Jammu, 28 जुलाई (हि.स.)। उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने सोमवार को भगवती नगर यात्री निवास से पवित्र श्री बूढ़ा अमरनाथ जी यात्रा के लिए श्रद्धालुओं के पहले जत्थे को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।

तनिष्क छपरा- डाकबंगला रोड, फोन-7644849600 , 8235892335

महादेव के निवास की पवित्र यात्रा एक ज्ञानवर्धक अनुभव है: उपराज्यपाल मनोज सिन्हा

उपराज्यपाल ने सभी तीर्थयात्रियों को सुरक्षित और आध्यात्मिक रूप से परिपूर्ण यात्रा की शुभकामनाएं दीं। उपराज्यपाल ने कहा कि महादेव के निवास की पवित्र यात्रा एक ज्ञानवर्धक अनुभव है। मेरा दृढ़ विश्वास है कि यह भक्तों के सामने जीवन के रहस्यों को उजागर करती है। उपराज्यपाल ने बाबा अमरनाथ और बूढ़ा अमरनाथ यात्री न्यास, पर्यटन विभाग, जिला प्रशासन, अन्य हितधारकों और लंगर सेवा प्रदान करने वाले संगठनों द्वारा किए गए सावधानीपूर्वक कार्य की सराहना की। वार्षिक तीर्थयात्रा और बूढ़ा अमरनाथ जी मेले, वार्षिक उत्सव के लिए सभी व्यवस्थाएं की गई हैं।

मीडिया से बात करते हुए उपराज्यपाल ने कहा कि पहले जत्थे में देश भर से 1000 से अधिक तीर्थयात्री श्री बूढ़ा अमरनाथ जी की पवित्र यात्रा के लिए रवाना हुए। वहीं दूसरी ओर कल तक 3.77 लाख तीर्थयात्री श्री अमरनाथ जी की पवित्र गुफा के दर्शन कर चुके हैं। मुझे आशा है कि देश भर से तीर्थयात्री श्री बूढ़ा अमरनाथ जी के दर्शन करने आएंगे और भोलेनाथ से जम्मू-कश्मीर और राष्ट्र की शांति और प्रगति के लिए प्रार्थना करेंगे।

जम्मू, 26 जुलाई (हि.स.)। 2,300 से अधिक तीर्थयात्रियों का एक नया जत्था बाबा बर्फानी की पूजा-अर्चना के लिए शनिवार को जम्मू स्थित भगवती नगर आधार शिविर से घाटी के लिए रवाना हुआ।

3 जुलाई को 38 दिनों की यात्रा शुरू होने के बाद से अब तक 3.60 लाख से अधिक तीर्थयात्री श्री अमरनाथ की पवित्र गुफा के दर्शन कर चुके हैं।

हालांकि प्राकृतिक रूप से बने बर्फ के शिवलिंग के पिघलने के साथ ही पिछले कुछ दिनों से श्री अमरनाथ तीर्थयात्रा में श्रद्धालुओं की संख्या कम होने लगी है।

अधिकारियों ने बताया कि पुलिस और सीआरपीएफ कर्मियों की सुरक्षा में 377 महिलाओं और 51 साधुओं और साध्वियों सहित 2,324 तीर्थयात्रियों का 24वां जत्था जम्मू के भगवती नगर आधार शिविर से 92 वाहनों में सुबह 3.25 बजे से 3.45 बजे के बीच कश्मीर स्थित दोनों आधार शिविरों के लिए रवाना हुआ।

उन्होंने बताया कि पहला काफिला 34 वाहनों में 741 तीर्थयात्रियों को लेकर गांदरबल जिले में 14 किलोमीटर लंबे लेकिन अधिक ढलान वाले बालटाल मार्ग के लिए रवाना हुआ जिसके बाद 58 वाहनों में 1,583 तीर्थयात्रियों का दूसरा काफिला अनंतनाग जिले में 48 किलोमीटर लंबे पारंपरिक पहलगाम मार्ग से यात्रा कर रहा है।

इसके साथ ही 2 जुलाई को उपराज्यपाल मनोज सिन्हा द्वारा पहले जत्थे को हरी झंडी दिखाने के बाद से अब तक कुल 1,39,098 तीर्थयात्री जम्मू आधार शिविर से घाटी के लिए रवाना हो चुके हैं।

यह तीर्थयात्रा 9 अगस्त को रक्षा बंधन के त्योहार के साथ समाप्त होगी।

Srinagar, 17 जुलाई (हि.स.)। गांदरबल जिले में अमरनाथ यात्रा के बालटाल मार्ग पर हुए भूस्खलन में एक महिला तीर्थयात्री की मौत हो गई, जबकि तीन अन्य घायल हुए हैं। अधिकारियों ने बताया कि सुरक्षा कारणों से यात्रा को आज गुरुवार के लिए स्थगित कर दिया गया है।

घायलों को बालटाल बेस कैंप अस्पताल ले जाया गया

अधिकारियों ने बताया कि ऊपरी रेलपथरी के पास जड-मोड़ पर भूस्खलन हुआ, जिससे कई तीर्थयात्री बालटाल मार्ग से नीचे की ओर बह गए जो पवित्र गुफा की ओर जाता है। घायलों को बालटाल बेस कैंप अस्पताल ले जाया गया, जहां पहुंचने पर एक महिला को मृत घोषित कर दिया गया। मृतक महिला की पहचान राजस्थान निवासी सोना बाई के रूप में हुई है। अधिकारियों ने बताया कि आज जम्मू से पवित्र गुफा की ओर जाने वाले तीर्थयात्रियों के किसी भी नए जत्थे को यात्रा की अनुमति नहीं दी गई है। यात्रा मार्ग पर भूस्खलन और भारी बारिश को देखते हुए यह निर्णय लिया गया है।

Jammu,6 जून (हि.स.)। लगातार बारिश के बीच, 7,200 से अधिक तीर्थयात्रियों का एक नया जत्था रविवार को तड़के दक्षिण कश्मीर हिमालय में अमरनाथ मंदिर के लिए यहां आधार शिविर से रवाना हुआ। 3 जुलाई को शुरू हुई 38 दिवसीय वार्षिक तीर्थयात्रा ने रविवार को 50,000 का आंकड़ा पार कर लिया।

1,587 महिलाओं और 30 बच्चों सहित 7,208 तीर्थयात्रियों का पांचवां जत्था जम्मू से रवाना

अधिकारियों ने बताया कि 1,587 महिलाओं और 30 बच्चों सहित 7,208 तीर्थयात्रियों का पांचवां जत्था कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच सुबह 3:35 बजे से 4:15 बजे के बीच भगवती नगर आधार शिविर से दो अलग-अलग काफिलों में रवाना हुआ। 2 जुलाई के बाद से यह तीर्थयात्रियों का सबसे बड़ा जत्था था, जब उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने यहां से यात्रा को हरी झंडी दिखाई थी। इसके साथ ही कुल 31,736 तीर्थयात्री जम्मू आधार शिविर से घाटी के लिए रवाना हो चुके हैं।

अधिकारियों ने बताया कि 147 वाहनों में 3,199 तीर्थयात्रियों को लेकर पहला काफिला गंदरबल जिले में छोटे लेकिन 14 किलोमीटर लंबे बालटाल मार्ग के लिए रवाना हुआ, जिसके बाद 160 वाहनों में 4,009 तीर्थयात्रियों का दूसरा काफिला अनंतनाग जिले में 48 किलोमीटर लंबे पारंपरिक पहलगाम मार्ग से यात्रा पर निकला। तीर्थयात्रियों ने रातभर जम्मू के बड़े हिस्सों में हुई भारी बारिश का सामना किया। अधिकारियों के मुताबिक 3 जुलाई को यात्रा शुरू होने के बाद से अब तक 50,000 से अधिक तीर्थयात्री 3,880 मीटर ऊंचे अमरनाथ गुफा मंदिर के दर्शन कर चुके हैं।

Jammu,03 जुलाई (हि.स.)। कड़ी सुरक्षा के बीच 5,200 से अधिक तीर्थयात्रियों का दूसरा जत्था गुरुवार को दक्षिण कश्मीर में अमरनाथ गुफा मंदिर के लिए जम्मू स्थित भगवती नगर आधार शिविर से रवाना हुआ। 3,880 मीटर ऊंचे मंदिर की 38 दिवसीय तीर्थयात्रा गुरुवार को दो रास्तों से अनंतनाग जिले में पारंपरिक 48 किलोमीटर लंबा नुनवान-पहलगाम मार्ग और गांदरबल जिले में 14 किलोमीटर छोटा लेकिन अधिक खड़ी चढ़ाई वाला बालटाल मार्ग से शुरू हुई। यात्रा 9 अगस्त को समाप्त होगी।

केंद्रीय अर्धसैनिक बलों की सुरक्षा में 168 वाहनों के काफिले में भगवती नगर आधार शिविर से रवाना

अधिकारियों ने बताया कि तीर्थयात्री सुरक्षा पुलिस और केंद्रीय अर्धसैनिक बलों की सुरक्षा में 168 वाहनों के काफिले में भगवती नगर आधार शिविर से रवाना हुए। अधिकारियों ने बताया कि इसके साथ ही जम्मू आधार शिविर से मंदिर के लिए रवाना हुए तीर्थयात्रियों की संख्या 11,138 तक पहुंच गई है। तीर्थयात्रियों के दूसरे जत्थे में 4,074 पुरुष, 786 महिलाएं और 19 बच्चे शामिल हैं।

तीर्थयात्रियों के एक समूह ने कहा कि वह 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए हमले से विचलित नहीं हुए हैं जिसमें 26 लोग मारे गए थे। रायपुर निवासी हरीश कुमार ने कहा कि हम आतंकवादियों या पाकिस्तान से नहीं डरते जिन्होंने निर्दाेष और निहत्थे पर्यटकों पर हमले करवाए हैं। यह कायरतापूर्ण कृत्य है। पहलगाम जैसी आतंकी घटनाओं के जरिए डर पैदा करके वह हमें बाबा बर्फानी के दर्शन करने से नहीं रोक सकते। उनकी तरह कानपुर से 20 सदस्यों के समूह के साथ अमरनाथ के लिए रवाना हुए मुख्तार सिंह ने कहा कि उन्हें जरा भी डर नहीं है। उन्होंने कहा कि यात्रा में शामिल होने वाले तीर्थयात्रियों की बढ़ती संख्या आतंकवादियों और पाकिस्तान को करारा जवाब देगी कि हम उनसे नहीं डरते।

वार्षिक तीर्थयात्रा के लिए भगवती नगर बेस कैंप में और उसके आसपास सुरक्षा व्यवस्था सक्रिय कर दी गई है। जम्मू में 34 आवास केंद्र स्थापित किए गए हैं और तीर्थयात्रियों को रेडियो फ्रीक्वेंसी आइडेंटिफिकेशन (आरएफआईडी) टैग जारी किए जा रहे हैं। यात्रा पर जाने वाले तीर्थयात्रियों के मौके पर ही पंजीकरण के लिए 12 काउंटर बनाए गए हैं। अब तक 3.5 लाख से अधिक लोगों ने तीर्थयात्रा के लिए ऑनलाइन पंजीकरण कराया है।

 

800 भक्तों के साथ बाबा बर्फानी के दर्शन के लिए छपरा से पहला जत्था रवाना

Chhapra: बाबा बर्फानी के दर्शन को लेकर बाबा अमरनाथ की यात्रा एक जुलाई से शुरू हो रही है. पहले दिन की यात्रा में छपरा के भक्त शामिल होंगे. जिसके लिए भक्तों का पहला जत्था छपरा से शुक्रवार को रवाना हुआ. पहले दिन के जत्थे में छपरा के शहर से लेकर गांव तक के करीब 800 सौ से अधिक भक्त शामिल है. जो बाबा बर्फानी का दर्शन करेंगे.

शुक्रवार की सुबह से ही छपरा जंक्शन भगवान भोलेनाथ के जयकारे से भक्तिमय बना हुआ था. शहर से लेकर गांव तक के हजारों लोग भक्तों को यात्रा पर जाने के लिए स्टेशन पर पहुंचे थे. इस दौरान स्थानीय लोगों द्वारा यात्री भक्तों के साथ साथ अन्य लोगों के लिए प्रसाद की व्यवस्था की गई थी.

इस अवसर पर शहर के गणमान्य लोगों ने अपनी उपस्थिति से शिव भक्तों का हौसला बढ़ाया. जय भोला भंडारी और बम बम भोले के जयकारे के साथ पूरा छपरा जंक्शन भक्तिमय बना हुआ था. जैसे ही जम्मू जाने वाली ट्रेन छपरा जंक्शन पहुंची पूरा स्टेशन बाबा बर्फानी के भक्तों से भरा पड़ा था. सभी जयकारे लगा रहे थे.

बाबा बर्फानी के दर्शन को लेकर जत्थे में युवाओं की भीड़ ज्यादा थी. पहली बार बाबा के दर्शन को जा रहे भक्तों में जोश भरा था. उन्होंने बताया कि बाबा के कृपा से उनकी यात्रा पूरी होंगी और वह बाबा का दर्शन करेंगे.

Chhapra: सारण से बाबा अमरनाथ बर्फानी के दर्शन के लिए प्रत्येक वर्ष श्रद्धालु जाते हैं। इस बार भी श्रद्धालुओं का जत्था बाबा बर्फानी के दर्शन के लिए निकला है।

शुक्रवार को छपरा जंक्शन से अमरनाथ एक्सप्रेस ट्रेन से सारण जिले का पहला जत्था रवाना हुआ। इस जत्था में 800 से अधिक श्रद्धालु रवाना हुए हैं। 

रात से हो रही बारिश के बीच छपरा जंक्शन पर सुबह से ही श्रद्धालुओं और गणमान्य लोगों का जुटना शुरू हो गया था। हर ओर भोले शंकर के जयकारे गूंज रहे थे। जंक्शन परिसर में आम लोगों के लिए भंडार का आयोजन भी किया गया था। जिसमें सैकड़ों की संख्या में लोगों ने प्रसाद ग्रहण किया। 

Chhapra: देश के सबसे कठिन तीर्थों में से एक माने जाने वाला अमरनाथ यात्रा के लिए छपरा से पहला जत्था रविवार की शाम को रवाना हो गया. बाबा बर्फानी के दर्शन के लिए छपरा जंक्शन से बड़ी संख्या में अमरनाथ यात्री रवाना हुए. पहले जत्थे 350 यात्रियों का समूहछपरा से बाबा बर्फानी के दर्शन के लिए गया. जिसमें बड़ी संख्या में महिला पुरुष और युवा भी मौजूद रहे.

जंक्शन पर गूंजे जय भोले के नारे

यात्रा को लेकर छपरा जंक्शन पर सुबह से अमरनाथ यात्रियों की भीड़ लगी रही. जंक्शन पर यात्रियों की सुविधा के लिए भंडारे का आयोजन किया गया था।. इस दौरान बम बम भोले के जय घोष के साथ पूरा जंक्शन परिसर गूंज उठा. हर तरफ श्रद्धालु ही नजर आ रहे थे. जो अमरनाथ बाबा के दर्शन पर जाने से पहले काफी उत्साहित नज़र आये.

यह भी पढ़ें: सारण SP ने शिशु पार्क में लगाया पेड़, शहर को हरा-भरा करने के मुहीम की हुई शुरुआत

आपको बता दें कि ये सभी श्रद्धालु मौर्य ध्वज एक्सप्रेस से रवाना हुए. सभी श्रद्धालु 1 जुलाई की शाम तक जम्मू पहुंचेंगे. फिर वहां से अमरनाथ की यात्रा प्रारंभ होगी. जम्मू से पहलगाम के रास्ते यह सभी रात्रि बाबा बर्फानी गुफा की ओर प्रस्थान करेंगे. एक श्रद्धालु ने बताया कि पहली बार अमरनाथ यात्रा पर जा रहे हैं जिसको लेकर वह काफी उत्साहित है सभी बाबा बर्फानी के दर्शन के लिए आतुर हैं. इस यात्रा में बड़ी संख्या में छपरा से महिलाएं भी जा रही हैं.

इस दौरान छपरा जंक्शन पर नगर निगम की मेयर प्रिया सिंह भी पहुँची और लोगों के बीच भंडारे का वितरण किया. वहीं डिप्टी मेयर अमितांजली सोनी भी मौजूद रहीं. इसके साथ साथ शहर के कई अन्य लोग भी मौजूद रहे. इसके पहले दो दिनों पहले ही छपरा से पहली बार विशाल भंडारा अमरनाथ यात्रियों के लिए भेजा गया था जो 45 दिनों तक जम्मू के 1 जिले में चलेगा. भंडारे में खाना पीना समेत तमाम सामान भेज गए हैं.

12 जुलाई को दूसरा जत्था

छपरा से अमरनाथ यात्रियों का दूसरा जत्था 12 जुलाई को जाएगा. जिसमें 150 श्रद्धालुओं ने अपना रजिस्ट्रेशन कराया है. इस दौरान जंक्शन पर यात्रियों की सेवा के लिए भोजन, पानी ,भंडारा चाय आदि की व्यवस्था की गई थी. इसके अलावा मेडिकल जांच की सुविधा भी थी. यह सारे इंतजाम जय भोले भंडारी दल द्वारा किए गए थे.