इसुआपुर: चयनित शिक्षक अभ्यर्थियों को 28 फरवरी को मिलेगा नियोजन पत्र

इसुआपुर: 3 वर्षो बाद उनके चेहरों पर मुस्कान देखने को मिलेगी जिन्होंने नौकरी पाने के लिए आवेदन तो किया था 2019 में लेकिन जटिल समस्यायों के कारण 2022 में उन्हें नियोजन पत्र मिलने का रहा है.

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नियोजन पत्र वितरण को लेकर प्रखंड विकास पदाधिकारी पुष्कल कुमार ने पत्र जारी कर दिया है. सोमवार 28 फरवरी को प्रखंड नियोजन इकाई एवं पंचायत नियोजन के तहत चयनित शिक्षक अभ्यर्थियों को नियोजन पत्र दिया जाएगा. वर्ष 2019-2020 शिक्षक नियोजन के प्रखंडाधिन 13 पंचायत एवं प्रखंड स्तरीय शिक्षक नियोजन में चयनित अभ्यर्थियों को प्रखंड कार्यालय परिसर में 28 फरवरी को नियोजन पत्र वितरित किया जाएगा. जो कार्यालय अवधि में ही वितरित किया जाएगा.

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Chhapra: जिले में प्राथमिक और मध्य विद्यालयों में शिक्षक नियोजन का रोस्टर प्रकाशित नही जारी करने पर मंगलवार को डीईओ कार्यालय में तालाबंदी की. टेट पास अभ्यर्थियों सुबह में ही डीईओ कार्यालय पहुंच गये थे और एकजुटता का परिचय देते हुए कार्यालय में तालाबंदी कर दी. तालाबंदी के बाद जमकर प्रदर्शन किया.

इस दौरान अभ्यर्थियों ने मुख्यमंत्री से लेकर शिक्षा मंत्री, डीईओ और डीपीओ के खिलाफ नारेबाजी की. प्रदर्शन कर रहे अभ्यर्थियों का कहना था कि प्राथमिक शिक्षा विभाग बिहार सरकार द्वारा जारी संसोधित समय तालिका के अनुसार 16 सितम्बर तक रोस्टर का प्रकाशन करना था. आवेदन प्रक्रिया 18 सितंबर से शुरू होनी थी परंतु शिक्षा विभाग के सुस्त एवं लापरवाह रवैये के कारण एक सप्ताह बाद भी आवेदन प्रक्रिया तो दूर अब तक रोस्टर का प्रकाशन भी नही किया गया है.

इस सम्बंध में टीईटी अभ्यर्थी पहले भी डीपीओ स्थापना , डीईओ और डीएम को आवेदन दे चुके है परंतु अब तक रोस्टर प्रकाशन के सम्बंध में कोई करवाई नही की गई है. रोस्टर के बारे में सही जानकारी भो नही दी जा रही है. इस कारण अभ्यर्थियों में भारी रोष है. शिक्षा विभाग के अफसर बैक डोर से बहाली को बढ़ावा देने के लिए लगे हुए हैं. डीईओ गलत बयानी कर रहे हैं. वे डीएम के पास संचिका लंबित रखने की बात कह रहे हैं.

संघ के जिलाध्यक्ष ब्रजेश कुमार सिंह व जिला सचिव जयप्रकाश सिंह ने कहा कि बिहार सरकार द्वारा 2017 में सात वर्ष बाद शिक्षक पात्रता परीक्षा का आयोजन किया गया , जिसमे लगभग 50 हज़ार अभ्यर्थियों ने सफलता प्राप्त की. समान काम समान वेतन केस के कारण दो वर्ष बाद बहाली प्रक्रिया शुरू की गई है जिसमे सरकार द्वारा एक लाख शिक्षकों की बहाली की घोषणा की गई थी. परन्तु सबसे दुख की बात है कि वर्ष 2019 में सरकार द्वारा 2014 के रिक्त पदों पर ही बहाली कर रही है, इससे काफी संख्या में योग्य अभ्यर्थी भी नियुक्ति से वंचित हो जाएंगे.

तालाबंदी में विवेक सिंह, सन्देश शर्मा, सुनील ठाकुर, मुकुल कुमार, साबिर हुसैन, दीपक कुमार, चन्द्रभूषण कुमार, आशुतोष कुमार, अरविंद कुमार, अजय पूरी, पुष्पेंद्र आर्य, अभय पांडेय, प्रवीण कुमार सहित अन्य अभ्यर्थी शामिल थे.