इसुआपुर में लोहार कल्याण समिति की बैठक, कहा हमारी जाति लोहार है कमार नही…

Isuapur: इसुआपुर स्थित धर्मशाला परिसर में लोहार कल्याण समिति के सदस्यों की बैठक आयोजित की गई. बैठक की अध्यक्षता विजय शंकर शर्मा ने की जिसमें प्रखंड इसुआपुर के लोहार जाति के लोगों के साथ साथ पानापुर, मढ़ौरा, बनियापुर, नगरा, तरैया सहित कई प्रखंडों के सैकड़ों लोगों ने भाग लिया.

बैठक में राज्य सरकार द्वारा कराए जा रहे जातीय गणना पुरजोर विरोध करते हुए कहा गया है कि लोहार एक जाति है लेकिन जातीय जनगणना के तहत इस जाति के लिए कोई कोड नहीं है. लोहार जाति को कमार जाति के अंदर रखा गया है जिससे इसका अस्तित्व सरकार द्वारा समाप्त किया जा रहा है.

वही बैठक को संबोधित करते हुए जिला अध्यक्ष द्वारिका शर्मा ने कहा कि लोहार जाति के लोगों को अपने एवं अपने आने वाली पीढ़ी के लिए एकजुट होना होगा. सरकार ने लोहार जाति का अस्तित्व ही समाप्त कर दिया है, अब जाति प्रमाण पत्र में भी मूल जाति के तौर पर लोहार जाति समाहित नहीं है.

वहीं उन्होंने कहा कि संपूर्ण बिहार में अनुसूचित जनजाति के तहत आने वाले लोहार और लोहारा एक है.

बैठक में उपस्थित कई लोगों ने लोहार जाति की पूर्व की अवस्थाओं के बारे में चर्चा करते हुए कहा कि इस जाति के लोग प्रारंभ से ही घुमंतू की तरह रहकर घरेलू उपकरण सहित कई अन्य सामानों का निर्माण करते थे, लेकिन समय और परिस्थिति के साथ इन्होंने अपना आशियाना स्थापित कर लिया. मूल रूप से लोहार ही लोहारा और लोहरा ही लोहार है.

उन्होंने कहा कि लोहार जाति अनुसूचित जनजाति के वर्ग में शामिल है, लेकिन सरकार ने एक सोची समझी साजिश के तहत न्यायालय का हवाला देकर इसे भी खंडित कर दिया और लोहार को मूल जाति से समाप्त कर दिया. लोहार ना तो कर्मकार है और ना ही कमार और ना ही इन दोनों जातियों से इसका कोई संबंध है, लेकिन सरकार कमार और कर्मकार की उपजाति के तौर पर अपनी कमी छुपाने के लिए लोहार जाति को इसी में समाहित कर रही है. जिसको यह समाज सहन नहीं करेगा और इसके लिए आवाज उठाई जाएगी.

उपस्थित जनसमूह ने सरकार की दमनकारी नीति के खिलाफ आवाज उठाने और सड़क से लेकर न्यायालय तक इसकी लड़ाई लड़ने का आह्वान किया.

वही लोहार कल्याण समिति की इसुआपुर प्रखंड इकाई का गठन किया गया. जिसमे अजीत शर्मा को अध्यक्ष, महासचिव, उपाध्यक्ष के पद पर समुदाय के लोगों को मनोनीत किया गया.

बैठक में अनूप शर्मा, दीपक शर्मा, संतोष कुमार शर्मा, सुरेंद्र शर्मा, वकील शर्मा सहित कई लोगों ने अपने विचार रखते हुए जाति के लोगों के अधिकार के लिए लड़ाई लड़ने का आह्वान किया.

Chhapra: रेड रिबन युवा महोत्सव 2023 के अंतर्गत राजेंद्र कॉलेज में युवाओं के बीच एचआईवी/ एड्स के प्रति जागरूकता फैलाने के लिए महाविद्यालय स्तरीय मैराथन, रील प्रतियोगिता तथा नुक्कड़ नाटक का आयोजन किया गया।

इस कार्यक्रम में छात्र-छात्राओं का उत्साहवर्धन करने के लिए महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ सुशील कुमार श्रीवास्तव , कुलानुशासक प्रो विधान चंद्र भारती,डॉ रामजी सिंह सहित कई शिक्षक एवं शिक्षकेतर कर्मी मौजूद रहे। प्राचार्य ने कहा कि जागरूकता अभियान से एचआईवी/एड्स जैसी बिमारी से बचा जा सकता है।

रेड रिबन क्लब के नोडल पदाधिकारी डॉ. देवेश रंजन ने कार्यक्रम का संयोजन किया। मैराथन में निर्णायक की भुमिका में प्रो. संजय कुमार एवम अब्दुराशिद रहें, साथ ही मैराथन में लगभग 35 छात्र-छात्राओं ने प्रतिभाग लिया। जिसमें से 6 छात्र एवं 4 छात्राओं का चयन जिला स्तरीय मैराथन के लिए किया गया। साथ ही रील मेकिंग प्रतियोगिता एवम नुक्कड़ नाटक प्रतियोगिता में शामिल छात्रों का चयन जिला स्तर हेतु किया गया।

जिसमें निर्णायक की भुमिका में क्रमशः डॉ. रविनाथ त्रिपाठी, डॉ. ऋचा मिश्रा एवं नुक्कड़ नाटक हेतु प्रो. पूनम एवम डॉ. ज्योति रही। इस अभियान में कई विद्यार्थियों की उपस्थित रही।

PATNA, 05 अगस्त (हि.स.)। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत देश भर के 508 रेलवे स्टेशनों के पुनर्विकास का रविवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से शिलान्यास करेंगे। जिसमें पूर्व मध्य रेल हाजीपुर के भी 57 स्टेशन शामिल हैं।

रेल प्रशासन द्वारा सभी स्टेशनों पर कार्यक्रम की तैयारी कर ली गई है। प्रधानमंत्री ठीक 11 बजे ऑनलाइन माध्यम से एक साथ शिलान्यास करेंगे। उसके बाद वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से कार्यक्रम को संबोधित भी करेंगे। रेलवे स्टेशनों पर कार्यक्रम की शुरुआत सुबह नौ बजे हो जाएगी। जिसमें सांस्कृतिक कार्यक्रम एवं अमृत भारत पर स्पीच होगा।

चयनित प्रतिभागियों को सम्मानित किया जाएगा तथा स्थानीय जनप्रतिनिधि कार्यक्रम को संबोधित करेंगे। पूर्व मध्य रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी वीरेन्द्र कुमार ने बताया कि यात्रियों की सुविधा, सुगमता और सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए 57 स्टेशन का अत्याधुनिक सुविधाओं के साथ पुनर्विकास का शिलान्यास किया जाना है। इन स्टेशनों पर स्थानीय कला और संस्कृति की अद्भुत झलक दिखेगी।

उन्होंने बताया कि दानापुर मंडल के आरा स्टेशन को 27.89 करोड़, बिहिया को 23.13 करोड़, रघुनाथपुर को 20.50, डुमरांव को 17.13 करोड़, दिलदारनगर को 21.16 करोड़, जमुई को 23.36 करोड़, जहानाबाद को 22.93 करोड़, राजगीर को 21.20 करोड़, बिहारशरीफ को 18.84 करोड़, फतुहा को 32.73 करोड़, बाढ़ को 23.38 करोड़, बख्तियारपुर को 23.20 करोड़ तथा तरेगना को 19.23 करोड़ की लागत से पुनर्विकसित किया जाना है।

समस्तीपुर मंडल के दरभंगा स्टेेशन को 340 करोड़, सीतामढ़ी को 242 करोड़, बापूधाम मोतिहारी को 205 करोड़, सगौली को 23.3 करोड़, नरकटियागंज को 29.3 करोड़, सहरसा को 41 करोड़ रुपए, समस्तीपुर को 24.1 करोड़, सलौना को 22.3 करोड़, बनमनखी को 21.5 करोड़, मधुबनी को 20 करोड़, सकरी को 18.9 करोड़ तथा जयनगर को 17.5 करोड़ की लागत से पुनर्विकसित किया जाना है।

उन्होंने बताया कि सोनपुर मंडल के मुजफ्फरपुर स्टेशन को 442 करोड़, ढोली को 39 करोड़, रामदयालू नगर को 31 करोड़, लखमिनिया को 27 करोड़, खगडिया को 34 करोड़, मानसी को 20.8 करोड़, सोनपुर को 23.7 करोड़, नौगछिया को 22.7 करोड़, हाजीपुर को 21 करोड़ रूपए तथा दलसिंहसराय को 19.6 करोड़ की लागत से पुनर्विकसित किया जाएगा।

धनबाद मंडल के चन्द्रपुरा स्टेशन को 26.50 करोड़, ने.सु.ब. गोमो को 32.40 करोड़, कतरास को 26.90 करोड़, नगर उंटारी को 26.30 करोड़, गढ़वा टाउन को 25.50 करोड़, गढ़वा रोड को 24.50 करोड़, पहाड़पुर को 28.10 करोड़, पारसनाथ को 30.40 करोड़, हजारीबाग रोड को 28.10 करोड़, कोडरमा को 30.30 करोड़, लातेहार को 24.50 करोड़, डालटनगंज को 29.20 करोड़, बरकाकाना को 32.60 करोड़, रेनुकूट को 28.50 करोड़ एवं चोपन को 30.90 करोड़ की लागत से पुनर्विकसित किया जाएगा।

इसी प्रकार पंडित दीन दयाल उपाध्याय मंडल के गया जंक्शन को 296 करोड़, अनुग्रह नारायण रोड को 13 करोड़, सासाराम को 21.3 करोड़, भभुआ रोड को 24.3 करोड़, कुदरा को 18.8 करोड़, दुर्गावती को 18 करोड़ तथा चंदौली मझवार को 21.7 करोड़ रुपए की लागत से पुनर्विकास कार्य किया जाना है। कार्यक्रम के लिए पंडाल बनाए गए हैं, पंडाल में बैठने की व्यवस्था के साथ-साथ दर्शकों की सुगमता के लिए एलइडी स्क्रीन भी लगाए जा रहे हैं।

पूर्वी चंपारण,05 अगस्त(हि.स.)। बिहार में पूर्वी चंपारण जिले के सीमावर्ती नेपाल क्षेत्र के चकिया थाना क्षेत्र में एनआईए और मोतिहारी पुलिस की संयुक्त कारवाई में पीएफआई के दो संदिग्धो को गिरफ्तार किया है।

मिली जानकारी के अनुसार इनके पास से एक छोटा हथियार भी बरामद किया गया है। ऐसी संभावना जतायी जा रही है,कि हाल ही में चकिया से गिरफ्तार याकूब उर्फ सुल्तान की निशानदेही पर उक्त कारवाई की गयी है।वही गिरफ्तार संदिग्धो से पूछताछ के बाद एनआईए और मोतिहारी पुलिस की टीम क्षेत्र के अन्य जगहों पर भी छापेमारी कर रही है।

वाराणसी, 05 अगस्त (हि.स.)। भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) ने ज्ञानवापी परिसर के दूसरे दिन का वैज्ञानिक सर्वे शनिवार सुबह शुरू कर दिया। एएसआई टीम सुबह करीब आठ बजे यहां पहुंची। सर्वे को लेकर सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद की गई है। पहले दिन के सर्वे में सात घंटे से ज्यादा समय तक परिसर की आकृति तैयार करने के साथ माप-जोख की गई।

आज सुबह ज्ञानवापी परिसर का वैज्ञानिक सर्वेक्षण शुरू होने से पहले हिंदू पक्ष के वकील सुधीर त्रिपाठी ने पत्रकारों से कहा यह सर्वे का दूसरा दिन है। हमें उम्मीद है कि लोग सर्वेक्षण में सहयोग करेंगे। हम चाहते हैं कि मामला सुलझ जाए। जल्द ही सर्वेक्षण से सब कुछ साफ हो जाएगा। इस बीच सर्वे के दूसरे दिन मुस्लिम पक्ष के वकील एजाज मकबूल भी ज्ञानवापी परिसर पहुंचे। पहले दिन के सर्वे के दौरान एएसआई के साथ हिंदू पक्ष के वकील अंदर थे और मुस्लिम पक्ष नदारत था।

फ़िल्म ‘कोट’ का एक संवाद हमारे समाज के मुंह पर एक तमाचा मारता है और अब भी भेदभाव, ऊंची नीची जाति के बीच अंतर को दर्शाता है। फ़िल्म की कहानी बिहार के एक गांव के बेहद गरीब, नीची जाति के माधव की है। उसके घरवालों को गांव में शादी में तो नहीं बुलाया जाता, मगर किसी के मरने पर जो खाना खिलाया जाता है, उसमें उसके परिवार को बुलाया जाता है।

एक बार जब वह ऐसे ही एक भोज में अपनी भूख मिटा रहा था, तो उसने एक अमीर आदमी को कोट पहने देख लिया और तभी से उसके मन मस्तिष्क में यह ख्याल आने लगा कि उस बाबू साहब जैसा मुझे भी एक कोट पहनना है। माधव अपने पिता संजय मिश्रा से एक कोट के लिए बोलता है, तो मां बाप कहते हैं कि इसे किसी भूत प्रेत ने पकड़ लिया है वे उसे अंडवा बाबा के पास ले जाते हैं, जो फ़िल्म का यादगार और बेहतरीन सीन बन जाता है।

एक बार वह गांववाले से एक बात सुनता है कि एक रुपया से लाखों रुपये कमाए जा सकते हैं, बस उसके लिए दिमाग चाहिये। माधव उसी समय खुद का बिज़नस करने का फैसला करता है। वह सभी गांववासियों को एक दिन बुलाकर कहता है कि हम नीची जाति के हैं, लेकिन हमारी सोच ऊंची होनी चाहिए, हम सब मिलकर अपना बिज़नस करते हैं। लकड़ी काटकर बांस से पंखा खिलौना बनाया और बेचना शुरू किया जो एक बड़े कारोबार का रूप ले लेता है।

इस बीच माधव और साक्षी की एकतरफा प्रेम कहानी भी चलती रहती है। नसीरूद्दीन शाह की आवाज में उसके रोमांस की दास्तान कुछ यूं बयान होती है। माधव की कहानी भी हर आशिक की तरह है, जो पिछले 3 साल से लट्टू की तरह एक लड़की के पीछे नाच रहा है। इस मजनू के पास खाने के लिए पैसे नही हैं और चले हैं इश्क लड़ाने।

माधव साक्षी से एकतरफा प्यार करता है, लेकिन उसका दिल उस समय टूट जाता है जब उसकी शादी एक नौकरी वाले लड़के से हो रही होती है। वह बारात में जाकर नागिन डांस करने लगता है और कहता है कि अगर हम छोटी जाति के न होते तो आज वह मेरी होती। समाज से आज भी भेदभाव खत्म नही हो रहा है। यह बहुत ही शानदार दृश्य है, जहां विवान शाह ने अपनी अभिनय क्षमता का अद्भुत प्रदर्शन किया है।

अभिनय
फ़िल्म में अभिनेता संजय मिश्रा ने लाजवाब और बेमिसाल अभिनय किया है। नए फ़िल्म मेकर्स के साथ भी वह अपनी अदाकारी के जौहर को बेहतरीन ढंग से दिखाते हैं। अभिनेता विवान शाह वास्तव में प्रशंसा और पुरुस्कार के हकदार हैं। मुम्बई जैसे मेट्रो शहर में पलने बढ़ने वाले विवान के लिए बिहार के गांव के इस चरित्र को निभाना बहुत ही चुनौतिपूर्ण था लेकिन वह पूरी तरह अपने किरदार के रंग में रंगे हुए नज़र आए। उन्होंने स्थानीय संवाद के उच्चारण में और अदायगी में अपना सौ प्रतिशत दिया है। पूजा पाण्डेय ने भी अपनी मौजूदगी दर्ज करवाई है।

निर्देशन
अक्षय दीत्ति का डायरेक्शन कमाल का है। उन्होंने हर सीन को प्रभावी ढंग से प्रस्तुत किया है। सभी अदाकारों से जानदार एक्टिंग करवा ली है। फ़िल्म की रफ्तार बरकरार रखी है। हालांकि, संवेदनशील मुद्दे पर आधारित है, मगर फिर भी फ़िल्म बेहद मनोरंजक और प्रेरणादायक रूप से बनाई गई है और यही किसी निर्देशक की जीत होती है।

बैकग्राउंड म्युज़िक, संगीत
फ़िल्म कोट का बैकग्राउंड म्युज़िक बहुत ही अच्छा है। सीन की मांग के अनुसार अद्भुत बैकग्राउंड स्कोर सजाया गया है जो दृश्यों को अधिक बेहतर बनाता है। फ़िल्म का संगीत भी ठीक है।

फ़िल्म समीक्षा- कोट
कलाकार – संजय मिश्रा, विवान शाह, पूजा पांडे, सोनल झा, हर्षित पाण्डेय, गगन गुप्ता
निर्देशक – अक्षय दीत्ति
निर्माता- कुमार अभिषेक, पन्नू सिंह, अर्पित गर्ग और शिव आर्यन
रेटिंग – 3 स्टार

बॉलीवुड के मशहूर अभिनेता अभिषेक बच्चन और एक्ट्रेस सैयामी खेर अपनी फिल्म ‘घूमर’ से दर्शकों से रूबरू होने वाली हैं। इस फिल्म का ट्रेलर हाल ही में रिलीज हुआ है। यह ट्रेलर एक खिलाड़ी के जुनून, दृढ़ संकल्प और कड़ी मेहनत को दर्शाता है।

फिल्म घूमर के ट्रेलर में सैयामी एक दुर्घटना में अपना एक हाथ खो देती हैं। सैयामी एक क्रिकेटर हैं। दुर्घटना के बाद एक हाथ से क्रिकेट कैसे खेलें? सैयामी का ऐसा सवाल है। इसी बीच उसकी जिंदगी में एक कोच की एंट्री होती है। ‘घूमर’ में अभिनेता अभिषेक बच्चन एक कोच की भूमिका निभाते हैं, जिनकी जिंदगी में अप्रत्याशित मोड़ आता है। वह एक खिलाड़ी को प्रशिक्षित करते हैं। खिलाड़ी का किरदार सैयामी खेर ने निभाया है।

इस फिल्म में दर्शकों को आर. बाल्की के निर्देशन का जादू देखने को मिलेगा। फिल्म ‘घूमर’ के ट्रेलर ने सोशल मीडिया पर धूम मचा दी है। फिल्म में अभिनेता अभिषेक बच्चन और एक्ट्रेस सैयामी खेर मुख्य भूमिका में नजर आएंगे। फिल्म में अभिनेता शिवेंद्र सिंह और इंवाका दास भी अभिनय करेंगे।

फिल्म ‘घूमर’ 18 अगस्त को होगी रिलीज़
आर. बाल्की के निर्देशित फिल्म ‘घूमर’ 18 अगस्त 2023 को सिनेमाघरों में रिलीज होगी। अभिषेक बच्चन ने फिल्म ‘घूमर’ का ट्रेलर सोशल मीडिया पर शेयर किया। उन्होंने इस ट्रेलर को कैप्शन दिया, ‘बाएं हाथ का खेल।’

Chhapra: छपरा नगर निगम क्षेत्र में चल रहे जाति आधारित गणना का औचक निरीक्षण नगर आयुक्त सुमित कुमार के द्वारा किया गया।

इस दौरान वार्ड नंबर 26 से लेकर वार्ड 45 तक के नियुक्त सभी पर्वेक्षक एवं प्रगनक को सभी गणना ब्लॉक को पुरा करके कल तक प्रपत्र जमा करेंगे।

वार्ड 40 से 45 तक के प्रगनक का कार्य धीमी गति से चल रहा हैं।  वैसे प्रगनक को शो कॉज करने का आदेश दिया गया।

मालूम हो कि छपरा नगर निगम में 45 वार्ड को मिलाकर 290 गणना ब्लॉक बनाया गया है। इस कार्य को ससमय पुरा करने हेतु नगर आयुक्त ने शख्त आदेश दिया।  

निरीक्षण मे सिटी मैनेजर वेद प्रकाश वर्णवाल, नीरज झा उपस्थित थें।

नई दिल्ली, 04 (हि.स.)। मोदी सरनेम मानहानि मामले में सुप्रीम कोर्ट ने शुक्रवार को राहुल गांधी की सजा पर रोक लगा दी है। जिसके बाद कांग्रेस में खुशी का माहौल है।

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता व लोकसभा सांसद अधीर रंजन चौधरी ने मीडिया से बातचीत के दौरान कहा कि राहुल गांधी के खिलाफ भाजपा की साजिश आज नाकाम हो गई है। यह हमारी बड़ी जीत है। उन्होंने कहा कि इस मुद्दे पर वह लोकसभा अध्यक्ष को पत्र लिखेंगे और हालात से अवगत कराएंगे।

वहीं कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश ने ट्वीट कर कहा कि राहुल गांधी भाजपा से डरने वाले नहीं हैं। वह अपनी लड़ाई जारी रखेंगे। उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट का यह फैसला सत्य और न्याय की जीत है। कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी ने सुप्रीम कोर्ट को धन्यवाद करते हुए कहा कि गौतम बुद्ध ने कहा था कि तीन चीजें (सूर्य, चंद्रमा और सत्य) देर तक नहीं छुप सकते हैं। यह सत्य की जीत है।

उल्लेखनीय है कि मोदी सरनेम मानहानि मामले में सुप्रीम कोर्ट ने राहुल गांधी की सजा पर रोक लगा दी है। जस्टिस बीआर गवई की अध्यक्षता वाली बेंच ने कहा कि सूरत की निचली अदालत ने अधिकतम सजा देकर गलती की है। सुप्रीम कोर्ट के इस आदेश का मतलब ये है कि राहुल गांधी की संसद सदस्यता दोबारा बहाल होगी। सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि इस केस में अधिकतम सजा (2 साल) होने के चलते राहुल की सदस्यता गई, पर निचली अदालत के जज ने फैसले में ये साफ नहीं किया कि अधिकतम सजा तय करने की वजह क्या है?

वाराणसी, 04 अगस्त (हि.स.)। ज्ञानवापी परिसर में भारतीय पुरातत्व विभाग (एएसआई) की टीम के सर्वे पर रोक लगाने से देश की शीर्ष अदालत (सुप्रीम कोर्ट) ने शुक्रवार को इनकार कर दिया। प्रतिवादी मुस्लिम पक्ष की याचिका पर सुनवाई करते हुए सुप्रीम कोर्ट ने दो टूक कहा हम हाईकोर्ट के आदेश में दखल क्यों दें और आप को सर्वे पर ऐतराज क्यों है ? सर्वे से मुस्लिम पक्ष को कोई नुकसान नहीं होने जा रहा है।

सुप्रीम कोर्ट की तल्ख टिप्पणी के बाद प्रतिवादी मुस्लिम पक्ष अंजुमन इन्तेज़ामिया मसाजिद ने ज्ञानवापी परिसर में हाईकोर्ट के आदेश पर चल रहे एएसआई के सर्वे में अब सहयोग करने की बात कही है। अंजुमन इन्तेज़ामिया मसाजिद ने निर्णय लिया है कि फैसले का सम्मान होगा।

मसाजिद के संयुक्त सचिव एस. एम. यासीन ने बयान जारी कर कहा कि सर्वोच्च न्यायालय के एएसआई सर्वे पर स्थगन आदेश देने से इंकार से उपजी परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए अंजुमन इन्तेज़ामिया मसाजिद ने सर्वसम्मति से निर्णय लिया है कि सर्वोच्च न्यायालय के निर्णय का सम्मान करते हुए एएसआई के साइंटिफिक सर्वे में सहयोग करेंगे। और आशा करते हैं कि न्यायालय के दिशा निर्देश का निष्पक्ष तरीके से पालन होगा। हमारी मस्जिद को कोई नुकसान नहीं पहुंचेगा।

उन्होंने कहा कि हम सभी से अपील करते हैं कि इस फैसले का सम्मान करते हुए पूर्ण रूप से शांति-व्यवस्था बनाए रखें। अफवाहों पर कतई ध्यान न दें। लोगों के बयानबाजी को नजरअंदाज करें, इसी में सब की भलाई है। शांति -संयम-सद्भाव का मूल मंत्र को हम मजबूती से पकड़े रहें।

उल्लेखनीय है कि अब तक ज्ञानवापी में हुए सर्वे का प्रतिवादी पक्ष ने बहिष्कार किया था। इलाहाबाद हाईकोर्ट के ज्ञानवापी में एएसआई सर्वे के जारी रखने के फैसले के बाद अंजुमन इन्तेजामिया के संयुक्त सचिव, एस एम यासीन ने कहा था कि मुस्लिम पक्ष सर्वे में शामिल नहीं होगा। सुप्रीम कोर्ट में हाईकोर्ट के आदेश पर स्टे लेने के पहले तक प्रतिवादी पक्ष सर्वे में सहयोग करने के बजाय इससे दूरी ही बनाये रखा।

उधर, एएसआई सर्वेक्षण के दौरान ज्ञानवापी मस्जिद परिसर के अंदर मौजूद रहे हिंदू पक्ष के अधिवक्ता सुधीर त्रिपाठी ने पत्रकारों को बताया कि ज्ञानवापी परिसर का वैज्ञानिक सर्वेक्षण आज सुबह 07 बजे 40 विशेषज्ञों की एक टीम द्वारा शुरू किया गया। फोटोग्राफी और वीडियोग्राफी की जा रही है। एएसआई के विशेषज्ञ सूक्ष्मता से एक-एक चीज को देख रहे हैं।

कोलकाता, 4 अगस्त (हि.स.)। हमारे प्यारे वतन की आजादी का माह चल रहा है। मां भारती की आजादी के लिए कठिनतम संघर्ष करने वाले अमर सपूत नेताजी सुभाष चंद्र बोस के साथ 1945 के विमान हादसे के बाद क्या हुआ? यह राज पूरा देश आजादी के बाद से ही जानना चाहता है लेकिन आज तक इस पर से पर्दा नहीं उठाया गया। अब आजादी के अमृत महोत्सव के समापन वर्ष में “यूनाइटेड प्लेटफॉर्म फॉर नेताजी” की ओर से एक ऑनलाइन हस्ताक्षर अभियान की शुरुआत आज शुक्रवार से की गई है। इसके तहत नेताजी सुभाष चंद्र बोस की गुमनामी से जुड़े राज खोलने के लिए जांच की मांग वाला एक पत्र इस ऑनलाइन हस्ताक्षर के जरिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को भेजा जाएगा।

संगठन की ओर से संयोजक बोधिसतवा तरफदार ने “हिन्दुस्थान समाचार” को बताया कि आज से अभियान की शुरुआत हुई है। इसमें बोधिसत्व तरफदार के अलावा नेताजी सुभाष चंद्र बोस की पोती जयंती रक्षित, ताप्ती घोष, मृण्मय बनर्जी, सुप्रियो मुखर्जी, डॉक्टर जयंत चौधरी और शौविक लाहिरी समेत अन्य गणमान्य लोग जुड़े हुए हैं। इन सभी ने शुक्रवार को कोलकाता प्रेस क्लब में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर ऑनलाइन हस्ताक्षर अभियान की घोषणा की। वक्ताओं ने तीन बिंदुओं पर जोर देकर नेताजी सुभाष चंद्र बोस की गुमनामी से संबंधित जांच शुरू करने की मांग की। इसमें से पहला बिंदु है मुखर्जी कमीशन की रिपोर्ट जिसमें 18 अगस्त 1945 को ताइवान में विमान हादसे की थ्योरी को नकार दिया गया था। लेकिन खुद भारत सरकार ने 2006 में इस रिपोर्ट को ही नकार दिया, जबकि भारत सरकार ने ही मुखर्जी कमीशन को जांच का जिम्मा सौंपा था।

दूसरा बिंदु है ताइवान जहां विमान हादसे का दावा किया जाता है वहां के प्रशासन ने कई बार दावा किया है कि 18 अगस्त 1945 को किसी विमान हादसे का कोई रिकॉर्ड नहीं है।

इसके अलावा तीसरे बिंदु में वक्ताओं ने कहा कि हाल में भारत सरकार और पश्चिम बंगाल सरकार ने नेताजी सुभाष चंद्र बोस से संबंधित कई फाइलें सार्वजनिक की है। इसमें इस बात का जिक्र किया गया है कि आजादी के 20 सालों बाद तक नेताजी सुभाष चंद्र बोस के परिवार की खुफिया निगरानी की गई थी। इसका मतलब है कि खुद भारत सरकार नेताजी सुभाष चंद्र बोस की कथित मौत पर यकीन नहीं कर रही थी और परिवार से उनके संभावित संपर्क पर नजर रखी जा रही थी।

इन तीनों बिंदुओं का जिक्र कर प्रेस कॉन्फ्रेंस में शामिल प्रबुद्ध जनों ने कहा कि नेताजी सुभाष चंद्र बोस भारत में क्रांतिकारियों के अग्रदूत रहे हैं। उनके साथ क्या हुआ? आजादी के बाद में जिंदा थे या नहीं? 18 अगस्त 1945 के विमान हादसे में उनके मारे जाने के जो दावे किए जाते हैं उस के पक्ष में पुख्ता प्रमाण क्या है? इस बारे में सब कुछ उजागर किया जाना चाहिए और यह जांच से ही संभव होगा। बोधिसत्व ने बताया कि ऑनलाइन हस्ताक्षर कैंपेन के जरिए बड़ी संख्या में लोगों के हस्ताक्षर मिल जाने के बाद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को पत्र लिखकर इस मामले में जांच की मांग की जाएगी।

तीन IAS अधिकारियों को मिला अतिरिक्त प्रभार, जारी की गई अधिसूचना

PATNA: बिहार के तीन आईएएस अधिकारियों को अतिरिक्त प्रभार दिया गया है. इन सभी को सामान्य प्रशासन विभाग के तहत जांच आयुक्त का प्रभार दिया गया है. सरकार की तरफ से इस संबंध में अधिसूचना जारी कर दी गई है.

तीन आईएएस अफसरों को अतिरिक्त प्रभार

सामान्य प्रशासन विभाग की ओर से राज्यपाल के आदेश पर सरकार की सचिव रंजना पाटिल ने इसकी अधिसूचना जारी की है. जिन आईएएस अधिकारियों को जांच आयुक्त बनाया गया है उनमें शिक्षा विभाग के सचिव बैद्यनाथ यादव भी शामिल हैं. इसके अलावे एससी-एसटी विभाग के सचिव दिवेश सेहरा और सामान्य प्रशासन विभाग के सचिव मो. सोहैल को भी जांच आयुक्त की जिम्मेदारी दी गई है.