Chhapra: जय प्रकाश विश्वविद्यालय के कुलपति के अनुशंसा पर विवि के कुलानुशासक प्रो.कपिलदेव सिंह को लोक सूचना पदाधिकारी बनाया गया है. इस आशय से संबंधित कुलसचिव द्वारा पत्र निर्गत कर दिया गया है.

ज्ञात हो कि प्रो. सिंह के पूर्व इस पद पर विवि के दर्शनशास्त्र विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो. हरिश्चन्द्र कार्यरत थे. जिन्होंने हाल ही में इस पद से मुक्त करने का आग्रह विवि प्रशासन से किया था जिसके तहत कुलानुशासक प्रो.सिंह को यह जिम्मेवारी दी गई है. पत्र मिलते ही प्रो सिंह ने शुक्रवार को अपना कार्यभार संभाल लिए. इस आशय की जानकारी विवि के पीआरओ ने दी.

Chhapra: जयप्रकाश विश्वविद्यालय के स्थापना काल से ही विश्वविद्यालय परिसर में विश्वविद्यालय के ‘कुलदेवता’ लोकनायक जयप्रकाश नारायण की प्रतिमा नहीं थी. ऐसा तब, जब उस महापुरुष के नाम पर विश्वविद्यालय का नाम है. विश्वविद्यालय के स्थापना के लगभग 30 सालों के बाद आखिरकार ‘कुलदेवता’ लोकनायक जयप्रकाश नारायण की प्रतिमा परिसर में स्थापित होने से लोगों की चिर प्रतीक्षित मांग पूरी हो गयी है.

मंगलवार को सूबे के राज्यपाल सह कुलाधिपति फागु चौहान ने प्रतिमा का अनावरण किया. प्रतिमा विश्वविद्यालय के प्रशासनिक भवन के पास स्थापित की गयी है.

जयप्रकाश बाबू की प्रतिमा की विश्वविद्यालय में स्थापना को लेकर chhapratoday.com ने कुलपति प्रो डॉ हरिकेश सिंह से बातचीत की. बातचीत के दौरान उन्होंने कहा कि कुलपति नियुक्त होने के बाद से ही उनके मन में कसक थी कि आखिर किन कारणों से जिस महापुरुष के नाम पर विश्वविद्यालय की स्थापना हुई है उनकी प्रतिमा यहाँ नहीं है.

उन्होंने कहा कि उन्होंने इसको लेकर संकल्प लिया की परिसर में लोकनायक की प्रतिमा अवश्य ही लगायी जाएगी. इसके लिए छात्रों और शिक्षकों का सहयोग लिया गया.

उन्होंने कहा कि उनके कार्यकाल के दौरान विश्वविद्यालय को उसका कुलगीत भी मिला. उन्होंने कहा कि जेपी की प्रतिमा स्थापित हो जाने से उन्हें अपने कार्यकाल की सबसे ज्यादा संतुष्टि मिली है. 

कुलपति से बातचीत के अंश यहाँ देखियें