Chhapra: प्री-पेड स्मार्ट मीटर लगाने में बिहार देश के अग्रणी राज्यों में है। राज्य में स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगाने का कार्य सितंबर 2019 में शहरी क्षेत्रों में किया गया। राज्य के ग्रामीण क्षेत्रों में इसकी शुरुआत जनवरी 2023 से हुई। राज्य में अबतक कुल 50 लाख 23 हजार स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगाए जा चुके हैं, जिसमें शहरी क्षेत्रों में 17.47 लाख तथा ग्रामीण क्षेत्रों में 32.76 लाख लगाये गए हैं। वर्ष 2025 तक सभी घरों में स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगाने का लक्ष्य रखा गया है।

स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगाने के लक्ष्य को ससमय पूरा करने के उद्देश्य से आज मुख्य सचिव की अध्यक्षता में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से सभी प्रमंडलीय आयुक्त एवं जिलाधिकारियों के साथ बैठक आहुत की गई।

ऊर्जा सचिव पंकज कुमार पाल द्वारा पावर पॉइंट प्रेजेंटेशन के माध्यम से स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगाने के लक्ष्य को निर्धारित समय सीमा के अंतर्गत पूरा करने तथा इसको लेकर फैलाई जा रही भ्रांतियों को दूर करने के संबंध में बिंदु वार जानकारी दी गई।

स्मार्ट प्रीपेड मीटर को लेकर भ्रांति:- यह भ्रांति फैलाई जा रही है कि यह मीटर तेज गति से चलता है एवं ऊर्जा खपत को बढ़ा देता है

स्मार्ट प्रीपेड मीटर की वास्तविकता एवं फायदे:-
(1) पुराने पोस्ट पेड मीटर के समतुल्य ही बिजली खपत दर्ज होती है। इसके लिये हजारों की संख्या में स्मार्ट प्रीपेड मीटर के साथ साथ पुराने मीटर को टेस्ट मीटर के रूप में लगाकर इसका सत्यापन किया जा रहा है। आने वाले दिनों में सभी प्रखंडों/पंचायतों में टेस्ट मीटर लगाया जाने वाला है।

(2)रिचार्ज पर कुल तीन प्रतिशत का वित्तीय लाभ

(3) त्रुटि रहित एवं सहज विपत्रिकरण

(4)दैनिक ऊर्जा खपत /रिचार्ज बैलेंस की जानकारी कभी भी एवं कहीं से भी घर बैठे प्राप्त की जा सकती है

(5)बकाया राशि को आसान किश्तों में भुगतान की सुविधा

(6) 2000 रुपये से अधिक के अग्रिम जमा राशि पर ब्याज की सुविधा

(7) स्वीकृत भार(लोड) से अधिक भार के उपयोग पर छः महीने तक कोई भी दंडात्मक कार्रवाई नहीं होगी।

बताया गया कि स्मार्ट प्रीपेड मीटर से संबंधित उपभोक्ताओं को होने वाली कुछ व्यवहारिक कठिनाइयों को दूर करने के लिये भी कंपनी द्वारा निरंतर प्रयास किया जा रहा है। जब रिचार्ज बैलेंस समाप्त होने वाला रहता है तो इसकी पूर्व सूचना उपभोक्ताओं को मोबाइल पर लगातार दी जाती है। बैलेंस समाप्त हो जाने पर भी दो दिनों तक बिजली नहीं कटती है।

बकाये राशि से अधिक के भुगतान (पॉजिटिव बैलेंस) के उपरांत सामान्यतः 5 से 10 मिनट में बिजली बहाल हो जाती है। विशेष परिस्थिति में मुख्यतः नेटवर्क की समस्या के कारण बिजली बहाल होने में कुछ अधिक समय लगता है।

ग्रामीण क्षेत्र के उपभोक्ताओं के लिये मीटर में ही पुश बटन का प्रावधान किया गया है एवं उपभोक्ताओं के लिये जहाँ नेटवर्क की समस्या अधिक पाई गई है वहाँ यह दूसरे विकल्प के रूप में उनके मीटर में ही उपलब्ध करा दिया गया है।

सभी जिलों को स्मार्ट प्रीपेड मीटर के साथ टेस्ट मीटर का अधिक से अधिक डेमोंस्ट्रेशन कराकर उपभोक्ताओं के मन मे व्याप्त भ्रांतियों को दूर करने को कहा गया है। सभी सरकारी कार्यालयों में 30 नवंबर तक स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगाने में भी अपेक्षित सहयोग सुनिश्चित करने को कहा गया है।

Chhapra: सोनपुर थानान्तर्गत लूट कांड का उद्भेदन करते हुए सारण पुलिस ने 3 अभियुक्तों को गिरफ्तार किया है। 

दिनांक-20.09.2024 को सोनपुर थानान्तर्गत यदुवंशी चौक के पास अज्ञात 3-4 अपराधकर्मियों द्वारा एक पिकअप चालक को बंधक बनाकर पिकअप एवं उसपर लोड एयरटेल कंपनी का टेलीकॉम मेटेरियल सहित लूट की घटना कारित की गयी थी । इस संबंध में चालक सुबोध कुमार के लिखित आवेदन के आधार पर सोनपुर थाना कांड संख्या-776/24 धारा-111/309 (4) बी०एन०एस० के कांड दर्ज किया गया था।

वरीय पदाधिकारी के निर्देश के आलोक में तकनिकी साक्ष्य एवं प्राप्त आसूचना के आधार पर इस कांड का सफलता पूर्वक उदभेदन करते हुए इस घटना में संलिप्त 3 अपराधकर्मियों को गिरफ्तार किया गया एवं पूछताछ के क्रम में गिरफ्तार अपराधकर्मियों के द्वारा घटना में अपनी संलिप्तता स्वीकार की गयी है और इनके निशानदेही के आधार पर कांड में लूटे गए पिकअप तथा घटना कारित करने में उपयोग किए गए 1 बोलेरो गाड़ी एवं 1 टिआगो कार को बरामद किया गया।

कांड में लूटे गए पिकअप पर लोड एयरटेल टावर के सामानों की बरामदगी एवं शेष संलिप्त अपराधकर्मियों की गिरफ्तारी हेतु छापामारी जा रही है।

गिरफ्तार किए गए अभियुक्तों का नाम 

1. सौरभ कुमार, पे०- संजीव सिंह, सा० धोबॉली, थाना-बिदुपुर, जिला-वैशाली। 2. सनोज चौधरी, पे०- स्व. देवेन्द्र चौधरी, सा०- मझौली पारा, थाना-बिदुपुर, जिला-वैशाली।

3. विशाल कुमार, पे०- मनोज सिंह, सा० उफरौल ककरहट्टा, थाना-बिदुपुर, जिला-वैशाली।

 

Chhapra: गंगा सिंह महाविद्यालय, छपरा में “विकसित भारत @2047 और भारतीय ज्ञान परंपरा का योगदान” विषयक अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन किया गया।

संगोष्ठी को संबोधित करते हुए कुलपति प्रो परमेन्द्र कुमार बाजपेई ने विकसित भारत की संकल्पना के निमित्त आर्थिक वृद्धि, सामाजिक प्रगति, पर्यावरणीय स्थिरता, सतत विकास के विविध आयामों की चर्चा करते हुए भारतीय ज्ञान परंपरा के समृद्ध इतिहास को बतलाया। प्राचीन गुरुकुल परंपरा की महत्ता को स्थापित करते हुए उन्होंने कहा कि शैक्षिक वातावरण को वर्तमान युग के अनुरूप ढलना होगा।

पाठ्यक्रम निर्माण, पाठ्य पुनश्चर्या, आकलन आदि व्यवस्थाएं नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति के ध्येय को बल प्रदान करेगी। अंग्रेजी की जरूरत को स्वीकार करते हुए भी हमें अपनी राष्ट्रभाषा के साथ-साथ क्षेत्रीय भाषाओं को प्राथमिकता देनी है। भारतीय ज्ञान परंपरा में मौलिक शोध को बढ़ावा देने की वकालत करते हुए प्रो बाजपेई ने कहा कि हमें पश्चिम की नकल नहीं करनी है, बल्कि विकास की पूर्व की अवधारणा को धरातल पर उतारना होगा।

अरस्तू के ‘तर्क से सत्य की खोज’ अवधारणा की चर्चा करते हुए उन्होंने प्लूटो, कोपरनिकस, गैलीलियो, न्यूटन, ब्रटेंड रसेल आदि के योगदानों पर प्रकाश डालते हुए कहा कि आज भारत दुनिया की तीसरी आर्थिक महाशक्ति है और हमें अपनी ज्ञान परंपरा के समृद्धतम स्वरूप को विश्व पटल के समक्ष रखना है।

संगोष्ठी की शुरुआत मंगलाचरण और दीप प्रज्ज्वलन से हुआ। स्वागत वक्तव्य देते हुए महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ सिद्धार्थ शंकर सिह ने संगोष्ठी की महत्ता और विकसित भारत की संकल्पना को बतलाया।

भारतीय ज्ञान परंपरा के समृद्घ इतिहास की चर्चा करते हुए शैक्षिक नवनिर्माण के विविध सोपानों की व्याख्या की। उन्होंने कहा कि शैक्षणिक वातावरण को बेहतर बनाकर ही हम अपनी युवा पीढ़ी को समृद्ध और सक्षम बना पाएंगे और तभी वे राष्ट्र निर्माण में अपनी समुचित भागीदारी निभा पाएंगे।

नेपाल के संस्कृत विश्वविद्यालय से आए प्राध्यापक डॉ गोविंद प्रसाद दहल ने अपने संबोधन में भारत-नेपाल मैत्री संबंधों की विशद चर्चा की और कहा कि विकसित भारत की संकल्पना फलीभूत होने से भारत के पड़ोसी देश भी लाभान्वित होंगे।

राष्ट्रीय उर्दू भाषा विकास परिषद, भारत सरकार के निदेशक डॉ शम्स इकबाल ने अपने ऑनलाइन संबोधन में भारतीय भाषाओं की समृद्धता के लिए भाषायी आदान-प्रदान की जरूरत पर बल दिया।

भारतीय पुलिस सेवा के वरिष्ठ अधिकारी जय प्रकाश सिंह ने संगोष्ठी में अपना वक्तव्य प्रस्तुत करते हुए कहा कि भारतीय बुद्धिजीवियों के देश पलायन को रोकना हमारी प्राथमिकता होनी चाहिए, ताकि उनकी सेवा और योगदान से हमारा देश लाभान्वित हो सके। उन्होंने विश्वास जतलाया कि हमारा देश विश्वगुरु और सोने की चिड़िया के प्राचीन गौरव को जरूर हासिल करेगा।

फ्रांस के विश्वविद्यालय के प्रोफेसर डॉ धर्मेंद्र प्रताप सिंह ने अपने ऑनलाइन व्याख्यान में भारत के प्राचीन शिक्षा प्रणाली और तक्षशिला, नालंदा विश्वविद्यालय के गौरव की चर्चा करते हुए बतलाया कि विकसित भारत की संकल्पना को धरातल पर उतारने के लिए भारतीय शिक्षा व्यवस्था, भारतीय सामाजिक व्यवस्था, भारतीय स्वास्थ्य व्यवस्था और भारतीय तकनीकी व्यवस्था को बेहतर बनाने की जरूरत है।

संगोष्ठी के विशिष्ट वक्ता पटना विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति प्रो रास बिहारी प्रसाद सिंह ने महाविद्यालय के इस आयोजन पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि मानव केंद्रित, सतत विकास, प्रकृति संरक्षण, क्षमता एवं योग्यता के अनुरूप लाभ ही विकसित भारत का लक्ष्य है। उन्होंने K शेप्ड डेवलपमेंट की नयूनता की चर्चा करते हुए मानव केंद्रित विकास की अवधारणा को रेखांकित किया।

संगोष्ठी के उद्घाटन सत्र में स्मारिका का लोकार्पण मंचस्थ विद्वानों द्वारा किया गया। कार्यक्रम के दूसरे सत्र में पेपर प्रजेंटेशन में देश के अलग-अलग हिस्सों से लगभग 40 प्रतिभागी ऑफलाइन और 30 प्रतिभागी ऑनलाइन अपना शोध-पत्र प्रस्तुत किए। प्रतिभागियों को महाविद्यालय की ओर से सर्टिफिकेट भी प्रदान किया गया। इस अवसर पर विश्वविद्यालय के कई सारे प्राध्यापक, महाविद्यालय के पूर्व प्रचार्यगण, महाविद्यालय के सभी शिक्षक और बहुत सारे छात्र-छात्राएं उपस्थित थे।

जानकारी अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन के मीडिया प्रभारी डॉ कमाल अहमद ने दी। 

पश्चिम चंपारण(बगहा), 28 सितम्बर(हि.स.)। पड़ोसी देश नेपाल के जलग्रहण क्षेत्र व पहाड़ी क्षेत्रों में 48 घंटा से रुक-रुक कर हो रही झमाझम बारिश से गंडक नदी के जलस्तर में फिर एक बार लगातार वृद्धि जारी है। गंडक बराज द्वारा शनिवार की शाम को 5 लाख 1 हजार 6 सौ क्यूसेक पानी छोड़ा गया, लेकिन अभी भी गंडक बराज के जलस्तर में भारी वृद्धि जारी है।इस सन्दर्भ में गंडक बराज के अधीक्षण अभियंता नवल किशोर भारती ने बताया कि जल स्तर में वृद्धि को देखते हुए गंडक बराज के सभी 36 फाटकों को पूर्ण रूप से खोल दिया गया है।

उन्होंने आगे बताया कि पानी की बढ़ती स्थिति के मद्देनजर गंडक बराज पर तैनात सभी अधिकारियों एवं कर्मचारियों को हाई अलर्ट कर दिया गया है। उन्होंने आगे बताया कि गंडक बराज के जल स्तर में बनी वृद्धि को देखते हुए रात दिन बराज पर कैंप किया गया है।वहीं पल-पल की रिपोर्ट पर नजर रखी जा रही हैं। नेपाल के जल ग्रहण एवं पहाड़ी क्षेत्रों में हो रही रूक-रूक झमाझम बारिश होने के कारण गंडक नदी का जलस्तर लगातार बढ़ता जा रहा है।वही नेपाल के देव घाट से 6 लाख 38 हजार क्यूसेक पानी फोलो किया गया हैं।

जिससे निचले कई इलाकों में फिर से गंडक नदी का पानी फैलने लगा है।

वही गंडक नदी से सटे वाल्मीकि टाइगर रिजर्व के अंतर्गत वाल्मीकि नगर वन क्षेत्र के कक्षा संख्या एम 29 एवं 30 तथा 28 धनहिया दियरा, ठाडी आदि के जंगल में गंडक का पानी और बरसात का पानी फैला रहा है। वन क्षेत्र में बरसाती पानी एवं गंडक नदी का पानी घुसने से वन्य जीव सुरक्षित जगहों की तलाश में ऊंचे स्थानों की ओर पलायन कर रहे हैं। गंडक नदी के तटवर्ती गांव चकदहवा,झंडू टोला एसएसबी कैंप, बिन टोली, कान्ही टोला के आलावा ऊत्तर-प्रदेश के शिवपुर, मरचहवा आदि निचले क्षेत्रों में पानी घुसना शुरू हो गया हैं। अभियंता ने बताया कि देर शाम तक 5 लाख से अधिक गंडक नदी के जलस्तर में बढ़ने की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता है।

वही एसएसबी के झंडाहवा टोला कैंप के साथ-साथ चकदाहवा,कान्ही टोला व बीन टोली आदि गांव में बाढ़ का पानी घुस गया है। लगभग 600 घरों में शनिवार की अगले सुबह में घुसने के बाद लोगों का जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। जिसके चलते बाढ़ का पानी एसएसबी कैंप सहित गांव में घुस गया है। पानी बढ़ने के साथ ही लोग अपने माल -जाल के साथ चकदहवा विद्यालय व ऊंचे बांध पर शरण लेने लगे हैं।

एसएसबी 21 वी वाहिनी झंडूटोला के इंस्पेक्टर सह कंपनी कमांड़र राजेन्द्र कुमार ने बताया कि गंडक नदी का जलस्तर शनिवार की अहले सुबह से अचानक बढ़ गया। जिसके चलते बाढ़ का पानी एसएसबी कैंप के साथ-साथ गांव में प्रवेश कर गया है। लोगों को सुरक्षित स्थानों तक पहुंचाने के लिए एसएसबी के अधिकारी व जवान नाव द्वारा बचाव कार्य में जुटे गए हैं।

पटना, 28 सितंबर (हि.स.)। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शनिवार शाम बिहार विशेष सर्वेक्षण एवं बंदोबस्त कार्यक्रम की उच्चस्तरीय समीक्षा की और अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।

समीक्षा के दौरान मुख्यमंत्री ने निर्देश देते हुये कहा कि राज्य में बिहार विशेष सर्वेक्षण एवं बंदोबस्त कार्य को समयबद्ध तरीके से पूर्ण किया जाय। इस दौरान भूधारकों को किसी प्रकार की कठिनाई न हो, इसे सुनिश्चित किया जाय। उन्होंने कहा कि भूधारकों को डॉक्यूमेंट्स अपलोड करने के लिये अधिक समय दिया जाय ताकि कार्यालयों में अनावश्यक भीड़ नहीं हो।

मुख्यमंत्री ने कहा कि अंचल कार्यालयों में लंबित म्यूटेशन एवं परिमार्जन के मामलों का तेजी से अभियान स्वरूप निष्पादन सुनिश्चित कराया जाय ताकि भूधारकों को समुचित डॉक्यूमेंट्स मिल सके। सर्वे कार्य के लिए डॉक्यूमेंट्स का काम तथा म्यूटेशन, परिमार्जन एवं अभिलेखों के दुरूस्त करने का कार्य समानांतर तरीके से चलते रहना चाहिये।

मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि सर्वेक्षण प्रक्रिया का व्यापक प्रचार-प्रचार सुनिश्चित किया जाय। साथ ही अंचल स्तर पर कर्मियों की प्रतिनियुक्ति हेतु समुचित कार्रवाई की जाय।

मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि उच्च स्तर पर सर्वेक्षण कार्य की सतत् निगरानी एवं समीक्षा करते रहें। भूमि विवाद राज्य में आपराधिक घटनाओं का मुख्य कारण है। उन्होंने अधिकारियों को सख्त निर्देश देते हुये कहा कि भू सर्वेक्षण का कार्य पूर्ण कर भू अभिलेखों का अद्यतीकरण करायें और यह सुनिश्चित करें कि सारे भू अभिलेख डिजिटली भूधारकों को उपलब्ध हो सके। इस संबंध में जन साधारण को जानकारी के लिये समय-समय पर प्रचार-प्रसार के माध्यम से अवगत कराते रहें।

नई दिल्ली, 28 सितंबर (हि.स.)। दिल्ली के रंगपुरी गांव में एक व्यक्ति ने जहरीला पदार्थ खाकर अपनी चार बेटियों के साथ खुदकुशी कर ली। सूचना मिलने पर पहुंची पुलिस ने चारों के शव नजदीकी अस्पताल भिजवाए।

मरने वालों की पहचान हीरालाल, 18 वर्षीय नीतू, 15 वर्षीय निशि, 10 वर्षीय नीरू और 8 वर्षीय निधि के रूप में हुई है। पुलिस ने शुक्रवार को फ्लैट का ताला तोड़कर शवों को बाहर निकाला।

चारों बेटियां दिव्यांग होने के कारण चलने-फिरने में असमर्थ थीं और पत्नी की मौत के बाद हीरालाल अपनी बेटियों की हालत देखकर पूरी तरह से टूट चुका था। उसने बच्चियों को जहरीला पदार्थ खिलाकर खुद भी जान दे दी।

हीरालाल परिवार के साथ रंगपुरी गांव में किराये के मकान में रहता था। वह मूल रूप से बिहार के छपरा जिले के मसरख गांव का रहने वाला था।

हीरालाल वसंत कुंज स्थित एक अस्पताल में कारपेंटर के तौर पर काम करता था। पुलिस के अनुसार, शुक्रवार सुबह हीरालाल के फ्लैट से बदबू आनी शुरू हुई। इस पर सड़क की दूसरी तरफ स्थित मकान में रहने वाले व्यक्ति ने पुलिस को फोन कर यह जानकारी दी।

श्रीनगर, 28 सितंबर (हि.स.)। दक्षिण कश्मीर के कुलगाम जिले में देवसर के आदिगाम में चल रही मुठभेड़ में तीन सैनिक और एक पुलिसकर्मी घायल हो गया है। सभी घायलों को श्रीनगर के बेस अस्पताल ले जाया गया है।

जानकारी के अनुसार जैसे ही सुरक्षबाल के जवान आतंकी ठिकाने के करीब पहुंचे, आतंकियों ने भारी गोलीबारी शुरू कर दी जिसके बाद मुठभेड़ शुरू हो गई।

समाचार लिखे जाने तक मुठभेड़ जारी थी। सुरक्षाबलों के घेरे में दो-तीन आतंकवादियों के फंसे होने का अनुमान है। इसे देखते हुए अतिरिक्त सुरक्षा बल के जवान बुलाए गए हैं। एक अधिकारी के मुताबिक आतंकियों के लिए की गई घेराबंदी को पूरी तरह मजबूत किया जा रहा है।

 

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नई दिल्ली, 27 सितंबर (हि.स.)। दुर्गा पूजा, दीपावली और छठ पूजा के दौरान यात्रियों की सुगम आवाजाही के लिए भारतीय रेल द्वारा इस वर्ष 6000 से अधिक स्पेशल ट्रेनों का संचालन किया जाएगा। इन स्पेशल ट्रेनों का संचालन 1 अक्टूबर से 30 नवंबर के बीच किया जाएगा।

रेलवे अधिकारी के मुताबिक़ हर साल त्योहारों के अवसर पर रेलवे द्वारा स्पेशल ट्रेनों का संचालन किया जाता है। इस वर्ष इन स्पेशल ट्रेनों की संख्या में भारी बढ़ोतरी की गई है।

उल्लेखनीय है कि दुर्गा पूजा, दीपावली और छठ पर्वों के दौरान लाखों की संख्या में यात्री सफर करते हैं। यात्रियों की भारी भीड़ को सुगम एवं आरामदायक यात्रा प्रदान करने के लिए रेलवे द्वारा इस वर्ष भी विशेष ट्रेनों का संचालन करने की तैयारी की गई है। दो महीने की अवधि के दौरान ये स्पेशल ट्रेनें 6000 से अधिक फेरे लगाएंगी और बड़ी तादाद में यात्रियों को उनके गंतव्य तक पहुंचाने का काम करेंगी।

पिछले वर्ष भी भारतीय रेल द्वारा बड़ी संख्या में त्योहार स्पेशल ट्रेनों का संचालन किया गया था और इन ट्रेनों ने कुल 4,429 फेरे लगाए थे, जिनके माध्यम से लाखों की संख्या में यात्रियों को आरामदायक यात्रा की सुविधा प्राप्त हुई थी।

जाहिर है कि हर साल दुर्गा पूजा, दीपावली और छठ पूजा के अवसर पर देश भर से बड़ी संख्या में लोग उत्तर प्रदेश और बिहार की ओर प्रस्थान करते हैं। उत्तर प्रदेश और बिहार के लोगों के लिए ये त्योहार न केवल धार्मिक महत्व रखते हैं, बल्कि परिवारों से मिलने का भी एक अहम अवसर होते हैं। हर साल त्योहारों के दौरान यात्रियों की भीड़ की वजह से अधिकांश ट्रेनों में दो-तीन महीने पहले से ही टिकट वेटिंग लिस्ट में चली जाती हैं। इसी को देखते हुए रेलवे द्वारा इस वर्ष भी त्योहारों के अवसर पर स्पेशल ट्रेनों का संचालन किया जा रहा है।

पटना , 27 सितंबर (हि.स.)। राज्य सरकार ने बिहार प्रशासनिक सेवा के 29 अधिकारियों का तबादला किया है। इस संबंध में सामान्य प्रशासन विभाग ने शुक्रवार काे तबादले की अधिसूचना जारी कर दी है।

तबादले की सूची के अनुसार समाज कल्याण विभाग के निदेशक प्रशांत कुमार सी.एच. को गोपालंगज का नया जिलाधिकारी बनाया गया है। जहानाबाद में नए अनुमंडल पदाधिकारी की पोस्टिंग हुई है। सारण के वरीय उपसमाहर्ता राजीव रंजन सिंह काे जहानाबाद का एसडीओ बनाया गया है जबकि जहानाबाद के एसडीओ विकास कुमार को स्थानांतरित कर पटना का वरीय उप समाहर्ता बनाया गया है।

पूर्वी चंपारण की वरीय उप समाहर्ता रश्मि सिंह को आरा सदर का एसडीओ बनाया गया है। पटना के वरीय उप समाहर्ता सतीश रंजन को सुपौल का जिला भू अर्जन पदाधिकारी बनाया गया है। शशांक राज को जहानाबाद का जिला भू-अर्जन पदाधिकारी, अजमल खुर्शीद को कटिहार का जिला भू अर्जन पदाधिकारी बनाया गया है। इनके अलावा कई अधिकारियाें का नाम सूची में शामिल है। सभी अधिकारियाें काे अविलम्ब पदभार ग्रहण करने एवं इसकी सूचना समान्य प्रशासन विभाग पटना काे भेजने का निर्देश दिया गया है।

पटना, 27 सितम्बर (हि.स.)। जन सुराज के सूत्रधार प्रशांत किशोर ने शुक्रवार को बिहार के युवाओं के साथ दूसरे राज्यों में हो रहे दुर्व्यवहार पर प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि आज पूरे देश में बिहार के लोगों का अपमान हो रहा है।

बिहारी व्यक्ति को मूर्ख, अनपढ़ और मजदूर समझा जाता है। आज बिहारी शब्द गाली बन गया है। आज पूरे देश में बिहार के बच्चों का जो अपमान हो रहा है, उसके लिए बिहार के नेता जिम्मेदार हैं।

प्रशांत किशोर ने बिहार के गौरवशाली इतिहास की चर्चा करते हुए कहा कि बिहार ज्ञान की धरती रही है। दुनिया भर से लोग शिक्षा और ज्ञान प्राप्त करने के लिए बिहार आते थे। बिहार के नालंदा और विक्रमशिला विश्वविद्यालय पूरी दुनिया में प्रसिद्ध थे।

उन्होंने कहा कि बिहार वह धरती है, जहां देवताओं ने भी ज्ञान प्राप्त किया। एक समय था जब पूरे देश पर बिहार से शासन होता था लेकिन बिहार के नेताओं के जंगलराज और अफसर राज का नतीजा है कि आज बिहार के बच्चे और युवा महज दस से बारह हजार रुपये के लिए पूरे देश में जाकर मजदूरी करने को मजबूर हैं।

उन्हें अपना घर-परिवार छोड़कर दूसरे राज्यों में मजदूरी करनी पड़ती है। साथ ही अपमान और दुर्व्यवहार सहना पड़ता है। इसलिए जन सुराज का संकल्प है कि इस व्यवस्था को बदला जाए। बिहार के बच्चों को अच्छी शिक्षा मिले, ताकि कोई उन्हें अनपढ़ और मूर्ख कहकर अपमानित न करे।

Chhapra: सारण पुलिस ने बताया कि दिनांक-25.09.24 को रिविलगंज थानान्तर्गत ई0आर0एस0एस0-112 को सूचना मिली कि अज्ञात व्यक्ति द्वारा दो महिला गुलशन खातुन, पिता- मो0 बदरे आलम, साकिन- सिरिस्या, थाना- रिविलगंज, जिला- सारण और शायबा खातुन, पिता- शौकत अली, साकिन- टेकनिवास, थाना- रिविलगंज, जिला- सारण को चाकू मार कर गंभीर रूप से जख्मी कर दिया गया है। जिससे गुलशन खातुन की मृत्यु हो गयी।

इस संबंध में वादिनी शायबा खातुन उम्र करीब 18 वर्ष, पिता-शौकत अली, सा०-रामपुर सिरसिय, थाना-रिविलगंज, जिला-सारण के फर्दव्यान के आधार पर मो० हातिम (मृतिक के पति), पिता मन्टू मियाँ, सा० रौजा, थाना-मुफ्फसिल, जिला-सारण के विरूद्ध साजिश के तहत वादिनी की मौसी गुलशन खातुन पर चाकू से हमला कराकर हत्या व वादिनी को जख्मी कराने के आरोप में रिविलगंज थाना कांड संख्या-286/24, दिनांक-26.09.2024, धारा-126(2)/ 115(2)/ 118(1)/117(2)/109(1)/103(1)/352 बी०एन०एस० दर्ज किया गया है।

कांड के अनुसंधान के क्रम में इस घटना में एक छोटा मोबाइल बरामद किया गया है तथा संलिप्त अपराधकर्मी को चिन्हित कर लिया गया है व उसकी गिरफ्तारी हेतु निरंतर छापेमारी की जा रही है। वर्तमान में कांड के वादिनी पी०एम०सी०एच०, पटना में इलाजरत हैं।

जख्मी वादिनी अपने फर्दव्यान में मृतिका के पति पर हत्या करने हेतु पूर्व में धमकी देने की आरोप लगा रही है। कांड का अनुसंधान जारी है।

Chhapra: सारण पुलिस ने खैरा थानार्न्तगत हत्या के कांड में दो अभियुक्त को गिरफ्तार किया है।

पुलिस ने बताया कि दिनांक-25.09.24 को खैरा थाना को सूचना प्राप्त हुई कि रामपुर मठिया के पास एक महिला का शव लावारिस हालत में फेका हुआ है। इस संबंध में प्रियांशु कुमार, पिता-सुधीर कुमार सिंह, सा०- रामनगर चौखरा, थाना-कोपा, जिला-सारण के लिखित आवेदन के आधार पर प्राथमिकी के नामजद दो अभियुक्त एवं अन्य अज्ञात के विरूद्ध वादी के माँ (मृतिका पिंकी देवी) की हत्या करने के आरोप में अंकित किया गया है।

कांड के अग्रतर अनुसंधान के क्रम में प्राथमिकी के नामजद दो अभियुक्त को गिरफ्तार किया गया है तथा इनकी निशानदेही पर खून लगा ईंट एवं अभियुक्तों के खून लगे वस्त्रों (हत्या के क्रम में पहने हुए) को जप्त कर लिया गया है। अन्य संलिप्त अभियुक्तों के विरूद्ध अग्रतर अनुसंधान की जा रही है।

उपरोक्त दोनों अभियुक्तों द्वारा पूर्व में बनाये गये योजना के अनुसार अपनी सौतेली माँ के साथ पटना से छपरा जंक्शन उतर कर यहाँ से मिर्जापुर (मढ़ौरा) जाने के क्रम में ये तीनों खैरा बाजार में टेम्पू से उतरकर पैदल जाने लगी एवं रामपुर मठिया के पास सुनसान एरिया देखकर दोनों अभियुक्तों द्वारा अपनी सौतेली माँ को ईंट से कुचकर मार डाला गया एवं उसी के मोबाईल से पुलिस अधीक्षक के नंबर पर फोन पर गुमराह करने के लिए पिंकी देवी की भाषा में बोला गया कि उसकी मौत के जिम्मेवार उसके पति और बेटे होंगे।