पटना, 2 सितंबर (हि.स.)। बिहार भाजपा क्रीड़ा प्रकोष्ठ के तत्वावधान में चार सितम्बर को प्रतिभावान खिलाड़ी सम्मान समारोह का आयोजन होगा। इसमें बिहार के 43 खेलों के 160 खिलाड़ियों को भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी, राष्ट्रीय मंत्री ऋतुराज सिन्हा, अंतरराष्ट्रीय शूटर और विधायक श्रेयसी सिंह सम्मानित करेंगे।

भाजपा क्रीड़ा प्रकोष्ठ के संयोजक सतीश राजू ने शनिवार को यहां बताया कि प्रतिभावान खिलाड़ी सम्मान समारोह में वरीय क्रिकेट प्रशिक्षक और अधिकारी एमएस प्रसाद, पवन कुमार, क्रिकेट खिलाड़ी ईशान किशन और एनआईएस कोच अभिनव कुमार सिंह को बिहार गौरव सम्मान से सम्मानित किया जाएगा।

संयोजक सतीश राजू ने बताया कि राज्य के सभी जिलों के 160 खिलाड़ी सम्मानित होंगे, जिन्होंने राष्ट्रीय और अन्तरराष्ट्रीय स्तर पर प्रतिभा का प्रदर्शन कर राज्य का मान बढ़ाया है। कार्यक्रम में भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी, मुख्य अतिथि भाजपा के राष्ट्रीय मंत्री ऋतुराज सिन्हा और सम्मानित अतिथि होंगी भाजपा विधायक और अन्तरराष्ट्रीय शूटर श्रेयसी सिंह। खेलों में सॉफ्टबॉल, कराटे, महिला व पुरुष क्रिकेट, स्विमिंग, बॉक्सिंग जैसे प्रमुख खेलों के खिलाड़ी शामिल होंगे।

खिलाड़ियों के नामों की घोषणा करते हुए सतीश राजू ने कहा कि चार सितम्बर को अपराह्न दो बजे से भाजपा कार्यालय स्थित अटल सभागार में सम्मान समारोह आयोजित की जायेगी। इसके लिए धीरेन्द्र सिन्हा को संयोजक, राजीव रंजन यादव तथा समृद्ध वर्मा को सह संयोजक एवं विकास सिंह को व्यवस्था प्रभारी की जिम्मेदारी दी गई है।

ये खिलाड़ी होंगे सम्मानित
अधिकारी एमएम प्रसाद (वरीय प्रशिक्षक (क्रिकेट)
प्रणव पाण्डेय एवं सुचित्रा पाण्डेय (ईशान किशन)
पवन कुमार (कोच एवं प्रशिक्षक क्रिकेट)
अभिनव कुमार सिंह, एनआईएस कोच (कबड्डी)

गुवाहाटी (असम), 02 अगस्त (हि.स.)। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत ने लोगों से “भारत” शब्द का प्रयोग करने को कहा है। वे गुवाहाटी में भगवान महावीर धर्मशाला में एक कार्यक्रम में बोल रहे थे।

सरसंघचालक शुक्रवार को गुवाहाटी की तीन दिवसीय यात्रा पर पहुंचे हैं। जैन समाज के समारोह में आज उन्होंने कहा, “हम सभी को इंडिया शब्द का इस्तेमाल बंद कर देना चाहिए और भारत का इस्तेमाल शुरू करना चाहिए।” उन्होंने आगे कहा, ”अंग्रेजी बोलने वालों से बात करते समय विशेष नाम नहीं बदलते। उदाहरण के लिए, गोपाल नाम अंग्रेजी में कहने पर नहीं बदलेगा। हमारे देश में ऐसे कई शहर हैं जिनके नाम सदियों से चले आ रहे हैं। इसी तरह, हमें विदेशी लोगों से बात करते समय इंडिया कहने की ज़रूरत नहीं है। हमें भारत का उपयोग करना चाहिए।”

सरसंघचालक ने आगे कहा कि हम कहीं भी जाएं तो भारत ही कहते हैं। यदि कोई नहीं समझता है तो उसे नहीं समझने दो। जब उसे ऐसा करने की आवश्यकता होगी तब वह समझ जाएगा।

अगर किसी को समझ नहीं आती तो चिंता की कोई बात नहीं है। जिसे समझने की जरूरत है वह समझ लेगा। और हमें उसे समझाने की जरूरत नहीं है जो खुद समझना नहीं चाहेगा। हम आत्मनिर्भर और स्वतंत्र हैं।

‘आज पूरी दुनिया को हमारी ज़रूरत है, आज कोई भी हमें नज़रअंदाज़ नहीं कर सकता। हम सभी को साथ लेकर चलते हैं क्योंकि यही हमारी संस्कृति और आध्यात्मिकता है। ‘हम पूरी दुनिया को एक मानते हैं। हम अकेले जा सकते हैं। लेकिन, सबको साथ लेकर चलते हैं क्योंकि हम सोचते हैं कि पूरी दुनिया हमारी है। यह हमारा ज्ञान है और आज पूरी दुनिया को इस ज्ञान की आवश्यकता है।’

सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत ने कहा, “जब हर कोई परिवर्तन चाहता है। और परिवर्तन के लिए आचरण करता है। और बलिदान देने को तैयार होता है। तभी परिवर्तन होता है। हम कई भाषाएं सीखेंगे लेकिन अपनी मातृभाषा नहीं भूलेंगे। हमारे परिवारों में आजकल बच्चे हिंदी या असमिया में गिनती करना नहीं जानते। हमें यह सुनिश्चित करना चाहिए कि हमारे बच्चे अन्य सभी भाषाएं सीखें लेकिन घर पर वह केवल हमारी मातृभाषा का उपयोग करें। इस तरह हम अपने समाज को मजबूत और अपने भारत को मजबूत बना सकेंगे।’

स्व० दारोगा प्रसाद राय की जयन्ती राजकीय समारोह के रूप में मनाई गई

Chhapra: भूतपूर्व मुख्यमंत्री बिहार, स्व० दारोगा प्रसाद राय की जयन्ती का आयोजन छपरा स्थित दारोगा प्रसाद राय चौक पर राजकीय समारोह के रूप में किया गया।

इस अवसर पर जिलाधिकारी अमन समीर के द्वारा स्व० दारोगा प्रसाद राय की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर श्रद्धा सुमन अर्पित किया गया। माल्यार्पण कार्यक्रम उप विकास आयुक्त प्रियका रानी, सहायक समाहर्त्ता सारण, श्रेया श्री एवं जिला स्तरीय वरीय पदाधिकारीगण सहित बडी संख्या में राजनीतिक दल के प्रतिनिधि, वरिष्ठ नागरिक एव भूतपूर्व मुख्यमंत्री स्व० दारोगा राय के प्रसंशकों द्वारा भी माल्यार्पण कर श्रद्धा सुमन अर्पित किया गया।

जिलाधिकारी के द्वारा भूतपूर्व मुख्यमंत्री के व्यक्तित्व पर प्रकाश डालते हुए कहा गया कि स्व० दारोगा प्रसाद राय ने 1942 के स्वतंत्रता आन्दोलन में भाग लिया था। वे गरीबों के मसीहा एवं सामाजिक न्याय के पक्षधर थे। बिहार के 10वें मुख्यमंत्री के रुप से शपथ लेने के बाद उन्होंने गरीब और समाज के अत्यंत पिछडे वर्ग के लिए कई लाभकारी योजनाओं की शुरुआत की जिससे लोगों को लाभ मिला। उनके द्वारा सबसे पहले भूमि सुधार आदर्श कानून बनाया गया। मंत्री रहते हुए स्व० दारोगा प्रसाद राय द्वारा सारण प्रमंडल का उद्घाटन किया गया था।

पोषण जागरुकता रथ को जिलाधिकारी द्वारा हरी झंडी दिखाकर किया गया रवाना

Chhapra : जिलाधिकारी अमन समीर के द्वारा सारण समाहरणालय परिसर से जिला बाल विकास परियोजना कार्यालय सारण के तत्वाधान आयोजित पोषण जागरुकता रथ को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।

इस अवसर पर अपने संबोधन में जिलाधिकारी के द्वारा बताया गया कि प्रत्येक वर्ष सितम्बर माह को पोषण माह के रुप आयोजित किया जाता है। जिसके तहत सितम्बर माह में पूरे महीने जिला, अनुमंडल, प्रखंड पंचायत एवं ग्रामीण स्तर पर पोषण संबंधी विभिन्न प्रकार के गतिविधियों का आयोजन कर बच्चों में होने वाले कुपोषण को दूर करने के लिए आम जनता को जागरुक किया जाता है। इस पोषण माह में समग्र रुप से व्यक्तिगत और सामुदायिक स्तर पर व्यवहार परिवर्तन के माध्यम से गर्भवती महिलाओं, किशोरियों और छः वर्ष से कम उम्र के बच्चों के पोषण स्तर में अपेक्षित सुधार लाने के लिए विभिन्न प्रकार के गतिविधियों के माध्यम से सामुदायिक एवं ऑगनबाड़ी स्तर पर लोगों को जागरुक किया जाता है।

जिलाधिकारी के द्वारा इस अभियान की विस्तृत जानकारी देते हुए बताया गया कि इस वर्ष पोषण माह की गतिविधियों मानव चक्र के प्रमुख चरणों तथा गर्भावस्था, शैश्यावस्था, बचपन और किशोरावस्था के बारे में जागरुकता तथा उसने पोषण पर आधारित संवेदीकरण के लिए केन्द्रीत होगा। इस वर्ष पोषण माह का थीम सुपोषित भारत, साक्षर भारत, सशक्त भारत रखा गया है। इस जागरुकता कार्यक्रम को जन-जन तक पहुँचाने के लिए जिला बाल विकास परियोजना कार्यालय सारण द्वारा एल. इ. डी. वैन से वीडियो फिल्म के माध्यम से सभी प्रखंडों में प्रचार-प्रसार किया जाएगा।

इस अवसर पर जिलाधिकारी के साथ जिला जनसम्पर्क पदाधिकारी सारण कन्हैया कुमार अनुमंडल पदाधिकारी सदर संजय कुमार राय, बाल विकास परियोजना पदाधिकारी, छपरा सदर छपरा ग्रामीण, पोषण अभियान के जिला समन्वयक जिला परियोजना सहायक, महिला पर्यवेक्षिका एवं सेविका उपस्थित थे।

छपरा शहर के जल निकासी व्यवस्था के सृद्धढ़ीकरण हेतु बैठक का हुआ आयोजन

Chhapra:  : जिला पदाधिकारी अमन समीर की अध्यक्षता में छपरा शहर के जल निकासी व्यवस्था को प्रभावी बनाने हेतु बैठक का आयोजन कार्यालय कक्ष में आहूत की गई।

जिला पदाधिकारी ने बैठक को सम्बोधित करते हुए कहा कि छपरा शहर के जल निकासी प्रबंधन हेतु विभिन्न निकायों को समन्वय स्थापित कर दीर्घकालीन योजना को मूर्त स्वरूप देना होगा। क्योकि नाला छपरा नगर नगम क्षेत्र, जिला परिषद के क्षेत्र एवं नगर पंचायतों के क्षेत्रों से होकर गुजरता है। जल निकासी प्रणाली हेतु एक वृहद मैप को बनाने की आवश्यकता बताई गई जिसमें संबंधित विभाग अपने-अपने क्षेत्रान्तर्गत नाला निर्माण करेंगे। बेतरतीब ढंग से निजी आवासों के बने जाने से भी नाला को अवरुद्ध कर दिये जाने की जानकारी दी गयी।    ‌‌

वृहद मैप के निर्माण हेतु टीम गठित करने का निर्देश जिला पदाधिकारी के द्वारा दिया गया। इस टीम में नगर निगम, जिला परिषद, बुडको, पथ निर्माण विभाग के अभियंता एवं सदर अंचल के अमीन रहेंगे। टीम के द्वारा बृहद मैप का निर्माण आपस में समन्वय स्थापित कर किया जाएगा। अंचलाधिकारी सदर को सभी पुराने जलस्त्रोतों को खोजकर सूची उपलब्ध कराने का निर्देश दिया गया ताकि उनका जीर्णोद्धार करके पानी की निकासी में उनका प्रयोग किया जा सके। रेलवे के द्वारा नालों की उड़ाही कार्य को अपर्याप्त बताते हुए जिला पदाधिकारी ने इसपर अप्रसन्नता व्यक्त की। उन्होंने कड़े स्वरों में चेतावनी देते हुए कहा कि जरूरत पड़ने पर लापरवाही के विरुद्ध कानूनी कार्रवाई भी की जा सकती है। क्योंकि नालों की उड़ाही में लापरवाही से पानी की निकासी में बाधा उत्पन्न हो रहा है। इस संबंध में डी.आर. एम को पत्र भी भेजने की बात बताई गयी।

बैठक में उपस्थित नगर आयुक्त, नगर निगम छपरा एवं अनुमंडल पदाधिकारी सदर, छपरा को अतिक्रमण पर लगातार कार्रवाई करते रहने का निर्देश दिया गया। सड़कों पर अतिक्रमण किसी भी तरह से न हो इसे सुनिश्चित करने को कहा गया। छपरा जंक्शन जाने के रास्ते में अतिक्रमण की वजह से रास्ता काफी संकीर्ण हो गया है। अतएव इसपर तत्काल कार्रवाई करने का निर्देश अनुमंडल पदाधिकारी सदर, छपरा को दिया गया।

शहर में गाड़ियों के लिए पार्किंग स्थल एवं बेडिंग जोन हेतु स्थल का चुनाव जल्द ही किया जाएगा। इस संबंध में सरकारी भूमि की उपलब्धता की जानकारी अंचलाधिकारी सदर, छपरा को देने निर्देश दिया गया। दिये गये निर्देशों के अनुपालन की समीक्षा हेतु जल्द ही बैठक आहूत करने का संकेत जिला पदाधिकारी ने दिया।

बैठक में विकास आयुक्त सारण, प्रियंका रानी, नगर आयुक्त, छपरा नगर निगम सुमित कुमार, अनुमंडल पदाधिकारी सदर, अंचलाधिकारी सदर, छपरा एवं सभी संबंधित कार्य विभाग के अभियंतागण उपस्थित थे।

लगातार 15 दिन अनुपस्थित रहने वाले स्कूली बच्चों का नामांकन होगा रद्द, केके पाठक ने सिखाए 300 करोड़ बचाने के उपाय आरडीडी, डीईओ, डीपीओ को दिया टास्क

PATNA: शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव के के पाठक शिक्षा व्यवस्था में सुधार को लेकर लगातार कदम उठा रहे हैं. इसका रिजल्ट भी दिखने लगा है. स्कूल की व्यवस्था से लेकर शिक्षक-छात्र उपस्थिति में जबरदस्त सुधार हुआ है. हालांकि केके पाठक इतने भर से खुश नहीं हैं. उन्होंने एक बार फिर से सभी जिलों के डीएम को पत्र लिखा है. पत्र में कहा गया है कि बच्चों की ट्रैकिंग करें कि कहीं सरकारी लाभ लेने के लिए कुछ बच्चे सरकारी स्कूल में नामांकन तो नहीं लेते हैं. अगर ऐसा है तो नामांकन रद्द करें. इससे 300 करोड़ रू की बचत हो सकती है.

पांच-पांच विद्यालय गोद लें आरडीडी, डीईओ और डीपीओ

बिहार के सभी जिलों के डीएम को भेजे पत्र में केके पाठक ने कई दिशा निर्देश दिए हैं. साथ ही सभी डीईओ-डीपीओ और आरडीडीई को पचास फीसदी से कम उपस्थिति वाले विद्यालयों को गोद लेने को कहा है. डीएम को लिखे पत्र में के पाठक ने कहा है कि 1 जुलाई 2023 से सभी सरकारी विद्यालयों में मॉनिटरिंग की व्यवस्था की गई है. इसके तहत लगातार विद्यालयों का निरीक्षण किया जा रहा है. जुलाई 23 से अब तक 50% से कम उपस्थिति वाले विद्यालयों की संख्या में लगातार कमी हो रही है .हालांकि अभी भी 10 फ़ीसदी ऐसे विद्यालय हैं जहां 50 फ़ीसदी से कम उपस्थिति है. यह चिंता की बात है.

15 दिन लगातार नहीं आते हैं तो नामांकन रद्द करें

केके पाठक ने कहा है कि अब समय आ गया है कि एक-एक विद्यालय में आरडीडी, डीईओ और डीपीओ को देखना होगा . हर एक छात्र-छात्रा एवं उनके अभिभावकों से बात करनी होगी. इसके लिए कई कदम उठाने होंगे. डीएम को कहा है कि अपने जिले के डीईओ एवं डीपीओ को पांच-पांच विद्यालय अडॉप्ट करने को कहें. जिस डीपीओ के क्षेत्र में कोई ऐसा विद्यालय नहीं हो जहां छात्रों की उपस्थिति 50 फ़ीसदी से कम है तो उन्हें कार्य क्षेत्र के बाहर का विद्यालय दें. इन विद्यालयों में पदाधिकारी प्रतिदिन जाएं. हर एक छात्र एवं उनके अभिभावकों से बात करें. जो छात्र तीन दिन लगातार अनुपस्थित रहे उसे प्रधानाध्यापक नोटिस दें. 15 दिन तक लगातार अनुपस्थित रहने पर छात्रों का नामांकन रद्द किया जाए.

तीन सौ करोड़ की होगी बचत

केके पाठक ने आगे कहा है कि हर एक छात्र की ट्रैकिंग की जाए. यह देखा जाए कि वह कहीं एक साथ दो विद्यालयों में तो नहीं पढ़ रहा है. ऐसे छात्र नाम कटने के डर से लगातार 15 दिन अनुपस्थित नहीं रहते हैं.बीच-बीच में विद्यालय आते रहते हैं. ऐसी शिकायत मिल रही है कि डीबीटी प्राप्त करने के लिए छात्र-छात्राओं ने सरकारी विद्यालयों में नामांकन ले रखा है. जबकि वह जिले से बाहर या फिर निजी विद्यालयों में पढ़ते हैं. कुछ छात्रों के बिहार से बाहर कोटा जैसी जगह पर रहकर पढ़ने की सूचना है. ऐसे में हर एक मामले की चाइल्ड ट्रैकिंग करें. इस तरह के छात्रों का नामांकन रद्द करें जो सिर्फ डीबीटी के लिए सरकारी विद्यालयों से जुड़े हैं. के के पाठक ने आगे कहा है कि प्रत्येक वर्ष सरकार विभिन्न तरह की योजनाओं पर 3000 करोड रुपए डीबीटी से सहायता देती है. यदि सिर्फ डीबीटी के उद्देश्य से स्कूल में नामांकन कराने वाले 10 फीसदी बच्चों का भी नामांकन रद्द हुआ तो राज्य को 300 करोड रुपए की सीधी बचत होगी.

ठनका गिरने से एक महिला की मौत

Isuapur: शनिवार की देर शाम हुई बारिश के बीच तेज आंधी के कारण हुई ओलावृष्टि में एक महिला की मौत हो गई. मृतका थाना क्षेत्र के श्यामपुर गांव निवासी मरहूम ललन मियां की पत्नी हसीना बीबी बताई जाती है.

घटना को लेकर बताया जाता है कि शनिवार की शाम अचानक से हुई बारिश और आंधी के दौरान मृतका घर के बगल में बंधे अपने मवेशी को लाने गई थी इसी बीच बिजली गिरने से वह उसकी चपेट में आ गई. आनन फानन में उसे इलाज के लिए सामुदायिक अस्पताल ले जाया गया लेकिन चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया.

श्रीहरिकोटा, 02 सितंबर (हि.स.)। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने देश के पहले सूर्य मिशन के तहत ‘आदित्य-एल1’ यान को आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा अंतरिक्ष केंद्र से शनिवार को प्रक्षेपित कर दिया। इसरो ने कहा है कि प्रक्षेपण सफल रहा।

‘आदित्य-एल1’ सूर्य परिमंडल के दूरस्थ अवलोकन और पृथ्वी से लगभग 15 लाख किलोमीटर दूर ‘एल1’ (सूर्य-पृथ्वी लैग्रेंजियन बिंदु) पर सौर हवा का वास्तविक अवलोकन करेगा। ‘आदित्य एल1’ सूर्य का अध्ययन करने वाला पहला अंतरिक्ष यान है।

इसे पूर्वाह्न 11 बजकर 50 मिनट पर इसरो के सबसे भरोसेमंद पोलर सैटेलाइट लॉन्च व्हीकल (पीएसएलवी) के जरिये श्रीहरिकोटा अंतरिक्ष केंद्र से प्रक्षेपित किया गया। ‘आदित्य-एल1’ के 125 दिन में लगभग 15 लाख किलोमीटर की दूरी तय कर लैग्रेंजियन बिंदु ‘एल1’ के आसपास हेलो कक्षा में स्थापित होने की उम्मीद है। इस कक्षा को सूर्य के सबसे करीब माना जाता है।

इस मिशन का मुख्य उद्देश्य सौर वातावरण में गतिशीलता, सूर्य के परिमंडल की गर्मी, सूर्य की सतह पर सौर भूकंप या कोरोनल मास इजेक्शन (सीएमई), सूर्य के धधकने संबंधी गतिविधियों और उनकी विशेषताओं के अलावा पृथ्वी के करीब अंतरिक्ष में मौसम संबंधी समस्याओं को समझना है।

‘आदित्य-एल1’ के साथ सात पेलोड हैं। इनमें से चार सूर्य के प्रकाश का निरीक्षण करेंगे। इसरो ने चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर चंद्रयान-3 की सॉफ्ट लैंडिंग में मिली कामयाबी के बाद इस मिशन का आगाज किया है।

Chhapra: सारण जिला के दरियापुर थानान्तर्गत दो अपराधियों को अवैध अग्नेयास्त्र के साथ पुलिस ने गिरफ्तार किया है।

इस संबंध में बताया गया कि दरियापुर थानाध्यक्ष को गुप्त सूचना प्राप्त हुई की दरियापुर बाजार के रास्ते परसा की तरफ मोटरसाइकिल से दो अपराधकर्मी अवैध अग्नेयास्त्र के साथ आ रहे है, जो चोरी एवं लूट जैसे अपराधिक घटना को अंजाम देंगे।

उक्त गुप्त सूचना के आधार पर पुलिस दल द्वारा त्वरित कार्रवाई कर दो अपराधियों को मस्तिचक मोड़ के पास से दो मोबाइल, एक देशी कट्टा, दो जिंदा कारतूस, एक चाकू एवं एक मोटरसाइकिल के साथ गिरफ्तार किया गया।

इस संबंध में दरियापुर थाना कांड संख्या- 560/23, दिनांक- 01.09.23, धारा-25(1-b)a / 26/35 आर्म्स एक्ट दर्ज कर अग्रेतर कार्रवाई की जा रही है |

> गिरफ्तार अभियुक्त का नाम एवं पता :-

1. सोनू कुमार, पिता-संजय सिंह, सा०- बभनगावा सिरा पर, थाना-परसा, जिला- सारण
2. मिंटू कुमार, पिता सियाराम सिंह, सा०- बभनगावा सिरा पर, थाना-परसा, जिला- सारण

 

पटना/सारण, 01 सितम्बर (हि.स.)। राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के नेता व पूर्व सांसद प्रभुनाथ सिंह को सुप्रीम कोर्ट ने 1995 के दोहरे हत्याकांड मामले में आज (शुक्रवार को) आजीवन कारावास की सजा सुनाई है।

उन पर आरोप था कि 1995 में विधानसभा चुनाव में उनके पक्ष में मतदान नहीं करने पर प्रभुनाथ सिंह ने राजेंद्र राय (47) और दारोगा राय (18) की हत्या करवा दी थी। इतना ही नहीं, चुनाव हारने के बाद प्रभुनाथ सिंह ने अपने प्रतिद्वंदी अशोक सिंह को भी 90 वें दिन मौत के घाट उतार दिया था।

मामला वर्ष 1995 का है। आरोप है कि प्रभुनाथ सिंह ने अपने कहे अनुसार मत नहीं देने पर छपरा के मसरख इलाके के रहने वाले राजेंद्र राय और दारोगा राय की हत्या करवा दी। बिहार विधानसभा चुनाव के दौरान छपरा के मसरख में 18 साल के राजेंद्र राय और 47 साल के दरोगा राय की पोलिंग बूथ के पास ही गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। दोनों ने ही प्रभुनाथ सिंह के कहे अनुसार वोट नहीं दिया था।

यह वही चुनाव था जिसमें अशोक सिंह ने प्रभुनाथ सिंह को हराया था। इसके बाद प्रभुनाथ सिंह ने 90 दिनों के अंदर ही अशोक सिंह का काम तमाम करने की धमकी दी थी और 3 जुलाई, 1995 के दिन अशोक सिंह की हत्या हो गई। यह उनके विधायक बनने का 90 वां दिन था।

प्रभुनाथ सिंह फिलहाल अशोक सिंह हत्याकांड में झारखंड के हजारीबाग के केंद्रीय कारावास में आजीवन कारावास की सजा काट रहे हैं।

आज दारोगा राय और राजेन्द्र राय की हत्या के मामले में सर्वोच्च न्यायालय ने आजीवन कारावास की सजा सुनाई है। इन दोनों की हत्या के मामले में पटना के ट्रायल कोर्ट 2008 में बरी कर दिया था। बिहार उच्च न्यायालय ने निचली अदालत के निर्णय को ही बरकरार रखा था। इसके खिलाफ राजेन्द्र राय के परिजनों ने सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया था। 18 अगस्त को सर्वोच्च न्यायालय ने निचली अदालतों के निर्णय को खारिज करते हुए प्रभुनाथ सिंह को दोषी करार दिया और 1 सितम्बर को सजा का दिन तय किया था।

प्रभुनाथ सिंह का राजनीतिक सफर
लालू प्रसाद यादव के करीबी और राष्ट्रीय जनता दल के बाहुबली राजनेता प्रभुनाथ सिंह चार बार के सांसद हैं। वे 1998, 1999, 2004 और 2013 में महाराजगंज लोकसभा से निर्वाचित होकर सांसद चुने गए थे।

प्रभुनाथ सिंह के राजनीतिक सफर की शुरुआत 1985 से शुरू हुई थी, तब वे पहली बार विधायक चुने गए थे।

1990 में प्रभुनाथ सिंह जनता दल के टिकट पर दोबारा विधानसभा चुनाव जीते थे। 1995 आने पर विधानसभा चुनाव में जनता दल का टिकट अशोक सिंह को दिया गया। इस दौरान प्रभुनाथ ने बिहार पीपुल्स पार्टी (बीपीपा) से चुनाव लड़ा। प्रभुनाथ हार गए और अशोक सिंह चुनाव जीत गए। इसके बाद 3 जुलाई 1995 को शाम 7.20 बजे पटना के स्ट्रैंड रोड स्थित आवास में अशोक सिंह की हत्या कर दी गई। हत्या में प्रभुनाथ सिंह, उनके भाई दीनानाथ सिंह तथा मसरख के रितेश सिंह को नामजद अभियुक्त बनाया गया था।

अब 70 साल के हो चुके प्रभुनाथ सिंह का पूरा जीवन जेल में ही बीतेगा। न्यायमूर्ति संजय किशन कौल ने भी सजा सुनाने से पहले प्रभुनाथ की उम्र पूछी, और फिर कहा- अब तो भगवान ही इनका मालिक है।

ढपली बजाने वाले नीतीश कुमार का अपना ठिकाना है नहीं और विपक्षी एकता की बात कर रहे, ये बस एक जाति को खुश करने की है कोशिश: प्रशांत किशोर

पटना: जन सुराज के संस्थापक प्रशांत किशोर ने कहा कि आज नीतीश कुमार को बिहार की चिंता करनी चाहिए। लेकिन आज ये बिहार में एक समुदाय के लोगों को मैसेज देने के लिए कि हम प्रयास कर रहे हैं। हालांकि, उनको भी मालूम है कि इस प्रयास से कुछ होने वाला नहीं है। ये सिर्फ ढपली बजाने वाले लोग हैं। आज RJD के जीरो एमपी हैं वो देश का प्रधानमंत्री तय कर रहे हैं। जिस पार्टी का खुद का ठिकाना नहीं है वो देश की अलग-अलग पार्टियों को एकत्रित करने में लगा है। क्या लालू और नीतीश बिहार में टीएमसी को एक भी सीट देने के लिए तैयार हो गए हैं? नीतीश कुमार को कौन पूछता है?

अखिलेश यादव के लोकसभा में 5 एमपी और बात ऐसे करते हैं जैसे उनके पांच सौ एमपी जीते हों: प्रशांत किशोर

प्रशांत किशोर ने आगे कहा कि नीतीश कुमार बीते दिनों में उत्तर प्रदेश में अखिलेश यादव से मिलने गए। अखिलेश यादव की समाजवादी पार्टी को लोकसभा चुनाव 2014 में 5 सीटें और 2019 में भी 5 सीटें मिली। हालांकि, वो बात ऐसे कर रहे हैं जैसे पांच सौ एमपी इन्ही के पास हैं। दो जीरो को अगर जोड़ेंगे तो उससे क्या होगा? आज ये बीजेपी के B टीम हैं, क्योंकि ये अपनी दुकान चला रहे हैं। साथ बैठकर चाय पीना प्रेस कांफ्रेंस करने से विपक्ष मजबूत हो जाता तो 20 साल पहले ही विपक्ष मजबूत हो गया होता। आज ये लोग घर से निकलकर 5 किलोमीटर चल नहीं सकते हैं कोई दौरा नहीं कर सकते हैं कोई काम नहीं कर सकते हैं राजनीति क्या करेंगे?

मकेर में शिक्षकों ने जलाई अवकाश तालिका संशोधन की प्रतियां, कहा नही रद्द हुआ पत्र तो सरकार भुगतेगी खामियाजा

Maker: शिक्षा विभाग द्वारा सरकारी विद्यालयों के लिए निर्धारित अवकाश तालिका में संशोधन के बाद शिक्षकों में आक्रोश जारी है. गुरुवार की संध्या मकेर प्रखंड संसाधन केंद्र में शिक्षकों द्वारा प्रदर्शन करते हुए अवकाश तालिका में संशोधन के लिए निर्गत पत्र की प्रतियां जलाएं गई.

आक्रोशित शिक्षकों द्वारा सरकार के खिलाफ नारे लगाते हुए निर्गत अवकाश तालिका संशोधन पत्र को अविलंब वापस लेने की मांग की गई.

शिक्षकों का कहना है कि सरकार एक सोंची समझी साजिश के तहत शिक्षकों को टारगेट कर रही है. राज्य के सभी विद्यालयों में निर्धारित अवकाश तालिका में शिक्षा के अधिकार अधिनियम को पूर्ण रूप से लागू किया जाता रहा है एवं इस वर्ष भी आरटीई के प्रावधानों को पूर्ण किया जा रहा है.

उनका कहना है कि शिक्षा विभाग प्राथमिक विद्यालय में 200 एवं मध्य विद्यालय में 220 दिन के शिक्षण कार्य का हवाला दे रही है, जबकि पूर्व निर्धारित अवकाश तालिका के अनुसार विद्यालयों में 253 दिन का शैक्षणिक कार्य किया जा रहा है.

ऐसे में यह स्पष्ट है कि सरकार की मंशा शिक्षकों के प्रति ठीक नहीं है. एक विशेष कर्मी को टारगेट करते हुए उनका शोषण और समाज में नीचा दिखाने की कार्रवाई की जा रही है.

अगर जारी पत्र अविलंब वापस नहीं होता है तो सरकार को इसका खामियाजा भुगतना पड़ेगा.