Tech/Auto: गुजरात के हंसतपुर से मंगलवार को एक नया इतिहास लिखा गया। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने यहां सुजुकी मोटर प्लांट से कंपनी की पहली इलेक्ट्रिक कार ई-विटारा (E-Vitara) को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। खास बात यह है कि भारत में बनी यह कार अब यूरोप, जापान समेत 100 से ज्यादा देशों में भेजी जाएगी।

पीएम मोदी ने कहा- अब जब ये गाड़ियां दुनिया की सड़कों पर दौड़ेंगी, तो उन पर लिखा होगा मेड इन इंडिया।

क्यों खास है ये लॉन्च?

  • यह मारुति की पहली ग्लोबल इलेक्ट्रिक कार है।
  • अब भारत में ही बैटरी और हाइब्रिड टेक्नोलॉजी बनने लगी है।
  • देश में पहली बार बैटरी सेल और इलेक्ट्रोड का निर्माण हो रहा है।
  • पुराने वाहनों को हाइब्रिड एम्बुलेंस में बदलने का भी काम शुरू।

प्रधानमंत्री मोदी का संदेश

मोदी ने कहा कि इलेक्ट्रिक वाहन सिर्फ विकल्प नहीं, बल्कि प्रदूषण और ईंधन संकट का समाधान हैं। उन्होंने बताया कि मारुति सुजुकी ने महज छह महीने में हाइब्रिड एम्बुलेंस का प्रोटोटाइप बना दिया है और इसके लिए सरकार ने करीब 11 हजार करोड़ रुपये का बजट रखा है।

Make In India का नया चेहरा

मारुति लगातार चार साल से देश की सबसे बड़ी कार निर्यातक है और अब इलेक्ट्रिक वाहनों के निर्यात के साथ ‘मेक इन इंडिया’ का नया चेहरा बन रही है।

आगे का Roadmap

प्रधानमंत्री मोदी ने सभी राज्यों को आमंत्रण दिया- आइए, रिफॉर्म्स की स्पर्धा करें, प्रो-डेवलपमेंट पॉलिसीज की स्पर्धा करें, गुड गवर्नेंस की स्पर्धा करें।

आगे उन्होंने कहा कि 2047 तक विकसित भारत बनाने के लिए मैन्युफैक्चरिंग, इलेक्ट्रिक मोबिलिटी और सेमीकंडक्टर जैसे क्षेत्रों पर सबसे ज्यादा जोर देना होगा।

New UPI Rule: अगर आप यूपीआई (UPI) से पेमेंट करते हैं, तो यह खबर आपके लिए अहम है। नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) ने घोषणा की है कि 1 अक्टूबर 2025 से पीयर-टू-पीयर (P2P) कलेक्ट रिक्वेस्ट फीचर को पूरी तरह हटा दिया जाएगा। यह फैसला ऑनलाइन धोखाधड़ी को रोकने और लेनदेन को और सुरक्षित बनाने के लिए लिया गया है।

क्या है कलेक्ट रिक्वेस्ट?

यह सुविधा किसी भी यूपीआई यूजर को यह मौका देती थी कि वह दूसरे व्यक्ति से सीधे पैसे की डिमांड भेज सके। सामने वाला अगर रिक्वेस्ट स्वीकार कर ले और अपना यूपीआई पिन डाल दे, तो रकम तुरंत ट्रांसफर हो जाती है। शुरुआत में यह फीचर आसान और उपयोगी माना गया, लेकिन समय के साथ ठगों ने इसे हथियार बना लिया। वे नकली रिक्वेस्ट भेजकर लोगों को चूना लगाने लगे।

कारोबारियों के लिए राहत

यह रोक केवल व्यक्ति से व्यक्ति (P2P) रिक्वेस्ट पर होगी। दुकानदार और व्यापारी (मर्चेंट्स) पहले की तरह कलेक्ट रिक्वेस्ट का इस्तेमाल कर सकेंगे। हालांकि, NPCI व्यापारी अकाउंट्स पर KYC नियम और कड़े करने की तैयारी कर रहा है, ताकि धोखाधड़ी के मौके और कम हों।

अभी के नियम

इस समय किसी भी यूपीआई यूजर को एक बार में अधिकतम 2,000 रुपये तक की कलेक्ट रिक्वेस्ट भेजने की अनुमति है। लेकिन नए बदलाव के बाद बैंक और यूपीआई ऐप्स ऐसे ट्रांजैक्शन प्रोसेस नहीं करेंगे।

यूजर्स पर कितना असर पड़ेगा?

एक्सपर्ट्स मानते हैं कि आम यूजर्स को इससे खास दिक्कत नहीं होगी। वजह यह है कि यूपीआई के कुल लेनदेन में कलेक्ट रिक्वेस्ट की हिस्सेदारी केवल करीब 3% ही है। मतलब यह कदम डिजिटल पेमेंट्स की सुरक्षा बढ़ाने की दिशा में ज्यादा मायने रखता है, न कि यूजर्स की सुविधा कम करने में।

Mumbai, 15 जुलाई (हि.स)। दुनिया के सबसे अमीर कारोबारी एलन मस्‍क की इलेक्ट्रिक कार विनिर्माता कंपनी टेस्ला ने मंगलवार को अपना पहला शोरूम मुंबई के बांद्रा-कुर्ला कॉम्प्लेक्स (बीकेसी) में खोल दिया। इस शोरूम को ‘एक्सपीरियंस सेंटर’ कहा जा रहा है। टेस्‍ला की Y मॉडल कार अब भारत में बिकेगी। कंपनी ने कार की शुरुआती कीमत 59.89 लाख रुपये (एक्स-शोरूम, मुंबई) रखी है, जो अमेरिका की तुलना में 28 लाख रुपये ज्यादा है।

भारतीय बाजार में उन्होंने मुंबई से अपनी शुरूआत करने की घोषणा की है

उद्घाटन समारोह में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि महाराष्ट्र चाहता है कि टेस्ला, भारत में अपने अनुसंधान एवं विकास तथा विनिर्माण संयंत्र स्थापित करे। उन्‍होंने कहा कि टेस्ला ने सही राज्य और सही शहर में कदम रखा है, क्योंकि कई वर्षों से जिसका इंतजार हम कर रहे थे, वो कार आज टेस्ला ने मुंबई से लॉन्च की है। भारतीय बाजार में उन्होंने मुंबई से अपनी शुरूआत करने की घोषणा की है। टेस्ला मुंबई में एक्स्पीरियंस सेंटर के साथ-साथ डिलीवरी की व्यवस्था, लॉजिस्टिक्स की व्यवस्था और सर्विसिंग की व्यवस्था ला रहा है। टेस्ला ने महाराष्ट्र और मुंबई को चुना, क्योंकि आज इलेक्ट्रिक वाहन के क्षेत्र में महाराष्ट्र लीडर बन चुका है। मुझे विश्वास है कि आने वाले दिनों में टेस्ला का पूरा इको-सिस्टम महाराष्ट्र में देखने को मिलेगा।


इलेक्ट्रिक कार विनिर्माता कंपनी टेस्ला ने शहर के मध्य बांद्रा कुर्ला कॉम्प्लेक्स (बीकेसी) में 4,000 वर्ग फुट में ‘एक्सपीरियंस सेंटर’ खोला है। हालांकि, अभी कार की डिलीवरी की टाइमलाइन या टेस्ट ड्राइव के विकल्प उपलब्ध नहीं कराए गए हैं। टेस्ला के इस कदम को देश में इलेक्ट्रिक वाहनों के बढ़ते बाजार की दिशा में बड़ा संकेत माना जा रहा है। इलेक्ट्रिक कार टेस्ला का मॉडल Y के दो वेरिएंट्स भारत में उपलब्ध हैं। इन दोनों की टॉप स्पीड 201 किमी प्रति घंटा है। इसमें मॉडल Y रियर व्हील ड्राइव (आरडब्ल्यूडी) की कीमत 59.89 लाख रुपये और मॉडल Y लॉन्ग रेंज (आरडब्ल्यूडी) की कीमत 67.89 लाख रुपये है। इन कीमतों में जीएसटी भी शामिल है। इनकी ऑन रोड कीमतें 61.07 लाख रुपये (मॉडल Y आरडब्ल्यूडी) और 69.15 लाख रुपये लॉन्ग रेंज आरडब्ल्यूडी तक है, जिसमें रोड टैक्स, फास्‍ट टैग और अन्य शुल्क शामिल हैं।

नई दिल्ली, 11 जून (हि.स.)। भारतीय अंतरिक्ष यात्री शुभांशु शुक्ला और तीन अन्य एस्ट्रोनॉट्स के लिए अंतरिक्ष स्टेशन तक की ऐतिहासिक यात्रा को एकबार फिर स्थगित कर दिया गया । आज एक्सिओम-4 मिशन की लॉन्चिंग होनी थी। लॉन्चिंग वाहन में रिसाव के चलते इसे फिर स्थगित कर दिया गया है। इसरो प्रमुख डॉ. वी नारायणन ने यह जानकारी एक्स पर दी।

लॉन्च पैड पर सात सेकंड का हॉट टेस्ट किया गया।

डॉ. नारायणन ने कहा कि आईएसएस पर पहले भारतीय गगनयात्री भेजने के लिए 11 जून को लॉन्च होने वाले एक्सिओम-4 मिशन को स्थगित कर दिया गया है। फाल्कन 9 लॉन्च वाहन के बूस्टर चरण के प्रदर्शन को मान्य करने के लिए लॉन्च वाहन की तैयारी के हिस्से के रूप में, लॉन्च पैड पर सात सेकंड का हॉट टेस्ट किया गया।

परीक्षण के दौरान प्रणोदन बे में रिसाव का पता चला था

परीक्षण के दौरान प्रणोदन बे में रिसाव का पता चला था। इसरो टीम ने एक्सिओम-4, स्पेसएक्स के विशेषज्ञों के साथ इस विषय पर चर्चा के आधार पर लॉन्च के लिए मंजूरी देने से पहले रिसाव को ठीक करने और आवश्यक सत्यापन परीक्षण करने का निर्णय लिया। इसलिए आईएसएस पर पहली बार भारतीय गगनयात्री भेजने के लिए 11 जून को होने वाले एक्सिओम-4 के प्रक्षेपण को स्थगित कर दिया गया है।

अंतरिक्षयात्रियों को 29 मई को रवाना होना था

उल्लेखनीय है कि एक्सिओम-4 मिशन को पहले भी तीन बार टालना पड़ा है। अंतरिक्षयात्रियों को 29 मई को रवाना होना था, लेकिन इसे आठ जून तक टाला गया। इसके बाद इसे 10 जून तक टाला गया। स्पेसएक्स का फाल्कन-9 रॉकेट मंगलवार शाम फ्लोरिडा के कैनेडी स्पेस सेंटर से रवाना होने वाला था, लेकिन खराब मौसम को एक दिन के लिए टाल दिया गया था।