Chhapra: जिले के मरहौरा स्टेशन रोड में बाढ़ के पानी से क्षतिग्रस्त रोड के कारण सीमेंट लदा ट्रक पलट गया. ट्रक पलटने के कारण घर के बाहर सोए दादी और पोते की जान बाल बाल बची.घटना के बाद चालक फरार है.

इस संबंध में मरहौरा स्टेशन रोड निवासी साह ने बताया कि सुबह करीब 4 बजे सीमेंट लदा ट्रक गुजर रहा था. जो अनियंत्रित होकर पलट गया. इस घटना में घर के दरवाजे पर सोई उनकी माँ और बेटे की जान बाल बाल बच गयी.

उन्होंने बताया कि बाढ़ के पानी के कारण सड़क क्षतिग्रस्त हो गयी है. ओवरलोड होने के कारण अचानक ट्रक पलट गया जो बिछाई गई खाट से एक फिट के अंतर पर पलटा.

श्री साह का कहना है कि चालक फरार है लेकिन ट्रक मालिक द्वारा धमकी दी जा रही है साथ ही सीमेंट की चोरी का आरोप लगाने की बात कही जा रही है.

Chhapra: पूर्वोत्तर रेलवे के छपरा कचहरी स्टेशन पर इन दिनों आम यात्रियों और पुलिसकर्मियों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.

छपरा कचहरी स्थित जीआरपी थाने के पास रखे गए लावारिस शव से निकलती बदबू के कारण जीआरपी थाना के जवान और इंस्पेक्टर अपने कार्यालय की बजाय प्लेटफार्म पर अन्य जगह टेबल कुर्सी लगाकर काम करने को बाध्य है.

इस समस्या का मूल कारण, स्टेशन पर जीआरपी द्वारा लेकर रखा गया लावारिश शव है. जिससे निकलने वाली बदबू से यात्री भी परेशान है.

जीआरपी थाना प्रभारी शिवशंकर प्रसाद यादव ने बताया कि विगत दिनों छपरा गर्मीण स्टेशन के पास ट्रेन से कटकर एक व्यक्ति की मौत हो गयी थी. जिसपर थाना पुलिस द्वारा नियमानुसार 72 घंटे के लिए उसके शव को यहाँ लाकर रखा गया है.

समय के बीतने के दौरान दुर्गंध बढ़ती जा रही है, जिससे यहां रहना मुश्किल हो रहा है. उसपर से विगत दो दिनों से हो रही छिटपुट बारिश से यहाँ मुश्किल और बढ़ गयी है.

 

 

नई दिल्ली: देश के 75 व्यस्त रेलवे स्टेशनों में विशाखापत्तनम सबसे साफ-सुथरा स्टेशन है. दूसरे स्थान पर सिकंदराबाद और तीसरे स्थान पर जम्मू रेलवे स्टेशन है. वहीं, दरभंगा स्टेशन देश के सबसे व्यस्त स्टेशनों में सबसे गंदा है.

नई दिल्ली को 39वां स्थान मिला है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र वाराणसी स्टेशन 14वें नंबर पर रहा. वहीं ‘ए’ श्रेणी में सबसे गंदा स्टेशन जोगबानी रहा. ब्यास सबसे स्वच्छ खम्माम दूसरे नंबर पर और अहमदनगर  स्टेशन तीसरे पायदान पर रहा. रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने बुधवार को रिपोर्ट जारी की. यह सर्वेक्षण भारतीय गुणवत्ता परिषद ने कराया है.

छपरा: पूर्वोत्तर रेलवे व पूर्व मध्य रेलवे के दो महत्वपूर्ण स्टेशनों के बीच रविवार को आक्रोशित लोगों ने रेल सेवा को 7 घंटे तक बाधित रखा. कड़ी मशक्कत के सात घंटे बाद छपरा-सोनपूर रेलखंड पर  यातायात बहाल हुई . पूर्वोत्तर रेलवे के छपरा जंक्शन व पूर्व मध्य रेलवे के सोनपुर स्टेशनों के बीच ट्रेनों का परिचालन अवरूद्ध होने से डाउन बलिया सियालदह एक्सप्रेस, मौर्या एक्सप्रेस, आम्रपाली एक्सप्रेस, वैशाली एक्सप्रेस, छपरा टाटा एक्सप्रेस, पूर्वांचल एक्सप्रेस वहीं अप साइड की बिहार संपर्क क्रांति सुपरफास्ट एक्सप्रेस, बाघ एक्सप्रेस, वैशाली सुपरफास्ट एक्सप्रेस, बरौनी गोंदिया एक्सप्रेस, गरीब नवाज एक्सप्रेस, पुरबिया एक्सप्रेस, टाटा छपरा एक्सप्रेस, अवध आसाम एक्सप्रेस, लिच्छवी एक्सप्रेस प्रभावित  रही. जिसके कारण ट्रेनों में बैठे यात्री हलकान रहे. विभिन्न स्टेशनों पर इन ट्रेनों की प्रतीक्षा कर रहे यात्रियों को भी  परेशानियों का सामना करना पड़ा.

मिली जानकारी के अनुसार बताया जाता है कि सोनपुर व परमानंदपुर स्टेशनों के बीच गोविंदचक रेलवे गुमटी के निकट आक्रोशित लोगों ने पहले छपरा पटना मुख्य मार्ग को जाम किया फिर रेलवे ट्रैक से ट्रेनों को गुजरता देख रेल परिचालन को भी बाधित कर दिया. आक्रोशित लोगों ने छपरा-सोनपुर रेलखंड को 7 घण्टे तक बाधित रखा.  इस दौरान रेल प्रशासन ने अप बाघ एक्सप्रेस, बिहार संपर्क क्रांति   व वैशाली ट्रेन को जैसे ही सोनपुर से रवाना किया उसे देख जाम कर रहे लोग  और आक्रोशित हो गए और उन्होंने वैशाली एक्सप्रेस पर पथराव करना शुरूकर दिया. संध्या में परमानंदपुर से रवाना हुई पाटलिपुत्रा पैसेंजर पर भी लोगों ने पथराव किया जिससे ट्रेन का इंजन क्षतिग्रस्त हो गया और ड्राईवर घायल हो गया. हालांकि रेल प्रशासन ने वैशाली एक्सप्रेस पर पथराव की घटना से इंकार किया है. स्थानीय लोगों का कहना है कि बाढ पीड़ितों के बीच प्रशासन द्वारा राहत शिविर में राहत वितरण सही तरीके से नही किया जा रहा है. वही अधिकांश लोग बिजली की मांग को लेकर जाम करने पहुंचे थे. परमानंदपुर व आसपास के लोग प्रशासन की उपेक्षा के कारण आक्रोशित थे. काफी मशक्कत के बाद संध्या करीब 7:50 बजे ट्रेनों का परिचालन शुरू हुआ. अप से पहली ट्रेन बरौनी गोंदिया एक्सप्रेस जबकि डाउन से पहली ट्रेन बलिया सियालदह रवाना हुई .