Chhapra: सारण में 500 करोड़ की लागत से CNG, PNGगैस पाइपलाइन बिछाई जानी है. इस योजना की सबसे बड़ी खासियत यह है कि यह गैस एलपीजी सिलेंडर के मुकाबले सस्ती होगी. गैस पाइपलाइन प्रोजेक्ट की स्वीकृति मिलने के बाद छपरा के एकता भवन में शुक्रवार को सिटी गैस डिसटीब्यूशन अवेयरनेस कार्यक्रम का आयोजन किया गया.

केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री ने फोन पर सारण के लोगों को किया सम्बोधित

छ्परा में CNG से चलेंगी गाड़ियां, 40 CNG स्टेशन का होगा निर्माण

केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान में मोबाइल फोन पर कॉल के जरिए सारण के लोगों को संबोधित किया. उन्होंने कहा कि घरेलू इंधन पाइप से लोगों के घरों में पहुंचने लगा तो सिलेंडर का भी झंझट खत्म हो जाएगा. फोन पर उन्होंने कहा कि सारण जिले में चलने वाली गाड़ियां, चार पहिया वाहन और कारें, बसें, माल ढुलाई वाले वाहन भी CNG से चलेंगे. सीएनजी पेट्रोल-डीजल के मुकाबले सस्ता है. जिससे हर दिन 100 से ₹200 का बचत होगा.

उन्होंने कहा कि यदि एक ऑटो वाला महीने में 10,000 कमाता है. यदि वह अपना ऑटो सीएनजी से चलाएगा तो उसे महीने का 4 से ₹5000 एक्स्ट्रा इनकम होगा. इस पैसे का इस्तेमाल वह परिवार के किसी और कार्य मे कर सकता है. उन्होंने कहा कि बिहार के 38 में से 27 जिलों में पाइप लाइन से गैस पहुंचाना है.

500 करोड़ रुपये की लागत से ढ़ाई लाख घरों को पाइपलाइन गैस कनेक्शन

गैस पाइपलाइन का शिलान्यास 8 मार्च को

Chhapra: दिल्ली, मुंबई जैसे बड़े शहरों की तर्ज पर पर्यावरण के अनुकूल सारण में भी स्वच्छ ईंधन की आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए अब सहमती मिल गई है. सारण में भी अब पाइपलाइन के माध्यम से घरेलू, वाणिज्यिक और औद्योगिक गैस की आपूर्ति सुनिश्चित की जायेगी. इसके लिए केंद्र सरकार ने अपनी सहमती प्रदान कर दी है. 500 करोड़ की लागत वाली इस परियोजना में 838 इंच किलोमीटर पाइपलाइन बिछाया जायेगा. 8 मार्च को सारण छपरा में इस योजना की आधारशिला रखी जायेगी.

इसके तहत प्रथम चरण में सोनपुर, दिघवारा, दरियापुर, गरखा, मढ़ौरा नगर पालिका क्षेत्र, अमनौर, मकेर, परसा, भेल्दी, नगरा को जोड़ा जा रहा है. इसमें रिविलगंज को भी शामिल किया गया है. जिसे छपरा से जोड़ा जायेगा. इस योजना को इंडियन आॅयल कारपोरेशन के द्वारा कार्यान्वित किया जायेगा.

उक्त बातों की जानकारी देते हुए स्थानीय सांसद सह भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता राजीव प्रताप रुडी ने बताया कि मुजफ्फरपुर से सीधे जुड़ने वाली इसके तहत व्यक्तिगत और व्यावसायिक परिवहन के साधनों में सीएनजी की आपूर्ति के लिए 40 से अधिक स्टेशनों की स्थापना भी की जानी है. इससे जहां ढ़ाई लाख घरों में सीधे पाइपलाइन के माध्यम से घरेलू गैस की आपूर्ति की जायेगी वहीं आम उपभोक्ताओं के साथ-साथ औद्योगिक उपभोक्ताओं को भी गैस की आपूर्ति होगी.

विदित हो कि यह योजना दो वर्ष पूर्व शुरू की गई थी पर, इसे मुजफ्फरपुर तक लाकर ही पूरा कर दिया गया. सांसद श्री रुडी सारण तक योजना के विस्तार के लिए निरंतर प्रयासरत रहे और केंद्रीय पेट्राॅलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्री श्री धर्मेन्द्र प्रधान के साथ संवाद करते रहे. श्री रुडी के निरंतर प्रयासों के परिणामस्वरूप अब योजना की स्वीकृति मिल गई है.

श्री रुडी ने कहा कि योजना से हर घर स्वच्छ ईंधन के साथ ही वाणिज्यिक और औद्योगिक रूप् से भी यह फायदेमंद होगा. उन्होंने कहा कि प्राकृतिक गैस न केवल एक स्वच्छ और पर्यावरण के अनुकूल ईंधन है, बल्कि इसके उच्च आॅटो-इग्निशन तापमान, कम ज्वलनशीलता रेंज और हवा की तुलना में हल्का होने के कारण उपयोग करने लिए सुरक्षित और सुविधाजनक है. एक सस्ता ईंधन होने के अलावा सीएनजी से चलने वाले वाहनों का रखरखाव लागत भी कम रहता है.