Patna: राज्य में वर्ग 1 से लेकर 12 तक की विद्यालयों में कार्यरत नियोजित शिक्षकों को फरवरी माह के वेतन भुगतान को लेकर पत्र जारी कर दिया गया है. शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव आर के महाजन ने हड़ताली शिक्षकों के वेतन भुगतान को लेकर पत्र जारी करते हुए सभी जिला कार्यक्रम पदाधिकारी को आवश्यक निर्देश भी दिए गए हैं.FEB 2020 teacher payment letter

अपर मुख्य सचिव द्वारा जारी पत्र में कहा गया है की राज्य के नियोजित शिक्षकों को फरवरी 2020 माह के लिए कार्य की अवधि तक वेतन का भुगतान किया जाएगा. जो शिक्षक हड़ताल पर है उन्हें नो वर्क नो पे के आधार पर वेतन का भुगतान नही किया जाएगा.

विदित हो कि राज्य के प्रारंभिक विद्यालयों में कार्यरत नियोजित शिक्षक 17 फरवरी से हड़ताल पर हैं, वही माध्यमिक, उच्चतर माध्यमिक विद्यालय के नियोजित शिक्षक 25 फरवरी से हरताल पर है. शिक्षकों द्वारा लगातार नियमित शिक्षकों की भांति राज्य कर्मी का दर्जा एवं हू ब हू सेवा शर्त की मांग की जा रही है.

नियोजित शिक्षकों की इस हड़ताल को देखते हुए राज्य सरकार ने नो वर्क नो पे के साथ-साथ जनवरी एवं फरवरी माह के वेतन के भुगतान पर भी रोक लगाई थी. लेकिन विगत कुछ दिनों पूर्व शिक्षकों को जनवरी माह के वेतन का भुगतान किया गया. वही मंगलवार को फरवरी माह के कार्य अवधि के वेतन के भुगतान को लेकर भी पत्र जारी कर दिया गया.

नगरा: नियोजित शिक्षकों की हड़ताल 34वे दिन भी जारी है. शिक्षकों की जारी इस हड़ताल और सरकार की शिक्षकों के प्रति बेरूखी से दिन प्रतिदिन शिक्षकों की स्थिति दयनीय हो रही है. इसके बावजूद भी शिक्षक अपनी मांगों को लेकर कायम है.

शिक्षक सरकार के साथ इस आपदा की घड़ी में कदम से कदम मिलाकर काम कर रहे है. कोरोना वायरस के प्रति लोगो को जागरूक कर रहे है. साथ ही साथ अपनी मांगों के खिलाफ आवाज को भी बुलंद कर शिक्षकों के प्रति सरकारी नीति का विरोध प्रदर्शन भी कर रहे है. हड़ताल के कारण शिक्षकों का वेतन स्थगित है जिसके कारण इनके समक्ष अब भुखमरी की स्थिति पैदा हो रही है.जिसके कारण शिक्षक अब सतुआ खाने को विवश है. हड़ताली शिक्षकों का कहना है कि बिहार सरकार नियोजित शिक्षकों को समान कार्य समान वेतन पे वार्ता नहीं कर रही है. वही नियोजित शिक्षकों को 3 माह से वेतन भी नसीब नहीं है. शिक्षकों ने भारत के प्रधानमंत्री की बातों का हवाला देते हुए कहा कि पीएम ने अपने संबोधन में किसी भी कर्मचारी का वेतन नहीं काटने की बात कही है, वही राज्य के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार शिक्षकों को वेतन विहीन रख रहे है. वेतन नही मिलने से नगरा के शिक्षक भूखमरी के कागार पर पहुंच चुके है. शिक्षकों ने सतुआ खाकर अपना विरोध प्रदर्शन किया. साथ ही शिक्षकों ने कोरोना वायरस से बचने के लिए जागरूकता अभियान भी चलाया. इस मौके पर विजयेंद्र कुमार विजय, सुनील कुमार सिंह, अम्बिका राय, विनायक कुमार यादव, राजेश कुमार सिंह, सिराजुद्दीन अंसारी, सैयद अली, एकबालू रहमान, प्रमोद कुमार सिंह, विमलेश कुमार सिंह, मनोज कुमार, जयप्रकाश, ऋषिकेश के साथ सैकडों शिक्षक मौजूद थे.

इसुआपुर: प्रखंड के बीआरसी भवन पर आयोजित नियोजित शिक्षकों की हड़ताल के आठवें दिन सभा को परिवर्तनकारी शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष समरेन्द्र बहादुर सिंह ने संबोधित किया.

इस दौरान जिलाध्यक्ष श्री सिंह ने कहा कि सरकार का मंसूबा साफ नही दिख रहा है. शिक्षको की चट्टानी एकता से सरकार भयभीत है और रोज नए नए हथकंडे अपना रही है. शिक्षको पर नए नए आदेश निकाले जा रहे है लेकिन शिक्षको के लिए सेवा शर्त नही बन रही है.

सरकार पदाधिकारियों पर पैसा खर्च कर रही है शिक्षको को न्यायालय में खड़ा कर रही है लेकिन शिक्षको के वेतन देने के लिए पैसा नही है. हमारी लड़ाई सरकार से है, एकता हमारी पूंजी है, लड़ाई लड़नी है, जिसमे सभी शिक्षक अपने हक के लिए एक साथ है. जबतक सरकार नियमित शिक्षको की तरह सेवाशर्त और नियमित शिक्षक का दर्जा नही देगी तबतक हम डटे रहेंगे.

इसके अलावे धरने को विनोद राय, संजय राय, अशोक यादव सहित दर्जनों शिक्षको ने सभा को संबोधित किया.

Chhapra: परिवर्तनकारी शिक्षक संघ के जिला अध्यक्ष समरेंद्र बहादुर सिंह के नेतृत्व में सदबुुद्धि यज्ञ का आयोजन किया गया. इस यज्ञ में शिक्षकों ने हवन करते हुए सरकार को सदबुुद्धि आने की मांग की. जिला अध्यक्ष श्री सिंह ने कहा कि शिक्षकों ने सदबुुद्धि यज्ञ कर भगवान से यह कामना की है कि सरकार को सदबुुद्धि मिले जिससे कि वह शिक्षको की मांगों को जल्द से जल्द पूरा करें.

उन्होंने कहा कि सरकार अविलंब नियोजित शिक्षकों को समान काम के लिये समान वेतन दे. वार्ना अब वो दिन दूर नही जब झारखंड की तरह बिहार की हठधर्मी सरकार सड़क पर न आ जाए. शिक्षक और शिक्षा सूबे में दोनों ही हासिये पर जा रहे है. मुख्यमंत्री जी अब भी नही चेते तो एक वर्ष में आपकी गठबंधन की सरकार का देश मे क्या हाल है वह नए वर्ष में भी बिहार को देखने को मिल सकता है.

सदबुुद्धि यज्ञ में अशोक यादव, एहसान अंसारी, पंकज कुमार, सूर्यकांत सिंह, जितेंद्र राम, हवलदार मांझी, अनिल सिंह, सुनील सिंह, राजू सिंह, विनोद राय, संजय राय, सुमन प्रसाद कुशवाहा, बबलू सिंह सहित दर्जनों शिक्षक ने हवन की आहुति दी.