पटना: आद्री के रजत जयंती समारोह के मौके पर आयोजित अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन को संबोधित करते हुए राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी ने कहा कि बिहार के मौजूदा मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने उल्लेखनीय कार्य किये हैं, जिसकी वजह से राज्य में आश्चर्यजनक परिवर्तन आये हैं. यहां की कई जन कल्याणकारी योजनाओं का बेहतरीन असर सामाजिक-आर्थिक परिपेक्ष में दिखा है. इन योजनाओं में बड़ी उपलब्धि हासिल हुई है. बिहार की तुलना में झारखंड समेत कई दूसरे राज्यों का विकास दर धीमा रहा है.

बिहार को मौजूदा समस्याओं का समाधान निकालने के लिए प्रयत्न करने की आ‌वश्यकता है. राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी ने कहा कि बिहार के मौजूदा मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की जन-कल्याणकारी योजनाओं की सराहना की. साथ ही बिहार के समक्ष मौजूद चुनौतियों को गिनाते हुए कहा कि इसे दूर करने के लिए सामाजिक-आर्थिक क्षेत्र में गहन रिसर्च करने की जरूरत है. बिहार को विकास के लिए बंगलादेश के मॉडल को अपनाने का भी सुझाव दिया.

नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुरुवार को ताशकंद के लिए रवाना हो गए. पीएम मोदी ताशकंद में एससीओ यानी शंघाई कोऑपरेशन ऑर्गनाइजेशन की बैठक में हिस्सा लेने वाले हैं. इस बैठक में भारत के एससीओ में पूर्णकालिक सदस्य के तौर पर शामिल होने की प्रक्रिया शुरू होगी.

चीन एससीओ समूह का नेतृत्व कर रहा है. पीएम मोदी इस बैठक के अलावा चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग से भी मिलने वाले हैं. पीएम इस दौरान चीन के राष्ट्रपति शी जिंगपिंग से मुलाकात भी होगी. दोनों नेताओं के बीच एनसीजी को लेकर बातचीत हो सकती है.

विशाखापत्तनम: राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मौजूदगी में अंतर्राष्ट्रीय फ्लीट रिव्यू का शनिवार को भव्य आगाज हुआ. इस मौके पर राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी को गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया. ifr 2

सशस्त्रबलों के प्रमुख के तौर पर राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने नौसेना के युद्ध पोतों का निरीक्षण किया. इस क्रम में वह आईएनएस सुमित्रा पर सवार हुए और भारतीय नौसेना के 71 जहाजों वाले बेड़े का निरीक्षण किया. राष्ट्रपति के साथ ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर और तीन अन्य सेवा प्रमुख भी आईएनएस सुमित्रा पर मौजूद थे.

फ्लीट रिव्यू में भारतीय नौसेना के 71 जहाज हैं, जिसमें दोनों विमानवाहक आईएनएस विक्रमादित्य और आईएनएस विराट भी शामिल हैं. आईएनएस विराट हालांकि जल्द ही भारतीय नौसेना बेड़े को अलविदा कह देगा.

इस अंतर्राष्ट्रीय फ्लीट रिव्यू में लगभग 50 देशों की नौसेनाएं और 24 विदेशी जहाज हिस्सा ले रहे हैं. भारत दूसरी बार इसकी मेजबानी कर रहा है जो अब तक देश की मेजबानी में पहला सबसे बड़ा सैन्य अभ्यास है. इससे पहले 2001 में दिवंगत राष्ट्रपति ए.पी.जे. अब्दुल कलाम की अध्यक्षता में मुंबई में फ्लीट रिव्यू का आयोजन किया गया था, जिसमें 29 देशों ने हिस्सा लिया था.