Chhapra: रेल यात्रियों को राहत देते हुए रेलवे ने 12 सितंबर से 40 जोड़ी स्पेशल ट्रेनों को शुरू करने का फैसला लिया है. इसके तहत छपरा जंक्शन से होकर गुजरने वाली ट्रेनों की संख्या भी बढ़ाई गयी है. 

छपरा जंक्शन के लिए ट्रेनों की संख्या 5 जोड़ी बढ़ाई गई है. वहीं पूर्वोत्तर रेलवे से होकर 13 जोड़ी विशेष गाड़ियों का संचालन आरंभ किया जाएगा.

छपरा जंक्शन से होकर गुजरने वाली विशेष ट्रेनों की सूची

02670/02669 छपरा चेन्नई एक्सप्रेस
05909/059010- डिब्रूगढ़ लालगढ़ दैनिक विशेष ट्रेन
05933/05934- अमृतसर-डिब्रूगढ़ 
09051/09052- मुजफ्फरपुर- वलसाढ़ श्रमिक एक्सप्रेस 
02561/02562- जय नगर-नई दिल्ली एक्सप्रेस प्रतिदिन

NewDelhi: भारतीय रेल ने 12 अगस्त तक सभी सामान्य ट्रेनों के परिचालन को बंद करने का ऐलान किया है. यात्रियों को पूरा किराया रिफंड किया जाएगा. कोरोनावायरस के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए यह फैसला लिया गया है. रेलवे के इतिहास में यह पहली बार है जब इतने लंबे समय तक सामान्य रेल सेवा बाधित रही है. Sha
1 जुलाई से 12 अगस्त तक के सभी टिकट कैंसिल किए जाएंगे और इसका फुल रिफंड किया जाएगा. टिकट कैंसिलेशन से जुड़े आदेश पहले ही जारी कर किए जा चुके हैं. रेलवे द्वारा जारी आदेश में कहा गया कि 1 जुलाई से 12 अगस्त तक के बीच यात्रा के लिए सभी नियमित ट्रेनों की बुक की गई टिकट रद्द कर दी गई है. सारी राशि यात्रियों को लौटा दी जाएगी
वहीं दूसरी तरफ रेलवे ने जो स्पेशल ट्रेनें शुरू किया वह यथावत चलती रहेंगी. उसमें कोई बदलाव नहीं किया जाएगा. अभी तक सामान्य रेल सेवाएं सिर्फ 30 जून तक बंद थी. लेकिन नए आदेश के अनुसार अब यह 12 अगस्त तक रेगुलर ट्रेनें बंद रहेंगी.

New Delhi: मंगलवार की रात देशभर में संपूर्ण ब्लॉक डाउन की घोषणा होने के बाद रेलवे ने भी बड़ी घोषणा की. अब देश मे 14 अप्रैल तक पैसेंजर ट्रेनों का परिचालन नहीं किया जायेगा. रेलवे की मेल, एक्सप्रेस तथा पैसेंजर सेवाएं 14 अप्रैल तक पूर्ण रूप से बंद रहेगी.

भारत मे कोरोना वायरस के मामले बढ़ने के बाद इसके संक्रमण को रोकने के लिए PM नरेंद्र मोदी द्वारा 21 दिनों के लॉकडाउन की घोषणा की. इसके तुरंत बाद रेलवे का यह कदम सामने आया है. इससे पहले, रेलवे ने 22 मार्च से लेकर 31 मार्च तक मालगाड़ी छोड़कर सभी पैसेंजर और मेल एक्सप्रेस को बंद करने का फैसला किया था.

हालांकि मालगाड़ी का परिचालन पहले की तरह ही जारी रहेगा, रेलवे द्वारा मालगाड़ी से आवश्यक सामानों का परिवहन किया जा रहा है. इसमें खाद्य सामग्री से लेकर हर तरह की जरूरी चीजें शामिल हैं.

Chhapra: पूर्वोत्तर रेलवे के वाराणसी मंडल यात्रियों को बेहतर यात्री सुविधा उपलब्ध कराने के प्रति रेलवे प्रशासन संकल्पित हैं. उक्त बातें मंडल रेल प्रबंधक विजय कुमार पंजियार ने शुक्रवार को छपरा जंक्शन पर पत्रकारों से कही. उन्होंने कहा कि यात्रियों सुरक्षा के साथ सुखद यात्रा उपलब्ध कराने के प्रति रेलवे प्रशासन ने कई महत्वपूर्ण कदम उठाया है. उन्होंने कहा कि दोहरीकरण, विद्युतीकरण, स्टेशनों का उन्नयन, पेयजल आपूर्ति, प्रकाश की व्यवस्था की जा रही है और छपरा तथा बलिया में सेकेंड इंट्री गेट ,वाशिंग पिट का निर्माण प्रगति पर है.

उन्होंने कहा कि यात्री सुविधाओं के विकास तथा विस्तार कार्यों की प्रगति में तेजी लाने का निर्देश दिया गया है. इसके पहले उन्होंने इंदारा -रसड़ा- इंदारा-फेफना -बलिया-सुरेमनपुर-बकुल्हा रेल खंड का निरीक्षण किया और इस रेल खंड पर चल रहे दोहरीकरण के कार्यों की प्रगति का जायजा लिया.

महाप्रबंधक राजीव अग्रवाल माह जनवरी 2020 में उक्त खण्ड के वार्षिक निरीक्षण करने के लिए आयेंगे. इसके पहले तैयारी का जायजा लेने के लिए मंडल रेल प्रबंधक यहां पहुंचे थे. उन्होंने स्टेशनों पर चल रहे विकास कार्यो एवं यात्री सुविधाओं के कार्यों को की समीक्षा की और जल्द पूरी गुणवत्ता के साथ काम को पूरा कराने का निर्देश दिया.

मुख्य भवन, सर्कुलेटिंग एरिया, स्टेशन मास्टर कक्ष, बुकिंग काउंटर, यात्री प्रतीक्षालय, छाजन, साफ-सफाई, पीने के पानी और विद्युत प्रकाश व्यवस्था का भी निरीक्षण किया और इस बावत कई निर्देश दिये. उन्होंने संरक्षा से जुड़े कर्मचारियों का चिकित्सकीय परीक्षण एवं पुनश्चर्या प्रशिक्षण के विवरणिका को चेक किया. लाईन कर्मचारियों के अवकाश, साप्ताहिक विश्राम, सुविधा पास, पेंशन, स्वास्थ्य सेवा, रेलवे आवास आदि की भी जांच की.

इसके पहले मंडल रेल प्रबंधक ने इंदारा,रसड़ा, चिलकहर, फेफना, बलिया, बांसडीह रोड, सुरेमनपुर, बकुल्हा, गौतम स्थान स्टेशनों का भी निरीक्षण किया.

वाराणसी: भारतीय रेलवे द्वारा स्वच्छ रेल–स्वच्छ भारत अभियान के उपलक्ष्य में 16 से 30 सितम्बर 2019 तक ‘स्वच्छता ही सेवा पखवाड़ा’ चलाया जा रहा है. इसी क्रम में वाराणसी मंडल पर इस पखवाड़े के अंतर्गत 26 सितम्बर का दिन को स्वच्छ नीर दिवस के रूप में मनाया गया जिसमें मंडल रेल प्रबंधक वाराणसी वी.के.पंजियार द्वारा नामित अधिकारीयों द्वारा मंडल चिकित्सालय, विभिन्न हेल्थ यूनिटों, मंडुवाडीह रेलवे कालोनी, वाराणसी सिटी रेलवे कालोनी जलविहार रेलवे कालोनी, छपरा रेलवे कालोनी, मऊ रेलवे कालोनी, सीवान रेलवे कालोनी, आजमगढ़, छपरा, भटनी, देवरिया सदर स्टेशनों के रेलवे आवासों एवं प्लेटफार्मों पर लगे वाटर कूलर, वाटर वेंडिंग मशीन, वाटर प्यूरीफायर से उपलब्ध पीने के पानी की शुद्धता, स्वच्छता एवं अबाध वाटर सप्लाई सुनिश्चित करने हेतु व्यापक निरिक्षण, गहन जल परिक्षण एवं उपलब्धता की जांच किया गया.

इस दौरान वरिष्ठ मंडल चिकित्साधिकारी एवं स्वास्थ्य निरीक्षकों की टीम द्वारा टी डी एस मानिटर के जरिये पानी की शुद्धता की जाँच की गई और आवश्यकतानुसार सुधार भी किये गये. इस अवसर नामित अधिकारीयों द्वारा गाड़ियों एवं स्टेशन पर पीने के पानी की उपलब्धता, वाटर टैप, फ़िल्टर प्लांट, पानी का टी.डी.एस. रेटिंग, नलों एवं वाटर बूथों की सफाई, वाटर कूलरों एवं आर.ओ. प्यूरीफायर की विद्युत फिटिंग्स, खान-पान स्टालों पर रेल नीर की उपलब्धता की गहन जाँच की और आवश्यकता अनुसार सुधार भी कराया. पूर्वोत्तर रेलवे के स्टेशनों पर वरिष्ठ रेल अधिकारियों द्वारा स्टेशनों पर उपलब्ध खानपान स्टाल, वाटर बूथों, वाटर कूलरों एवं नलों की साफ-सफाई तथा स्टाल पर पेय पद्वार्थों के शुद्धता की जांच की गईं तथा उनको स्वच्छ रखने का निर्देश दिया गया. खाद्य स्टाल पर डस्ट बिन की उपलब्धता तथा पानी के नलों व् वाटर बुथों के आसपास ड्रेनेज एवं साफ-सफाई की व्यवस्था किया गया.

 

Chhapra: छपरा के रास्ते अमृतसर से सहरसा जा रही देश की पहली गरीब रथ ट्रेन, बर्निंग ट्रेन होने से बाल-बाल बच गयी. रविवार को कोपरिया-सिमरी बख्तियारपुर के बीच असामजिक तत्वों ने इस ट्रेन को वैक्यूम कर ब्रेक सिस्टम के आइसोलेटिंग हैंडिल को बंद कर दिया. जिसके बाद ट्रेन के कोच नंबर जी- 9 और 10 के पहिया के पास के ब्रेक ब्लॉक से धुआं निकलने लगा. धुआं निकलता देख यात्रियों के बीच अफरातफरी मच गई.

वैक्यूम के कारण ट्रेन की गति कम रहने से कई यात्री कोच से कूदकर बाहर निकले और दोबारा वैक्यूम किया. जिसके इसके बाद ट्रेन रुक गई और चालक दयाशंकर राय, सहायक लोको पायलट और गार्ड ने पहुंचकर आग बुझा कर ब्रेक ब्लॉक को दुरुस्त किया. बंद आइसोलेटिंग हैंडिल को खोल कर ट्रेन का परिचालन शुरू किया. तब जाकर यात्रियों ने राहत की सांस ली.

इस कारण कोपरिया स्टेशन से दो किमी आगे ट्रेन करीब 15 मिनट तक रुकी रही. ट्रेन को लेकर सहरसा पहुंचे चालक ने बताया कि असामाजिक तत्वों ने वैक्यूम करते आइसोलेटिंग हैंडिल को बंद कर दिया था. इस कारण 20 कोच वाली ट्रेन की 98964 नंबर की एक बोगी परिचालन के दौरान फ्री नहीं हो रही थी. उन्होंने बताया कि ब्रेक ब्लॉक को दुरुस्त कर ट्रेन का परिचालन शुरू किया गया.