मौसम की पहले ही बारिश में प्रभुनाथ नगर के हर गली सड़क और खाली जगह पर जल जमाव की समस्या हो गई है । ऐसा केवल इस वर्ष ही नहीं हुआ है पिछले डेढ दो दशकों से हर बरसात तीन-चार महीना तक नागरिक जल जमाव की समस्या को झेलते हैं। प्रभुनाथ नगर प्रमंडल का सबसे व्यवस्थित और बिहार राज्य आवास बोर्ड द्वारा एक सुनियोजित योजना अंतर्गत बसाया गया मोहल्ला है । इस वर्ष मौसम मानसून थोड़ा विलंब से आया । जून , जुलाई और अगस्त के तीन सप्ताहों तक बारिश कम हुई । ऐसा लग रहा था सूखे की स्थिति बन जाएगी । पर अगस्त माह के अंतिम सप्ताह में दो-तीन दिनों तक रुक-रुक कर वर्षा हुई और प्रभुनाथ नगर शक्तिनगर ,उमानगर और आसपास की बसावटो में घुटने भर पानी भर गया है । जीवन की स्थितियां नारकीय हो गई हैं । हाट बाजार जाने के लिए नागरिक हाफ पैंट पहन कर घर से निकलते हैं और सुखी सड़क आने पर उसे बदलकर पुनः पैंट या पजामा पहनकर आगे बढ़ते हैं।

मानव निर्मित है यह समस्या

जल जमाव की यह समस्या प्राकृतिक नहीं बल्कि मानव निर्मित है। इसमें नागरिकों की नई बसावटों के साथ-साथ जिला प्रशासन के विभिन्न विभागों का और असंवेदनशील और लक्ष्यहीन कार्यक्रम भी जिम्मेदार है । विदित हो कि छपरा नगर की भौगोलिक बनावट ऊंट के पीठ की तरह है । भग्गी साह की दुकान से पूर्व से पश्चिम की तरफ एक लंबी रेखा में यह भाग ऊंट की पीठ की तरह ऊंचा है । बरसात का पानी और शहर का मल जल दो दिशाओं में निस्तारित होता है । दक्षिणी ढलान से उतरता पानी सरयू या गंगा नदी की ओर बहता है और उसमें प्रवाहित होता है। उत्तरी ढलान से बहता बरसात का पानी और बसावट का मल जल रेलवे लाइन के विभिन्न स्थानों पर स्थित पांच पुलियों से पार कर दहियावां बिनटोलिया चंवर और पूर्व की ओर रामनगर बसाढ़ी चंवर में निस्तारित होता है।
पर जल के प्राकृतिक प्रवाह के मार्गों को साधनापुरी जगदम कॉलेज सड़क, साढ़ा बस स्टैंड तथा कचहरी स्टेशन से पूर्व ईदगाह नाला आदि वाले भागों को कूड़ा करकट फेंक कर या अनधिकृत निर्माण कर बंद कर दिया गया है । फिर उससे आगे चंवर में जाने वाले तीन प्राकृतिक जल प्रवाह पथों को अनधिकृत रूप से निर्माण कर निजी कॉलोनियां बस गई हैं । साढ़ा बस स्टैंड के पास वाले जल मार्ग को तो जिला परिषद की ओर से कूड़ा फेंक कर अवरुद्ध कर दिया गया है। अब स्थिति यह है कि शहर के उत्तरी ढलान समस्त पानी और घरों का मल जल आदि प्रभुनाथनगर , शक्ति नगर ,उमा नगर वाले मोहल्ले में जमा होता है और उसके आगे नहीं नह पाता है । और इसी तरह सूरज के ताप से सूखने के बाद ही नागरिकों को छठ पर्व के आसपास नवंबर माह में राहत मिलती है।

ग्रीन ट्रिब्यूनल के आदेश का भी प्रशासन पर प्रभाव नहीं

भूतपूर्व सैन्य पदाधिकारियो की समाजसेवी संस्था वेटरंस फोरम के सचिव डॉक्टर बीएनपी सिंह ने नागरिकों के अनुरोध पर इस समस्या के समाधान के लिए ग्रीन ट्रिब्यूनल की पूर्वी क्षेत्रीय शाखा कोलकाता में एक मूल वाद संख्या 166 / 2022 लाया है । डॉक्टर बीएनपी सिंह ने प्रभुनाथ नगर ,उमानगर , शक्तिनगर की समस्या को शहर के खनुआ नाला से जोड़ते हुए न्यायाधिकरण को सूचित किया कि शहर का समस्त पानी रेल लाइन के इस पार उपरोक्त मोहल्ले में आता है और आगे प्रवाह मार्ग अतिक्रमित होने के कारण इन मुहल्लों में जमा हो जाता है । उन्होंने जल अधिनियम 1974 के अनुसार प्राकृतिक जल प्रवाह के मार्ग को अतिक्रमण मुक्तकर उसके प्रवाह को सुनिश्चित कराए जाने का आग्रह किया और अपने पक्ष में इस भाग के राजस्व नक्शे को भी उपस्थापित किया । प्रमुख प्रतिवादी राज्य प्रदूषण नियंत्रण परिषद एवं जिला परिषद ने भी मौके का निरीक्षण कर अतिक्रमण की बात को स्वीकार किया तथा उन्हें शीघ्र मुक्त करने का शपथ पत्र भी दायर किया । जिला परिषद द्वारा हलफनामे में कहा गया की कार्य की विभागीय अनुमति प्राप्त हो गई है और धनराशि भी आवंटित हो गई है । शीघ्र ही टांडी के अतिथि बिहार विवाह भवन से लेकर जयशंकर सिंह व बीके सिंह के घर तक नाले को अतिक्रमण मुक्त कर सीमेंट का बॉक्स नाला बनाया जाएगा।
माननीय ग्रीन ट्रिब्यूनल की बेंच ने उनके शपथ पत्र के आधार पर बरसात के पहले किसी भी हाल में 31 मई तक निर्माण पूरा कर कार्य संपन्न होने का प्रतिवेदन शपथ पत्र के साथ सौंपने का आदेश 22 मार्च 2023 को दिया । पर प्रशासनिक अकर्मण्यता की पराकाष्ठा यह है कि अब तक ना तो बंद कच्चे नाले का अवरोध हटाया गया और ना ही कोई निर्माण कार्य प्रारंभ किया गया है।

नमामि गंगे का आधा अधूरा कार्य

नमामि गंगे के परियोजना के अधीन भी कई तरह के पाइप बिछाए जाने हैं । इसके अनुसार शहर के साथ-साथ टांडी रोड के बीच सड़क को भी कोड कर कुछ ही दूरी तक पाइप बिछाया गया। योजनानुसार साढ़ा बस स्टैंड के पास एक संप हाउस बनाकर वहां नाली की पानियों को संग्रहित कर उसके शोधन के लिए तेलपा की ओर मुख्य केंद्र पर भेजा जाना है । पर, कोढ़ में खाज की तरह यह परियोजना सड़कों को कोड़ कर स्थिति को और भी नारकीय बनाने में सहयोग कर रही है । यह कार्य भी अधूरा है ।
ऐसे ऐसे में मोहल्ले के सामाजिक कार्यकर्ता सुमित कुमार सिंह सहित अन्य नागरिक उद्वेलित और आंदोलनरत हैं और छपरा पटना मुख्य सड़क मार्ग को अवरुद्ध करने की तथा प्रदर्शन करने की तैयारी कर रहे हैं ताकि स्थानीय प्रशासन को नागरिकों के कष्टों से अवगत किया जा सके ।
खनुआ नाला , प्रभुनाथ नगर उन्नयन समिति के अध्यक्ष प्रोफेसर पृथ्वीराज सिंह ,अधिवक्ता शिशिर कुमार सिन्हा, जन सुराज से जुड़े समाजसेवी अजीत कुमार सिंह ने इस प्रशासनिक कुव्यवस्था और संवेदनशीलता को आपराधिक बताते हुए इसे माननीय ग्रीन ट्रिब्यूनल के आदेश का खुला अवहेलना बताया है और उन्होंने अगले माह माननीय ग्रीन ट्रिब्यूनल में एक अवमाननावद लाने का संकल्प लिया है ।

नई दिल्ली, 28 अगस्त (हि.स.)। चंद्र अभियान की सफलता के बाद भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) सूरज का अध्ययन करने के लिए दो सितंबर को ‘आदित्य-एल1’ सूर्य मिशन को लॉन्च करेगा। इसरो ने एक्स पर जानकारी साझा करते हुए बताया कि आदित्य एल-1 दो सितंबर को 11 बजकर 50 मिनट पर श्रीहरिकोटा से लॉन्च किया जाएगा। आदित्य एल वन सूर्य का अध्ययन करने वाली पहली अंतरिक्ष-आधारित भारतीय वेधशाला है।

आदित्य एल वन की लॉन्चिंग आम नागरिक भी देख सकेंगे। इसरो ने श्रीहरिकोटा में लॉन्च व्यू गैलरी से लॉन्चिंग देखने के लिए लोगों को आमंत्रित भी किया है। इसके लिए लोग lvg.shar.gov.in/VSCREGISTRATIO…पर पंजीकरण कर सकते हैं।

उल्लेखनीय है कि ‘आदित्य-एल 1’ सूर्य के अवलोकन के लिए पहला समर्पित भारतीय अंतरिक्ष मिशन होगा, जिससे अंतरिक्ष एजेंसी इसरो द्वारा प्रक्षेपित किया जाएगा। आदित्य-एल1 मिशन का उद्देश्य एल1 (सूर्य-पृथ्वी लाग्रेंज बिंदु) के चारों ओर की कक्षा से सूर्य का अध्ययन करना है। यह अंतरिक्ष यान सात पेलोड लेकर जाएगा। अंतरिक्ष यान को सौर कोरोना (सूर्य की सबसे बाहरी परतों) के दूरस्थ अवलोकन और एल1 (सूर्य-पृथ्वी लाग्रेंज बिंदु) पर सौर हवा के यथास्थिति अवलोकन के लिए बनाया गया है। एल1 पृथ्वी से करीब 15 लाख किलोमीटर दूर है।

नई दिल्ली, 28 अगस्त (हि.स.)। चंद्रयान-3 मिशन को लेकर एक अपडेट सामने आया है। सोमवार को भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने एक्स पर जानकारी साझा की है कि 27 अगस्त को रोवर को अपने स्थान से 3 मीटर आगे स्थित 4 मीटर व्यास वाला गड्ढा मिला। रोवर को पथ पर वापस जाने का आदेश दिया गया। यह अब सुरक्षित रूप से एक नए रास्ते पर आगे बढ़ रहा है।

इससे पहले रविवार को विक्रम लैंडर में लगे पेलोड ने चंद्रमा की सतह पर तापमान की जानकारी दी थी। चांद के दक्षिणी ध्रुव में अब प्रज्ञान ने खुदाई शुरू कर दी है। इस दौरान तापमान में बाहर और सतह के नीचे काफी अंतर देखने को मिला है, जिससे वैज्ञानिक हैरान हैं। चंद्रमा का तापमान 70 डिग्री सेल्सियस है लेकिन सतह से 10 सेंटीमीटर के अंदर यह 50 डिग्री सेल्सियस है।

 

 

रांची, 28 अगस्त (हि. स.)। चारा घोटाले के कांड संख्या (आरसी 48ए/96) डोरंडा कोषागार मामले में सोमवार को सीबीआई के विशेष न्यायाधीश विशाल श्रीवास्तव की कोर्ट ने फैसला सुना दिया है। अवैध निकासी मामले में कुल 124 आरोपितों में से 53 को तीन साल एवं तीन साल से कम की सजा हुई है, जबकि 35 आरोपितों को बरी कर दिया गया है। साथ ही 36 आरोपितों की सजा के बिंदू पर एक सितम्बर को सुनवाई होगी।

कोर्ट ने जिन 35 लोगों को बरी किया है उनमें त्रिवेणी पासवान, जितेन्द्र कुमार श्रीवास्तव, चंद्र किशोर लाल, कामेश्वर प्रसाद यादव, मनोज कुमार सिन्हा, रमन कुमार सिन्हा, उमाशंकर यादव, ओम प्रकाश सिन्हा, चंद्रशेखर सिन्हा, अजय कुमार सिंह, वेंक्टेश्वर नाथ पांडेय, रामसेवक साहू, दीनानाथ सहाय, साकेत बिहारी लाल, हरीश कुमार खन्ना, कैलाश मणी कश्यप, बलदेव साहू, सिद्धार्थ कुमार, निर्मला प्रसाद, कुमार अनिता प्रसाद, मो एकराम, मो हुसैन, मो सनवाल हक,सैरु निशा, चंचेला सिन्हा, ज्योति कक्कड़, सरस्वती देवी, राम अवतार शर्मा, रिमा, अपॉनिता कुंडू और मधु पाठक शामिल है।

इन 36 आरोपितों की सजा पर एक सितम्बर को सुनवाई
नियानंद कुमार सिंह, डॉ जुनुल भेंगराज, डॉ कृष्ण मोहन प्रसाद, डॉ राधा रमण सहाय, डॉ गौरी शंकर प्रसाद, डॉ रविन्द्र कुमार सिंह, डॉ फणीन्द्र कुमार त्रिपाठी, महेन्द्र प्रसाद, देवेन्द्र प्रसाद श्रीवास्तव, अशोक कुमार यादव, रामनंदन सिंह, बृजेश्वरी प्रसाद सिन्हा, अजय कुमार सन्हा, राजन मेहता, रवि नंदन कुमार सिन्हा, राजेन्द्र कुमार हरित, अनिल कुमार, त्रिपाठी मोहन प्रसाद, दयानंद प्रसाद कश्यप, शरद कुमार, सुरेश दूबे, मो सईद, मो मौहिद, संजय कुमार, रामा शंकर सिंह, उमेश दूबे, अरुण कुमार वर्मा, अजीत कुमार वर्मा, सुशील कुमार सिन्हा, जगमोहन लाल कक्कड़, श्याम नंदन सिन्हा, मोहिन्द्रर सिंह बेदी, प्रदीप कुमार चौधरी, सत्येन्द्र कुमार मेहता, मदन मोहन पाठक, प्रदीप कुमार।

इन 53 आरोपितों को हुई सजा
डॉ रामेश्वर प्रसाद सिंह, डॉ मनोज कुमार, डॉ अनिल, डॉ कमल किशोर सिंह, डॉ हीरा लाल, डॉ विनोद कुमार, डॉ वीजेन्द्र कुमार, डॉ धनंजय कुमार, डॉ अनिल कुमार, डॉ विजय शंकर सिंह, परमेश्वर प्रसाद यादव, रविन्द्र कुमार मेहरा, अजय वर्मा, सुनील कुमार सिन्हा, सुधीर कुमार सिन्हा, अजय कुमार सिंह, नरेश प्रसाद, गणेश दूबे, अनंत मुरारी सिंह, मनीष कुमार, विनय कपूर, शोभा सिंह, दीपक कुमार सिंह, महेन्द्र कुमार सिंह, समीर कुमार, सुरेन्द्र कुमार राय, जॉली श्रीवास्तव, सुधीर कुमार शरण, जगदीश प्रसाद साहू, मुन्नी राय, अनिल कुमार सिन्हा, सूरज गांधी, रविनद्र प्रसाद, नंद्र किशोर अग्रवाल, दयाल मिधा, श्याम सुंदर शर्मा, मंजू बाला जयसवाल, रंजीत सिन्हा, सरस्वती चंद्रा, सुलेखा देवी, जीतेन्द्र प्रसाद सिंह, प्रदीप कुमार चौधरी, शुभाशीष देव, राजीव कुमार, नंद किशोर प्रसाद, सुधा सिंह, राजेश मेहरा, मनोज कुमार, दीपक कुमार महाजन, सतीश कुमार, सुजीत कुमार, सूरज मल दूबे, गुलशन लाल आजमानी।

यह मामला 36 करोड़ 59 लाख रुपये की अवैध निकासी से जुड़ा है। डोरंडा कोषागार से यह अवैध निकासी वर्ष 1990-91 एवं 1994-95 के दौरान फर्जी आवंटन पत्र के आधार पर की गई थी। डोरंडा कोषागार मामले में 27 साल चली सुनवाई के दौरान सीबीआई के विशेष लोक अभियोजक रविशंकर ने इस मामले में कुल 616 गवाहों का बयान दर्ज कराया है।

नई दिल्ली, 28 अगस्त (हि.स.)। केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. मनसुख मांडविया ने एम्स के उन सभी डॉक्टरों को बधाई दी है, जिन्होंने उड़ान के दौरान आपात स्थिति में एक बच्ची का जीवन बचाया। उन्होंने डॉक्टरों की टीम को बधाई देते हुए कहा कि आपके प्रेरक कार्य ने दिखाया है कि डॉक्टरों को पृथ्वी पर भगवान का दूसरा रूप क्यों कहा जाता है। उन्होंने बच्ची के अच्छे स्वास्थ्य और शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना की।
दरअसल, रविवार को विस्तारा की यूके-814 फ्लाइट दिल्ली के लिए उड़ी। विमान में दो साल की एक बच्ची की अचानक हालत बिगड़ गई और वे बेहोश हो गई। इतना ही नहीं उस वक्त बच्ची के हाथ पैर ठंडे पड़ गए और उसकी नब्ज भी थम गई थी। विमान में इमरजेंसी कॉल की घोषणा हुई। इमरजेंसी कॉल के बाद फ्लाइट में मौजूद एम्स के पांच डॉक्टर मदद के लिए आगे आए।

एम्स दिल्ली ने अपने आधिकारिक एक्स हैंडल पर बच्चे और अन्य की तस्वीरें साझा की हैं। एम्स ने लिखा, आज शाम आईएसवीआईआर से बेंगलुरु से दिल्ली की उड़ान भरते समय विस्तारा एयरलाइन की उड़ान यूके-814 में एक संकट कॉल की घोषणा की गई। दो साल की एक बच्ची का इंट्राकार्डियक मरम्मत के लिए ऑपरेशन किया गया था, जो अचानक बेहोश हो गई थी और सियानोसिस से ग्रस्त थी। तुरंत बच्चे की जांच की गई। उसकी नाड़ी गायब थी, हाथ-पैर ठंडे थे, बच्ची सांस नहीं ले रही थी और उसके होंठ और उंगलियां पीले हो गए थे। 45 मिनट के उपचार के बाद बच्ची को नागपुर अस्पताल में ले जाया गया, जहां उसकी हालत स्थिर बताई जा रही है।

दिल्ली एम्स के ये पांच डॉक्टर डॉ नवदीप कौर- एसआर एनेस्थीसिया, डॉ. दमनदीप सिंह- एसआर कार्डियक रेडियोलॉजी, डॉ. ऋषभ जैन- पूर्व एसआर एम्स रेडियोलॉजी, डॉ. ओइशिका- एसआर ओबीजी, डॉ. अविचला टैक्सक- एसआर कार्डियक रेडियोलॉजी ने देवदूत बनकर बच्ची की जान बचाई।

देवी स्थानों पर गमाला पूजन का हुआ आयोजन

Chhapra: सावन की अंतिम सोमवारी को लेकर एक और जहां शहर से लेकर गांव तक शिवालयों में जलाभिषेक को लेकर भक्तों की भीड़ जुटी रही, वहीं दूसरी ओर ग्रामीण क्षेत्र के देवी मंदिरों में गमाला पूजन का आयोजन किया गया.

गमाला पूजा को लेकर सुबह से ही गांव के देवी स्थान पर भक्तों की भीड़ जुटनी शुरू हो चुकी थी, जैसे-जैसे दिन बढ़ता गया भक्तों की भीड़ जुटने लगी.

जिले के लगभग सभी देवी स्थान पर इस पूजन का आयोजन किया गया, जिसमे शहर में रहने वाले लोगों ने भी अपनी उपस्थिति दिखाई.

गमाला पूजा देवी स्थान पर आयोजित की जाती है जिसमे प्रत्येक घर से माता की पूजा देवी स्थानों पर की जाती है. भक्तों ने पूजा करते हुए सुख, शांति एवं समृद्धि की कामना की. इस अवसर पर स्थानीय लोगों द्वारा पारंपरिक देवी गीत भी गया गया. जिसमें लोगों ने भाग लिया.

ग्रामीण क्षेत्रों में गमला पूजा को पूरे जोश एवं उत्साह के साथ मनाया गया.

मतदान केन्द्रों के युक्तिकरण के लिए प्राप्त आपत्तियों पर हुआ विमर्श

Chhapra: मतदान केन्द्रो के युक्तिकरण के क्रम में मतदान केन्द्रों के प्रारूप सूची के संबंध में जिला निर्वाचन पदाधिकारी-सह-जिला पदाधिकारी अमन समीर की अध्यक्षता में सांसद, विधायक एवं मान्यता प्राप्त सभी राजनीतिक दलों के अध्यक्ष/प्रतिनिधियों के साथ विचार विमर्श हेतु बैठक आज दिनांक 28 अगस्त 2023 को समाहरणालय सभागार में आहूत की गई।

बैठक को सम्बोधित करते हुए जिला निर्वाचन पदाधिकारी ने बताया कि निर्वाचन आयोग इस बात पर जोर देता है कि मतदान केन्द्रों को यथा व्यवहार्य स्थायी रूप से स्थित होना चाहिए। ताकि निर्वाचकों को हमेशा यह ज्ञात हो कि उन्हें सभी निर्वाचकों के लिए अपने मत डालने कहाँ जाना है। उन्हें उनके मतदान केन्द्रों के स्थान में बार-बार परिवर्तनों से भ्रम न हो। निर्वाचन आयोग ने एक मतदान केन्द्र के लिए मतदाताओं की अधिकतम सीमा 1500 निर्धारित की है। 1500 से अधिक निर्वाचक की स्थिति में सर्वप्रथम आस-पास के मतदान केन्द्रों के बीच निर्वाचकों का स्थानांतरण किया जाना है। यदि ये नियमानुकूल न हो तो नये मतदान केन्द्र का गठन यथा संभव उसी भवन में किया जाना है।

जिला निर्वाचन पदाधिकारी ने बताया कि मतदान केन्द्र यथा संभव सरकारी भवन में बनाया जाना है। जानकारी दी गई कि मतदान केन्द्र ग्राउण्ड फ्लोर पर होना चाहिए। मतदान केन्द्र की 200 मीटर की परिधि के भीतर किसी राजनीतिक दल का कार्यालय नहीं होना चाहिए। किसी मतदान केन्द्र को पुलिस थानों, अस्पतालों, मंदिर, मस्जिद इत्यादि में अवस्थित नहीं होना चाहिए। जिले में पूर्व से मतदान केन्द्रों की संख्या-3015 है। 1500 से अधिक मतदाता होने के कारण कुल 14 नये मतदान केन्द्र बनाने का प्रस्ताव है। पूर्व अनुमोदित मतदान केन्द्रों के ध्वस्त होने / जर्जर होने / चलन्त मतदान केन्द्र क्षेत्र में सरकारी भवन बन जाने के कारण 27 भवन परिर्वतन का प्रस्ताव है। मतदान केन्द्रों की प्रारूप सूची पर दावा / आपत्ति ,आम निर्वाचक / राजनीतिक दलों के द्वारा विवरण के साथ दिनांक 19.08.2023 तक जिला निर्वाचन कार्यालय में दिया गया था।

वर्तमान में विधान सभावार युक्तिकरण के पश्चात प्रस्तावित नये मतदान केन्द्रों की संख्या 113-एकमा विधान सभा क्षेत्र में 02, 114-माँझी विधान सभा क्षेत्र में 01, 116-तरैया विधान सभा क्षेत्र में 01, 117- मढ़ौरा विधान सभा क्षेत्र में 04, 119- गड़खा (अ०जा० ) विधान सभा क्षेत्र में 02, 120-अमनौर विधान सभा क्षेत्र में 04 होने की जानकारी दी गयी।

उप निर्वाचन पदाधिकारी सारण के द्वारा बताया गया कि 19 अगस्त 2023 तक सभी प्राप्त दावा एवं आपत्ति पर संबंधित विधानसभा के निर्वाची पदाधिकारी के द्वारा जांच की गई। इस संदर्भ में विमर्श के दौरान कुछ मामलों पर पुनः जांच कराने का अनुरोध जिला निर्वाचन पदाधिकारी सारण से सांसद सारण एवं विभिन्न विधानसभा क्षेत्र के विधायक गणों के द्वारा किया गया।

अनुरोध को स्वीकार करते हुए जिला निर्वाचन पदाधिकारी सारण ने पुनः जांच कर प्रतिवेदन संबंधित विधानसभा के निर्वाची अधिकारी को देने का निर्देश दिया। जांचोंपरांत अंतिम रूप से प्रस्ताव भेजने हेतु जिला निर्वाचन पदाधिकारी-सह-जिला पदाधिकारी सारण से अनुरोध किया गया। प्रस्ताव मुख्य निर्वाचन कार्यालय पटना भेजा जाएगा।

बैठक में पुलिस अधीक्षक सारण, डॉ गौरव मंगला, उप विकास आयुक्त सारण प्रियंका रानी, सहायक समाहर्ता सारण सुश्री श्रेया श्री, सभी विधान सभा क्षेत्र के माननीय विधायकगण / प्रतिनिधिगण, मान्यता प्राप्त राजनीतिक दलों के अध्यक्ष/प्रतिनिधि गण एवं सभी विधान सभा क्षेत्र के निर्वाची पदाधिकारी,उप निर्वाचन पदाधिकारी सारण उपस्थित थे।

एससी एसटी अत्याचार निवारण के तहत गठित जिला स्तरीय सतर्कता एवं अनुश्रवण समिति की बैठक अयोजित

Chhapra: जिला पदाधिकारी अमन समीर की अध्यक्षता में अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति अत्याचार निवारण अधिनियम-1989 के तहत गठित जिला स्तरीय सतर्कता एवं अनुश्रवण समिति की बैठक समाहरणालय सभागार में आहूत की गई। बैठक में जिला पदाधिकारी के द्वारा निर्देश दिया गया कि अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति अत्याचार निवारण अधिनियम- 1989 के तहत जिला में अब तक जितने भी कांड परिलक्षित हुए हैं, उनसे संबंधित बकाया मुआवजा की राशि अविलंब संबंधित लाभुकों को अथवा उनके परिजनों को उपलब्ध करवावें।

इस संबंध में किसी भी प्रकार की कोताही करने पर कठोर अनुशासनिक कार्रवाई करने की चेतावनी दी गई।

बैठक में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए जुड़े जिला के सभी थानों के प्रभारी को लंबित कांडों को त्वरित गति से निष्पादित करने का निर्देश पुलिस अधीक्षक सारण के द्वारा दिया गया।

जिला पदाधिकारी के द्वारा न्यायालय से इस संबंध में दोषी आरोपियों को स्पीडी ट्रायल के जरिए कड़ी से कड़ी सजा दिलवाने हेतु बैठक में उपस्थित लोक अभियोजक को कहा गया।

बैठक में पुलिस अधीक्षक सारण डॉ गौरव मंगला, जिला कल्याण पदाधिकारी सारण एवं जिला स्तरीय सतर्कता एवं अनुश्रवण समिति के सदस्य गण उपस्थित थे।

Chhapra:भगवान शिव के प्रिय मास सावन की अंतिम सोमवारी पर जिले भर के शिवालयों में शिव भक्तों की भीड़ उमड़ पड़ी। सुबह से ही  सभी शिवालयों में शिव भक्तों के पहुंचने का सिलसिला शुरू हो गया था। खासकर महिलाओं में पूजा अर्चना को लेकर काफी उत्साह देखा गया। शहर समेत ग्रामीण क्षेत्र के शिवालयों में दिन भर शिव भक्तों का तांता लगा रहा।

इस दौरान महिला और पुरुष श्रद्धालुओं ने शिवालय पहुंचकर भगवान भोलेनाथ पर फल, फूल, नैवेद्ध, भांग, धतूरा, बेलपत्र आदि चढ़कर पूजा अर्चना किया। इसके साथ ही श्रद्धालु पूजा कर शिवलिंग पर जलाभिषेक कर भक्ति में लीन दिखे। पूजन को लेकर नगर के बूढ़ानाथ मंदिर, शिव शक्ति मंदिर, भूतनाथ मंदिर, मनसकामना नाथ मंदिर के अलावा सभी शिवालयों में शिव भक्तों का तांता लगा रहा।

बाबा को जल अर्पण करने को लंबी कतार दिखी। अंतिम सोमवारी को शिव भक्तों की उत्साह भी काफी देखी गई। हर शिवालयों आकर्षक ढंग से सजाया गया था। शिव भक्तों की सुरक्षा में महिला और पुरुष पुलिस बल हर शिवालयों और चौक चौराहे तैनात दिखे ।

Chhapra: रेलवे प्रशासन द्वारा परिचालनिक सुविधा हेतु उत्तर रेलवे के वाराणसी जं. यार्ड के रिमॉडलिंग कार्य के परिप्रेक्ष्य में प्री नॉन इण्टरलॉक/नॉन इण्टरलॉकिंग कार्य के कारण निम्नलिखित गाड़ियों का निरस्तीकरण एवं शार्ट ओरिजिनेशन/शार्ट टर्मिनेशन किया जायेगा।
निरस्तीकरण-
– कोलकाता से 31 अगस्त, 07, 14, 21, 28 सितम्बर, 05 एवं 12 अक्टूबर, 2023 को चलने वाली 22323 कोलकाता-गाजीपुर सिटी एक्सप्रेस निरस्त रहेगी।
– गाजीपुर सिटी से 01, 08, 15, 22, 29 सितम्बर, 06 एवं 13 अक्टूबर, 2023 को चलने वाली 22324 गाजीपुर सिटी-कोलकाता एक्सप्रेस निरस्त रहेगी।
– बनारस से 01 सितम्बर से 15 अक्टूबर, 2023 तक चलने वाली 01748 बनारस-भटनी अनारक्षित गाड़ी निरस्त रहेगी।
– भटनी से 01 सितम्बर से 15 अक्टूबर, 2023 तक चलने वाली 01747 भटनी-बनारस अनारक्षित गाड़ी निरस्त रहेगी।
– गाजीपुर सिटी से 01 सितम्बर से 15 अक्टूबर, 2023 तक चलने वाली 05437 गाजीपुर सिटी-प्रयागराज संगम अनारक्षित गाड़ी निरस्त रहेगी।
– प्रयागराज संगम से 01 सितम्बर से 15 अक्टूबर, 2023 तक चलने वाली 05438 प्रयागराज संगम-गाजीपुर सिटी अनारक्षित गाड़ी निरस्त रहेगी।
– बरौनी से 11, 14, 18, 21, 25, 28 सितम्बर, 02, 05, 09, 12 एवं 16 अक्टूबर, 2023 को चलने वाली 14523 बरौनी-अम्बाला कैण्ट एक्सप्रेस निरस्त रहेगी।
– अम्बाला कैण्ट से 09, 12, 16, 19, 23, 26, 30 सितम्बर, 03, 07, 10 एवं 14 अक्टूबर, 2023 को चलने वाली 14524 अम्बाला कैण्ट-बरौनी एक्सप्रेस निरस्त रहेगी।
– शालीमार से 12, 19, 26 सितम्बर, 03 एवं 10 अक्टूबर, 2023 को चलने वाली 15021 शालीमार-गोरखपुर एक्सप्रेस निरस्त रहेगी।
– गोरखपुर से 11, 18, 25 सितम्बर, 02 एवं 09 अक्टूबर, 2023 को चलने वाली 15022 गोरखपुर-शालीमार एक्सप्रेस निरस्त रहेगी।
– बरौनी से 11 सितम्बर से 15 अक्टूबर, 2023 तक चलने वाली 15231 बरौनी-गोंडिया एक्सप्रेस निरस्त रहेगी।
– गोंडिया से 12 सितम्बर से 16 अक्टूबर, 2023 तक चलने वाली 15232 गोंडिया-बरौनी एक्सप्रेस निरस्त रहेगी।
– सूरत से 11, 18, 25 सितम्बर, 02 एवं 09 अक्टूबर, 2023 को चलने वाली 09065 सूरत-छपरा क्लोन विशेष गाड़ी निरस्त रहेगी।
– छपरा से 13, 20, 27 सितम्बर, 04 एवं 11 अक्टूबर, 2023 को चलने वाली 09066 छपरा-सूरत क्लोन विशेष गाड़ी निरस्त रहेगी।
– छपरा से 20 सितम्बर से 15 अक्टूबर, 2023 तक चलने वाली 15053 छपरा-लखनऊ जं. एक्सप्रेस निरस्त रहेगी।
– लखनऊ जं. से 19 सितम्बर से 14 अक्टूबर, 2023 तक चलने वाली 15054 लखनऊ जं.-छपरा एक्सप्रेस निरस्त रहेगी।
– सम्बलपुर से 20, 24, 27 सितम्बर, 01, 04, 08 एवं 11 अक्टूबर, 2023 को चलने वाली 18311 सम्बलपुर-बनारस एक्सप्रेस निरस्त रहेगी।
– बनारस से 21, 25, 28 सितम्बर, 02, 05, 09 एवं 12 अक्टूबर, 2023 को चलने वाली 18312 बनारस-सम्बलपुर एक्सप्रेस निरस्त रहेगी।
– राँची से 19, 21, 22, 23, 25, 26, 28, 29, 30 सितम्बर, 02, 03, 05, 06, 07, 09, 10, 12, 13 एवं 14 अक्टूबर, 2023 को चलने वाली 18611 राँची-बनारस एक्सप्रेस निरस्त रहेगी।
– बनारस से 20, 22, 23, 24, 26, 27, 29, 30 सितम्बर, 01, 03, 04, 06, 07, 08, 10, 11, 13, 14 एवं 15 अक्टूबर, 2023 को चलने वाली 18612 बनारस-राँची एक्सप्रेस निरस्त रहेगी।
– अहमदाबाद से 24 सितम्बर, 01 एवं 08 अक्टूबर, 2023 को चलने वाली 19421 अहमदाबाद-पटना एक्सप्रेस निरस्त रहेगी।
– पटना से 26 सितम्बर, 03 एवं 10 अक्टूबर, 2023 को चलने वाली 19422 पटना-अहमदाबाद एक्सप्रेस निरस्त रहेगी।
– उदयपुर सिटी से 20, 27 सितम्बर, 04 एवं 11 अक्टूबर, 2023 को चलने वाली 19669 उदयपुर सिटी-पाटलिपुत्र एक्सप्रेस निरस्त रहेगी।
– पाटलिपुत्र से 22, 29 सितम्बर, 06 एवं 13 अक्टूबर, 2023 को चलने वाली 19670 पाटलिपुत्र-उदयपुर सिटी एक्सप्रेस निरस्त रहेगी।
– हुबली जं. से 22, 29 सितम्बर, 06 एवं 13 अक्टूबर, 2023 को चलने वाली 17323 हुबली जं.-बनारस एक्सप्रेस निरस्त रहेगी।
– बनारस से 24 सितम्बर, 01, 08 एवं 15 अक्टूबर, 2023 को चलने वाली 17324 बनारस-हुबली जं. एक्सप्रेस निरस्त रहेगी।
– बक्सर से 20 सितम्बर से 15 अक्टूबर, 2023 तक चलने वाली 03649 बक्सर-बनारस अनारक्षित विशेष गाड़ी निरस्त रहेगी।
– बनारस से 20 सितम्बर से 15 अक्टूबर, 2023 तक चलने वाली 03650 बनारस-बक्सर अनारक्षित विशेष गाड़ी निरस्त रहेगी।
– दादर से 20, 22, 25, 27, 29 सितम्बर, 02, 04, 06, 09, 11 एवं 13 अक्टूबर, 2023 को चलने वाली 01025 दादर-बलिया विशेष गाड़ी निरस्त रहेगी।
– बलिया से 22, 24, 27, 29 सितम्बर, 01, 04, 06, 08, 11, 13 एवं 15 अक्टूबर, 2023 को चलने वाली 01026 बलिया-दादर विशेष गाड़ी निरस्त रहेगी।
– दादर से 19, 21, 23, 25, 26, 28, 30 सितम्बर, 01, 03, 05, 07, 08, 10, 12 एवं 14 अक्टूबर, 2023 को चलने वाली 01027 दादर-गोरखपुर विशेष गाड़ी निरस्त रहेगी।
– गोरखपुर से 21, 23, 25, 26, 28, 30 सितम्बर, 02, 03, 05, 07, 09, 10, 12, 14 एवं 16 अक्टूबर, 2023 को चलने वाली 01028 गोरखपुर-दादर विशेष गाड़ी निरस्त रहेगी।
– जालना से 20, 27 सितम्बर, 04 एवं 11 अक्टूबर, 2023 को चलने वाली 07651 जालना-छपरा विशेष गाड़ी निरस्त रहेगी।
– छपरा से 22, 29 सितम्बर, 06 एवं 13 अक्टूबर, 2023 को चलने वाली 07652 छपरा-जालना विशेष गाड़ी निरस्त रहेगी।
– बनारस से 21, 28 सितम्बर, 05 एवं 12 अक्टूबर, 2023 को चलने वाली 08587 बनारस-विशाखापट्टनम विशेष गाड़ी निरस्त रहेगी।
– विशाखापट्टनम से 20, 27 सितम्बर, 04 एवं 11 अक्टूबर, 2023 को चलने वाली 08588 विशाखापट्टनम-बनारस विशेष गाड़ी निरस्त रहेगी।
– ओखा से 19, 26 सितम्बर, 03 एवं 10 अक्टूबर, 2023 को चलने वाली 09525 ओखा-नाहरलगुन विशेष गाड़ी निरस्त रहेगी।
– नाहरलगुन से 23, 30 सितम्बर, 07 एवं 14 अक्टूबर, 2023 को चलने वाली 09526 ओखा-नाहरलगुन विशेष गाड़ी निरस्त रहेगी।
– हावड़ा से 06 एवं 13 अक्टूबर, 2023 को चलने वाली 12353 हावड़ा-लालकुआँ एक्सप्रेस निरस्त रहेगी।
– लालकुआँ से 07 एवं 14 अक्टूबर, 2023 को चलने वाली 12354 लालकुआँ-हावड़ा एक्सप्रेस निरस्त रहेगी।
– बनारस से 03 से 06 अक्टूबर, 2023 तक चलने वाली 15107 बनारस-लखनऊ एक्सप्रेस निरस्त रहेगी।
– लखनऊ से 03 से 06 अक्टूबर, 2023 तक चलने वाली 15108 लखनऊ-बनारस एक्सप्रेस निरस्त रहेगी।
– बनारस से 01 से 06 अक्टूबर, 2023 तक चलने वाली 15119 बनारस-देहरादून एक्सप्रेस निरस्त रहेगी।
– देहरादून से 02 से 07 अक्टूबर, 2023 तक चलने वाली 15120 देहरादून-बनारस एक्सप्रेस निरस्त रहेगी।
– बनारस से 01 से 06 अक्टूबर, 2023 तक चलने वाली 15127 बनारस-नई दिल्ली एक्सप्रेस निरस्त रहेगी।
– नई दिल्ली से 02 से 07 अक्टूबर, 2023 तक चलने वाली 15128 नई दिल्ली-बनारस एक्सप्रेस निरस्त रहेगी।
– बनारस से 01 एवं 05 अक्टूबर, 2023 को चलने वाली 22541 बनारस-आनन्द विहार टर्मिनल एक्सप्रेस निरस्त रहेगी।
– आनन्द विहार टर्मिनल से 02 एवं 06 अक्टूबर, 2023 को चलने वाली 22542 आनन्द विहार टर्मिनल-बनारस एक्सप्रेस निरस्त रहेगी।
– बनारस से 03 से 06 अक्टूबर, 2023 तक चलने वाली 05117 बनारस-प्रतापगढ़ अनारक्षित विशेष गाड़ी निरस्त रहेगी।
– प्रतापगढ़ से 03 से 06 अक्टूबर, 2023 तक चलने वाली 05118 प्रतापगढ़-बनारस अनारक्षित विशेष गाड़ी निरस्त रहेगी।
शार्ट ओरिजिनेशन-
– वाराणसी जं. से 20 सितम्बर से 15 अक्टूबर, 2023 तक चलने वाली 14203 वाराणसी जं.-लखनऊ एक्सप्रेस लोहता स्टेशन से चलाई जायेगी।
– वाराणसी सिटी से 20 सितम्बर से 15 अक्टूबर, 2023 तक चलने वाली 14213 वाराणसी सिटी-बहराइज एक्सप्रेस लोहता स्टेशन से चलाई जायेगी।
– वाराणसी सिटी से 11 सितम्बर से 15 अक्टूबर, 2023 तक चलने वाली 14853 वाराणसी सिटी-जोधपुर एक्सप्रेस लखनऊ स्टेशन से चलाई जायेगी।
– वाराणसी सिटी से 11 सितम्बर से 15 अक्टूबर, 2023 तक चलने वाली 14863 वाराणसी सिटी-जोधपुर एक्सप्रेस लखनऊ स्टेशन से चलाई जायेगी।
– वाराणसी सिटी से 11 सितम्बर से 15 अक्टूबर, 2023 तक चलने वाली 14865 वाराणसी सिटी-जोधपुर एक्सप्रेस लखनऊ स्टेशन से चलाई जायेगी।
– वाराणसी जं0 से 20 सितम्बर से 15 अक्टूबर, 2023 तक चलने वाली 22435 वाराणसी जं.-नई दिल्ली वन्दे भारत एक्सप्रेस बनारस स्टेशन से चलाई जायेगी।
– बनारस से 06 अक्टूबर, 2023 को चलने वाली 09184 बनारस-मुम्बई सेण्ट्रल विशेष गाड़ी प्रतापगढ़ स्टेशन से चलाई जायेगी।
शार्ट टर्मिनेशन-
– लखनऊ से 20 सितम्बर से 15 अक्टूबर, 2023 तक चलने वाली 14204 लखनऊ-वाराणसी जं. एक्सप्रेस लोहता स्टेशन पर यात्रा समाप्त करेगी।
– बहराइच से 20 सितम्बर से 15 अक्टूबर, 2023 तक चलने वाली 14214 बहराइज-वाराणसी सिटी एक्सप्रेस लोहता स्टेशन पर यात्रा समाप्त करेगी।
– जोधपुर से 10 सितम्बर से 14 अक्टूबर, 2023 तक चलने वाली 14854 जोधपुर-वाराणसी सिटी एक्सप्रेस लखनऊ स्टेशन पर यात्रा समाप्त करेगी।
– जोधपुर से 10 सितम्बर से 14 अक्टूबर, 2023 तक चलने वाली 14864 जोधपुर-वाराणसी सिटी एक्सप्रेस लखनऊ स्टेशन पर यात्रा समाप्त करेगी।
– जोधपुर से 10 सितम्बर से 14 अक्टूबर, 2023 तक चलने वाली 14866 जोधपुर-वाराणसी सिटी एक्सप्रेस लखनऊ स्टेशन पर यात्रा समाप्त करेगी।
– नई दिल्ली से 20 सितम्बर से 15 अक्टूबर, 2023 तक चलने वाली 22436 नई दिल्ली-वाराणसी जं. वन्दे भारत एक्सप्रेस बनारस स्टेशन पर यात्रा समाप्त करेगी।
– मुम्बई सेण्ट्रल से 04 अक्टूबर, 2023 को चलने वाली 09183 मुम्बई सेण्ट्रल-बनारस विशेष गाड़ी प्रतापगढ़ स्टेशन पर यात्रा समाप्त करेगी।

आज का पंचांग
दिनांक 28/08/2023 सोमवार
श्रावण शुक्लपक्ष द्वादशी
दोपहर 06:22 उपरांत त्रयोदशी
विक्रम सम्वत :2080
नक्षत्र : उतराषाढा
सुबह 02:43 उपरांत पूर्वाषाढ़ (29 अगस्त 23 )
चन्द्र राशि : धनु
सुबह 10:40 उपरांत मकर
सूर्योदय 05:28 सुबह,
सूर्यास्त :06:13 संध्या
चंद्रोदय :04:21 दोपहर
चंद्रास्त :03:05 सुबह ( 29 अगस्त 23 )
लगन : सिह 06:59 सुबह
उपरांत कन्या लगन
ऋतू : वर्षा
चौघडिया,
दिन चौघड़िया:
अमृत :05:28 सुबह 07:03 सुबह
काल :07:03 सुबह 08:39 सुबह,
शुभ :08:39 सुबह 10:15 सुबह ,
रोग :10:15 सुबह11:51 सुबह,
उद्देग :11:51 सुबह 01:27 दोपहर
चर :01:27 दोपहर 03:03 दोपहर,
लाभ :03:03 दोपहर 04:38 संध्या
अमृत :04:38 संध्या 06:14 संध्या
राहुकाल
सुबह 07:04 से 08:39 दोपहर
अभिजित मुहूर्त
सुबह 11:25 से 12:16 दोपहर
दिशाशूल :पूर्व
यात्रा विचार : आज कही यात्रा पर जाने के पहले दर्पण में अपना चेहरा देखकर यात्रा करे  शुभ होगा.

आज का राशिफल

मेष🐐 (चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, अ)
पुराना रोग उभर सकता है। अनहोनी की आशंका रहेगी। मातहतों से कहासुनी हो सकती है। पार्टनरों से मतभेद संभव है।परिवार के साथ संबंधों को बेहतर करने में सहायता मिलेगी। किसी पुराने मित्र से मिलना भी हो सकता हैं जो पुरानी यादों को भी ताजा कर देंगे। सभी से सहयोग प्राप्त होगा तथा मन खुश रहेगा।
लकी नंबर 6 लकी कलर केसरी

वृष🐂 (ई, ऊ, ए, ओ, वा, वी, वू, वे, वो)
घर पर किसी कार्यक्रम का आयोजन हो सकता हैं और ज्यादातर समय उसी में लगा रहेगा। रिश्तेदारों का आना भी लगा रहेगा।घर पर किसी कार्यक्रम का आयोजन हो सकता हैं और ज्यादातर समय उसी में लगा रहेगा। रिश्तेदारों का आना भी लगा रहेगा।
लकी नंबर 4 लकी कलर नीला

मिथुन👫 (का, की, कू, घ, ङ, छ, के, को, हा)
राज्य से प्रसन्नता रहेगी। कोई बड़ा काम हो सकता है। नई योजना बनेगी। नया उपक्रम प्रारंभ हो सकता है। रिश्तों में चल रही गलतफहमियां कम हो जाएगी। यदि समय रहते उन्हें दूर नही किया गया तो रिश्तों में दूरियां बढ़ सकती है। आर्थिक मामलों में सजगता रखने की बहुत आवश्यकता है।
लकी नंबर 8 लकी कलर पीला

कर्क🦀 (ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो)
व्यावसायिक यात्रा सफल रहेगी। नेत्र पीड़ा हो सकती है। मानसिक बेचैनी रहेगी। बकाया वसूली के प्रयास सफल रहेंगे।मौसमी बीमारियाँ परेशान कर सकती है तथा मन भी बेचैन रहने की संभावना है। मन किसी काम में कम ही लग पाएगा तथा क्या किया जाये ।
लकी नंबर 1 लकी कलर गुलाबी

सिंह🦁 (मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे)
राजभय रहेगा। विवाद को बढ़ावा न दें। लेन-देन में जल्दबाजी हानि देगी। शारीरिक कष्ट संभव है। अप्रत्याशित खर्च सामने आएंगे।चीज़ों को सही तरीके से समझने की आवश्यकता हैं अन्यथा वे और ज्यादा उलझ जाएगी। यदि आपको पहले से ही कोई गंभीर बीमारी हैं तो उसको हल्के में ना ले ।
लकी नंबर 4 लकी कलर भूरा

कन्या👩 (टो, पा, पी, पू, ष, ण, ठ, पे, पो)
प्रेम-प्रसंग में आशातीत सफलता प्राप्त होगी। व्यावसायिक यात्रा सफल रहेगी। अप्रत्याशित लाभ हो सकता है। सट्टे व लॉटरी से दूर रहें। विधार्थियो के लिए आज के दिन कुछ ऐसा प्राप्त होगा जिससे मन में खुशी का भाव रहेगा। पिता का सहयोग प्राप्त होगा तथा उनसे उचित मार्गदर्शन भी मिलेगा।
लकी नंबर 2 लकी कलर ग्रे

तुला⚖️ (रा, री, रू, रे, रो, ता, ती, तू, ते)
आय में वृद्धि होगी। कारोबार लाभप्रद रहेगा। दुष्टजन हानि पहुंचा सकते हैं। दूर से शुभ समाचार की प्राप्ति होगी। भाग्य का साथ मिलेगा तथा अड़चने दूर होंगी। करियर को लेकर एक साफ दृष्टिकोण बनेगा तथा मन भी पहले की अपेक्षा शांत रहेगा।
लकी नंबर 5 लकी कलर महरून

वृश्चिक🦂 (तो, ना, नी, नू, ने, नो, या, यी, यू)
पराक्रम व प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी। घर-बाहर पूछ-परख रहेगी। आय में वृद्धि होगी। कारोबार का विस्तार होगा। नौकरी में प्रमोशन मिल सकता है। व्यापारियों के लिए आज का दिन शुभ फल देने वाला होगा तथा उन्हें अपने ग्राहकों का साथ मिलेगा। बाजार में आपको लेकर सकारात्मक माहौल बनेगा।
लकी नंबर 3 लकी कलर ब्लू

धनु🏹 (ये, यो, भा, भी, भू, ध, फा, ढा, भे)
लेन-देन में जल्दबाजी न करें। पुराना रोग उभर सकता है। दु:खद समाचार की प्राप्ति संभव है। किसी के उकसाने में न आएं।संगीत, कला और फैशन के क्षेत्र में कार्यरत लोगों के लिए आज का दिन शुभ रहेगा तथा नए अवसर प्राप्त होंगे जो उनका करियर बनाने में सहायक सिद्ध होंगे।
लकी नंबर 9 लकी कलर संतरी

मकर🐊 (भो, जा, जी, खी, खू, खा, खो, गा, गी)
किसी आनंदोत्सव में भाग लेने का अवसर प्राप्त होगा। यात्रा मनोरंजक रहेगी। विद्यार्थी वर्ग सफलता हासिल करेगा।ज्यादातर समय परिवार के साथ बिताएंगे तथा उन्हें अच्छे से जानने का अवसर प्राप्त होगा। माता-पिता आपको लेकर आशान्वित रहेंगे। रिश्तेदारों का घर पर आना हो सकता है।
लकी नंबर 7 लकी कलर हरा

कुंभ🍯 (गू, गे, गो, सा, सी, सू, से, सो, दा)
शत्रु भय रहेगा। जीवनसाथी के स्वास्थ्य की चिंता रहेगी। शारीरिक कष्ट संभव है। जोखिम व जमानत के कार्य टालें।आर्थिक तंगी दूर होगी तथा धन लाभ मिलेगा। विवाहित लोगों का अपने जीवनसाथी के साथ कही बाहर जाना होगा तथा उनका आपके प्रति विश्वास मजबूत होगा।
लकी नंबर 8 लकी कलर श्वेत

मीन🐳 (दी, दू, थ, झ, ञ, दे, दो, चा, ची)
पुराना रोग परेशानी का कारण बन सकता है। अज्ञात भय सताएगा। वाणी में हल्के शब्दों के प्रयोग से बचें।पुराना रोग परेशानी का कारण बन सकता है। अज्ञात भय सताएगा। वाणी में हल्के शब्दों के प्रयोग से बचें। विवाहित हैं तो पत्नी का स्वास्थ्य भी खराब रहने की संभावना है।
लकी नंबर 1 लकी कलर स्लेटी

🙏आपका दिन मंगलमय हो🙏
🌺🌺🌺🌺🙏🌺🌺🌺🌺
ज्योतिषाचार्य संजीत कुमार मिश्रा
ज्योतिष , वास्तु एवं रत्न विशेषज्ञ 8080426594/9545290847

सावन की पूर्णिमा को भाई -बहन के स्नेह की डोर में बांधने वाला त्योहार रक्षाबंधन मनाया जाता है। इस दिन बहन भाई के हाथ में रक्षा बांधती है तथा उनकी मंगल कमाना के लिए चंदन का टिका लगाती है।

रक्षा बंधन का अर्थ है ( रक्षा+बंधन) अर्थात किसी को अपनी रक्षा के लिए बांध लेना। रक्षाबंधन में राखी या रक्षा सूत्र का सबसे अधिक महत्व है। रक्षाबंधन भाई -बहन के रिश्ते का प्रसिद्ध त्योहार है। राखी सामान्तः बहने भाई को ही बंधती हैं।  परन्तु ब्राह्मणों, गुरुओ और परिवार में छोटी लड़की द्वारा सम्मानित सम्बंधित के रूप में जैसे (पुत्री अपने पिता को) प्रतिष्ठित वयोक्ति को राखी बांधी जाती है। गुरु शिष्य को राखी बांध सकते है। राखी बांधने के उपलक्ष में भाई अपने बहन को खुश करने के लिए कुछ भेंट में देते है। जिसे भाई बहन के प्यार और मजबूत बनता है। विवाह के बाद भी बहन भाई के घर जाकर अपने स्नेह के बंधन राखी को अपने भाई के कलाई में बांधती है। इसलिए इस दिन का बहनें बड़ी बेसब्री से इंतजार करती हैं। 

कब है रक्षाबंधन
पूर्णिमा तिथि का शुरुआत 30 अगस्त 2023 दिन बुधवार सुबह 10 :13 मिनट से। 
पूर्णिमा तिथि का समाप्ति 31 अगस्त 2023 दिन गुरुवार सुबह 07 :46 मिनट तक। 
रक्षाबंधन कब मनाये इस बात को लेकर शंका बना हुआ है, रक्षाबंधन शुभ मुहूर्त 30 अगस्त 2023 दिन बुधवार समय रात्रि 08 :47 के बाद रक्षाबंधन किया जाये तो शुभ रहेगा। तथा 31 अगस्त दिन गुरुवार इस दिन पूणिमा पड़ रहा है जो रक्षाबंधन के लिए शुभ समय 07:46 मिनट तक है इस समय तक रक्षाबंधन किया जायेगा। 

रक्षाबंधन के दिन बन रहा है भद्रा योग
भद्रा का शुरुआत 30 अगस्त 2023 दिन बुधवार सुबह 10 :13 मिनट से
भद्रा काल की समाप्ति 30 अगस्त 2023 दिन बुधवार रात्रि 08 :47 मिनट तक रहेगा
भद्रा का समय रक्षाबंधन करना निषिद्ध माना गया है सभी शुभ कायो के लिए भद्रा का त्याग करना चाहिए भद्रा के पूर्व -अर्ध भाग में व्याप्त रहती है अतः भद्रा काल में रक्षाबंधन नहीं करना
चाहिए यह समय शुभ कार्यो के लिए शुभ नहीं होता है। 

कैसे मनाना चाहिए रक्षाबंधन

एक थाली लें। उसमें रोली, चंदन, अक्षत, दही, रक्षा सूत्र और मिठाई रखें। साथ में देसी घी का दीपक भी प्रज्ज्वलित करके रखे। पूजा का थाली तैयार करके सर्वप्रथम भगवान को समर्पित करें। इसके उपरांत भाई को पूरब या उत्तर की तरफ मुंह करवाकर के बैठाएं। सर्वप्रथम भाई का तिलक करें फिर रक्षासूत्र बांधने के उपरांत आरती करें। तदुपरान्त मिठाई खिलाकर भाई की मंगलकामना करें। यहां ध्यान रखने योग्य बात यह है रक्षासूत्र बांधने के समय भाई-बहन का सिर खुला हुआ नहीं होना चाहिए तथा रक्षासूत्र बांधने के उपरांत अपने माता पिता एवं गुरु का आशीर्वाद लें। तत्पश्चात अपनी बहन को सामर्थ्य के अनुसार उपहार देना चाहिए।

जाने रक्षाबंधन का कथा :

पौराणिक कथा के अनुसार प्राचीन काल में राजा बलि जब अश्वमेध यज्ञ कर रहे थे, तो उस समय भगवान श्री विष्णु राजा बलि को छलने के लिए वामन अवतार का रूप धारण कर राजा बलि से तीन पग धरती दान में मांगी थी. उस समय राजा बलि ने बिना सोचे भगवान विष्णु को तीन पग देने का वचन दे दिया. देखते ही देखते भगवान विष्णु ने अपने छोटे से पांव से दो पग में आकाश और पाताल को नाप लिया. तीसरे पग के लिए राजा बलि के पास कोई जगह नहीं थी. इसलिए उन्होंने अपने सिर को भगवान विष्णु के चरण के नीचे रख दिया.

यह देखकर भगवान विष्णु राजा बलि से बहुत प्रसन्न हुए. तब राजा बलि ने भगवान विष्णु से वचन मांगा कि वह जब देखें तो उसे भगवान विष्णु भी दिखाई दें. यह सुनकर भगवान विष्णु ने राजा बलि को वचन दिया और तथास्तु कहकर पाताल लोक में चले गए. जब भगवान विष्णु पाताल लोक में चले जाने से माता लक्ष्मी को बहुत चिंता होने लगी. माता लक्ष्मी की चिंता को देखकर देवर्षि नारद ने माता एक को सुझाव दिया, कि वह राजा बलि को अपना भाई बना लें.

ऐसा करने से उनके स्वामी वापस उनके पास आ जाएंगे.नारद मुनि की बात सुनकर माता लक्ष्मी स्त्री का वेश धारण करके रोती हुई पाताल लोक में राजा बलि के पास पहुंची. राजा बलि ने जब उन्हें रोता हुआ देखा, तो उन्होंने उनसे रोने का कारण पूछा तब माता लक्ष्मी ने कहा कि मेरा कोई भाई नहीं है. इस वजह से मैं बहुत दुखी हूं. यह सुनकर राजा बलि ने माता लक्ष्मी से कहा तुम मेरी बहन बन जाओं. इसके बाद माता लक्ष्मी ने राजा बलि को राखी बांधकर अपनी स्वामी भगवान विष्णु को वापस मांग लिया. पौराणिक मान्यताओं के अनुसार ऐसा कहा जाता है, कि उसी समय से रक्षाबंधन का त्योहार संसार में प्रचलित हो गया.

दूसरी कथा के अनुसार जब भगवान श्री कृष्ण ने अपने सुदर्शन चक्र से शिशुपाल का वध किया, तब उनकी कनिष्ठा उंगली सुदर्शन चक्र की से कट गई थी. उंगली कटने की वजह से रक्त की धार बहने लगी थी. उसी समय द्रोपदी ने अपने साड़ी के एक टुकड़े को भगवान श्री कृष्ण की उंगली में बांध दिया. उसके बाद से ही भगवान श्री कृष्ण ने द्रौपदी को अपने बहन के रूप में स्वीकार कर उन्हें हर संकट से बचाने का वचन दिया था. इसी वजह से भगवान श्री कृष्ण ने द्रोपदी को चीर हरण में निर्वस्त्र होने से भी बचाया था.

ज्योतिषाचार्य संजीत कुमार मिश्रा
ज्योतिष वास्तु एवं रत्न विशेषज्ञ
8080426594/9545290847