Chhapra: महापर्व चैत्र छठ का चार दिवसीय अनुष्ठान शनिवार से प्रारंभ है. महापर्व को लेकर रविवार को व्रती संध्या समय मे खरना की विधि सम्पन्न करेगी. खरना के बाद से ही व्रतियों द्वारा 36 घंटे का निर्जला व्रत प्रारंभ हो जाएगा. सोमवार की संध्या व्रतियों द्वारा अस्ताचलगामी भगवान और मंगलवार की सुबह उदयीमान भगवान भाष्कर को अर्ध्य देने के साथ यह अनुष्ठान संपन्न होगा.

कोरोना वायरस को लेकर इस वर्ष अपने अपने घरों से ही व्रती छठ व्रत करेगे. पूरे देश के साथ जिले में भी लॉक डाउन है ऐसे में लोग घरों में ही रहकर इस व्रत को करेगे.

जिले के एकमात्र नारांव सूर्य मंदिर कमिटी ने भी इस चैत्र माह के छठ व्रत को आने घरों से ही मनाने का आह्वान किया गया है. मंदिर के आचार्य नंद किशोर तिवारी ने बताया है कि कोरोना वायरस के प्रति सभी को जागरूक रहने की जरूरत है.महापर्व छठ सूर्य उपासना का पर्व है लेकिन इसमें भीड़ को देखते हुए इस वर्ष चैत्र छठ में किसी तरह का कार्यक्रम सूर्य मंदिर नारांव में आयोजित नही होगा. उन्होंने सभी व्रतियों से अपने अपने घरों से ही भगवान की पूजा करने और घर से ही अर्घ्य देने का आह्वान किया है.

Garkha: प्रखंड विकास पदाधिकारी कमलाकान्त तिवारी, अंचलाधिकारी मुहम्मद इस्माईल व पंचायत राज पदाधिकारी रविन्द्र प्रसाद ने उत्तर बिहार कोठिया-नरांव के प्राचीन भूखंड पर स्थित प्रसिद्ध सूर्यमंदिर प्रांगण मे लोक आस्था के महापर्व छठ पूजा की तैयारियो की समीक्षा की.

साथ ही सूर्यमंदिर परिसर का चारो तरफ से भ्रमण कर ग्रामीणो के सहयोग से हुई तैयारियों पर संतोष व्यक्त किया.

अंचलाधिकारी ने कहा कि प्रशासन के तरफ से जल कुण्ड की निगरानी और किसी भी आपदा से निपटने के लिए पाॅच गोताखोर तैनात किये जायेंगे. इसके अतिरिक्त दूर दराज से आने वाली छठ व्रतियो की सुरक्षा व्रतियो के सहयोग हेतु पुलिस बल को लगाया जाएगा. खासतौर पर अलग से महिला पुलिस बल भी तैनाती की जाएगी.

अंचलाधिकारी ने कहा कि प्रशासनिक व्यवस्था की कमान स्वयं मै संभालुगा ताकि कही किसी प्रकार की दर्षनार्थियों व व्रतियो को दिक्कत न हो.

ग्रामीणो ने प्रखंड विकास पदाधिकारी, अंचलाधिकारी व बी पी आर ओ को संयुक्त रूप से बताया कि इस पावन स्थल को पर्यटक स्थल के रूप मे विकसित करने हेतु 2016 मे फोटोग्राफी व प्रतिवेदन भेजा गया था उसपर पहल करने की कृपा करे.

तब प्रखंड विकास पदाधिकारी ने उसकी छाया प्रति को निकलवा कर पुनः अनुशंसा का आश्वासन दिया.

अंचलाधिकारी ने भी उपस्थित ग्रामीणो को आश्वस्त किया कि पुनः ग्रामीणों के मांग पर जिला को प्रतिवेदन समर्पित किया जाएगा.

Chhapra: आस्था के महापर्व छठ का चार दिवसीय अनुष्ठान शुरू हो चुका है. अनुष्ठान के दूसरे दिन सोमवार को व्रतियों ने नदी, सरोवर एवं तालाबों में स्नान कर पूजा अर्चना की. स्नान ध्यान के बाद व्रति अब संध्या में भोजन की तैयारी करेगी.

व्रत के दूसरे दिन व्रती गुड़ की खीर, रोटी, पराठा एवं केला से खरना विधि को पूरा करती है. खरना विधि के साथ ही सूर्य आरधना के महापर्व छठ को लेकर 36 घंटे का निर्जला व्रत प्रारम्भ हो जाएगा.