रांची (झारखंड), 24 मई (हि.स.)। सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ ने कहा कि झारखंड हाई कोर्ट के नए भवन का उद्घाटन हुआ। यह आधुनिक राज्य और राष्ट्र का प्रतीक हो सकता है। न्याय के भवनों का होना बहुत जरूरी है। उन्होंने कहा कि शीघ्र न्याय नहीं मिलेगा तो न्याय व्यवस्था पर लोगों की आस्था नहीं रहेगी। जिला और सत्र न्यायालयों को सक्षम बनाना हाई कोर्ट और सुप्रीम कोर्ट का कर्तव्य है।

चीफ जस्टिस बुधवार को रांची के धुर्वा स्थित तिरिल मौजा में 72 एकड़ में नवनिर्मित झारखंड हाई कोर्ट के भवन के उद्घाटन समारोह को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि जिला न्यायालय की गरिमा नागरिकों की गरिमा से जुड़ी है। न्याय प्रणाली का लक्ष्य सामान्य नागरिक को न्याय दिलाना है। मुकदमों की जानकारी मिले, समय पर सुनवाई हो, कागजात सही समय पर मिले। कैंटीन की व्यवस्था सही हो, महिलाओं के लिए शौचालय हो।

चंद्रचूड़ ने कहा कि हमें अपने आप से कठोर सवाल पूछना होगा कि न्याय मिलने में उलझन रहने से न्याय कैसे मिलेगा। तकनीक के माध्यम से न्याय सभी लोगों तक पहुंचाया जा रहा है। सुप्रीम कोर्ट में अंग्रेजी में काम होता था, अब हिंदी और अन्य भाषाओं का भी उपयोग किया जा रहा है। छह हजार से ज्यादा निर्णयों के अनुवाद हिंदी में हो चुके हैं। ई-कोर्ट फेज तीन में सात हजार करोड़ रुपये की व्यवस्था न्याय प्रणाली को आधुनिक प्रणाली में तब्दील करने में के लिए की गयी है।

उन्होंने कहा कि न्याय प्रणाली और सामाजिक न्याय में सद्भावना बनाये रखना राष्ट्र का लक्ष्य है। समय पर सुनवाई हो। फैसले का दस्तावेज शीघ्र मिलें। इसमें सुधार लाने की आवश्यकता है। आज भी आदिवासी और पिछड़ी जनजातियों की पास जमीन के दस्तावेजों का अभाव है, इसका ध्यान रखना होगा। अदालत की करवाई का लाइव प्रसारण हर घर में ले जाना महत्वपूर्ण प्रकल्प है।

मातृशक्ति की पराकाष्ठा हैं राष्ट्रपति : न्यायमूर्ति संजय मिश्रा
झारखंड हाई कोर्ट के चीफ जस्टिस न्यायमूर्ति संजय कुमार मिश्रा ने स्वागत भाषण देते हुए कहा कि आज झारखंड के लिए बहुत गर्व का विषय है कि झारखंड हाई कोर्ट के नये भवन का उद्घाटन हो रहा है। कम समय में इस कार्यक्रम में उपस्थित होने के लिए राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को बहुत-बहुत धन्यवाद। झारखंड हाई कोर्ट के उद्घाटन के मौके पर राष्ट्रपति का आना एक गर्व की बात है। राष्ट्रपति मातृशक्ति की पराकाष्ठा हैं।

उन्होंने कहा कि इस भवन का जब शिलान्यास हुआ था उस समय आप झारखंड की राज्यपाल थीं। छह वर्षों के झारखंड के राज्यपाल के कार्यकाल में आपने कई बार इस नये भवन को लेकर समय-समय पर जानकारी ली। एक सामान्य परिवार से निकल कर देश की सर्वोच्च पद पर आसीन होने के लिए आपको बधाई।

जस्टिस डिलीवरी में ई-कोर्ट क्रांति साबित होगा : कानून मंत्री
केंद्रीय कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने कहा कि जस्टिस डिलीवरी में ई-कोर्ट क्रांति साबित होगा। उन्होंने कहा कि ई-कोर्ट्स के पहले फेज में हमने इन्फ्रास्ट्रक्चर पर जोर दिया। सेकेंड फेज में नागरिकों को सुविधा बढ़ाने पर जोर दिया। तीसरे फेज में जस्टिस डिलीवरी में क्रांति साबित होगा। मेघवाल ने कहा कि ऐसे कैदी जो गरीब हैं और जुर्माना नहीं भरने के कारण सजा काटने के बाद भी जेल में बंद हैं, उनको आर्थिक और कानूनी मदद दी जायेगी। इसका प्रावधान वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बजट में प्रावधान कर दिया है।

उन्होंने कहा कि सूचना प्रौद्योगिकी नागरिकों और कोर्ट की सुविधा बढ़ाने में मददगार बना। न्याय विकास 2.0 वेब पोर्टल बना। वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये हियरिंग शुरू हुई। कोविड के समय संसार में रिकॉर्ड हियरिंग भारत में हुई है। ये टेक्नोलॉजिकल इंटरवेंशन की वजह से संभव हो पाया है। हम इंडस्ट्री 4.0 के युग में जी रहे हैं। इसमें एआई एक मजबूत टूल के रूप में उभरा है। मुझे ऐसा लगता है कि बेंच और बार दोनों के लिए यह उपयोगी साबित होगा। वादी-प्रतिवादी दोनों के लिए लाभकारी साबित होगा।

मेघवाल ने कहा कि जब राष्ट्र को संविधान सौंपा गया था तब बाबा साहेब भीमराव अम्बेडकर ने कहा था कि हम सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक न्याय की स्थापना करने जा रहे हैं। मंत्री ने कहा कि 2047 में जब आजादी का शताब्दी वर्ष मनायेंगे तब एक विकसित भारत को देखेंगे। न्याय को और सरल बनाना है। स्थानीय भाषा का उपयोग न्यायिक व्यवस्था में करना है। सबों को न्याय मिले इसपर काम हो रहा है। अगले 25 वर्षों में स्थानीय भाषा में एक्सेस टू जस्टिस पर काम करेंगे। भारत सरकार न्यायपालिका की जरूरतों को पूरी करने के लिए कटिबद्ध और प्रतिबद्ध है।

नई दिल्ली, 24 मई (हि.स.)। नए संसद के उद्घाटन समारोह का कई विपक्षी दलों के बहिष्कार करने पर भाजपा ने पलटवार करते हुए इसे विपक्ष का चरित्र बताया है।

भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता गौरव भाटिया ने कहा कि भारत के मजबूत लोकतंत्र के मंदिर नए संसद को लेकर देश 140 करोड़ भारतीय गौरवान्वित हो रहे हैं। इस ऐतिहासिक पल को लेकर कुछ विपक्षी पार्टियां हैं, जो इसका विरोध कर रही हैं, वे राजनीतिक दल नरेन्द्र मोदी से बहुत नफरत करते हैं। वो एक नजर बट्टू मात्र बन कर रह गए हैं। भाटिया ने कहा कि हर सकारात्मक काम का, हर ऐतिहासिक पल का विरोध करना उनका चरित्र बन गया है। इन्होंने अनुछेद 370 के संशोधन का विरोध किया, भारत में कोरोना वैक्सीन बनी उसका विरोध किया, वन रैंक पेंशन का विरोध किया।

उन्होंने कहा कि विपक्षी दलों का लोकतंत्र के मंदिर की पवित्रता को खंडित करने का प्रयास है जो भारत के लोग करने नहीं देंगे। यह दुख की बात है कि एक सकारात्मक भूमिका निभाने के बजाय वे लोग विरोध में है।

पटना, 24 मई (हि.स.)। बिहार सरकार ने बड़े पैमाने पर डीएसपी स्तर के अधिकारियों का तबादला किया है। कुल 55 डीएसपी स्तर के पुलिस अधिकारियों का तबादला किया गया है। गृह विभाग इस संबंध में बुधवार को नोटिफिकेशन जारी कर दिया है।

बताया जा रहा है कि विधि व्यवस्था को लेकर राज्य सरकार की हो रही फजीहत के बाद सरकार ने राज्य के लॉ एंड ऑर्डर को सुधारने के लिए डीएसपी स्तर के 55 अधिकारियों का तबादला किया है। जारी अधिसूचना के अनुसार जमुई में तैनात डीएसपी उमेश कुमार को मुजफ्फरपुर का रेल डीएसपी बनाया गया है। पटना के मद्यनिषेध डीएसपी मनीष आनंद को जमालपुर का रेल डीएसपी बनाया गया है। पटना में ही तैनात मद्यनिषेध के डीएसपी नवीन कुमार को समस्तीपुर का रेल डीएसपी बनाया गया है। बिहार पुलिस मुख्यालय में पदस्थापना का इंतजार कर रहे मनोज कुमार सुधांशु को भोजपुर के ट्रैफिक डीएसपी नियुक्त किया गया है।

बगहा के वाल्मीकिनगर में तैनात धीरज कुमार को मुजफ्फरपुर का ट्रैफिक डीएसपी बनाया गया है। पटना में तैनात बसंती टुड्डू को सारण का ट्रैफिक डीएसपी बनाया गया है। पटना में ही आर्थिक अपराध इकाई के डीएसपी कौशल किशोर कमल को पूर्णिया का ट्रैफिक डीएसपी नियुक्त किया गया है।

पटना में विशेष सशस्त्र पुलिस बल में तैनात सद्दाम हुसैन को कटिहार का ट्रैफिक डीएसपी, जमुई में तैनात डीएसपी आशीष कुमार सिंह को भागलपुर का ट्रैफिक डीएसपी बनाया गया है जबकि पटना में विशेष सशस्त्र पुलिस बल में तैनात प्रभात रंजन को मुंगेर का ट्रैफिक डीएसपी बनाया गया है। इसके साथ अन्य जिलों के भी डीएसपी स्तर के कई अधिकारियों का तबादला किया गया है।

पानापुर प्रखंड कार्यालय का डीएम ने किया निरीक्षण, दाखिल खारिज मामलों को लंबित रखने पर होगी दंडात्मक कार्रवाई: जिलाधिकारी

Panapur: जिला पदाधिकारी अमन समीर के द्वारा पानापुर प्रखंड, अंचल एवं तरैया प्रखंड, अंचल का निरीक्षण किया गया. पानापुर प्रखंड के निरीक्षण के क्रम में जिला पदाधिकारी ने पूर्व में दिए गए निर्देश के आलोक में सभी आवश्यक पंजी को निश्चित रूप से संधारित करने का निर्देश दिया. आगत पंजी में सभी सरकारी पत्रों की प्रविष्टि निश्चित रूप से करने तथा महीने के अंत में पंजी में क्लोजर रिपोर्ट का उल्लेख निश्चित रूप से करने को कहा।ताकि पता चल सके कि कितने पत्र लंबित रह गए हैं. कार्यालय में पदस्थापित सभी कर्मियों का नाम मोबाइल नंबर के साथ सूचना पट पर निश्चित रूप से प्रदर्शित करने को कहा गया.

प्रखंड में लंबित अभिश्रवों का अविलंब समायोजन करने एवं बैंक खातों की संख्या आवश्यकतानुसार सीमित करने को भी निर्देशित किया गया. पानापुर अंचल के निरीक्षण के क्रम में अंचलाधिकारी को सख्त निर्देश दिया गया कि दाखिल खारिज के मामलों को लंबे समय तक अनावश्यक रूप से लंबित रखने पर दंडात्मक कार्रवाई की जाएगी.

पानापुर अंचल के अमीन के कार्य के समीक्षा के उपरांत पाया गया कि उनका कार्य संतोषप्रद नहीं है. जिला पदाधिकारी ने निर्धारित समय पर मापी निश्चित रूप से करने का निर्देश दिया. मापी शुल्क लेने के पश्चात बगैर कोई देरी के सत्यापित रिपोर्ट देने का भी निर्देश दिया गया. मापी के संदर्भ में डीसीएलआर के माध्यम से पूरे जिला के अमीनो के द्वारा विगत वर्ष में किए गए मापी का हिसाब किताब लिया जाएगा. अमीन द्वारा किए जाने वाले सरकारी भूमि एवं रैयती भूमि की मापी से संबंधित मापी पंजी अलग-अलग विधिवत रूप से संधारित करने का भी निर्देश दिया गया.

तरैया प्रखंड के निरीक्षण के क्रम में वरीयता के अनुरूप कर्मी को प्रभार देने का निर्देश दिया गया. प्रखंड एवं परिसर के अंदर बने जर्जर भवनों को देखते हुए प्रखंड विकास पदाधिकारी एवं अंचलाधिकारी को संयुक्त रूप से परिसर में अवस्थित सभी जर्जर भवन एवं अधूरे भवनों का निरीक्षण कर प्रतिवेदन एक सप्ताह में देने का निर्देश दिया गया. तरैया अभिलेखागार भवन का निरीक्षण कर प्राप्त सामग्रियों का अवलोकन किया गया. कौशल विकास केंद्र, तरैया की जांच प्रखंड विकास पदाधिकारी को करके प्रतिवेदन देने का निर्देश दिया गया.

मढ़ौरा अनुमंडल अंतर्गत सारण तटबंध का जिलाधिकारी ने किया निरीक्षण

Chhapra: जिलाधिकारी अमन समीर द्वारा बुधवार को मढ़ौरा अनुमंडल अंतर्गत सारण तटबंध के 56 – 80 किलोमीटर का निरीक्षण किया गया तथा कार्यपालक अभियंता, बाढ़ नियंत्रण एवम् अंचलाधिकारी, तरैया तथा पानापुर को संयुक्त ग्रुप से निरीक्षण कर आक्राम्य स्थलों की सूची उपलब्ध कराने तथा सम्पूर्ण बांध पर हुए स्थाई, अस्थाई अतिक्रमणों की सूची संबंधित अनुमंडल पदाधिकारियों को उपलब्ध कराकर अनुमंडल पदाधिकारियों के माध्यम से संदर्भित अतिक्रमणों को अविलंब हटाने का निदेश दिया गया.

जिला पदाधिकारी के द्वारा बांध के नीचे हो रहे मिट्टी के कटाव को रोकने हेतु प्रभावी कदम उठाने का निर्देश कार्यपालक अभियंता बाढ़ नियंत्रण प्रमंडल को दिया.

नई दिल्ली, 24 मई (हि.स.)। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 28 मई को संसद का नवनिर्मित भवन राष्ट्र को समर्पित करेंगे। इस मौके पर ऐतिहासिक राजदंड ‘सेंगोल’ को नए संसद भवन में स्थापित किया जाएगा। इस सेंगोल को अंग्रेजों से सत्ता हस्तांतरण का प्रतिनिधित्व करने के लिए उपयोग किया गया था।

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने आजादी का अमृत महोत्सव (एकेएएम) के महत्वपूर्ण ऐतिहासिक कार्यक्रम पर बुधवार को नेशनल मीडिया सेंटर में प्रेसवार्ता कर इसकी जानकारी दी। उन्होंने कहा कि सेंगोल तमिलनाडु से आए विद्वानों की ओर से प्रधानमंत्री मोदी को प्रदान किया जाएगीा। फिर उसी दिन नई संसद में स्थापित किया जाएगा।

उन्होंने कहा कि सेंगोल हमारी सांस्कृतिक विरासत है और इतिहास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। 14 अगस्त 1947 को जवाहर लाल नेहरू ने इसे अंग्रेजों से स्वीकार किया। 14 अगस्त की रात लॉर्ड माउंटबेटेन से सेंगोल प्राप्त कर पंडित नेहरू ने सेंगोल स्वीकार कर सत्ता हस्तांतरण की प्रक्रिया पूरी की थी। पंडित नेहरू ने पवित्र सेंगोल को तमिलनाडु से मंगवाकर अंग्रेजों से स्वीकार किया था, जिसका तात्पर्य यह था कि पारंपरिक तरीके से सत्ता हमारे पास आई है।

प्रयागराज के संग्रहालय में यह सेंगोल वर्षों से रखा था। प्रधानमंत्री मोदी के निर्देश पर उसे पूरे सम्मान के साथ नयी संसद में स्थापित करने का निर्णय लिया गया। शाह ने कहा कि सत्ता का हस्तांतरण सिर्फ हाथ मिलाने या दस्तावेज पर दस्तखत करने से नहीं होता, यह देश की परंपरा को समाहित करने की प्रक्रिया है।

गृह मंत्री शाह ने जानकारी दी कि इस अवसर पर प्रधानमंत्री नई संरचना को रिकार्ड समय में तैयार करने वाले करीब 60,000 श्रम योगियों को भी सम्मानित करेंगे।

पटना, 24 मई (हि.स.)। पटना से कोलकाता के लिए उड़ान भरने वाली इंडिगो की फ्लाइट (संख्या 6E736) की आज (बुधवार) सुबह अचानक रांची एयरपोर्ट पर लैंडिंग कराई गई। दरअसल, खराब मौसम के कारण इसे रांची में उतारना पड़ा।

इस विमान के यात्रियों ने  इंडिगो प्रबंधन की जमकर आलोचना की है। इंडिगो ने कहा है कि कोलकाता में मौसम खराब होने के कारण विमान को रांची डायवर्ट करना पड़ा। इंडिगो प्रबंधन ने यात्रियों से सहयोग की अपेक्षा की है।

पटना, 24 मई, (हि.स.)। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बुधवार को खरीफ महाभियान-2023 का शुभारंभ किया।

मुख्यमंत्री ने खरीफ महाभियान के तहत 36 प्रचार रथों को हरी झंडी दिखाकर सभी जिलों के लिए रवाना किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने खरीफ महाभियान-2023 कार्यक्रम के विभिन्न अवयवों से संबंधित ‘पुस्तिका’ का विमोचन भी किया ।

इन प्रचार रथों के माध्यम से किसानों को खरीफ फसलों की तकनीकी जानकारी एवं खरीफ मौसम में कृषि विभाग द्वारा संचालित योजनाओं की जानकारी दी जाएगी। साथ ही फसल अवशेष प्रबंधन के प्रति जागरूकता, मौसम के अनुकूल कृषि कार्यक्रम से संबंधित जानकारी, जैविक खेती के लिए प्रोत्साहन, सात निश्चय पार्ट-2 के तहत हर खेत तक सिंचाई का पानी आदि कार्यक्रम का भी प्रचार-प्रसार किया जाएगा।

कार्यक्रम की शुरूआत में सामान्य प्रशासन सह कृषि विभाग के प्रधान सचिव डॉ बी राजेन्दर ने मुख्यमंत्री को हरित पौधा भेंटकर स्वागत किया ।

पटना, 24 मई (हि.स.)। राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के प्रवक्ता और राज्यसभा सदस्य मनोज झा ने बुधवार को जारी बयान में कहा है कि 28 मई को संसद के नए भवन के उद्घाटन समारोह का विपक्षी दल बहिष्कार करेंगे। इस मुद्दे पर राजद इन दलों के साथ है। उन्होंने कहा इसका उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से नहीं, राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से कराना चाहिए।

उन्होंने कहा है जब से इस बात की चर्चा हुई कि प्रधानमंत्री इस भवन का उद्घाटन करेंगे तब से सभी दलों ने यह सुझाव दिया कि इसका उद्घाटन राष्ट्रपति से कराना चाहिए। यही संवैधानिक व्यवस्था है। यह परंपरा के अनुकूल है। इससे संविधान सर्वोपरि है की पुष्टि होती है।

झा ने कहा है कि इस मुद्दे पर विपक्षी दलों की राय का इतिहास लिखा जाएगा। इतिहास सब कुछ याद रखेगा, यह प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को याद रखना चाहिए। उन्होंने कहा है कि राजद सहित तृणमूल कांग्रेस, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी, आम आदमी पार्टी और सीपीआईएम ने उद्घाटन समारोह में शामिल नहीं होने की घोषणा की है। कांग्रेस पहले से ही मांग कर रही है कि इसका उद्घाटन राष्ट्रपति को करना चाहिए।

Chhapra: सारण  के पुलिस कप्तान डॉ गौरव मंगला ने जिला में तैनात पुलिस पदाधिकारियों की पदस्थापन किया है।  जिले के 12 थाना के थानाध्यक्ष और 3 ओपी के अध्यक्ष का तबादला किया गया है। 

जिनमें कोपा, खैरा, रसूलपुर, मशरक, तरैया, परसा, दीघवारा, डेरनी, अकीलपुर, अमनौर, यातायात और अनुसूचित जाति/जनजाति थाना के प्रभारियों का तबादला किया गया है। जबकि गौरा, हरिहारनाथ, नगरा ओपी के अध्यक्ष बदले गए हैं।           

जिनमें पु०अ०नि० लालबाबु प्रसाद को कोपा, पु०अ०नि० प्रीति राज को खैरा, पु०अ०नि० प्रभात कुमार को रसूलपुर, पु०अ०नि० राजीव कुमार को मशरक, पु०अ०नि० सुभाष पासवान को गौरा ओपी, पु०अ०नि० आशुतोष कुमार को तरैया, पु०अ०नि० आशुतोष कुमार को परसा, पु०अ०नि० सुजीत कुमार चौधरी  को दिघवारा, पु०अ०नि० रिंकी कुमारी को डेरनी, पु०अ०नि० नित्यानंद सिंह को अकीलपुर, पु०अ०नि० अमरेन्द्र कुमार को अमनौर, पु०अ०नि० कुंदन तिवारी को हरिहर नाथ ओपी, पु०अ०नि० मनीष कुमार को नगरा ओपी, पु०अ०नि० शिव नाथ राम को अनुसूचित जाति/जनजाति थाना और पु०अ०नि० दीपक कुमार को यातायात थाना के थानाध्यक्ष के पद पर पदस्थापित किया गया है। 

पुलिस अधीक्षक डॉ गौरव मंगला ने कहा कि 2018 बैच के एसआइ बिहार पुलिस के फ्यूचर हैं। इन्हे अब जिम्मेवारी संभालनी चाहिए। चुनाव से पूर्व नवपदस्थाना कर नए एसएचओ को अपने थाना क्षेत्र के भौगोलिक एवं सामाजिक स्थिति से भलीभांति अवगत होने का अवसर प्रदान किया गया है ।

     

Chhapra: सारण जिला के दिघवारा थानाध्यक्ष को लाइन हाजिर और रसूलपुर थाना में पदस्थापित ASI को पुलिस कप्तान गौरव मंगला ने निलंबित कर दिया है।

इस संबंध में पुलिस कार्यालय ने विज्ञप्ति जारी कर बताया है कि SDPO सोनपुर के प्रतिवेदन में दिघवारा थानाध्यक्ष पर कर्तव्य में लापरवाही का आरोप लगाया गया। आरोप प्रथम दृष्टया सत्य प्रतीत होने के आलोक में पु०अ०नि० राजेश कुमार, थानाध्यक्ष दिघवारा थाना को लाईन हाजिर किया गया है.

साथ ही रसूलपुर थाना में पदस्थापित पु०अ०नि० विजय कुमार यादव का एक Audio Viral होने पर निलंबित किया गया है। वायरल ऑडियो में विजय यादव द्वारा एक महिला से जमीनी विवाद में पैसे की मांग की जा रही होनी प्रतीत होती है। Audio की प्रारंभिक जांचोपरांत आरोप प्रथम दृष्टया सत्य प्रतीत होने के आलोक में पु०अ०नि० विजय कुमार यादव, रसूलपुर थाना को निलंबित किया गया है।

 

पटना, 23 मई (हि.स.)। मौसम विज्ञान केंद्र ने बिहार के 23 जिलों में मंगलवार से 26 मई तक बारिश का येलो अलर्ट जारी किया है। बारिश के साथ आंधी और बिजली गिरने की भी संभावना है।

मौसम विभाग ने सारण, वैशाली, समस्तीपुर, मुजफ्फरपुर, सुपौल, अररिया, सहरसा, मधेपुरा में तेज आंधी-बारिश का यलो अलर्ट जारी किया है। इसके अलावा पूर्वी चंपारण, पश्चिमी चंपारण सीतामढ़ी और मधुबनी में ओलावृष्टि होने की आशंका है।

राजधानी पटना में आज सुबह से ही काले बादल छाए रहे और हल्की हवा चली। गोपालगंज और मोतिहारी में सुबह-सुबह हुई बारिश के बाद तापमान में गिरावट आई है। मौसम विभाग ने प्रदेश के अधिकांश हिस्सों में 20-30 किलोमीटर घंटे की रफ्तार से हवा चलने की संभावना जताई है।