Aaijol, 13 सितंबर (हि.स.)। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शुक्रवार को मिजोरम में 9 हजार करोड़ रुपये से अधिक की विकास परियोजनाओं का उद्घाटन एवं शिलान्यास किया। इनमें 8,070 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित बैराबी–सैरांग रेल लाइन प्रमुख है, जो राज्य की राजधानी आइजोल को भारतीय रेलवे नेटवर्क से जोड़ती है।

प्रधानमंत्री ने हवाई अड्डे से वर्चुअल माध्यम से जनता को संबोधित किया

प्रधानमंत्री ने खराब मौसम के कारण आइजोल नहीं पहुंच पाने पर लंगपुई हवाई अड्डे से वर्चुअल माध्यम से जनता को संबोधित किया। इस दौरान मिजोरम के राज्यपाल वी. के. सिंह, मुख्यमंत्री लालदूहामा और रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव आइजोल स्थित लम्मुआल मैदान में उपस्थित थे।

यह रेल परियोजना रोजगार सृजन, पर्यटन को बढ़ावा और शैक्षिक, सांस्कृतिक एवं आर्थिक संबंधों को सशक्त करेगी: प्रधानमंत्री

मोदी ने कहा, “आज का दिन न केवल मिजोरम बल्कि पूरे देश के लिए ऐतिहासिक है। अब आइजोल भारतीय रेल मानचित्र पर शामिल हो गया है। कठिन भौगोलिक परिस्थितियों और अनेक चुनौतियों के बावजूद बैराबी–सैरांग रेल लाइन का पूरा होना दृढ़ निश्चय और सामूहिक संकल्प का प्रमाण है।” उन्होंने कहा कि यह रेल परियोजना रोजगार सृजन, पर्यटन को बढ़ावा और शैक्षिक, सांस्कृतिक एवं आर्थिक संबंधों को सशक्त करेगी।

प्रधानमंत्री ने तीन नई एक्सप्रेस ट्रेनों की भी शुरुआत की, जिनके माध्यम से मिजोरम की राजधानी को दिल्ली, गुवाहाटी और कोलकाता से सीधी रेल कनेक्टिविटी मिल जाएगी। उन्होंने कहा, “पहली बार सैरांग से दिल्ली के लिए राजधानी एक्सप्रेस शुरू हो रही है। यह न केवल भौगोलिक दूरी कम करेगी, बल्कि दिलों को भी और करीब लाएगी।”

स्वतंत्रता आंदोलन से लेकर राष्ट्र निर्माण तक मिजोरम के लोगों का योगदान अविस्मरणीय है: प्रधानमंत्री

मोदी ने मिजो समाज की त्याग, सेवा और साहस की परंपरा को याद करते हुए कहा कि स्वतंत्रता आंदोलन से लेकर राष्ट्र निर्माण तक मिजोरम के लोगों का योगदान अविस्मरणीय है। उन्होंने कहा कि मिजोरम, ‘एक्ट ईस्ट पॉलिसी’ और उभरते ‘नॉर्थ ईस्ट इकोनॉमिक कॉरिडोर’ का अहम केंद्र है और पूर्वोत्तर भारत आज देश का विकास इंजन बन रहा है।

प्रधानमंत्री ने भगवान पाथियन को नमन करते हुए कहा, “आज मैं आपके बीच भले ही सीधे नहीं आ पाया, लेकिन आपके स्नेह और आशीर्वाद को यहां से भी महसूस कर रहा हूं। हमारे दिल हमेशा से जुड़े रहे हैं।”

New Delhi, 11 अगस्त (हि.स.)। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने यहां के बाबा खड़क सिंह मार्ग पर सांसदों के लिए बनाए गए 184 नए टाइप-VII बहुमंजिला फ्लैटों का उद्घाटन किया। उन्होंने इसे सांसदों के ईज ऑफ लिविंग में सुधार और सरकारी खर्च में कमी की दिशा में अहम कदम बताया। इस परिसर के चार टावर हैं। इसके नाम देश की प्रमुख नदियों कृष्णा, गोदावरी, कोसी और हुगली पर रखे गए हैं।

प्रधानमंत्री ने इसके लिए आयोजित एक कार्यक्रम में कहा कि हाल ही में कर्तव्य पथ पर केंद्रीय सचिवालय ‘कर्तव्य भवन’ का लोकार्पण हुआ था और अब सांसदों के लिए यह नया आवास परिसर तैयार हुआ है। प्रधानमंत्री ने कहा कि टॉवर के नाम नदियों के नाम रखने की परंपरा देश की एकता को मजबूत करती है।

पहले सांसदों को बार-बार आवास संबंधी कठिनाइयों का सामना करना पड़ता था

प्रधानमंत्री ने बताया कि नए आवास पुराने सांसद भवनों की जर्जर स्थिति से मुक्ति देंगे। पहले सांसदों को बार-बार आवास संबंधी कठिनाइयों का सामना करना पड़ता था। अब वे इन समस्याओं से मुक्त होकर जनता की समस्याओं के समाधान में अधिक समय और ऊर्जा लगा सकेंगे।

उन्होंने कहा कि पहली बार सांसद बनने वालों को दिल्ली में आवास आवंटन में आने वाली कठिनाइयों को भी यह परियोजना दूर करेगी। इन बहुमंजिला इमारतों में 180 से अधिक सांसद एक साथ रह सकेंगे। प्रधानमंत्री ने बताया कि पहले कई मंत्रालय किराए की इमारतों में चलते थे, जिन पर हर साल करीब 1,500 करोड़ रुपये खर्च होते थे। सांसद आवास की कमी भी सरकारी खर्च बढ़ाती थी।

2014 के बाद इसे मिशन मोड में लिया गया: प्रधानमंत्री

प्रधानमंत्री ने कहा कि 2004 से 2014 तक लोकसभा सांसदों के लिए एक भी नया आवास नहीं बना था, जबकि 2014 के बाद इसे मिशन मोड में लिया गया। अब तक इन फ्लैटों समेत लगभग 350 सांसद आवास बनाए जा चुके हैं, जिससे जनता का पैसा बच रहा है। उन्होंने इस निर्माण में जुड़े इंजीनियरों और श्रमिकों की मेहनत की सराहना की।

उन्होंने कहा कि इन आवासों में सतत विकास के मानकों का पालन किया गया है और यह परिसर स्वच्छता व एक भारत, श्रेष्ठ भारत की भावना का प्रतीक बनेगा। प्रधानमंत्री ने सांसदों से परिसर में स्वच्छता प्रतियोगिता और विभिन्न राज्यों के त्योहारों के सामूहिक आयोजन की अपील की।