पटना, 23 मई (हि.स.)। नीतीश सरकार की शिक्षक बहाली नियामावली-2023 को लेकर लगातार शिक्षक संघ विरोध कर रहे हैं। इसके पास होने के बाद से ही राज्यभर के 38 जिला मुख्यालयों पर दो बार शिक्षक संघ ने अपना विरोध जताया है।

बिहार माध्यमिक शिक्षक संघ के उपाध्यक्ष डॉ. सुरेश प्रसाद राय ने हिन्दुस्थान समाचार से बातचीत में कहा कि अध्यापक नियुक्ति नियमावली-2023 में जो नियुक्ति का प्रावधान किया गया है वह पंचायती राज व्यवस्था में पूर्व से नियुक्त शिक्षकों एवं पुस्तकालयाध्यक्षों पर लागू नहीं होनी चाहिए। क्योंकि, इसी सरकार के शिक्षक नियोजन नियमावली 2006, 2008 क्रमशः 2020 यथा संशोधित प्रावधानों के तहत उनकी नियुक्ति हुई है।

डॉ सुरेश ने कहा कि दुनिया में ऐसा कोई कानून नहीं है, जिसमें समान पद पर नियुक्त व्यक्ति को फिर किसी अन्य पद्धति के द्वारा उसी पद पर नियुक्त किया जाए। इसलिए बिहार सरकार 2006 से नियुक्त शिक्षकों एवं पुस्तकालयाध्यक्षों को पहले राज्य कर्मी घोषित करे। इसके बाद लोक सेवा आयोग द्वारा शिक्षकों की भर्ती की प्रक्रिया प्रारंभ करे। जिस तरह पदवर्ग समिति ने तथाकथित वेतनमान घोषित किया वह राज्यकर्मी के किसी संवर्ग की वेतन संरचना नहीं है।

डॉ सुरेश ने कहा कि सरकार के इस अविवेकी निर्णय से एक ही विद्यालय में तीन तरह के शिक्षक काम करेंगे जो हास्यास्पद है। यह सरकार अपनी चुनावी घोषणा पत्र से पीछे हट रही है। शिक्षकों को और असंतुष्ट करके संपूर्ण शिक्षा व्यवस्था को ध्वस्त करना चाहती है।

सरकार ने विरोध करने वाले शिक्षकों को दी चेतावनी

बीते 16 मई को बिहार सरकार ने एक अजीबोगरीब आदेश निकाला। इस आदेश के अनुसार अध्यापक नियुक्ति नियमावली के विरोध में आंदोलन करने पर आंदोलनकारी शिक्षकों पर कार्रवाई की जायेगी। बिहार के शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव दीपक कुमार सिंह ने इस आशय का पत्र सूबे के सभी जिला शिक्षा पदाधिकारियों को लिखा है।

पत्र में दीपक कुमार सिंह लिखते हैं कि समाचार पत्रों व सोशल मीडिया के माध्यम से यह समाचार प्रकाशित होते रहते हैं कि वर्तमान में कार्यरत स्थानीय निकाय के शिक्षकों द्वारा नई नियुक्ति नियमावली के विरोध में धरना-प्रदर्शन किया जाएगा। इस संबंध में यह सुनिश्चित करें कि यदि कोई भी स्थानीय निकाय से नियोजित शिक्षक या अन्य कोई भी सरकारी कर्मी नियुक्ति नियमावली के विरोध में किसी भी प्रकार के धरना प्रदर्शन या अन्य सरकार विरोधी कार्यक्रमों में भाग ले रहे हैं, तो उनके विरुद्ध नियमानुकूल कार्रवाई अविलम्ब सुनिश्चित किया जाए।

क्या है शिक्षक नियमावली -2023

इस नियमावली के तहत अब बिहार में स्कूल शिक्षकों के सभी पदों को सीधी नियुक्ति से भरे जायेंगे। इसके लिए परीक्षा ली जाएगी। परीक्षा लेने की जिम्मेवारी बिहार लोकसेवा आयोग (बीपीएससी) को सौंपी गई है।

शिक्षकों की नियुक्ति के लिए रिक्त पदों के लिए पहले आवेदन पत्र भरना होगा। आवेदन स्वीकृत होने के बाद परीक्षा ली जाएगी। एक अभ्यर्थी अधिकतम तीन बार परीक्षा दे सकता है। इस प्रक्रिया से नियुक्त शिक्षक को राज्यकर्मी का दर्जा मिलेगा। फिलहाल, स्कूलों में कार्यरत नियोजित शिक्षकों को राज्यकर्मी का दर्जा पाने के लिए दोबारा परीक्षा देनी होगी।

क्या कहते हैं शिक्षा मंत्री
शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर ने कहा कि अब शिक्षकों को राज्यकर्मी का दर्जा दिया जाएगा। आकर्षक वेतन के साथ सभी सुविधाएं दी जाएंगी। जो नियोजित शिक्षक हैं उन्हें बीपीएसएसी के माध्यम से एक परीक्षा पास करनी होगी, फिर वे भी नियमित शिक्षक बन जाएंगे। सवा दो लाख के आसपास अभी शिक्षकों की भर्ती होगी और उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में तीसरे और चौथे श्रेणी में 40-50 हजार बहाली होगी।

Chhapra: संघ लोक सेवा आयोग परीक्षा 2022 का परिणाम घोषित हो गया है। परीक्षा में सारण जिले के मढ़ौरा प्रखंड के बरदहियां निवासी अजय कुमार के सुपुत्र अविनाश कुमार ने 17वां रैंक प्राप्त किया है। 

मोबाइल पर हुए बातचीत में अविनाश के चाचा अक्षय सिंह ने बताया कि वे लोग मूल रूप से सारण के रहने वाले हैं। लंबे समय से उनके पिता अररिया में रहते हैं। बीच बीच में अपने गाँव आते जाते हैं।

अविनाश कुमार के पिताजी कुशल किसान के रूप में खेती बारी कर रहे हैं। वहीं उसकी मां प्रतिमा देवी गृहिणी है। बेटे की कामयाबी से मां पिता के खुशी का ठिकाना नहीं है। अविनाश कुमार ने अपनी दसवीं तक की पढ़ाई फारबिसगंज के श्रीरानी सरस्वती विद्या मंदिर से की थी। जहां उसे 10 सीजीपीए मार्क्स प्राप्त हुए थे। 12वीं की पढ़ाई झारखंड के बोकारो के चिन्मय विद्यालय से की है। जिसमे उन्हें 93.2 फीसदी अंक प्राप्त हुए थे। वहीं आगे इंजीनियरिंग की पढ़ाई पश्चिम बंगाल कोलकाता के यादवपुर विश्वविद्यालय से की है। यूनिवर्सिटी मेडल प्राप्त हुआ था।

इससे पहले अविनाश ने दो बार यूपीएससी की परीक्षा दी थी और यह उसका तीसरा अटेम्प्ट था। यूपीएससी परीक्षा को उन्होंने अपना ध्येय बना रखा था और इसके लिए कोचिंग आदि करने के साथ सेल्फ स्टडी को अपना हथियार बनाया था और किसी भी विषय वस्तु पर लगातार शोध करते रहते थे। अनुतरित प्रश्नों के जवाब को लेकर अपने सीनियर से परामर्श लेने से नहीं हिचकते। उन्होंने यूपीएससी की तैयारी कर रहे छात्रों को विषयवार सिलसिले ढंग से गंभीरतापूर्वक पढ़ने और सेल्फ स्टडी करने की सलाह दी।

उनके अच्छे रैंक प्राप्त करने पर सारण में भी लोगों ने खुशी जताई है. मूल रूप से ग्राम बरदहिया प्रखंड मढ़ौरा के निवासी अविनाश के पिता अजय सिंह का ननिहाल सदर प्रखण्ड के अमर छपरा में परशुराम सिंह के घर है। ननिहाल पक्ष से परशुराम सिंह तथा अन्य परिजन कामेश्वर सिंह, संतोष कुमार, राजीव कुमार,सुजीत कुमार, संदीप कुमार,शशांक और सौरभ ने ख़ुशी जाहिर करते हुए बधाई दी है।

डूमरसन में ट्रक ने मोटरसाईकिल सवार तीन लोगों को रौंदा, एक महिला की मौत

Mashrakh: छपरा-गोपालगंज पथ एनएच 227ए पर लखनपुर गोलंबर मोड़ के पास एक अनियंत्रित ट्रक ने मोटरसाईकिल सवार तीन लोगों को रौंद डाला, जिसमें एक की मौत मौके पर ही हो गई जबकि दो गंभीर रूप से घायल हो गए. घटना मंगलवार की दोपहर करीब दो बजे की है.

मृत महिला गोपालगंज जिला के बैकुंठपुर थाना क्षेत्र के सलेमपुर गांव की बताई जाती है. वही घायलों को इलाज के लिए नजदीकी अस्पताल में ले जाया गया. घटना के बाद चालक फरार हो गया.

वाराणसी, 23 मई, 2023: पूर्वोत्तर रेलवे उपभोक्ताओं की उन्नत यात्रा सुविधा उपलब्ध कराने के लिये सतत प्रयत्नशील दिख रहा है। ऐसे में यात्रा के दौरान यात्रियों को सुविधाजनक एवं आरामदायक यात्रा अनुभव कराने के लिये प्रभावी कदम उठाये हैं।

इसी क्रम में वाराणसी मण्डल के बनारस, छपरा एवं मऊ स्टेशनों के कोचिंग डिपो के सभी रेकों में 15 मई, 2023 के अनुबन्ध के अनुसार नया ऑन बोर्ड लिनेन वितरण (ओ.बी.एल.डी.) शुरू कर दिया गया है। इससे पूर्व यात्रियों को ऑन बोर्ड लिनेन वितरण स्टाफ एवं अन्य सेवायें जैसे- ऑन बोर्ड हाउसकीपिंग सर्विस (ओ.बी.एच.एस.), वातानुकूलन (ए.सी.) मैकेनिक कर्मियों के बीच पहचान करने में समस्या हो रही थी तथा इस सम्बन्ध में ‘रेल मदद‘ पोर्टल के माध्यम से शिकायत एवं सुझाव प्राप्त हो रहे थे। तद्नुरूप रेलवे प्रशासन द्वारा एक नई पहल शुरू की गई है, जिसके अन्तर्गत कर्मचारियों के ड्रेस कोड में परिवर्तन किया गया है।

– नये ड्रेस कोड के अनुसार ऑन बोर्ड लिनेन वितरण (ओ.बी.एल.डी.) कर्मियों को नीले रंग का ड्रेस तथा उच्च दृश्यता वाली नारंगी जैकेट प्रदान किया जायेगा। जैकेट पर बेडरोल एवं ए.सी. लेबल अंकित होगा।

– इस नई व्यवस्था में आगमन एवं प्रस्थान दोनों स्टेशनों पर ऑन बोर्ड लिनेन वितरण (ओ.बी.एल.डी.) कर्मचारियों की ग्लोबल पोजिशनिंग सिस्टम (जी.पी.एस.) कैमरा द्वारा उपस्थिति दर्ज की जा रही है।

– इस नई व्यवस्था से ट्रेन में यात्री सुविधाओं में उल्लेखनीय सुधार होगा, जिसका सीधा लाभ यात्रियों को मिलेगा।

– वाराणसी मण्डल में इस नई व्यवस्था को लागू कर दिया गया है। इस सुविधा पर मिले फीडबैक के आधार पर आगे अन्य कोचिंग डिपो में भी इस प्रकार की व्यवस्था लागू की जा सकती है।

 

महिला पर्यवेक्षिकाओं के चयन के लिए जिला स्तरीय चयन समिति की बैठक आयोजित

छपरा : जिला स्तर पर महिला पर्यवेक्षिकाओं के रिक्त पदों पर अनुबंध के आधार पर सीधी भर्ती से कुल 37 रिक्त पदों पर चयन हेतु जिला स्तरीय चयन समिति की बैठक जिला पदाधिकारी अमन समीर की अध्यक्षता में कार्यालय कक्ष में आहूत की गयी।

बैठक में अध्यक्ष, जिला परिषद, सारण जयमित्रा देवी, उप विकास आयुक्त, सारण, प्रियंका रानी, असैनिक शल्य चिकित्सक-सह-मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी, सारण, जिला शिक्षा पदाधिकारी, सारण, जिला प्रोग्राम पदाधिकारी आई.सी.डी.एस एवं वरीय कोषागार पदाधिकारी, सारण उपस्थित थे।

जिलाधिकारी के द्वारा महिला पर्यवेक्षिकाओं के रिक्त पदों पर अनुबंध के आधार पर भर्ती के संबंध में जिला स्तरीय चयन समिति के समक्ष प्रस्तुत की गयी सभी विन्दुओं पर समीक्षा की गयी। बताया गया कि कुल 37 पदों के विरुद्ध 18400 ऑनलाइन आवेदन प्राप्त हुए है। जिसमें प्रत्येक कोटि से स्वीकृत रिक्त पदों के विरुद्ध दस गुणा औपबंधिक मेधा सूची हेतु प्रकाशित करने का निर्णय लिया गया।

Chhapra: छपरा के गौरा ओपी थाना क्षेत्र के गौरा बाजार में राष्ट्रीय बाल आयोग के निर्देश पर छापेमारी की गई. थाना पुलिस ने बाजार स्थित आधा दर्जन ऑर्केस्ट्रा कंपनी में छापेमारी की जहां से 25 नर्तकियों को हिरासत में लिया गया. जिसमे नाबालिग भी शामिल हैं. ऑर्केस्ट्रा कंपनी में हुई इस छापेमारी के बाद आसपास के बाजारों में चल रहे ऑर्केस्ट्रा कंपनी में हड़कंप मच गया.

बताया जा रहा है कि पश्चिम बंगाल के लोगों द्वारा राष्ट्रीय बाल आयोग में अपनी लड़कियों का अपहरण होने की शिकायत दर्ज कराई गई थी. जिसपर कार्यवाई करते हुए टीम ने जानकारी प्राप्त कर गौरा में छापेमारी की. जहां से दो नाबालिग लड़कियों को बरामद किया गया. साथ ही साथ अन्य दो दर्जन लड़कियों को भी हिरासत में लिया गया, जो आर्केस्ट्रा में रहकर नर्तकी का काम करती थी. सभी लड़कियां बंगाल की रहने वाली है.

वही इस छापेमारी के बाद टीम ने बंगाल में इसकी सूचना दी है.  जहां से टीम आने के बाद इन लड़कियों को उनके हवाले किया जायेगा.

Chhapra: पूर्वोत्तर रेलवे यात्री प्रधान रेलवे है, जो अपने उपभोक्ताओं की उन्नत यात्रा सुविधा उपलब्ध कराने के लिये सतत प्रयत्नशील है। यात्रा के दौरान यात्रियों को सुविधाजनक एवं आरामदायक यात्रा अनुभव कराने के लिये प्रभावी कदम उठाये जा रहे हैं।

इसी क्रम में वाराणसी मण्डल के बनारस, छपरा एवं मऊ स्टेशनों के कोचिंग डिपो के सभी रेकों में 15 मई, 2023 के अनुबन्ध के अनुसार नया ऑन बोर्ड लिनेन वितरण (ओ.बी.एल.डी.) शुरू कर दिया गया है। इससे पूर्व यात्रियों को ऑन बोर्ड लिनेन वितरण स्टाफ एवं अन्य सेवायें जैसे- ऑन बोर्ड हाउसकीपिंग सर्विस (ओ.बी.एच.एस.), वातानुकूलन (ए.सी.) मैकेनिक कर्मियों के बीच पहचान करने में समस्या हो रही थी तथा इस सम्बन्ध में ‘रेल मदद‘ पोर्टल के माध्यम से शिकायत एवं सुझाव प्राप्त हो रहे थे। तद्नुरूप रेलवे प्रशासन द्वारा एक नई पहल शुरू की गई है, जिसके अन्तर्गत कर्मचारियों के ड्रेस कोड में परिवर्तन किया गया है।

– नये ड्रेस कोड के अनुसार ऑन बोर्ड लिनेन वितरण (ओ.बी.एल.डी.) कर्मियों को नीले रंग का ड्रेस तथा उच्च दृश्यता वाली नारंगी जैकेट प्रदान किया जायेगा। जैकेट पर बेडरोल एवं ए.सी. लेबल अंकित होगा।

– इस नई व्यवस्था में आगमन एवं प्रस्थान दोनों स्टेशनों पर ऑन बोर्ड लिनेन वितरण (ओ.बी.एल.डी.) कर्मचारियों की ग्लोबल पोजिशनिंग सिस्टम (जी.पी.एस.) कैमरा द्वारा उपस्थिति दर्ज की जा रही है।

– इस नई व्यवस्था से ट्रेन में यात्री सुविधाओं में उल्लेखनीय सुधार होगा, जिसका सीधा लाभ यात्रियों को मिलेगा।

– वाराणसी मण्डल में इस नई व्यवस्था को लागू कर दिया गया है। इस सुविधा पर मिले फीडबैक के आधार पर आगे अन्य कोचिंग डिपो में भी इस प्रकार की व्यवस्था लागू की जा सकती है।

गौरा के ऑर्केस्ट्रा कंपनी में हुई छापेमारी, 25 नर्तकियों को हिरासत में लिया गया

Chhapra: छपरा के गौरा ओपी थाना क्षेत्र के गौरा बाजार में राष्ट्रीय बाल आयोग के निर्देश पर छापेमारी की गई. थाना पुलिस ने बाजार स्थित आधा दर्जन ऑर्केस्ट्रा कंपनी में छापेमारी की जहां से 25 नर्तकियों को हिरासत में लिया गया. जिसमे नाबालिग भी शामिल हैं. ऑर्केस्ट्रा कंपनी में हुई इस छापेमारी के बाद आसपास के बाजारों में चल रहे ऑर्केस्ट्रा कंपनी में हड़कंप मच गया.

बताया जा रहा है कि पश्चिम बंगाल के लोगों द्वारा राष्ट्रीय बाल आयोग में अपनी लड़कियों का अपहरण होने की शिकायत दर्ज कराई गई थी. जिसपर कार्यवाई करते हुए टीम ने जानकारी प्राप्त कर गौरा में छापेमारी की. जहां से दो नाबालिग लड़कियों को बरामद किया गया. साथ ही साथ अन्य दो दर्जन लड़कियों को भी हिरासत में लिया गया, जो आर्केस्ट्रा में रहकर नर्तकी का काम करती थी. सभी लड़कियां बंगाल की रहने वाली है.

वही इस छापेमारी के बाद टीम ने बंगाल में इसकी सूचना दी है.  जहां से टीम आने के बाद इन लड़कियों को उनके हवाले किया जायेगा.

नई दिल्ली, 23 मई (हि.स.)। संघ लोक सेवा आयोग ने मंगलवार को ‘सिविल सेवा परीक्षा 2022’ के नतीजे घोषित कर दिये हैं। इस बार कुल 933 उम्मीदवारों का चयन हुआ है, जिनमें 613 पुरुष और 320 महिलाएं हैं। इनके अतिरिक्त 41 दिव्यांगों का चयन किया गया है। आयोग की ओर से जारी परीक्षा परिणाम के अनुसार शीर्ष चार उम्मीदवार महिलाएं हैं। वहीं शीर्ष 25 में 14 महिलाएं और 11 पुरुष हैं।

पिछले साल जून में सिविल सेवा (प्रारंभिक) परीक्षा का आयोजन किया गया था, जिसमें 11 लाख से अधिक उम्मीदवारों ने आवेदन किया था। करीब 5.73 लाख उम्मीदवार परीक्षा में बैठे थे। इनमें से 13,090 लिखित (मुख्य) परीक्षा में उत्तीर्ण हुए थे। इनमें से 2,529 परीक्षार्तियों का साक्षात्कार के लिये चयन किया गया था।

इशिता किशोर ने सिविल सेवा परीक्षा में प्रथम स्थान प्राप्त किया है। उन्होंने वैकल्पिक विषय के रूप में राजनीति विज्ञान और अंतरराष्ट्रीय संबंध के साथ परीक्षा उत्तीर्ण की। उन्होंने दिल्ली विश्वविद्यालय के श्रीराम कॉलेज ऑफ कॉमर्स से अर्थशास्त्र (ऑनर्स) में स्नातक किया है।

दिल्ली विश्वविद्यालय के किरोड़ीमल कॉलेज से वाणिज्य में स्नातक गरिमा लोहिया ने अपने वैकल्पिक विषय के रूप में वाणिज्य और लेखा के साथ दूसरी स्थान हासिल किया। जबकि आईआईटी, हैदराबाद से सिविल इंजीनियरिंग में स्नातक (बीटेक) उमा हराथी एन वैकल्पिक विषय के रूप में मानव विज्ञान के साथ तीसरा स्थान प्राप्त किया। दिल्ली विश्वविद्यालय के मिरांडा हाउस कॉलेज से स्नातक (बीएससी) स्मृति मिश्रा अपने वैकल्पिक विषय के रूप में जूलॉजी के साथ चौथे स्थान प्राप्त किया है।

Chhapra/Sonpur:  सोनपुर थन क्षेत्र के गंगाजल भवरी के पास बगीचा में किसी अपराधिक घटना को अंजाम की योजना बनाते अपराधियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है।

थानाध्यक्ष को गुप्त सूचना मिली थी कि तीन अपराधी हथियार से लैस होकर आपराधिक योजना बना रहें हैं।  सूचना पर कार्रवाई करते हुए छापामारी की गई। जिसमें सन्नी कुमार, पिता रंजीत मिश्रा, सा०- नशारिगंज, थाना दानापुर जिला पटना  और  गुड्डू कुमार, पिता मुन्ना प्रसाद, सा ०कुर्जीपुल बालुपर, थाना दीघा, जिला पटना को पकड़ा गया।

पूछताछ एवं तलाशी के क्रम में इनके पास से एक पिस्टल, एक देशी कट्ठा, पाँच जिन्दा कारतूस, एक मोबाईल एवं एक मोटरसाईकिल को जब्त किया गया है। इस संबंध में सोनपुर थाना कांड संख्या 384/23, दिनांक- 21.05.23, धारा 414/34 भा० द० वि० एवं 25(1-बी ए /26/35 आर्म्स अधि० दर्ज कि गई है। 

पटना, 22 मई (हि.स.)। बिहार में विपक्षी दलों की प्रस्तावित बैठक को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश विपक्ष के नेताओं से मिल रहे हैं। नीतीश की इस मुहिम पर भाजपा विधायक और पूर्व मंत्री नितिन नवीन ने सोमवार को हमला बोलते हुए कहा कि नीतीश देशभर के भ्रष्टाचारियों को एकजुट करने की कोशिश कर रहे हैं।

नितिन नवीन ने कहा कि नीतीश कुमार देशभर के भ्रष्टाचारियों को एकजुट करने की कोशिश कर रहे हैं। अपने-अपने भ्रष्टाचार को छिपाने के लिए सारे भ्रष्टाचारियों का जुटान होने वाला है। उन्हें डर है कि साल-2024 में अगर नरेन्द्र मोदी फिर से देश के प्रधानमंत्री बन गए तो जो आज बेल पर बाहर हैं, जेल में चले जाएंगे।

भाजपा विधायक ने कहा कि अरविंद केजरीवाल के पूर्व डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया समेत अनेक करीबी लोग भ्रष्टाचार के मामले में आज जेल में बंद हैं। बेल की कोशिश कर रहे हैं लेकिन उन्हें बेल भी नहीं मिल पा रहा है। कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी और राहुल गांधी भी बेल पर हैं। ऐसे लोगों का पर्दाफाश हो रहा है तो उन्हें बेचैनी हो रही है। जेल में बंद और बेल पर बाहर आए भ्रष्टाचारियों को एकजुट करने की कोशिश हो रही है।

उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार के पहले भी कई नेताओं ने विपक्षी दलों को एकजुट करने की कोशिश की लेकिन उसका कोई फायदा नहीं हुआ। कहीं भी एक राज्य में अगर विपक्ष की जीत हो जाती है तो ये लोग अपनी मुहिम चलाते हैं। एक भी जीत मिलती है तो उनके बीच उम्मीद जग जाती है लेकिन इसका कोई फायदा उन्हें नहीं मिलता है। नीतीश कुमार भ्रष्टाचारियों को एकजुट करने की लाख कोशिश कर लें लेकिन उन्हें सफलता नहीं मिलने वाली है।

पूर्वी चंपारण,22 म।ई(हि.स.) जिला मुख्यालय मोतिहारी शहर के बेलवनवा में आयोजित एक शादी समारोह में अचानक उस वक्त अफरा-तफरी मच गयी जब शादी के मंडप में बैठे लोभी दूल्हे ने दहेज में सोने की चेन नही मिलने पर शादी करने से इनकार करने लगा।

वधू पक्ष के लोगो ने दूल्हे को समझाने की कोशिश की लेकिन वह सोने की चेन लेने की जिद पर अड़ा रहा।शादी करने से मना कर दिया।इस बात से गुस्साएं वधू पक्ष के लोगो ने दूल्हे,उसके जीजा,भाई और पिता को बंधक बना लिया,और देर रात में पंचायत बुलाई गयी। अंतत: पंचायत ने यह फैसला लिया कि शादी में वधू पक्ष का करीब 5 लाख रूपया खर्च हुआ है,उसका भुगतान वर पक्ष के लोग करे,जिसका भुगतान होने के बाद सभी को मुक्त किया गया और बिना दूल्हन के बाराती अपने घर लौट गया।मामला उल्लेखनीय है,कि बेलवनवा के श्याम महतो की बेटी कोमल की शादी पटखौलिया गांव के राजेश महतो के बेटे रोहित से तय हुई थी।जहां तय तिथि रविवार को बारात पहुंची,जहां लड़की वालों ने बारातियों का भरपूर स्वागत किया।बारात में जयमाल का रस्म भी पूरी की गयी,वही बाराती भोज का लुफ्त उठाये।लेकिन जब शादी के मंडल में शादी की रस्म शुरू की गयी तब अचानक लड़के ने सिंदूरदान करने से मना कर दिया।

लड़का का कहना था कि जब तक सोने की चेन नहीं मिलेगी तब तक लड़की को सिन्दूर नहीं लगाएंगे। दूल्हा की इस मांग का समर्थन उसके पिता, भाई और जीजा भी कर रहे थे।अंतत:हंगामा और फिर शादी में हुए खर्च लड़की वालो के देने के बाद बिना दुल्हन के लौट गये।