खगोल विज्ञान में रुचि रखने वालों के लिए मंगलवार, 23 मई की शाम बेहद रोमांच होने वाली है। दरअसल, इस दिन सूर्य के अस्त होने के बाद शाम को पश्चिमी आकाश में अद्भुत खगोलीय नजारा दिखने जा रहा है, जिसमें हंसियाकार चंद्रमा चमकते शुक्र और लाल ग्रह मंगल के बीच दिखता हुआ मिथुन तारामंडल के तारों के साथ मेल-मुलाकात करता हुआ नजर आएगा। यह जानकारी सोमवार को भोपाल की नेशनल अवार्ड प्राप्त विज्ञान प्रसारक सारिका घारू ने दी।

उन्होंने बताया कि सूर्यास्त के बाद लालिमा समाप्त होने के साथ ही हंसियाकार चंद्रमा के साथ शुक्र (वीनस) अपनी चमक बिखेर रहा होगा, तो उसके कुछ ऊपर मंगल (मार्स) लालिमा के साथ होगा। उसके पास ही मिथुन तारामंडल के जुड़वां तारे पोलुक्स एवं कैस्टर भी इस मिलन समारोह का हिस्सा बनेंगे। इसके साथ ही बिहाईव स्टार क्लस्टर भी इनके आसपास दिखेगा।

सारिका ने बताया कि मिलन करते इन खगोलीय पिंडों के बीच आपस की दूरी करोड़ों किलोमीटर होगी, लेकिन इनका पृथ्वी से बनने वाला कोण इस प्रकार होगा कि वे एक-दूसरे से मिलते से नजर आएंगे। जुड़वां तारे कहे जाने वाले तारों में से पोलुक्स 33 प्रकाशवर्ष दूर और विकसित लाल विशालकाय तारा है जो कि हमारे सूर्य से दोगुना विशाल है जबकि केस्टर 51 प्रकाशवर्ष दूर नीला तारा है जो हमारे सूर्य से 2.7 गुना अधिक भारी है। रोमन पौराणिक कथाओं के अनुसार पोलक्स और केस्टर जुड़वां भाइयों का प्रतिनिधित्व करते हैं।

सारिका ने बताया कि इस खगोलीय घटना में चंद्रमा लगभग 1000 तारों के समूह, जिसे कि बिहाईव स्टार क्लस्टर कहते हैं, उनके भी समीप दिखेगा। बुधवार (24 मई) शाम के आकाश में भी इस दृश्य को देखा जा सकेगा, लेकिन तब चंद्रमा आगे बढ़कर मंगल के करीब पहुंच चुका होगा। इस तरह ग्रहों, तारों और उपग्रहों का मिलन समारोह का मनमोहन दृश्य दिखने जा रहा है। दोनों ही दिन इसे रात्रि 10 बजे के पहले देखा जा सकेगा।

Chhapra:  जनसंख्या स्थिरीकरण को लेकर स्वास्थ्य विभाग के द्वारा विभिन्न स्तर पर प्रयास किया जा रहा है। प्रत्येक में स्वास्थ्य केंद्रों में परिवार नियोजन दिवस का आयोजन कर इच्छुक लाभार्थियों को परिवार नियोजन के साधनों की उपलब्धता सुनिश्चित की जा रही है। इसी कड़ी में सोमवार को शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र मासूमगंज में पीएसआई इंडिया संस्था के सहयोग से परिवार नियोजन कैंप का आयोजन किया गया। परिवार नियोजन कैंप का उद्घाटन उप मेयर रागिनी गुप्ता के द्वारा किया गया। कैंप में आए हुए लाभार्थियों को परिवार नियोजन के स्थाई तथा अस्थाई साधनों के बारे में जानकारी दी गई। वही इच्छुक लाभार्थियों को परिवार नियोजन के अस्थाई साधनों की उपलब्धता भी सुनिश्चित कराई गई।

परिवार नियोजन के साधनों को अपनाने से जनसंख्या स्थिरीकरण मैं होगा सहायक :

डॉ राजीव रंजन ने कहा कि लाभुक किसी भी परिवार नियोजन के विभिन्न साधनों की जानकारी लेने के साथ ही सुविधानुसार इच्छित विकल्प का लाभ उठा सकते हैं। बच्चों के बीच समयांतराल रखने और छोटा परिवार के होने से लोग वर्तमान समय में बढ़ रही महंगाई से छुटकारा मिलने के साथ ही जनसंख्या स्थिरीकरण में भी सरकार और देश के सहायक बन सकते हैं। सरकार द्वारा चलाये जा रहे परिवार नियोजन कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य जनसंख्या स्थिरीकरण के साथ ही प्रजनन स्वास्थ्य को सुदृढ़ करते हुए स्वस्थ परिवार का निर्माण करना भी है। लोगों को परिवार नियोजन के विभिन्न साधनों का इस्तेमाल कर इस अभियान को सफल बनाना चाहिए।

आशा और एएनएम लाभार्थियों को देती हैं परिवार नियोजन की जानकारी :

पीएसआई इंडिया के क्षेत्रीय कार्यक्रम समन्वयक जितेंद्र कुमार गुप्ता ने बताया कि स्वास्थ्य केंद्रों में लोगों को इसकी जानकारी देने के लिए नियमित आशा, एएनएम आदि उपस्थित रहती हैं। जिनसे लोग परिवार नियोजन के स्थायी व अस्थायी साधनों की जानकारी ले सकते हैं। लोगों को जानकारी होनी चाहिए कि परिवार नियोजन के स्थायी साधनों में नसबंदी व बंध्याकरण शामिल हैं। लोग किसी भी अस्पताल से इसका लाभ उठा सकते हैं। अस्थायी साधन के रूप में लोग अंतरा इंजेक्शन, कॉपर-टी, छाया, माला-एन, इजी पिल्स आदि का उपयोग कर सकते हैं।स्वस्थ व खुशहाल समाज के लिए मातृ मृत्यु एवं शिशु मृत्यु को कम करना होगा। चिकित्सा पदाधिकारी डॉ राजीव रंजन, पीएसआई इंडिया के क्षेत्रीय कार्यक्रम समन्वयक जीतेंद्र कुमार गुप्ता, सभी एएनएम व आशा मौजूद थी।

जिला के सर्वागीण विकास हेतु सभी पदाधिकारी आपसी समन्वय एवं तत्परता से सभी योजनाओं की प्रगति में तेजी लावें : प्रभारी मंत्री

छपरा : सूबे के विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग के मंत्री सुमित कुमार सिंह की अध्यक्षता में जिला कार्यक्रम कार्यान्वयन समिति की बैठक समाहरणालय सभागार में आहूत की गयी। बैठक में सर्वप्रथम प्रधानमंत्री आवास योजना के वित्तीय वर्ष 2021-22 में कुल उपलब्धि 92.43 प्रतिशत बतायी गयी। इस संबंध में उप विकास आयुक्त के द्वारा जानकारी दी गयी कि लंबित योजनाओं को दुत गति से पूर्ण करने हेतु अभियान चलाया जा रहा है। जिसके साकारात्मक परिणाम जल्द ही देखने को मिलेगे। मनरेगा में आधार सीडिंग का कार्य 95.98 प्रतिशत पूर्ण हो जाने की जानकारी दी गयी।

‌ जिला कृषि पदाधिकारी के द्वारा जानकारी दी गयी कि इस वर्ष जिला में पर्याप्त मात्रा में खाद उपलब्ध है। अतः खाद की कमी नही होगी। जिला पंचायती राज पदाधिकारी ने जानकारी दी कि पंचायतों में सोलर स्ट्रीट लाइट लगाने का कार्य तेजी से चल रहा है। जिला शिक्षा पदाधिकारी ने जानकारी दी कि शैक्षणिक सत्र 2023-24 में वर्ग एक से आठ तक के विद्यार्थियों के लिए कुल 4 लाख 166 हजार 424 पुस्तकों की आपूर्ति करने का आदेश बी.एस.टी.बी.पी.सी. को दिया गया है। 16 अप्रैल 2023 तक कुल 3 लाख 13 हजार 776 पुस्तक आपूर्ति की गयी है। जिसमें से 3 लाख 6 हजार 79 पुस्तकों का वितरण छात्र-छात्राओं के बीच कर दिया गया है।

सहायक निदेशक, जिला सामाजिक सुरक्षा कोषांग ने जानकारी दी की जिला में विभिन्न तरह के पेंशन लाभुकों की कुल संख्या 3 लाख 98 हजार 763 है। इनमें से 3 लाख 82 हजार 102 लाभुकों के खाते में पेंशन की राशि हस्तांतरित कर दी गयी है। जिला कल्याण पदाधिकारी के द्वारा जानकारी उपलब्ध करते हुए बताया गया कि जिला में कुल सृजित विकास मित्रों की संख्या 374 है। जिसमें से 364 पद पर विकास मित्र कार्यरत है। प्रभारी पदाधिकारी, जिला आपदा प्रबंधन शाखा ने जानकारी दी की प्राकृतिक / गैर प्राकृतिक / स्थानीय एवं विशेष प्रकृति से कुल 210 मृत व्यक्तियों के परिजनों के खाते में अनुग्रह अनुदान की राशि चार लाख प्रत्येक के हिसाब से दे दी गयी है। इसमें कुल राशि 8 करोड़ 52 लाख है।

जिला प्रभारी मंत्री-सह- विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग बिहार ने अपने संबोधन में बताया कि जिला में सभी विभागों के विकासोन्मुखी कार्यक्रम को लक्ष्य के अनुरुप तय समय पर पूरा करें। ताकि समाज के अंतिम पायदान पर बैठे व्यक्तियों को उसका लाभ मिल सके। जिला मे किये जा रहे कार्यों की भूरि-भूरि प्रशंसा करते हुए उन्होंने कहा कि सभी विभागों के पदाधिकारियों के आपसी समन्वय एवं सहयोग से जल्द ही सारण जिला राज्य के तीब्र गति से विकास करने वाले जिला में शामिल हो। ऐसी उनकी इच्छा है।

बैठक में मंत्री, कला संस्कृति एवं युवा विभाग, बिहार सरकार जितेन्द्र राय, सासंद जनार्दन सिंह सिग्रीवाल, पार्षद, विधायक, मेयर, जिला परिषद अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, उप विकास आयुक्त, नगर आयुक्त, अपर समाहर्त्ता, जिला एवं प्रखंड के सभी वरीय पदाधिकारीगण उपस्थित थे।

Chhapra: राष्ट्रीय सेवा योजना एवं भूगोल विभाग के संयुक्त तत्वावधान में अंतराष्ट्रीय जैव विविधता दिवस के अवसर पर एक व्याख्यान का आयोजन किया गया। इस व्याख्यान की मुख्य वक्ता डॉ. सपना मिश्रा, सहायक प्राध्यापिका, भूगोल विभाग, शासकीय महाविद्यालय करतला, छत्तीसगढ़ थी।

डॉ. सपना मिश्रा ने अपने व्याख्यान का प्रारंभ जैव विविधता के आशय, महत्व, एवम इसकी वर्तमान प्रासंगिकता से छात्रों के साथ संवाद स्थापित करते हुए की। उसके पश्चात उन्होंने जैव विविधता के मापन की विधियों पर प्रकाश डालते हुए, इस संदर्भ में किए गए अंतरराष्ट्रीय एवम राष्ट्रीय प्रयासों पर विस्तार से चर्चा की।

मुख्य वक्ता ने कहा कि इस धरा पर सभी जीवों का आवास है अतः उनका संरक्षण आवश्यक है। उन्होंने छात्रों से अपील कि हम सभी परिस्तस्थितिक संतुलन की आधारशिला जैव विविधिता हेतु अपने छोटे प्रयासों से इस अभियान को सफल बनाएं।

डॉ. अनुपम कुमार सिंह ने जैव विविधता के विविध आयामों एवम वर्तमान उपादेयता पर विस्तार से चर्चा की, साथ ही मानव सभ्यता एवम धर्म, प्रकृति के अंतर्संबंधों पर प्रकाश डाला।

कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रभारी प्राचार्य डॉ. विधान चंद्र भारती ने करते हुए, छात्रों को प्रकृति की ओर लौटने का संदेश दिया।

कार्यक्रम में मंच संचालन करते हुए कार्यक्रम पदाधिकारी जया कुमारी पांडेय ने सतत विकास की सफलता एवम जैव विविधता के संबंधों पर प्रकाश डाला एवम कार्यक्रम पदाधिकारी डॉ कन्हैया प्रसाद ने धन्यवाद ज्ञापन किया।

कार्यक्रम पदाधिकारी डॉ. देवेश रंजन, शिक्षक भावेश कुमार समेत छात्र छात्रा-सचिन कुमार चौरसिया, सूरज कुमार, विकास कुमार शाह, निखिल राज, अरुणिमा, निधि, अनामिका, कविता आदि ने अपनी उत्साह जनित सक्रिय सहभागिता दर्ज की।

बगहा, 21मई (हि.स.)। राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ अर्लेकर रविवार को वाल्मीकि नगर पहुंचकर वाल्मीकि व्याघ्र परियोजना वन प्रमंडल दो के मुखिया, वार्ड सदस्य, जिला परिषद, सरपंच आदि अन्य जनप्रतिनिधियों के समस्याओं को गौर से सुना और इसके साथ ही वरीय पदाधिकारियों के साथ बैठक की।

समस्याओं को सुनने के पश्चात राज्यपाल ने मौके पर मौजूद अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश देते हुए कहा कि सभी छोटी बड़ी समस्याओं को देख उन्हें जल्द से जल्द दूर करें।राज्यपाल ने मीडिया से बात करते हुए बताया कि मुझे बहुत खुशी हुई वाल्मीकिनगर आकर, यहां के क्षेत्रों के जनप्रतिनिधि और लोगों से मिलकर, उन्होंने कहा कि जनप्रतिनिधियों ने बहुत ही अच्छे तरीके से अपनी समस्याओं को रखा।राज्यपाल ने कहा कि मैं बिहार के समस्याओं के जानने से पहले बिहार को पुरी तरह जानना चाहता हूं, तभी जाकर बिहार के समस्याओं से अवगत हूंगा।

राज्यपाल ने बताया कि सरकार बिहार के गांव और शहरों की समस्याओं पर काम कर रही है। लेकिन सरकार से कहा जायेगा की गांवों की समस्याओं को गंभीरता से लेते हुए और ठीक तरह से हर समस्याओं को दूर करें।

Chhapra: बिहार में शराब बंदी के बाद सरकार ने अवैध शराब की भट्ठियों और धंधेबाजों को पकड़ने के लिए आधुनिक तकनीक का सहारा भी लिया है। जिसके तहत ड्रोन, स्कैनर और अन्य इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस की मदद ली जाती है। इसके लिए सरकार ने बड़ी राशि खर्च की है।

ऐसा ही एक अत्याधुनिक ड्रोन निकला तो शराब की अवैध भट्ठियों को ढूँढने था, लेकिन कंट्रोल रूप से संपर्क टूटने के बाद अब उसे ही ढूंढा जाने लगा है।

मद्य निषेध विभाग के फिक्स्ड विंग ड्रोन ने पटना से उड़ान भरी थी। इसका काम हवाई सर्वेक्षण करते हुए अवैध शराब की भट्ठियों की मैपिंग करना होता है। यह ड्रोन पटना स्थित कंट्रोल रूम से कंट्रोल किया जाता है। यह 100 किलोमीटर की रेंज तक हवा में उड़ते हुए मैपिंग करता है और पुनः डाटा संकलित कर वापस लौटता है। जिसके आधार पर जगह जगह छापेमारी की कार्रवाई की जाती है।

इस फिक्स्ड विंग ड्रोन ने 4 मई को पटना से उड़ान भरी थी। अपनी उड़ान में मैपिंग करते हुए जब यह सारण जिले मुख्यालय छपरा शहर के बिचला टेलपा के ऊपर था तो इसका संपर्क कंट्रोल से टूटने की बातें कही गई हैं।

जिसके बाद से ड्रोन गायब अब तक है। इसको खोजने के सभी प्रयास अबतक विफल साबित हुए हैं। जिस फिक्स्ड विंग ड्रोन पर अवैध शराब की भट्ठियों को ढूँढने का जिम्मा सौंपा गया था वह खुद ही गायब है और उसको भी 17 दिनों से नहीं ढूंढा जा सका है।

अब जब इसके खोजने के अभियान में बिहार पुलिस भी जुटी है। फिर भी अबतक ड्रोन का कोई पता नहीं चल सका है। मद्य निषेध विभाग ने लापता ड्रोन की सूचना देने वालों को इनाम देने की घोषणा भी की है।

अब देखने वाली बात होगी कि शराब बंदी को रोकने के लिए लाखों रुपये की लागत से खरीदे गए इस ड्रोन को कब तक खोजा जाता है। यदि मिल भी जाए तो सही हालत होगा या नहीं यह तो आने वाला समय ही बताएगा। लेकिन यह तो साथ है कि बिहार में पुलिस एक ड्रोन को भी नहीं खोज पा रही है।

(प्रशांत सिन्हा)

संयुक्त राष्ट्र द्वारा शुरू किया गया हर साल 22 मई को जैव विविधता दिवस मनाने का उद्देश्य पृथ्वी पर मौजूद जंतुओं और पौधों के बीच संतुलन बनाए रखने के लिए लोगों में जागरूक और समझ को बढ़ाना है। विश्व वन्यजीव दिवस 2023 की थीम है ” वन्यजीव संरक्षण के लिए साझेदारी है “। जैव विविधता शब्द का सर्वप्रथम प्रयोग अमेरिकी कीट विज्ञानी इ.ओ विल्सन द्वारा 1986 में ‘अमेरिकन फोरम ऑन बायोलोजिकल डाइवर्सिटी’ में प्रस्तुत रिपोर्ट में किया गया । यह शब्द दो शब्दों अर्थात् ‘और का समूह है जो हिन्दी में भी’ ‘जैव’ तथा ‘विविधता’ द्वारा व्यक्त किया जाता है, जिसका साधारण अर्थ जैव जगत में व्याप्ति विविधता से है ।

जैव विविधता से आशय जीवधारियों ( पादप जीवों ) की विविधिता से है जो दुनिया भर में हर क्षेत्र, देश और महाद्वीप पर होती है। भारत में कुछ जीव जंतुओं की बात करें तो जैव विविधता पर दिसम्बर 2018 में संयुक्त राष्ट्र सम्मेलन ( सीबीडी ) में पेश की गई। छठी राष्ट्रीय रिर्पोट से पता चला था कि ” अंतराष्ट्रीय रेड लिस्ट ” की गंभीर रुप से लुप्तप्रायः और संकटग्रस्त श्रेणियों में भारतीय जीव प्रजातियों की सूची वर्षो से बढ़ रही है।

विश्व वन्यजीव कोष की लीविंग प्लेनेट रिर्पोट 2022 में खुलासा हुआ है कि दुनिया भर में पिछले 50 वषों में वन्य जीवों की आबादी 69 फीसदी कम हुई है। इनमे स्तनधारी, पक्षी, उभयचर, सरीसृप, मछलियां आदि शामिल हैं। हर दो साल में प्रकाशित होने वाली इस रिर्पोट के मुताबिक वैसे तो पुरी दुनिया में वन्य जीवों की आबादी तेजी से घट रही है लेकिन 1970 के बाद से लैटिन अमेरिका तथा करेबियाई क्षेत्रों में वन्य जीव आबादी में करीब 49 फीसदी तक की गिरावट आई है जबकि अफ्रीका में 66 फीसदी और एशिया में 55 फीसदी गिरावट हुई है। मछली पकड़ने में 18 गुणा वृद्धि के कारण मछलियों की संख्या में कमी हुई है जबकि ताजा पानी में रहने वाले प्रजातियों में सर्वाधिक 83 प्रतिशत की गिरावट दर्ज हुई है जो किसी भी प्रजाति की समूह की तुलना में सबसे बड़ी गिरावट है। वर्ल्ड वाइड फंड फॉर नेचर ( डबल्यू डबल्यू एफ एन ) की रिर्पोट से साफ है कि धरती पर मौजूद प्रजातियों की तादाद में दस में से सात का आस्तित्व समाप्त हो चूका है।

भारत की हालत वैश्विक स्थिति से भिन्न नहीं है। यहां भी 12 फीसदी से अधिक जंगली स्तनधारियों, 3 फीसदी पक्षी प्रजातियों और 19 उभयचरों की प्रजातियों पर गंभीर खतरा है। एक अनुमान के अनुसार करीब तीस करोड़ प्रजातियां हो सकती है जिसमे 14 लाख 35 हजार 662 प्रजातियों की पहचान हुईं है। उनमें 7 लाख 51 हजार कीट, 2 लाख 81 हजार जंतु, 68 हजार कवक, 26 हजार शैवाल, 4 हजार 800 जीवाणु तथा एक हजार विषाणु शमिल है। इसके अलावा 343 मछलियां 50 जलथलचारी,170 सरीसृप , 1355 अकशेरू , 1037 पक्षियों और 497 स्तनपायी की प्रजातियां भी हैं। हर साल परितंत्रों के क्षण के कारण 27 हजार प्रजातियां लुप्त हो रही है। इस लुप्त होती प्रजातियों को रोकने के लिए गंभीर प्रयास करने की आवश्यकता है। अन्यथा परिणाम भयंकर होंगे। एक रिर्पोट में बताया गया है कि वनों की कटाई, सभी प्रकार के प्रदूषण, औद्धोगीकरण, शहरीकरण जलवायु संकट तथा विभिन्न बिमारियां इनका प्रमुख कारण हैं। डबल्यू डबल्यू एफ के महानिदेशक मार्को लैवर्टनी के अनुसार हम मानव प्रेरित जलवायु संकट व जैव विविधता के नुकसान की दोहरी आपात स्थिति की सामना कर रहे है जो वर्तमान और भविष्य की पीढ़ियों के लिए खतरा साबित हो सकती है।

जैव विविधता प्रत्येक राष्ट्र की विरासत के स्वाभाविक रुप से महत्तवपूर्ण रुप से महत्तवपूर्ण पहलू के रुप में और एक उत्पादक, स्थायी संसाधन के रुप मे देखी जानी चाहिए, जिस पर हम सभी अपने वर्तमान और भविष्य के कल्याण के लिए निर्भर है। विकासशील और विकसित दोनों देशों में जैव विविधता की रक्षा के लिए तत्काल कारवाई करने की आवश्यकता है। जैव विविधता पर अनुसंधान की निरंतर आवश्यकता है जो हमारे ज्ञान को बढ़ाती है, हमारी प्रबन्धन क्षमताओं में सुधार करती है और लोगों के साथ रहने के नए तरीकों के विकास की ओर ले जाती है।

कुल मिलाकर, मानव कल्याण के लिए जैव विविधता के कई योगदान अधिक स्पष्ट होते जा रहे हैं। हम अपने द्वारा खाए जाने वाले भोजन, अपने कपड़े और निर्माण सामग्री को ‘जैव विविधता’ से जोड़ते हैं। यह एक महत्वपूर्ण संसाधन है जिसे निरंतर प्रबंधित करने और सुरक्षा प्रदान करने की आवश्यकता है, ताकि बदले में यह हमारी और ग्रह की रक्षा करे।

Chhapra: आचार्य नरेंद्र देव पब्लिक स्कूल के द्वारा आयोजित न्यू ए० एन० डी० हाई स्कूल, (भिखारी चौक, छपरा) के प्रांगण में ‘फिजिक्स वाला’ (PW) का भव्य उद्घाटन समारोह का आयोजन किया गया।  जिसमें उद्घटानकर्ता इरफ़ान राशिद क्षेत्रीय प्रबंधक (PW), मुख्य अतिथि रामदयाल शर्मा ने फीता काट कर शुभारंभ किया। 

इस अवसर पर श्री शर्मा ने सभी बच्चों को उनके भविष्य निर्माण की शुभकामना दी और कहा कि जो छात्र मेहनत और लगन से आगे बढ़ते हैं उन्हें एक दिन सफलता जरूर प्राप्त होती है। प्रो० डॉ० दिवांशु कुमार के द्वारा बच्चों को यह बताया गया की सारण जिला में जो छात्र जेईई और नीट की तैयारी नहीं कर पाते थे, वो छात्र भी अब सफलता प्राप्त कर सकते हैं। इस अवसर पर विशिष्ट अतिथि मेयर राखी गुप्ता के द्वारा छात्र एवं छात्राओं को शुभकामना दी गयी। उन्होंने छात्र एवं छात्राओं के मनोबल और हौंसला को यूँ ही बनाये रखने की सीख दी।

एसओएफ साइंस ओलंपियाड 2022-23 में संतोष कुमार, नंदिनी कुमारी और अंजलि कुमारी ने बिहार राज्य स्तर पर शीर्ष 10 रैंक हासिल करके मेडल ऑफ डिस्टिंक्शन हासिल किया था। SOF गणित ओलंपियाड 2022-23 में, विशिष्ट पदक कृष कुमार सिंह और लक्ष्मी कुमारी ने अर्जित किए। पुरस्कार समारोह के दौरान, विशिष्ट अतिथियों, एवं सत्यनाराण शर्मा, चंद्रभूषण सिंह ने बिहार राज्य स्तर के आचार्य नरेंद्र देव पब्लिक स्कूल में ग्यारहवीं कक्षा के छात्रों के प्रदर्शन पर प्रसन्नता व्यक्त की।

पुरस्कार समारोह में दसवीं कक्षा (2023) के छात्रों में आकाश कुमार गोस्वामी, अंकु कुमार, नारायण कुमार, प्रिंस कुमार गुप्ता, आर्यन कुमार चौरसिया, कृति कुमारी, अभिषेक कुमार, प्रीति कुमारी, प्रिंस राज और दिव्यांशु प्रवीर शामिल थे। इन छात्रों ने आने वाले वर्षों में भी कड़ी मेहनत जारी रखने और स्कूल के लिए सम्मान लाने की इच्छा व्यक्त की।

सचिव अनीता सिंह द्वारा कार्यक्रम में भाग लेने के लिए सभी लोगों को धन्यवाद ज्ञापन करने के बाद समारोह का समापन किया गया।

जलालपुर: सांसद खेल महोत्सव 2023 का आयोजन 25 से 29 मई तक किया जाएगा। जिसका शुभारंभ 25 मई को जलालपुर हाई स्कूल के खेल मैदान से किया जाएगा. इसमे महाराजगंज लोकसभा क्षेत्र के खिलाड़ी भाग लेंगे. इस आशय की जानकारी जलालपुर स्थित अपने आवास पर प्रेस वार्ता में महाराजगंज सांसद जनार्दन सिंह सिग्रीवाल ने दी.

उन्होंने कहा कि लोकसभा क्षेत्र के वैसे खिलाड़ी जिनकी प्रतिभा छुपी हुई है, उनकी प्रतिभा को निखारने के लिए सांसद खेल महोत्सव 2023 का आयोजन किया गया है। इसमें क्रॉस कंट्री, वॉलीबॉल, फुटबॉल हैंडबॉल, कबड्डी सहित विभिन्न खेल शामिल है. क्रॉस कंट्री में अंडर 16, अंडर 18 अंडर 20 सहित विभिन्न उम्र वर्ग युवक भाग लेंगे.

उद्घाटन मे क्रॉस कंट्री,  वॉलीबॉल सहित विभिन्न खेल आयोजित किए जाएंगे.  29 मई को इसका फाइनल इवेंट कोल्हुआ हाई स्कूल के खेल मैदान में किया जाएगा. जहां प्रतिभागियों को सम्मानित किया जाएगा.

उन्होने कहा कि खिलाड़ी सामाजिक स्तर पर फोकस में आए तथा उनकी दृष्टि व्यापक हो इसके लिए यह कार्यक्रम आयोजित है. सभी खेल 6 विधानसभा क्षेत्रों- मांझी, एकमा, बनियापुर, तरैया, महाराजगंज, बसंतपुर( गोरिया कोठी) के खेल के मैदानो मे आयोजित हैं. जैसे तरैया में हैंडबॉल, बसंतपुर में कबड्डी, एकमा में फुटबॉल महाराजगंज में फुटबॉल सहित विभिन्न खेल है. प्रतिदिन यह प्रतियोगिता दो पालियों में सुबह 5:30 बजे से 11:00 बजे तक, संध्या 4:00 से 7:00 बजे तक आयोजित है. सुबह की पाली में एथलेटिक्स, कबड्डी सहित विभिन्न प्रतियोगिताएं। वहीं द्वितीय पाली में फुटबॉल, वॉलीबॉल व अन्य प्रतियोगिताएं आयोजित है.

उन्होंने बताया कि इसमें चयनित 21 खिलाड़ियों को राजधानी दिल्ली का भ्रमण कराया जाएगा. सभी को नये संसद भवन, राष्ट्रपति भवन में महामहिम राष्ट्रपति से मुलाकात, प्रधानमंत्री से मुलाकात. खेल मंत्री, गृहमंत्री रक्षा मंत्री सहित विभिन्न खेल संगठनों के अध्यक्षों से भी उनकी मुलाकात कराई जाएगी.

उन्होने बताया कि इस खेल प्रतियोगिता में भाग लेने वाले सभी खिलाड़ियों को प्रमाण पत्र और पुरस्कार से पुरस्कृत किया जाएगा. इसके लिए खिलाड़ी अपना पंजीकरण सांसद कार्यालय जलालपुर में करा सकते हैं. इसमें केवल महाराजगंज लोकसभा क्षेत्र के खिलाड़ी ही भाग लेंगे.

मौके पर हेमनारायण सिंह, वीरेन्द्र ओझा, युवा नेता प्रमोद सिग्रीवाल, मंडल अध्यक्ष ढनमन सिंह, जिला प्रवक्ता गुड्डू चौधरी, दीपू चतुर्वेदी एनआईएस एथलेटिक्स कोच संजय सिंह, पंकज सिंह, नीलेश सिंह सहित कई अन्य भी थे.

नई दिल्ली, 21 मई (हि.स.)। पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की पुण्यतिथि पर राष्ट्रीय राजधानी स्थित समाधि स्थल वीरभूमि में प्रार्थना सभा का आयोजन किया गया। प्रार्थना सभा में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, दिवंगत कांग्रेस नेता राजीव की पत्नी सोनिया गांधी, पुत्र राहुल गांधी, पुत्री प्रियंका गांधी वाड्रा के अलावा केसी वेणुगोपाल आदि नेताओं ने हिस्सा लिया।

सभी ने समाधि स्थल पहुंचकर उन्हें भावपूर्ण श्रद्धांजलि अर्पित की। कांग्रेस अध्यक्ष खड़गे ने कहा-21वीं सदी के भारत निर्माण में राजीव गांधी का योगदान अतुलनीय है। उन्हें देश कभी भुला नहीं सकता। उल्लेखनीय है कि 21 मई, 1991 को एक आत्मघाती बम धमाके में राजीव गांधी की हत्या कर दी गई थी।

नई दिल्ली, 21 मई (हि.स.)। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार आगामी लोकसभा चुनाव को देखते हुए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के खिलाफ विपक्षी एकता को एकजुट करने में लगे हुए हैं।

इसी क्रम में रविवार को बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से मिलने उनके घर पहुंचे। केजरीवाल से नीतीश की यह दूसरी मुलाकात है। नीतीश कुमार के साथ बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव भी मौजूद रहे।

 

Chhapra: छपरा नगर निगम क्षेत्र के सभी मुख्य नाला और वार्ड मे निर्मित नालों की सफाई बरसात से पहले करने को लेकर मिशन 40 दिन का योजना को सफल बनाने हेतु नगर आयुक्त ने खुद अनुश्रवन कर रहे हैं।

नगर आयुक्त के स्वयं तत्परता का नतीजा है कि सफाई मे इतना बड़ी पहल हुई है। निगम के द्वारा सफाई मिशन मोड पर कार्य कराया जा रहा है।

इसी क्रम में शनिवार को नगर निगम के आयुक्त सुमित कुमार (IAS) ने  कई वाडों में चल रहे सफाई कार्यों का स्वयं निरीक्षण किया। उन्होंने वार्ड नंबर 1 से 5 तक सफाई कार्यों का निरीक्षण किया साथ ही पाया कि वार्ड 1 से 5 तक डोर टू डोर गाड़ी नहीं आ रही है। वहीं वार्ड 6 और सात में ठेला वाला नहीं रहा हैं। वार्ड 07 में सुनील किराना दुकान अंदर गली मे 10 से 15 घरो मे कचरा का उठाव नहीं हो रहा हैं।  वार्ड 05 मे प्रेम कुमार यादव 7 बजे सुबह कार्य पर आते हैं, 2 लेबर आये थे। 

नगर आयुक्त ने सभी सम्बन्धित वार्ड के सफाई निरिक्षक एवं सफाई जमादार को बरसात के पहले सभी मुख्य नाला और वार्ड मे निर्मित नालों की सफाई ससमय कराने हेतु आदेश दिए हैं।

निरीक्षण के क्रम में उप नगर आयुक्त, सिटी मैनेजर उपस्थित थे।