Chhapra: NDA सरकार के द्वारा राज्य में चलायी जा रही जनकल्याणकारी योजनाओं की प्रगति और उनके प्रभाव को लेकर स्नेही भवन में छपरा विधायक डॉ. सी. एन. गुप्ता ने एक प्रेस वार्ता को सम्बोधित किया।

एनडीए सरकारें मिलकर बिहार को आत्मनिर्भर और विकसित बनाने के लिए प्रतिबद्ध हैं: डॉ. सी. एन. गुप्ता

विधायक डॉ. गुप्ता ने कहा कि मुख्यमंत्री कन्या उत्थान योजना, हर घर नल योजना, पेंशन योजना और 125 यूनिट फ्री बिजली योजना जैसे कदमों ने आमजन के जीवन स्तर में सुधार किया है। उन्होंने कहा कि केंद्र और राज्य की एनडीए सरकारें मिलकर बिहार को आत्मनिर्भर और विकसित बनाने के लिए प्रतिबद्ध हैं। “हमारी सरकार का उद्देश्य सिर्फ घोषणाएं नहीं, बल्कि ज़मीन पर काम करके परिणाम देना है,” क्षेत्रीय विकास कार्यों का ज़िक्र करते हुए उन्होंने कहा कि सड़क निर्माण, पीने के पानी की योजनाएं और चिकित्सा सुविधाओं का विस्तार प्रमुखता से हुआ है।

प्रेस वार्ता में भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष अशोक कुमार सिंह, रमेश प्रसाद, रामदयाल शर्मा, महामंत्री विवेक सिंह, 20 सूत्री अध्यक्ष धर्मेन्द्र सिंह चौहान, जिला प्रवक्ता मदन सिंह, राजेश फैशन, जिला सह कोसाध्यक्ष बलवंत सिंह, मंडल अध्यक्ष रिंकू सिंह, चन्दन सोनी, संस्कार कुमार, अनूप यादव, लोजपा जिला उपाध्यक्ष प्रदीप कुमार, वरिष्ठ कार्यकर्त्ता राकेश सिंह,अनुरंजन कुमार उपस्थित थे।

Chhapra: नागरिकता कानून के खिलाफ राष्ट्रीय जनता दल के द्वारा बुलाए गए बिहार बंद का असर छपरा में कुछ देर के लिए देखने को मिला. सुबह से ही महागठबंधन के नेता सड़क पर दिखाई दिए.

बंद समर्थकों ने शहर के विभिन्न चौक चौराहों पर आगजनी कर सड़क जाम कर दिया. जिससे आवागमन बाधित हुआ.

वहीं दूसरी ओर राजद नेताओं द्वारा लोगों को गुलाब का फूल देकर बंद करने की अपील भी की गई.

राजद विधायक जितेंद्र कुमार राय ने कहा कि यह काला कानून है. सरकार तानाशाह रवैया अपना रही है. वही बिहार विधान परिषद के पूर्व उपसभापति सलीम परवेज ने कहा कि हम अपने आने वाली नस्लों के लिए सड़कों पर उतर कर आंदोलन कर रहे हैं. यह सरकार हिटलर जैसा रवैया अपना रही है. जो हम कतई बर्दाश्त नहीं करेंगे. जब तक नागरिकता कानून वापस लिया नहीं जाता है, तब तक हम आंदोलन करते रहेंगे.

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बंद समर्थकों ने नगरपालिका चौक, थाना चौक, बाजार समिति चौक समेत प्रमुख मार्गों पर टायर जलाकर आगजनी कर आवागमन को अवरुद्ध कर अपना विरोध दर्ज कराया. हालांकि बाद में बंद समर्थन अपना विरोध जताकर आवागमन को बहाल कर दिया.

इस दौरान किसी भी अप्रिय स्थिति से निपटने के लिए बड़ी संख्या में पुलिस बल की तैनाती की गई थी.