New Delhi, 05 अगस्‍त (हि.स)। रिलायंस समूह के अध्यक्ष अनिल अंबानी बैंक ऋण धोखाधड़ी मामले में मंगलवार को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के समक्ष यहां पेश हुए। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि ईडी 17,000 करोड़ रुपये के बैंक ऋण धोखाधड़ी मामले की चल रही जांच के तहत अनिल अंबानी से पूछताछ कर रही है। ईडी ने उनसे पूछताछ के लिए समन भेजा था, जिसके बाद वे आज पूर्वाह्न करीब 11 बजे नई दिल्ली स्थित ईडी के कार्यालय पहुंचे।

50 कंपनियों के 35 ठिकानों की तलाशी लेने के बाद जारी किया गया

 सूत्रों ने बताया कि ईडी 66 वर्षीय उद्योगपति अनिल अंबानी का बयान धन शोधन निवारण अधिनियम, 2002 के तहत दर्ज करेगी। उन्‍हें यह समन 24 जुलाई को मुंबई में ईडी द्वारा उनके व्यावसायिक समूह के अधिकारियों सहित 25 लोगों एवं 50 कंपनियों के 35 ठिकानों की तलाशी लेने के बाद जारी किया गया।ईडी की यह कार्रवाई रिलायंस इंफ्रास्ट्रक्चर (आर इंफ्रा) सहित अनिल अंबानी की कई कंपनियों द्वारा वित्तीय अनियमितताओं और 17,000 करोड़ रुपये से अधिक के सामूहिक ऋण की राशि के हेरफेर से संबंधित है। इसमें पहला आरोप 2017 और 2019 के बीच येस बैंक द्वारा अनिल अंबानी समूह की कंपनियों को दिए गए लगभग 3,000 करोड़ रुपये के अवैध’ ऋण के गलत इस्तेमाल से संबंधित है।

Mumbai, 26 जुलाई (हि.स.)। महाराष्ट्र के उद्योगपति अनिल अंबानी के मुंबई स्थित कंपनियों और कार्यालयों पर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की छापेमारी शनिवार को लगातार तीसरे दिन भी जारी है। यह छापेमारी यस बैंक लोन घोटाले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग के एक मामले की जांच के सिलसिले में की जा रही है। एसबीआई ने अनिल अंबानी और उनकी कंपनी रिलायंस कम्युनिकेशंस को फ्रॉड घोषित किया है।

यस बैंक ने अनिल अंबानी की कंपनी को लगभग 3,000 करोड़ रुपये के लोन दिए थे

सूत्रों ने शनिवार को बताया कि ईडी को शुरुआती जांच में पता चला है कि यस बैंक ने 2017 से 2019 के बीच अनिल अंबानी की कंपनी को लगभग 3,000 करोड़ रुपये के लोन दिए थे। आरोप है कि ये लोन शेल कंपनियों और ग्रुप की दूसरी कंपनियों को दिए गए। बाद में यह पैसा कहीं और ट्रांसफर कर दिया गया। जांचकर्ताओं को मिले सबूतों से यह पता चलता है कि यस बैंक के अधिकारियों को रिश्वत दी गई थी, इनमें बैंक के प्रमोटर भी शामिल हैं।

ईडी की छापेमारी समूह की अन्य कंपनियों से जुड़े पुराने मामलों से संबंधित है

रिलायंस पावर और रिलायंस इंफ्रास्ट्रक्चर ने शनिवार को एक बयान जारी कर कहा है कि ईडी की छापेमारी समूह की अन्य कंपनियों से जुड़े पुराने मामलों से संबंधित है। इस छापेमारी का उनकी कंपनियों या जांच के दायरे में आने वाले मामलों से कोई संबंध नहीं है। ये शिकायतें सार्वजनिक संस्थानों के साथ लोन हेराफेरी, रिश्वतखोरी और धोखाधड़ी के आरोपों से संबंधित है। हालांकि ईडी की टीम गुरुवार को सुबह से अनिल अंबानी की मुंबई में स्थित कंपनियों और कार्यालयों पर रेड कर रही हैं, लेकिन ईडी ने अनिल अंबानी के आवास पर छापेमारी नहीं की है।