मढ़ौरा: थाना क्षेत्र के मिर्जापुर में दो पक्ष के युवक आपस में भिड़ गए और एक युवक को मारपीट कर जख्मी कर दिया. प्राप्त जानकारी के अनुसार मामला कुछ यूं था कि एक युवक प्रधानमंत्री को गाली दे रहा था. तभी दूसरे युवकों ने उसे समझाया लेकिन वह नहीं समझा. बात देखते ही देखते बढ़ गई और एक पक्ष में एक युवक की लाठी-डंडे से पिटाई कर दी.

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जख्मी युवक का इलाज मढ़ौरा रेफरल अस्पताल में हुआ. घटना की सूचना मिलते थानाध्यक्ष संदीप सिंह मौके पर पहुंचे और पूरे मामले की जानकारी ली. घटना के बाद से गांव में तनाव को देखते हुए प्रशासन ने एहतियातन पुलिस गश्ती बढ़ा दी है और लॉकडाउन में सख्ती कर दी है. जख्मी युवक के बयान पर एक आरोपी को गिरफ्तार भी किया गया है. थानाध्यक्ष ने बताया कि मामले की छानबीन की जा रही है. आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी भी की जा रही है.

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नई दिल्ली: भारत में बढ़ रहे कोरोनावायरस के कहर को लेकर कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी सोशल मीडिया के जरिए लाइव हुए. इस दौरान राहुल गांधी ने देश में कोरोना को लेकर बढ़ रहे मामलों के बारे में संवेदना जताई. उन्होंने कहा, ”मेरी बातों को आलोचना न समझें, इसे एक सुझाव के तौर पर लें. मैं कुछ रचनात्मक सुझाव देना चाहता हूं. मैं पिछले कुछ महीने से विशेषज्ञों से बात कर रहा हूं. उस आधार पर कह रहा हूं कि लॉकडाउन रेड बटन है. ये कोरोना का पूरा इलाज नहीं है. लॉकडाउन ख़त्म होते ही वायरस अपना काम करने लगेगा. इस समय का उपयोग बड़े पैमाने पर टेस्टिंग के लिए करना चाहिए.”

राहुल गांधी ने कहा, ”टेस्टिंग जिस पैमाने पर होना चाहिये नहीं हो रहा है. कोविड-19 के ख़िलाफ लड़ाई टॉप डाउन न हो. पीएम मुख्यमंत्रियों को इम्पावर करें. जिला स्तर, ब्लॉक स्तर पर लड़ाई ज़्यादा कारगर है. मेरे क्षेत्र केरल के वायनाड में भी यही कारगर हुआ. टेस्टिंग पर जो हो गया हो गया. मैं उस पर कुछ नहीं कह रहा. आगे देखना चाहिए.”

उन्होंने कहा, ”कोरोना से लड़ने के लिए मेडिकल और इकोनॉमी दोनों मोर्चे पर लड़ना होगा. खाद्य क्षेत्र को मजबूत कीजिए. ज़रूरतमंदों को राशन कार्ड दीजिए. बेरोजगारी आने वाली है. उससे लड़ने की तैयारी कीजिए. सिर्फ लॉकडाउन के जरिए वायरस खत्म करते-करते कहीं इकॉनॉमी न पूरी तरह चौपट कर लें. कोविड महामारी मैनेज हो सकता है खत्म नहीं हो सकता. इसे बेहतर तरीके से मैनेज करना है.”

नई दिल्ली: स्वास्थ्य विभाग के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने बताया कि देश में कोरोना वायरस के संक्रमण से अबतक 1489 लोग ठीक हो गये हैं. उन्होंने बताया कि देश में कुल 12,380 केस हैं. कुल 414 लोगों की जान गयी है. पिछले 24 घंटे में 37 लोगों की मौत हुई है. लव अग्रवाल ने बताया कि स्वास्थ्य मंत्री ने WHO से कोरोना पर बात की है.

सभी राज्यों, केंद्र शासित प्रदेशों को हेल्थ सर्विस पर गाइडलाइंस जारी कर दी गयी है, ताकि कोई दिक्कत नहीं आये. हेल्थ मिनिस्ट्री ने मेक इंडिया पर जोर दिया है. देश में 325 ऐसे जिले हैं जहां कोई भी मामला नहीं है. माहे ( पुडुचेरी) 28 दिनों में एक भी पॉजिटिव केस नहीं आय़ा है. ऐसे कई जिले है जहां से कोई केस नहीं आया है. लव अग्रवाल ने बताया भारत में ठीक होने का प्रतिशत 12.05 है.

आईसीएमआर ने बताया कि देश में अबतक 2 लाख 90 हजार 401 टेस्ट हुए हैं. अगर किसी में कोरोना वायरस ने प्रवेश किया तो क्या लक्षण है इस संबंध में भी उन्होंने विस्तार से बताया साथ ही यह भी बताया कि क्या लक्षण है कि अगर आप 8 दिन या दस दिन बाद भी इसका पता नहीं लगा पाते या जांच नहीं करते.

Chhapra: लॉकडाउन अवधि में सुनसान पड़े शहर में पशुपालन विभाग के द्वारा एक अच्छी पहल की शुरूआत की गयी है. जिलाधिकारी सुब्रत कुमार सेन के निर्देश पर पशुपालन विभाग के द्वारा बेसहारा एवं आवारा पशुओं के लिए चारा वितरण किया जा रहा है.

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जिला पशुपालन पदाधिकारी डॉ अमरेन्द्र कुमार ने बताया है कि लॉकडाउन की स्थिति में सड़क पर घुमने वाले पशुओं को चारा एवं दाने की समस्या उत्पन्न हो गयी है. इसको दूर करने के लिए पशुपालन विभाग के द्वारा पशु राहत चलंत वाहन के माध्यम से शहर में घुम-घुम कर जानवरों को चारा एवं पानी की व्यवस्था करायी जा रही हैं. आवारा कुत्तों को भी बिस्कुट तथा श्वान खाद्य मुहैया कराया जा रहा है.


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जिला पशुपालन पदाधिकारी ने कहा कि शहरी क्षेत्र के बीमार पड़े जानवरों को सूचना तत्काल 9431242767 पर दिया जाय. जिला पशुपालन पदाधिकारी डॉ अमरेन्द्र कुमार के नेतृत्व में डॉ शिवशंकर कुमार, डॉ ज्योति सिन्हा तथा सहायक अजीत कुमार एवं भान चालक साहिल दास द्वारा कार्यो का सम्पादन किया जा रहा है.

• स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव ने पत्र लिखकर दिए निर्देश
• सभी जिला अस्पताल एवं अनुमंडलीय अस्पतालों में ओपीडी, प्रसव कक्ष एवं ऑपरेशन थिएटर को किया जाएगा सैनिटाइज्ड
• कोरोना से बचाव के मद्देनजर ओपीडी में सोशल डिसटेंसिंग का रखा जाएगा ख्याल

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Chhapra: कोरोना के बढ़ते संक्रमण के कारण राज्य भर में ओपीडी, आईपीडी एवं संस्थागत प्रसव सहित अन्य आपातकालीन स्वास्थ्य सेवाएं बाधित हुयी हैं. इसे ध्यान में रखते हुए राज्य सरकार ने इन जरुरी स्वास्थ्य सेवाओं को फिर से नियमित करने करने का फैसला लिया है. इसको लेकर स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव संजय कुमार ने सभी असैनिक शल्य चिकत्सक-सह- मुख्य चिकित्सा पदाधिकारियों को इस संबंध में पत्र लिखकर विस्तार से दिशानिर्देश दिया है. पत्र में प्रधान सचिव संजय कुमार ने बताया है कि कोरोना वायरस के संक्रमण की रोकथाम एवं चिकत्सकीय सेवाओं को बेहतर बनाने के लिए निरंतर मार्गदर्शन दिए जा रहे हैं. कोरोना काल में भी विभिन्न प्रकार की जरुरी चिकित्सकीय सेवाओं को लोक हित में प्रदान किया जाना अनिवार्य है. लेकिन इसकी समीक्षा क्रम में जिला अस्पताल एवं अनुमंडलीय अपस्ताल में ओपीडी( बाह्य रोगी कक्ष), आईपीडी( अन्तर्वासी रोगी कक्ष) के मरीजों की संख्या एवं संस्थागत प्रसव में कमी देखने को मिल रही है. इसलिए जिला अस्पताल एवं अनुमंडलीय अस्पताल में ओपीडी, आईपीडी, आपातकालीन सेवाएं एवं संस्थागत प्रसव को जनहित में पहले की तरह शुरू की जाएगी.

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अस्पतालों के प्रवेश के पास फ्लू कार्नर होगा अनिवार्य
पत्र में बताया गया कि सभी जिला अस्पताल एवं अनुमंडलीय अस्पताल के प्रवेश के पास एक फ्लू कार्नर स्थापित किया जाए एवं इस फ्लू कार्नर के संचालन के लिए रोस्टरवार समुचित संख्या में चिकित्सक एवं पाराचिकित्सा कर्मियों को प्रतिनियुक्त किया जाए. साथ ही फ्लू कार्नर में प्रतिनियुक्त स्वास्थ्य कर्मियों को कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए एन-95 मास्क, नॉन स्टेराइल दस्ताना (स्टेराइल दस्ताना का उपयोग शल्य कार्य एवं अन्य अनिवार्य परिक्षण हेतु) एवं डिस्पोजेबल हेड कैप आदि उपलब्ध कराने के निर्देश दिए गए हैं.

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अस्पताल में एक ही एंट्रेंस एवं एग्जिट गेट रहेगा चालू
पत्र के अनुसार अस्पताल में आने वाले लोगों के भीड़ को नियंत्रित करने के लिए जिला अस्पताल एवं अनुमंडलीय अस्पताल में एक प्रवेश द्वार( एंट्रेंस) एवं एक ही निकास द्वार( एग्जिट) चालू रखने के निर्देश दिए गए हैं. साथ ही अन्य द्वार के माध्यम से आगुन्तकों/मरीजों का प्रवेश बंद करने की सलाह दी गयी है. जिला अस्पताल एवं अनुमंडलीय अस्पताल में आने वाले मरीजों/ आगुन्तकों का कोविड-19 की प्राथमिक जाँच फ्लू कार्नर में करने के निर्देश दिए गए है. साथ ही फ्लू कार्नर में अन्य जरुरी उपकरणों के साथ इन्फ्रारेड थर्मामीटर की उपलब्धता सुनिश्चित करने की बात बताई गयी है.

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कोरोना की प्राथमिक जाँच के बाद ही मरीजों को ओपीडी में मिलेगी एंट्री 
कोरोना संक्रमण के मद्देनजर अस्पतालों में सतर्कता बरती जाएगी. फ्लू कार्नर पर मरीजों/आगुन्तकों की कोरोना की प्राथमिक जाँच होगी. जिनमें कोरोना के लक्षण दिखाई देंगे, उन्हें नजदीक के क्वारंटाइन सेंटर में भेज दिया जाएगा एवं जिनमें कोई लक्षण नहीं मिलेगा, उन्हें ही उपचार के लिए ओपीडी में जाने की अनुमति मिलेगी. इस पूरी प्रक्रिया में सामाजिक दूरी का विशेष रूप से ख्याल रखा जाएगा. ओपीडी के चिकित्सक के कमरे में भी एक बार में एक ही मरीज को जाने की अनुमति होगी ताकि संक्रमण के खतरे को टाला जा सके.

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ओपीडी, प्रसव कक्ष एवं ऑपरेशन थिएटर होंगे सैनिटाइज्ड
पत्र के माध्यम से स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव के द्वारा सभी असैनिक शल्य चिकत्सक-सह- मुख्य चिकित्सा पदाधिकारियों को कोरोना संक्रमण की रोकथाम के मद्देनजर जिला अस्पताल एवं अनुमंडलीय अस्पताल के ओपीडी, प्रसव कक्ष एवं ऑपरेशन थिएटर को अच्छी तरह सैनिटाइज्ड करने के निर्देश भी दिए गए हैं.

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जरुरी स्वास्थ्य सुविधाएँ जारी रखने की अपील
पत्र के माध्यम से प्रधान सचिव स्वास्थ्य विभाग ने सभी जिलों से अनुरोध किया है कि वर्तमान परिस्थिति में मरीजों के हित के लिए सभी जिला अस्पताल एवं अनुमंडलीय अस्पतालों में ओपीडी.आईपीडी, संस्थागत प्रसव की सेवाएं एवं अन्य आपातकालीन सेवाएं को अहर्निश रूप से बनाये रखा जाए ताकि इस विषम हालात में भी जनसमुदाय को स्वास्थ्य सेवा प्राप्त करने में किसी भी प्रकार की कठिनाई ना हो. साथ ही ओपीडी एवं संस्थागत प्रसव संबंधी अनिवार्य प्रविष्टि संजीवनी पोर्टल पर दैनिक रूप से करने की बात कही गयी है.

नई दिल्ली: Lockdown के दौरान दूरदर्शन पर पुराने धारावाहिकों के पुनः प्रसारण ने लोकप्रियता के नए शिखर स्थापित किये है.

दर्शक दूरदर्शन पर रामायण, महाभारत, चाणक्य, देख भाई देख, ब्योमकेश बक्शी समेत 90 की दशक के धारावाहिकों को पसंद कर रहे है. https://twitter.com/RetroDD/status/1249957023841538048?s=09

अब दर्शकों तक उनके पसंदीदा कार्यक्रम पहुंचाने के लिए प्रसार भारती ने नया चैनल ही लांच कर दिया है. इस चैनल का नाम DD RETRO रखा गया है. यहां सभी पुरानी धारावाहिकों का प्रसारण होगा.

New Delhi: कोरोना वायरस के महासंकट की वजह से देश में लॉकडाउन जारी है. ऐसे में एक दूसरे से जुड़ने के लिए लोग वीडियो कॉल का इस्तेमाल कर रहे हैं. वीडियो कॉलिंग/कॉन्फ्रेंसिंग ऐप ज़ूम के लिए केंद्रीय गृह मंत्रालय की ओर से एडवाइज़री जारी की गई है, जिसमें कहा गया है कि ये ऐप सुरक्षित नहीं है, ऐसे में लोग इसका सावधानी से इस्तेमाल करें. गृह मंत्रालय की ओर से कहा गया कि सरकार ने पहले भी 6 फरवरी, 30 मार्च को इसको लेकर जानकारी दी थी, ऐसे में लोग इसपर सतर्कता बरतें.

सरकार ने कहा है कि लोग अगर इसका इस्तेमाल कर भी रहे हैं, तो कुछ जरूरी बातों का ध्यान रखें. लगातार पासवर्ड बदलते रहें, कॉन्फ्रेंस कॉल में किसी को अनुमति देते हुए सतर्कता बरतें.

ज़ूम पर बात करने के लिए गृह मंत्रालय ने ये सुझाव दिए हैं, जिनका पालन कर सतर्कता बरती जा सकती है:

• हर मीटिंग के लिए नई यूजर आईडी, पासवर्ड का इस्तेमाल करें.

• वेटिंग रूम को एनेबल करें, ताकि कोई भी यूजर तभी कॉल में शामिल हो सके जब कॉन्फ्रेंस करने वाला अनुमति दे.

• ज्वाइन ऑप्शन को डिसऐबल कर दें.

• स्क्रीन शेयरिंग का ऑप्शन सिर्फ होस्ट के पास रखें.

• किसी व्यक्ति के लिए रिज्वाइन का ऑप्शन बंद रखें.

• फाइल ट्रांसफर के ऑप्शन का कम से कम इस्तेमाल करें.

Chhapra: कोरोना वायरस को लेकर पूरे देश में लॉक डाउन है. इस दौरान केंद्र और राज्य सरकार साफ सफाई पर ज्यादा जोर दे रही है. शहर से लेकर गांव तक सैनिटाइजर का छिड़काव किया जा रहा है. जिससे की इस बीमारी के प्रसार को रोका जा सके.

छपरा नगर निगम ने भी शहरी क्षेत्र के 45 वार्डों में सैनिटाइजर का छिड़काव दूसरे चरण के लॉक डाउन से प्रारंभ किया है. नगर निगम आयुक्त के अनुसार रोस्टर के अनुरूप शहर में सैनिटाइजर का छिड़काव कराया जा रहा है. हालांकि यह कार्य वही किया जाएगा जहां उनका वाहन जा सकता है.

एक घंटे में 326 लोगों ने फेसबुक पर रखी अपनी बात

शहर में सैनिटाइजर छिड़काव को लेकर छपरा टुडे द्वारा अपने फेसबुक पेज के माध्यम से शहर के मोहल्ले में किए जा रहे सैनिटाइजर छिड़काव की जानकारी ली गई. इस पोस्ट के 1 घंटे के अंतराल में कुल 326 फेसबुक यूजर ने अपने कमेंट दिए. यूजर ने कॉमेट में अपने मोहल्ले, वार्ड के नाम के साथ अपना उत्तर दिया. जो चौकाने वाला है. खबर लगाये जाने तक 914 लोगों के कमेंट हमें मिले है.   

इन वार्ड के लोगों ने किये कमेंट

शहर में कुल 45 वार्डोमें से करीब 30 वार्ड में रहने वाले लोगों के साथ अन्य लोगों ने अपनी राय दी. जिसमे वार्ड 1, 2, 3, 4, 5, 7, 9, 10, 11, 12, 13, 14, 15, 16, 17, 18, 20, 22, 23, 25, 26, 27, 32, 34, 37, 38, 40, 41, 43, 45 में रहने वाले लोग शामिल है. लगभग 95% लोगों ने यह कहा कि उनके मोहल्ले में सेनेटाइजर के छिड़काव का कार्य नहीं हुआ है.वहीं कुछ लोगों ने यह भी कहा कि छिड़काव हुआ है. हालांकि इससे यह प्रमाणित नहीं होता कि नगर निगम ने छिड़काव नहीं किया है. आम लोगों का यह भी कहना है कि शहर के कई वार्डों में सफाई कार्य भी नहीं चल रहा है. 

2 लाख से अधिक की आबादी, करीब डेढ़ लाख लोगों का घर संकीर्ण गलियों में

वर्ष 2011 की जनगणना के अनुसार छपरा नगर निगम के 45 वार्डों में 2 लाख से अधिक लोग रहते हैं. 9 वर्ष बीत जाने के बाद नगर निगम क्षेत्र में एक अनुमान के मुताबिक जनसँख्या में 20 प्रतिशत की वृद्धि हुई है. छपरा पुराना शहर है, जिसके वार्ड एक ब्रह्मपुर से लेकर वार्ड 45 रौजा तक अगर मुख्य मार्ग को छोड़ दें तो लगभग सभी सड़कें संकीर्ण और तंग गलियां ही हैं. नगर निगम का यह कहना कि सैनिटाइजिंग का काम वही होगा जहां गाड़ी जा सकती है. ऐसे में करीब डेढ़ लाख की आबादी जो खासकर शहरी क्षेत्र के उन गलियों में बसती है वहाँ रहने वाली बड़ी आबादी, वह गालियां इस कार्य से वंचित रहेगी. 

एक गाड़ी और दो कर्मी के सहारे छिड़काव

एक गाड़ी और दो कर्मी शहर पूरे शहर को सैनेटाइज करने में जुटे हैं. वाहन के अंदर से ही बाहर की सड़कों पर फुहारे लगाते हुए सरपट गाड़ी दौड़ रही है. लगता है मानों शहरवासियों की सुरक्षा के नाम पर सिर्फ कोरम पूरा किया जा रहा हो. हालांकि इस पर भी निगम कर्मियों की अपनी प्रतिक्रिया है. नगर निगम के कर्मी यह कह रहे है कि सिर्फ सड़कों पर छिड़काव किया जा रहा है. इसे भी पढ़ें: अंततः नगर निगम की खुली नींद, शुरू हुआ सेनेटाइजिंग का काम

उधर कुछ एक वार्ड पार्षद का कहना है कि मुख्य मार्ग पर छिड़काव के बाद नगर निगम के कर्मियों द्वारा गलियों में भी छिड़काव की योजना बन रही है. इसे भी पढ़ें: शहरवासियों ने पूछा आख़िर कब होगा शहर सैनेटाइज, नगर निगम सिर्फ फॉगिग से भगा रहा कोरोना

बहरहाल कोरोना वायरस को लेकर 3 मई तक लॉक डाउन है. पहले चरण में 21 दिन के लॉक डाउन में नगर निगम ने सिर्फ ब्लीचिंग पाउडर एवं एंटी लार्वा का छिड़काव कर शहरवासियों की कोरोना वायरस से सुरक्षा की. वही दूसरे चरण के 19 दिन के लॉक डाउन में सिर्फ वाहन जाने वाली सड़कों पर सरपट वाहनों को दौड़ाकर कर एक बार फिर से लोगों की सुरक्षा कर रही है.

Chhapra: स्वास्थ्य विभाग ने कोरोना से जंग जीतने के लिए एक नई पहल शुरू की है. अब पल्स पोलियो अभियान के तर्ज पर ही कोरोना वायरस संक्रमण को लेकर घर-घर जाकर सर्वे व स्क्रीनिंग की जायेगी. इस काम में आंगनबाड़ी, आशा व अन्य उत्प्ररेकों की मदद ली जायेगी. इसको लेकर सिविल सर्जन डॉ माधवेश्वर झा ने आवश्यक निर्देश जारी किया है. सर्वे संबंधित कार्य 16 अप्रैल से प्रारंभ हो गया. इसके लिए टीम का गठन किया गया है.

तीन स्तरों पर ली जाएगी सूचना

सिविल सर्जन डॉ माधवेश्वर झा ने बताया कि सर्वे कार्य के लिए राज्य स्वास्थ्य समिति द्वारा कोविड 19 फॉर्म उपलब्ध कराये गये हैं. इसमें तीन स्तरों पर सूचना उपलब्ध कराने का काम किया जाना है. कोविड 19 फॉर्म के तहत पहला प्रपत्र स्थानीय स्तर पर नियुक्त किये गये दलकर्मी भरेंगे. कोविड 19 फॉर्म के तहत 2, 3 व 3 ए व 4 प्रपत्र को पर्यवेक्षक व फॉर्म 5 जिला स्तर पर भरने का काम किया जायेगा. सर्वे के दौरान प्रत्येक घर में हाउस मार्किंग की जायेगी. संदिग्ध पाये गये व्यक्तियों के घरों पर चिन्हित किया जायेगा.

प्रत्येक दलकर्मी को उपलब्ध कराये जायेंगे सुरक्षा किट

कोविड 19 को लेकर घर घर सर्वे करने वाले प्रत्येक टीम को एक किट जिला द्वारा उपलब्ध कराया जायेगा. इसमें तीन लेयर वाला 10 पीस मास्क, नॉन स्ट्रॉयल 10 पीस हैंड गलब्स व एक साबुन होंगे. सर्वे के काम में लगे सभी कर्मियों को भ्रमण के लिए पास भी निर्गत किया जाना है. राज्य के अन्य सभी जिलों के जिलांगर्त व विदेश से आये हुए लोगों के गांव व शहर के संबंधित वार्डों में भी गहन सर्वेक्षण का कार्य कर कार्ययोजना तैयार का निर्देश दिया गया है.

ली जाएगी ये जानकारी

पर्यवेक्षक अपने दलकर्मियों के पोषक क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले प्रत्येक दवा दुकान एवं सामुदायिक व ग्रामीण चिकित्सक से संपर्क कर बुखार के साथ खांसी अथवा सांस लेने में परेशानी वाले चिन्हित मरीजों की विवरणी फॉर्म 3 ए में भरेंगे. दवा दुकान, सामुदायिक व ग्रामीण चिकित्सकों से संदिग्ध मरीजों की विवरणी प्राप्त करने का कार्य अभियान सर्वे के प्रथम दिन तथा छठे दिन किया जायेगा तथा तदनुसार प्राप्त किये गये सूची का सत्यापन कर संदिग्धों की सूची तैयार की जायेगी. इसके बाद यह सूची प्रखंड कार्यालय को उपलब्ध कराया जाना है.

संदिग्ध पाये गये मरीजों की स्क्रीनिंग एवं टेस्टिंग

कोविड फॉर्म 3 एवं 3 एक में दर्ज आंकड़ों में संदिग्ध लक्षणों के साथ पाये गये व्यक्तियों को कोरेंटाइन करते हुए प्रखंड स्तरीय चिकित्सकों की टीम द्वारा स्क्रीनिंग किये जाने का निर्देश दिया गया है. संदिग्ध मरीजों की जांच हेतु सैंपल संग्रहित किये जायेंगे. स्क्रीनिंग के दौरान सही पाये गये व्यक्तियों को होम कोरेंटाइन हेतु वापस घर भेज दिया जायेगा.

दिये गये हैं वित्तीय दिशा निर्देश भी

कोविड 19 के सर्वे कार्य में लगे प्रत्येक दल कर्मी को प्रतिदिन 200 रुपये की दर से 8 दिनों का भुगतान किया जायेगा. वहीं कोविड 19 के सर्वे कार्य हेतु सुपरवाइजर को प्रतिदिन 400 रुपये की दर से 8 दिनों का भुगतान किया जायेगा. इसमें 300 रुपये मानदेय व 100 रुपये आने जाने के लिए दिया जाना है.

Chhapra: जिलाधिकारी सुब्रत कुमार सेन ने बुधवार को समाहरणालय सभागार में बैंकर्स के साथ बैठक की. इस दौरान जिलाधिकारी ने कहा कि बैंको में आने वाले ग्राहकों को कम-से-कम एक मीटर की दूरी पर बैठाने की व्यवस्था करायी जाय ताकि सोशल डिस्टेंसिग मेंटेन हो सके.

उन्होंने कहा कि वैसे बैंक जहाँ अंदर में जगह की कमी है वहाँ बैंक के बाहर में ही पंडाल लगाया जाय तथा उसमें कुर्सी एवं पेयजल की व्यवस्था करायी जाय.साथ ही लोग लाईन में नहीं लगें इसको लेकर टोकन व्यवस्था अपनायी जाय. ग्राहकों की सुविधा के लिए अलग से एक बैंक कर्मी की प्रतिनियुक्ति कर दी जाय जो लोगों को जरूरी जानकारी उपलब्ध कराते रहें.

सीएसपी केंद्र का सुबह 6 से शाम 6 बजे तक होगा संचालन
जिलाधिकारी ने बैंक से सम्बद्ध सीएसपी संचालकों को सीएसपी केन्द्र का संचालन सुबह के छः बजे से संध्या के छः बजे तक ही कराने का आदेश दिया है. इसके साथ ही सीएसपी संचालक केन्द्र पर आने वाले लोगों को यह बतायें कि वे अपना पैसा बिना भीड़ लगाये सुविधानुसार निकालें. सीएसपी संचालक अपने स्तर से वोलेन्टीयर्स रखें जो सीएसपी केन्द्र पर सोसल डिस्टेंसिंग को मेंटेन कराये.

जिलाधिकारी ने कहा कि लॉकडाउन को लेकर लोगों की परेशानी बढ़ी है. उसे सामुहिक प्रयास से दूर करना है.

पोस्ट ऑफिस के माध्यम से भी निकाल सकते है पैसा
बैठक में उपस्थित प्रधान डाकघर छपरा के सीनियर सुपरिटेंडेंट ने बताया कि किसी भी बैंक का पैसा डाकघर से भी निकाला जा सकता है वषर्ते ग्राहक का आधार नम्बर बैंक लिंक्ड हो. डाकघर भी बैंक की तरह कार्य कर रहे हैं.

सीनियर सुपरिन्टेंडेंट ने कहा कि सारण जिला के प्रत्येक पंयाचत में ग्रामीण डाक सेवक मौजूद हैं जिनके माध्यम से सरकार के किसी भी योजना की राशि का भुगतान प्राप्त किया जा सकता है. जरूरतमंद व्यक्ति अपने ग्रामीण डाक सेवक से सम्पर्क करें. उन्होने कहा कि योजनाओं की राशि का भुगतान उप डाकघरों से प्राप्त किया जा सकता है चाहें खाता किसी भी बैंक में हो केवल आधार नम्बर बैंक लिंक्ड होना चाहिए.A valid URL was not provided.

उन्होंने कहा कि यदि कि किसी बैंक में अधिक भीड़ लग रही है तो वहाँ पोस्ट आफिस सहयोग करेगा. वहाँ पोस्टआफिस का एक कर्मी जाकर काउण्टर लगायेगा और लोगों का भुगतान करेगा. उन्होने कहा कि प्रधान डाकघर छपरा में भी नियंत्रण कक्ष स्थापित किया गया है जो 06152-242131 पर कार्यरत है. इस नम्बर पर भी सूचना दी जा सकती है.

बैठक में जिलाधिकारी के साथ पुलिस अधीक्षक हर किषोर राय, उप विकास आयुक्त अमित कुमार, उप समाहर्त्ता बैंकिंग, अग्रणी बैंक प्रबंधक सहित सभी बैंकों के प्रबंधक उपस्थित थे. जानकारी जिला जन-सम्पर्क पदाधिकारी ने दी.

Chhapra: Lockdown के बीच दूरदर्शन पर रामायण धरावाहिक का प्रसारण किया जा रहा है. बताया जा रहा है कि इस आध्यात्मिक धारावाहिक ने टीआरपी के सभी रिकॉर्ड तोड़ दिए है. जिसके बाद प्राइवेट एंटरटेनमेंट चैनलों में भी पुराने धारावाहिक को फिर से शुरू करने की होड़ मच गई है. 

इन दिनों लोग फिर से रामायण को देख रहे है और पसंद कर रहे है. इस धारावाहिक की लोकप्रियता का अंदाजा इस बात से भी लगाया जा सकता है कि सोशल मीडिया के इस दौर में लोग रामायण के प्रसारण के दौरान और उसके बाद उसके संवाद, उससे प्राप्त संदेशों को सोशल मीडिया पर शेयर कर रहे है. छपराटुडे 

पिछले कुछ दिनों से रामायण जैसे जैसे आगे बढ़ रहा है लोग उसे काफी पसंद कर रहे है. रामायण महाकाव्य के संदेशों को लोग आत्मसात कर रहे है. चाहे भरत का भाई प्रेम हो या सुग्रीव का राज्याभिषेक. लोगों को कुम्भकर्ण का रावण को दिया संदेश भी खूब पसंद आया और लोगों ने इसे भी अपने सोशल प्रोफाइल पर शेयर किया. कुम्भकर्ण ने अपने भाई को आगाह भी किया और उनका आदेश भी माना.

रामायण में दर्शकों की रुचि ने सरकार के इसे पुनः प्रसारित करने के फैसले को सही साबित कर दिया है. लोग सुबह 9 बजे और रात्रि 9 बजे इसका प्रसारण देख रहे है.

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Chhapra: कोरोना वैश्विक महामारी के कारण लॉक डाउन में घरों तक अखबार पहुंचाने वाले हॉकरों के बीच रिविलगंज प्रखंड के मोहब्बत परसा के समाजसेवी बुलबुल मिश्रा ने गमछा, साबुन और बिस्कुट का वितरण किया.

समाजसेवी बुलबुल मिश्रा ने बताया कि अखबार के हॉकर कड़ी मेहनत कर रहे हैं और चिकिसक, मेडिकल टीम, सरकारी कर्मियों, पुलिस, मीडिया अहम कड़ी है.

पेपर एजेंसी में इक्कठे 130 हॉकरों को गमछा से सम्मानित किया गया.