Chhapra: शहर के मुख्य चौराहे नगरपालिका चौक पर पिछले 55 सालों से दुर्गा पूजा के अवसर पर पंडाल बनाया जा रहा है. नगरपालिका चौक पर भव्य पंडाल, मां दुर्गा की प्रतिमा और लाइटों की सजावट आकर्षण का केंद्र होता है. बाहर से आए कारीगरों द्वारा पंडाल एवं मूर्तियों को भव्य रूप दिया जाता है.

 

बंगाल से आए पंडाल कारीगर लादेन जी ने बताया कि पिछले कई वर्षों से दुर्गा पूजा में छपरा शहर में पंडाल बनाते आ रहे हैं. प्रत्येक वर्ष कुछ नया लोगों को देखने को मिले यह हमारी कोशिश रहती है. इस वर्ष लगभग 400 बॉस और प्लाई वूड और कपड़े का इस्तेमाल किया जा रहा है. पिछले 1 महीने से यह कार्य शुरू कर दिया जाता है.

मूर्तिकार विपिन दास ने बताया कि दुर्गा पूजा शुरू होने के 1 महीने पूर्व से हम मूर्ति को बनाना शुरू करते हैं और सप्तमी तक अंतिम रूप देने में कामयाब होते हैं. हमारी कोशिश होती है शहर में बन रहे अन्य पूजा पंडालों स्थापित मां दुर्गा की प्रतिमा भव्य हो.

दुर्गा पूजा समिति नगरपालिका चौक छपरा के कोषाध्यक्ष अभिषेक जैन ने बताया कि 1965 से नगरपालिका चौक पर भव्य पंडाल का निर्माण किया जा रहा है. पिछले 55 सालों सालों में समिति द्वारा भक्तजनों के लिए सुंदर और भव्य मूर्ति और पंडाल बनाने की कोशिश रहती है. उन्होंने बताया कि लाइट डेकोरेशन सोहेल खान द्वारा किया जाता है. वही समिति के अध्यक्ष शत्रुघ्न राय, सचिव रमेश कुमार गुप्ता, उपाध्यक्ष भरत राय, महासचिव बबलू, संरक्षक शकल राय, शेखर सिन्हा, विजय कुमार निराला, गौरव कुमार गुप्ता, शत्रुघ्न प्रसाद आदि सदस्यों की अहम भूमिका रहती है.

Chhapra: या देवी सर्वभूतेषु शक्ति-रूपेण संस्थिता। नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः।।

नवरात्र की सप्तमी को माता के पट खुल गए. घरों में पूजा अर्चना के बाद माता का आवाहन हुआ. वही पूजा पंडालों में स्थापित माता के पट खुल गए. पट खुलने के साथ ही माता के दर्शन के लिए भक्त पहुँचने लगे है. वातावरण देविमय हो गया है.

शहर के सभी पूजा पंडालों में स्थापित माता की प्रतिमाओं को देखने के लिए शाम से लोग निकलेंगे. पूजा पंडालों को आकर्षक ढंग से सजाया गया है. रात में रौशनी से जगमगाने के लिए एलइडी लाइट्स से सजाया गया है.

कालीबाड़ी में खुला माँ का पट, दर्शन को उमड़े भक्त

पूजा पंडालों में लोगों को कोई परेशानी न हो इसके लिए समितियों के द्वारा प्रबंध किये गए है. प्रशासन ने भी अपने ओर से सुरक्षा के तमाम तैयारियां की है.

शहर में वाहनों के परिचालन के लिए रूट चार्ट निर्धारित की गयी है. जगह जगह मैजिस्ट्रेट और पुलिस पदाधिकारियों की प्रतिनियुक्ति की गयी है.

Chhapra: शारदीय नवरात्र आज से शुरू हो गया. नव दिनों तक माता की आराधना में सभी जुटे रहेगें. नवरात्र के पहले दिन कलश स्थापना के साथ पूजा आराधना की शुरुआत होती है. नवरात्र पर गुरुवार को वैदिक मंत्रोच्चार के साथ कलश स्थापना की गयी.

सुबह से लोग नदी से जल और मिट्टी लाकर कलश की स्थापना अपने अपने घरों में करने में व्यस्त दिखे. पूजा पंडालों में भी कलश स्थापित की जाती है.

नवरात्र के पहले दिन पर्वत राज हिमालय की पुत्री पार्वती के स्वरुप में साक्षात् शैलपुत्री की पूजा होती है. इनके एक हाथ में त्रिशुल और दूसरे में कमल का पुष्प है. शैलराज हिमालय की पुत्री होने के कारण नवदुर्गा का सर्वप्रथम स्वरुप शैलपुत्री कहलाता है.

बाज़ारों में रही रौनक
नवरात्र के आगमन को लेकर सभी लोग तैयारियों में जुटे है. शहर के तमाम बाज़ारों में बुधवार देर शाम तक लोग पूजा से जुड़े सामानों की खरीदारी करते देखे गए.