कार्डिफ: चैंपियंस ट्राफी के एक बड़े उलटफेर में शुक्रवार को बांग्लादेश ने न्यूज़ीलैंड को 5 विकेट से हराकर, उसे इस टूर्नामेंट से बाहर का रास्ता दिखा दिया है. इस हार से न्यूजीलैंड का टूर्नामेंट का सफ़र यहीं खत्म हो गया, वहीं बांग्लादेश की उम्मीदें अभी भी बरकरार हैं. कार्डिफ में खेले गये इस करो या मरो मुकाबले दोनों टीमों के बीच ज़ोरदार टक्कर देखने को मिली. टॉस जीत कर न्यूजीलैंड ने पहले बल्लेबाज़ी करते हुए निर्धारित ओवेरों में मात्र 265 रन ही बना सकी.जिसमे रोस टेलर ने सबसे ज्यादा 63 रन बनाए. बंगलादेश की तरफ से मोसद्दक हसन ने सबसे ज्यादा 3 विकेट चटकाए.

266 रनों के लक्ष्य का पीछा करने उतरी बंगलादेश को शुरुआत में 4 जोरदार झटके लगे. पुरे टूर्नामेंट में हीरो रहे तमीम इक़बाल (0), सब्बीर रहमान(8), सौम्या सरकार(3) और कप्तान रहीम (14) जल्द ही अपना विकेट गवां बैठे.
इसके बाद शकीब और महमुदुल्लाह ने पारी को संभला और इसके बाद दोनों बांग्लादेश को मैच में वापसी कराई और पांचवे विकेट के लिए 200 रनों से ज्यादा की रिकॉर्ड सझेदारी की. इसके बाद शाकिब ने अपना शतक भी पूरा की उनके आउट होने के बाद महमुदुल्लाह ने भी अपना सैकड़ा पूरा किया और बंगलादेश को 5 विकेट से जीत दिला दी.
इस तरह अब बांग्लादेश का इस टूर्नामेंट में आगे का सफ़र शनिवार को होने वाले इंगलैंड – ऑस्ट्रेलिया मैच पर निर्भर करेगा. अगर इंग्लैंड इस मुकाबले में ऑस्ट्रेलिया को हराने में कामयाब रहता है तो बांग्लादेश आसानी से चैंपियंस ट्राफी के सेमीफाइनल में पहुँच जायेगा.

ढाका: 1971 में पाकिस्तान के खिलाफ मुक्ति संग्राम के शहीदों के खिलाफ कथित ‘निंदात्मक टिप्पणियां’ करने पर बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री एवं विपक्ष की नेता बेगम खालिदा जिया के खिलाफ देशद्रोह का एक मामला दर्ज किया गया.

उल्लेखनीय है कि पिछले साल 21 दिसंबर को एक परिचर्चा में 70 साल की खालिदा ने 1971 के मुक्ति संग्राम में मृतकों की संख्या पर ‘शंका जताई थी.’ बांग्लादेश नेशनल पार्टी की प्रमुख ने कहा था कि इसपर विवाद है कि मुक्ति संग्राम में कितने लोग शहीद हुए थे. विवादों पर ढेर सारी किताबें और दस्तावेज भी हैं. खालिदा की बीएनपी कट्टरपंथी जमात-ए-इस्लामी की अहम सहयोगी पार्टी है. जमात ने पाकिस्तान से बांग्लादेश की आजादी का विरोध किया था.
सत्तारूढ़ अवामी लीग, 1971 के मुक्ति संग्राम में हिस्सा लेने वाले लोग और उस संग्राम में शहीद हुए लोगों के परिवार ने जिया की टिप्पणी पर तीखी टिप्पणी की थी.