Chhapra: स्वामी विवेकानंद की 156 वीं जयंती राष्ट्रीय युवा दिवस के रूप में जिले के विभिन्न शैक्षणिक संस्थाओं सहित रामकृष्ण मिशन आश्रम में धूमधाम से मनाई गई. रामकृष्ण मिशन आश्रम में स्वामी विवेकानंद की जयंती पर सचिव स्वामी अतिदेवानंद जी महाराज ने युवाओं को संबोधित करते हुए कहा कि स्वामी विवेकानंद युवाओ के साथ-साथ हम सबके प्रेरणाश्रोत हैं. स्वामी जी जीव सेवा में ही शिव की सेवा की बात कही थी, इंसान जब समाज की सेवा करता है तो उस माध्यम से भगवान की सेवा भी हो जाती है. वर्तमान परिवेश में स्वामी विवेकानंद के जीवन से हम सबों को सीख लेनी चाहिए. उनके विचारों को आत्मसात करना चाहिए.

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए अन्य वक्ताओं ने कहा कि स्वामी जी का सम्पूर्ण जीवन युवाओं के लिए अनुकरणीय है. आज युवाओं को उनके पदचिन्हों पर चल कर जीवन मे आगे बढ़ने की आवश्यकता है. स्वामी जी युवाओं को आह्वान किया था कि जब तक लक्ष्य की प्राप्त न हो तब तक रुको मत. इस वाक्य को अपनाते हुए आज युवा अपने लक्ष्य की प्राप्ति हेतु प्रयासरत हैं.

कार्यक्रम में जेपीविवि राजनीतिक विज्ञान विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ लालबाबू यादव, डॉ एच के वर्मा , एडीएम अरुण कुमार सहित अन्य गण्यमान्य लोग उपस्थित थे.

छपरा(सुरभित दत्त): समाज सेवा में अग्रणी रामकृष्ण मिशन आश्रम में लगभग 800 बच्चे निःशुल्क शिक्षा ग्रहण कर रहे है. आश्रम के द्वारा इन्हें ज्ञान की ज्योति दी जा रही है. 

अमूमन विद्यालय सुबह से शुरू होते है पर यहाँ विद्यालय का समय थोड़ा अलग है. विद्यालय शाम 3 बजे से शुरू होता है. आश्रम द्वारा बच्चों को यूनिफार्म और भोजन भी उपलब्ध कराया जाता है, वह भी निःशुल्क. बच्चों में उत्साह ऐसा की वे आश्रम से मिले यूनिफार्म, किताबों के साथ रोजाना आश्रम में बने विद्यालय पहुंचते है. इन्हें पढ़ाने के लिए योग्य शिक्षक अपना योगदान देते है.

आश्रम के सचिव अतिदेवानंद जी महाराज बताते है कि आश्रम में फिलहाल आठ सौ बच्चों को निःशुल्क शिक्षा दी जा रही है. इतना ही नहीं यहाँ पढने वाले बच्चों को यूनिफार्म, पठन पाठन सामग्री, नाश्ता, चिकित्सा की व्यवस्था भी निःशुल्क की गयी है. उन्होंने बताया कि इससे समाज के अंतिम वर्ग से आने वाले गरीब लोगों के बच्चों में ज्ञान की ज्योति जलाई जा रही है. आश्रम में योग्य शिक्षक इन सभी को शिक्षित करते है. इसके साथ ही समय समय पर उनके स्वास्थ्य की जांच भी करायी जाती है. आश्रम में पढने आये बच्चों को भोजन भी उपलब्ध कराया जाता है.

इतना ही नहीं बच्चों को खेल-कूद की व्यवस्था, प्रत्येक रविवार को म्यूजिक की कक्षाएं भी चलायी जाती है.     

आश्रम के द्वारा कई गावों को गोद लेकर वहां भी शिक्षा और स्वास्थ्य से जुड़ी योजनायें चलायी जा रही है. इन योजनाओं से लोगों को लाभ मिल रहा है.

शहर के बीचो बीच स्थित रामकृष्ण आश्रम अपने स्थापना काल से ही समाज के हर वर्ग के लोगों के बीच कार्य करता आ रहा है.