन्न मतदान केंद्रों का जिलाधिकारी निर्वाचन पदाधिकारी (न) सह जिला पदाधिकारी राजेश मीणा के द्वारा भ्रमण किया गया।

जिलाधिकारी के द्वारा मतदान केंद्रों का निरीक्षण करते हुए मतदान कर्मियों एवं मतदाताओं का उत्साहवर्धन किया । जिलाधिकारी ने मतदाताओं से भी फीडबैक प्राप्त किया। उन्होंने निर्वाचन अभिकर्ताओं से भी बातचीत कर उनका फीडबैक प्राप्त किया।

साथ ही विभिन्न मतदान केंद्रों पर विधि व्यवस्था के संधारण हेतु पर्याप्त संख्या में पुलिस पदाधिकारी एवं बल की प्रतिनियुक्ति की गई है। निरीक्षण के दौरान पुलिस अधीक्षक संतोष कुमार भी मौजूद थे।

मतदाताओं की थर्मल स्कैनिंग भी कराई जा रही है। मतदान के लिए मतदाताओं की लंबी कतार सुबह से ही मतदान केंद्रों पर लग गई है। मतदान हेतु मतदाता अत्यधिक उत्साहित हैं। क्विक मेडिकल रिस्पांस के लिए एंबुलेंस की व्यवस्था भी आपात स्थिति के लिए की गई है।

Chhapra: सारण जिला के मशरक – इसुआपुर प्रखंडों में विगत दिनों जहरीली शराब से मौत को पूर्व विधायक रणधीर कुमार सिंह हृदय विदारक घटना करार देते हुए कहा कि इस घटना में 150 से ज्यादा लोगों की मौत हुई है. जबकि प्रशासनिक आंकड़ा काफी कम बताया जा रहा है.

अपने आवास पर प्रेस वार्ता में उन्होंने कहा बताया कि सबसे ज्यादा मौत मशरख प्रखण्ड और इसुआपुर प्रखण्ड में हुई है. जिसमे बेनछपरा चन्द्रबरिया, बहरोली, गोपालबाडी, हनुमानगंज सिसयाँ शामिल है. इसुआपुर में महुली, सढ़वारा, अटाली, छपियाँ, डोईला, चकहन, भगवानपुर ब्लॉक में ब्रह्मस्थान के लोगों की मौत हुई है.
है।

उन्होंने बताया कि सभी पीड़ित परिवारों से मुलाकात की है और उनके ढांढस को बढ़ाया है. उन्होंने इस घटना पर राजनीति ना करने का आग्रह किया.

उन्होंने कहा कि घटना का सही आँकड़ा बताना मुश्किल है. लोग पुलिस के डर से शव छुपाकर जलाते गये हैं और पूछने पर लोगों का कहना है कि लोग ठण्ढ के वजह से मरे हैं. उनके मन में डर बैठा दिया गया है कि शराब पीने के कारण मृत्यु बताई जाएगी तो उनके परिवार को भी जेल हो जायेगा. मरने वालों में लगभग सभी गरीब परिवार से हैं उनके साथ हमदर्दी और सहानुभूति रखने की जरूरत है.

उन्होंने तीन बिन्दुओं पर गहन जाँच की मांग की है.

1. ये जहरीली शराब बनाने वाले कौन है?

2. जहरीली शराब को छोटे-छोटे वेण्डरों तक पहुँचाने वाले कौन है?

3. देहात के गाँव-गाँव में बेचने वाले कौन हैं?

उन्होंने माँग किया है की जहरीली शराब का कारोबार करने वाले लोगों को शीघ्र चिन्हित कर न्यायालय द्वारा सजा- दिलवाया जाए. साथ ही उनके अवैध कमाई से अर्जित संपत्ति को जब्त किया जाए.

Chhapra: गोली लगने के बाद सदर अस्पताल लाए गए एक मरीज के ईलाज को लेकर परिजनों ने जमकर हंगामा और तोड़फोड़ की.

परिजनों के साथ अस्पताल पहुंची भीड़ ने डयूटी पर तैनात चिकित्सक और कर्मचारियों के साथ धक्कामुक्की और दुर्व्यवहार किया. जिससे अस्पताल के चिकित्सकों ने कार्य बहिष्कार करते हुए मृतक का पोस्टमार्टम करने से किया इंकार कर दिया. बिहार हेल्थ सर्विसेज एसोसिएशन के सचिव डा के एम दुबे जानकारी देते हुए बताया कि मौके पर चिकित्सक उपस्थित थे उन्होंने जरूरी जानकारी हासिल करनी चाही तबतक कुछ लोग उग्र हो गए और हाथापाई पर उतारू हो गई. जिससे चिकित्सक और कर्मियों को चोटें आई हैं.

इसके घटना के बाद चिकित्सकों ने बैठक की और इमरजेंसी और ओपीडी सेवा को बंद कर दिया. जिससे इलाज कराने आए मरीजों को भी परेशानियों का सामना करना पड़ा.

बता दें कि रिविलगंज के देवरिया में शनिवार की सुबह प्रॉपर्टी डीलर गोरख महतो को अज्ञात अपराधियों ने गोली मार दी थी. जिसके बाद परिजन उसे लेकर अस्पताल पहुंचे थे. जहां चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया. इसी दौरान परिजनों के साथ उपस्थित लोगों ने चिकित्सकों के साथ हाथापाई की. जिससे मामले ने तूल पकड़ लिया.

बाद में जिलाधिकारी के हस्तक्षेप के बाद चिकित्सक पोस्टमार्टम करने के लिए राजी हुए.  

जहरीली शराब से मौत के पीड़ित परिवार से मिले चिराग पासवान, गोद में नवजात को लेकर हो गए भावुक

Mashrakh: ज़हरीली शराब से हुई मौत को लेकर सियासी खींचतान लगातार जारी है. शनिवार को एलजेपी (रामविलास) के अध्यक्ष चिराग पासवान मशरक पहुंचे और पीड़ित परिजनों से मुलाक़ात की. इस दौरान एक महिला उन्हें पकड़कर फुट-फूटकर रोने लगी. उसने अपने दर्द बयां किए, जिसे सुनकर चिराग भावुक हो गए. उन्होंने उस नन्ही बच्ची को भी गोद में लिए जिसके सिर से पिता का साया जहरीली शराब पीने के कारण उठ चुका है.

मशरक पहुंचकर चिराग ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर बड़ा हमला बोला. बताते चले कि विगत दिन शुक्रवार को चिराग पासवान पटना पहुंचे थे. उन्होंने पत्रकारों से बात करते हुए सीएम नीतीश पर हत्या के आरोप लगाए थे. चिराग ने कहा था कि मशरक में लोगों की शराब से मौत नहीं बल्कि उनकी हत्या हुई है. वहीं, उन्होंने सीएम से इस्तीफे की भी मांग की. मौत के लिए उन्होंने नीतीश कुमार को दोषी ठहराया है.

उन्होंने कहा कि राज्य में शराबबंदी कानून फेल है. मुख्यमंत्री के बयान से स्पष्ट है कि शराबबंदी कानून ही इन्हें गद्दी से उतारेगा. चिराग पासवान छपरा पहुंचे और पीड़ित परिवार से मुलाक़ात की.

एलजेपी अध्यक्ष श्री पासवान बनियापुर के भिठ्ठी भी गए. वहां उन्होंने विगत रविवार को जमीनी विवाद में चाकू मारकर 3 लोगों की हत्या के बाद हुई मृतक के परिजनों से मुलाकात की.

श्री पासवान ने राज्य में प्रशासनिक विफलताओं के साथ बढ़ती अपराधिक घटनाओं पर सरकार को घेरा.

बाइक सवार अपराधियों ने रिविलगंज में प्रॉपर्टी डीलर को दरवाजे पर मारी गोली, मौत

Chhapra: रिविलगंज थाना क्षेत्र के देवरिया में अपने घर के बाहर अखबार पढ रहे एक शख्स को बाइक सवार अज्ञात अपराधियों ने गोली मारकर हत्या कर दी. मृतक गोरख महतो जमादार महतो के पुत्र बताए जाते हैं.

हत्या के बाद अस्पताल पहुंचे परिजनों ने जमकर बवाल काटा. इस दौरान मौके पर पहुंची पुलिस से भी परिजन भीड़ गए जैसे-तैसे पुलिस ने मामले को शांत करा कर परिजनों को शांत कराया.

बताया जा रहा है कि गोरखनाथ प्रॉपर्टी डीलिंग का काम करते थे और सुबह मैं अपने घर के बाहर बैठकर अखबार पढ़ रहे थे. इसी दौरान बाइक पर सवार अपराधी पहुंचते हैं और उन्हें सीने पर और सिर में गोली मार देते हैं. घायल अवस्था में उन्हें छपरा सदर अस्पताल लाया जाता है लेकिन रास्ते में ही उनकी मौत हो गई.

Chhapra: छपरा से स्कूली बच्चों को शैक्षणिक परिभ्रमण के लिए पटना लेकर जा रहे बस और ट्रक में आमने सामने की टक्कर हो गई. घटना मुफस्सिल थाना क्षेत्र के रामनगर के पास हुई जब एक ट्रक ने बस को टक्कर मार दी.

राहत की बात यह रही कि इस दुर्घटना में कोई हताहत नहीं हुआ. मिली जानकारी के अनुसार छपरा के एक निजी विद्यालय के बच्चों को शैक्षणिक परिभ्रमण पर पटना लेकर जाया जा रहा था इसी दौरान दुर्घटना हुई। दुर्घटना के बाद बस के क्षतिग्रस्त हो जाने से बच्चों को दूसरे बस से आगे के लिए रवाना किया गया.

 

Chhapra: नगर निकाय चुनाव के पहले चरण के लिए सारण जिले के छह नगर पंचायतों में शुक्रवार को चुनाव प्रचार थम गया। जिनमें सोनपुर, दिघवारा, मढ़ौरा, रिवीलगंज, एकमा और परसा बाजार नगर पंचायत शामिल हैं।

इन छह नगर पंचायतों केलिए 18 दिसंबर को मतदान होगा। जिसे लेकर मढ़ौरा के एसडीएम कार्यालय में बने डिस्पैच सेंटर से कर्मियो को भेजा गया है।

निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार रिविलगंज के कुल 21 वार्डो में 43 मतदान केन्द्र, नगर पंचायत एकमा में कुल 19 वार्डो में 39 मतदान केन्द्र, नगर पंचायत परसा बाजार में कुल 22 वार्डो में 45 मतदान केन्द्र, नगर पंचायत सोनपुर में कुल 21 वार्डो में 37 मतदान केन्द्र,
नगर पंचायत दिघवारा में कुल 18 वार्डो में 34 मतदान केन्द्र, नगर पंचायत मढ़ौरा में कुल 16 वार्डो में 30 मतदान केन्द्र है। जहाँ दिनांक 18 दिसंबर को सुबह 7 बजे से शाम 5 बजे तक मतदान होगा।

नगरपालिका आम निर्वाचन 2022 स्वतंत्र,निष्पक्ष एवं शांतिपूर्ण सुनिश्चित कराने एवं विधि व्यवस्था संधारण के लिए नगर निकायवार, वार्डवार सेक्टर से सम्बद्ध मतदान केन्द्रों के लिए सेक्टर पदाधिकारी, सेक्टर पुलिस पदाधिकारियों की प्रतिनियुक्ति की गयी है।
सेक्टर दंडाधिकारी अपने सेक्टर से संबंद्ध मतदान केन्द्रों एवं इससे संबंद्ध गांव, टोले, मुहल्ले विशेषकर अनुसूचित जाति एवं कमजोर वर्गों के टोले, मुहल्लों का भ्रमण किया जाएगा। सेक्टर दंडाधिकारी विशेष रूप से कमजोर वर्गों के टोले, मुहल्लों के मतदाताओं की पहचान एवं
आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन के मामले में ध्यान केन्द्रित करेंगे एवं संबंधित थानाध्यक्ष से विमर्श कर प्रतिवेदन अपने-अपने निर्वाची पदाधिकारी एवं संबंधित अनुमंडल पदाधिकारी को समर्पित करेंगे।

चुनाव के दौरान अनुमंडल पदाधिकारी द्वारा प्राप्त प्रतिवेदन पर नियमानुसार कार्रवाई करते हुए उसी दिन अपना प्रतिवेदन विधि व्यवस्था कोषांग एवं जिला पंचायत कार्यालय को भेजने का निर्देश दिया गया है. चुनाव के दौरान सभी सेक्टर दंडाधिकारी, पुलिस पदाधिकारी
मतदान समाप्ति तक अपने-अपने क्षेत्रों में कार्यरत रहने एवं अपने कार्यों में निष्पक्षता एवं पारदर्शिता बरतने का निर्देश दिया गया है। वही सेक्टर पदाधिकारी को अपने सेक्टर क्षेत्र के अन्तर्गत पड़ने वाले सभी मतदान केन्द्रों का भ्रमण करेंगे और इसके फलाफल से वे
तत्काल संबंधित निर्वाची पदाधिकारी, व्यवस्था कोषांग (जिला गोपनीय शाखा) को भी अवगत कराने का निर्देश दिया गया है।

शराबबंदी पर सर्वदलीय बैठक जरूरी, नगरपालिका से लेकर एमएलए एमपी का चुनाव बिना शराब के नही होता: पप्पू यादव

Mashrakh: सारण के मशरक में जहरीली शराब का सेवन करने वाले मृतकों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है. एक एक करके जिले के लगभग 4 प्रखंडों में सबसे ज्यादा मौत मशरक में हुई है.

गुरुवार की संध्या जाप सुप्रीमों पप्पू यादव मशरक पहुंचे. इस दौरान उन्होंने मृतक के परिजनों से मुलाकात की. श्री यादव ने मशरक के बहरौली सहित अन्य गांवों में जाकर पीड़ित परिवार का दर्द बांटा. इस दौरान उन्होंने मशरक में कहा कि राज्य में कोई चुनाव बिना शराब के नही होती है. नगरपालिका से लेकर लोकसभा तक के चुनाव में शराब को बांटा जाता है. मशरक में जहरीली शराब पीने से हुई मौत पर श्री यादव ने दुख जताया. उन्होंने कहा कि शराबबंदी को लेकर राज्य में सर्वदलीय बैठक होनी चाहिए.

शराबबंदी के नियमों की समीक्षा जरूरी है. सर्वदलीय बैठक से मूल चूक बदलाव को करने की जरूरत है. आज युवाओं के हाथ में शराब के बदले ड्रग्स है. शराब बंदी का विरोध सब कर रहे है लेकिन इसके नियमों में बदलाव करने की जरूरत है. जहरीली शराब के सेवन के बाद ऐसी घटनाए दुखद है ऐसी स्थिति पर रोक लग चाहिए.

सारण में जहरीली शराब का सेवन करने से 38 की मौत, दो दर्जन के करीब अस्पताल में भर्ती

Chhapra: सारण जिले में एक बार फिर से ज़हरीली शराब पीने से लोगों की मौत हुई है. इसबार जिले के इसुआपुर, मसरख, अमनौर और मढ़ौरा में लोगों की मौत हुई है. वही दो दर्जन लोग इलाजरत है. हालांकि स्थानीय लोगों के अनुसार मौत का अकड़ा ज्यादा है. इलाज के पहले ही बहुत से लोगों की मौत हो गई है जिसकी वास्तविक जानकारी नहीं लग पा रही है.

सदर अस्पताल से मिली जानकारी के अनुसार अबतक 10 लोगों की मौत हो चुकी है. जिनमे इसुआपुर और मशरख के लोग शामिल है.