Chhapra: सरस्वती पूजा को मनाने को लेकर उत्साह देखा जाता है. खासकर युवाओं में पूजा को लेकर उत्साह होता है. पूजा की तैयारियों में इन दिनों सभी जुटे है.

शिक्षण संस्थानों, पूजा पंडालों और घरों में सरस्वती पूजा को लेकर तैयारी की जा रही है. मूर्तिकार मूर्तियों को अंतिम रूप देने में जुटे हुए है.

छपरा शहर के श्यामचक में मूर्तिकारों के यहाँ मूर्ति ख़रीदने और अपनी मूर्ति को ली जाने के लिए युवा अब जुटने लगे है. छपरा में निर्मित इन मूर्तियों को पड़ोसी राज्य उत्तरप्रदेश के बलिया, गोरखपुर आदि ज़िलों से लोग ख़रीदने पहुँचते है.

30 को मनायी जाएगी सरस्वती पूजा
इस साल सरस्वती पूजा 30 जनवरी को मनायी जाएगी. पूजा को लेकरशहर के बाज़ारों में भी रौनक़ देखने को मिल रही है. पूजा से जुड़े सामानों की दुकानों के साथ फल मंडी में लोग ख़रीदारी के लिए पहुँच रहे है.

स्कूलों और कोचिंग संस्थानों में ख़ास तैयारी
सरस्वती पूजा मनाने को लेकर स्कूलों और शैक्षणिक संस्थानों, कोचिंग में ख़ास तैयारी की जा रही है. कई स्कूलों के बच्चों के द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम की प्रस्तुति की जाती है. जिसे लेकर बच्चे तैयारी में जुटे है.

छपरा: शहर के विभिन्न स्थानों पर कलाकारों द्वारा माँ सरस्वती की प्रतिमा बनाई जा रही है. कलाकार प्रतिमाओं के रंग रोगन का काम किया जा रहा है. शैक्षणिक संस्थानों द्वारा दिए गए आर्डर पर कलाकार दिन रात लगे हुए है.

शहर के श्यामचक, डाकबंगला रोड आदि जगहों पर कलाकार माँ सरस्वती की प्रतिमा को अंतिम आकार दे चुके है और अंतिम रूप देने के लिए रंग रोगन में जुटे हुए है.

छपरा टुडे डॉट कॉम के संवाददाता से बात करते हुए कलाकार उमेश कुमार ने बताया कि माँ सरस्वती की प्रतिमा बनाने का कार्य दिवाली से ही शुरू कर देते है. इस वर्ष जो उन्होंने प्रतिमा बनाया है वो 250 रूपये से लेकर 5000 तक बिकेगा. उन्होंने बताया कि कुछ शैक्षणिक संस्थानों द्वारा आर्डर देकर भी बनवाया जा रहा है.

बताते चलें कि विद्या की देवी माँ सरस्वती की पूजा इस वर्ष 1 फरवरी को मनाया जायेगा. इसको लेकर स्कूल, कॉलेज और अन्य शैक्षणिक संस्थानों में तैयारियां शुरू हो गयी है.