Chhapra: फेम इंडिया-एशिया पोस्‍ट सर्वे ने संयुक्‍त रुप से एक सर्वे कर 17वीं लोकसभा के 25 श्रेष्‍ठ सांसदों का चयन किया. महाराजगंज के सांसद जनार्दन सिंह सिग्रीवाल को जिम्मेदार सांसद की श्रेणी में पहला स्थान दिया है. श्रेष्‍ठ सांसदों के चयन के सर्वे में कई पारामीटर थे. फेम इंडिया के यू एस सांथालिया बताते हैं कि फेम इंडिया और एशिया पोस्ट ने श्रेष्ठ सांसदों का चयन करने के लिए 25 केटेगरी बनाई थी, जिससे पता चल सके कि उनमें जनता के द्वारा दिए गए दायित्व के प्रति कितनी निष्ठा है. इसके बाद एशिया पोस्ट के एनालिस्ट ने 10 प्रमुख बिन्दुओं पर कार्य किया, जिनमें लोकप्रियता, जनता से जुड़ाव, छवि, कार्यशैली सहित सदन में उपस्थिति और बहस में भागीदारी, जनता के हित में प्रश्न उठाने, लोकतंत्र की मजबूती के लिए निजी विधेयक लाने, क्षेत्र की जनता के लिए सुलभता व मददगार को प्रमुख माना गया.

प्रभावशाली सांसद की केटेगरी में टॉप पर गुजरात के सांसद डॉ किरिट भाई सोलंकी हैं, वहीं अनुभवी सांसद की केटेगरी में मध्यप्रदेश के भाजपा सांसद राकेश सिंह रहे. उत्कृष्ट श्रेणी में कांग्रेस के दिग्गज के सुरेश है तो बेजोड़ कैटगरी में तेलंगाना के सांसद नामा नागेश्वर राव रहे. वहीं गुजरात के नवसारी से सांसद सीआर पाटिल असरदार श्रेणी में प्रमुख स्थान पर हैं. शिवहर बिहार से चार बार की सांसद रमा देवी लोकप्रिय तो चर्चित कैटगरी में ओडिशा से सांसद डॉ अच्युत सामंत प्रमुख स्थान बनाने में कामयाब रहे. कर्मयोद्धा श्रेणी में राजस्थान से सांसद देवजी पटेल, लगनशील कैटगरी में हरियाणा से रमेश चंद्र कौशिक, महाराष्ट्र से शिवसेना सांसद विनायक राउत ने क्षमतावान और प्रतिभावान कैटगरी में उत्तराखंड के सांसद अजय भट्ट ने टॉप किया.

सक्रिय केटेगरी की बात करें तो पंजाब के सांसद रवनीत सिंह बिट्टू ने पहला स्थान पाया. कर्मठ सांसदों की केटेगरी में दिल्ली के सांसद रमेश बिधूड़ी पहले स्थान पर रहे. आदर्श केटेगरी में कर्नाटक से भाजपा सांसद शिवकुमार उदासी ने टॉप किया. जिम्मेदार सांसद की केटेगरी में बिहार के सांसद जनार्दन सिंह सिग्रीवाल को पहला स्थान मिला. शक्ति केटेगरी में मीनाक्षी लेखी सबसे आगे रहीं, कामयाब केटेगरी में मध्यप्रदेश की सांसद रीति पाठक ने सबसे अधिक नंबर हासिल. जागरूक केटेगरी में गुजरात की सांसद पुनमबेन माडम पहले पायदान पर पहुंचीं.

दक्ष केटेगरी में मेघालय की सांसद अगाथ सांगमा ने टॉप किया. शानदार केटेगरी में झारखंड के सांसद सुनील कुमार सिंह को सबसे अधिक अंक मिले. युवा सांसदों की केटेगरी में टॉप पर महाराष्ट्र की सांसद डॉ प्रीतम मुंडे हैं. कर्त्तव्यनिष्ठ केटेगरी में बिहार के अजय निषाद को पहला स्थान प्राप्त हुआ. अनुभवी केटेगरी में हिमाचल प्रदेश के सांसद रामस्वरूप शर्मा टॉप पर रहे. शख्सियत केटेगरी में बलिया के सांसद विरेंद्र सिंह मस्त ने सबों को पीछे छोड़ा. इसी तरीके से योग्य सांसद की केटेगरी में उत्तर प्रदेश के विनोद सोनकर ने टॉप किया.

छपरा: सारण के जिलाधिकारी दीपक आनंद ने एक बार फिर जिलावासियों को गौरवान्वित होने का अवसर दिया है. ‘डिजिटल इंडिया’ पुरस्कार के बाद अब उन्हें डिजिटल क्रांति के माध्यम से योजनाओं के बेहतर क्रियान्वयन के लिए उन्हें फेम इंडिया-एशिया पोस्ट सर्वे में बिहार के चर्चित चेहरों में शुमार किया गया है. इस सर्वे में जगह पाने वाले वह एक मात्र प्रशासनिक पदाधिकारी है. 

मैगजीन ने उनका चुनाव डिजिटल क्रांति में ‘ट्रैक द मिसिंग चाइल्ड’ और आईटी क्रांति के बेहतर प्रयोग के लिए किया गया है. भूकंप और बाढ़ जैसी प्राकृतिक आपदा में विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स का बखूबी इस्तेमाल कर लोगों तक सूचना पहुँचाने के उनके प्रयासों के लिए उन्हें चुना गया है. साथ ही विश्व प्रसिद्द हरिहर क्षेत्र सोनपुर मेला के सफल आयोजन में ऐप और व्हाट्स एप्प ग्रुप का निर्माण कर बेहतर ढंग से सूचनाओं का आदान प्रदान किया गया जिसे मैगज़ीन के सर्वें में रैंकिंग का आधार बनाया.  

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आपको बता दें कि डिजिटल इंडिया कार्यक्रम के अंतर्गत बेहतर कार्यों के लिए उन्हें केंद्रीय सूचना प्रोद्योगिकी मंत्री रविशंकर प्रसाद के द्वारा डिजिटल इंडिया पुरस्कार से पुरस्कृत भी हो चुके है. 

 

फेम इंडिया के चर्चित चेहरों में शुमार होने के बाद छपरा टुडे डॉट कॉम से बातचीत में जिलाधिकारी दीपक आनंद ने कहा कि सारण जिला में पिछले दो सालों में हुए विकास के कार्यों और योजनाओं के डिजिटली क्रियान्वयन में टॉप फाइव में रहा है. इसे देखते हुए मैगजीन के द्वारा उन्हें जगह दी गयी है. इसके लिए उन्होंने सारणवासियों को शुभकामनायें दी. उन्होंने डिजिटल मीडिया समेत सभी को सहयोग के लिए आभार जताते हुए कहा कि सभी के सहयोग से विपरीत परिस्थितियों में भी उन्हें बल मिला जिससे कार्य सुगम हुए.

बताते चले कि जिलाधिकारी दीपक आनंद बांका के जिलाधिकारी रहते हुए कमजोर वर्ग के छात्रों को आईएएस बनने के गुर भी सिखाये. उन्होंने ‘सिविल सर्विसेज में में सफल कैसे हो’ नाम की एक पुस्तक भी लिखी है.