शहर में भारी ट्रक बस के प्रवेश से अंधेरी रात में टूट रही शहर की सुंदरता

Chhapra: डबल डेकर निर्माण को लेकर विगत कई महीनों से यातायात के लिए बस स्टैंड की सड़क बंद होने से शहर की सड़कों पर वाहनों का अत्यधिक दबाव बढ़ा है वही दूसरी ओर सरकारी और गैर सरकारी सड़क, भवन, डिवाइडर की क्षति हो रही है.

शहर के प्रवेश स्थल साढा ढाला आरओबी से लेकर दरोगा राय चौक तक की सड़क पर बड़े बड़े वाहनों का अत्यधिक दबाव बढ़ा है. पूरे दिन जहां सड़कों पर बड़ी बड़ी बसे चल रही है वही दूसरी ओर रात में ट्रकों का परिचालन भी आम बात हो गया है. आलम यह है कि बड़े बड़े वाहनों से आरओबी पर अनावश्यक दबाव बढ़ रहा है. वही छोटी गाड़ियों के लिए बनी शहर की सड़कें भी बड़ी गाड़ियों का दबाव नहीं झेल पा रही है.

छोटी छोटी सड़कों के बीच डिवाइडर और चौक चौराहों पर लगे गोलंबर विगत महीनों में लगातार टूट रहे है. शहर के नगरपालिका चौक से लेकर थाना चौक तक बड़ी गाड़ियों के टकराने से डिवाइडर टूट चुके है. वही सबसे खराब हालत नगरपालिका चौक और थाना चौक की है जहां बने गोलंबर कई स्थानों पर क्षतिग्रस्त हो चुके है. वही दरोगा राय चौक के गोलंबर की भी यही स्थिति है.

नगरपालिका चौक स्थित प्रथम राष्ट्रपति डा राजेंद्र प्रसाद की प्रतिमा के गोलंबर में विगत दिनों कई जगह गाड़ियों की टक्कर से पिलर क्षतिग्रस्त हो गए. वही हालत थाना चौक के गोलंबर की भी है जहां के कई पिलर गाड़ियों के धक्के और टकराने से टूट गए है. इतना ही नहीं सभी पिलर के टाइल्स और लाइट भी टूट चुके है. हालांकि इस गोलंबर के रखरखाव का जिम्मा बैंक के पास है.

आए दिन शहर में बड़े में वाहनों के प्रवेश से पुराने मकान मालिकों को भी अब उनके मकान की चिंता सता रही है. आलम यह है कि बड़े बड़े वाहन और भारी से उनके मकान की स्थिति चिंताजनक है.

डबल डेकर निर्माण के कारण रूट डायवर्ट किया गया है. ऐसे में यह प्रक्रिया फिलहाल लागू रहने वाली है. बस स्टैंड सड़क निर्माण की प्रक्रिया में समय लगेगा जिसके बाद ही शहर को इन बड़े वाहनों के आवागमन से निजात मिलेगी.

अंधेरी रात में टूट रही शहर की सुंदरता को देखने वाला कोई नहीं है. सड़क पर पेट्रोलिंग कर रही पुलिस, थाना चौक पर ड्यूटी पर तैनात कर्मी से इस नुकसान का कोई वास्ता नहीं है. जिला प्रशासन मौन है और धीरे धीरे सुंदरता टूटती जा रही हैं.

अवैध देशी शराब की निर्माण की फैक्ट्री देख डीएम हतप्रभ, शहर से कुछ ही दूरी थी देशी शराब निर्माण फैक्ट्री

Chhapra: जिले में शराबबंदी को पूर्णरूप से लागू करने के लिए प्रशासन द्वारा सख्ती बरती जा रही है. पुलिस प्रशासन द्वारा लगातार छापेमारी कर शराब निर्माण बिक्री एवं सेवन करने वालो के खिलाफ करवाई की जा रही है.

रविवार को शराबबंदी को सफल बनाने के उद्देश्य से जिला पदाधिकारी राजेश मीणा द्वारा एसपी संतोष कुमार के साथ मिलकर कई स्थानों पर छापेमारी की गई. इस दौरान सैकडों पुलिस बलों के साथ शहर से सटे दियारा इलाके में छापेमारी की गई.

शहर से सटे रिविलगंज के दिलयारहिमपुर के दियारा इलाके में ड्रोन से मैपिंग के बाद पकड़ी गई देशी शराब निर्माण की बड़ी फैक्ट्री को देख जिलाधिकारी हतप्रभ थे. करीब आधा किलोमीटर के इलाके में कई स्थानों पर देशी शराब निर्माण के लिये भट्ठी लगाई गई थी. जिलाधिकारी श्री मीणा ने शराब बनाने की इस विधि के बारे में भी जाना. साथ ही साथ छिपाकर रखी गयी सैकडों लीटर शराब को भी बरामद किया गया. दियारा इलाके में खर पतवार के बीच एक बड़े इलाके में शराब का निर्माण किया जा रहा था. वहाँ से पुलिस ने भारी मात्रा में पुलिस ने अर्धनिर्मित सामानों की बरामदगी भी की.

डीएम और एसपी की संयुक्त कार्रवाई में शराब की दो दर्जन से अधिक भट्टियों को ध्वस्त करते हुए 200 लीटर शराब बरामद किया गया एवं 50000 (पचास) हज़ार लीटर अर्द्धनिर्मित शराब एवं उत्पादन में प्रयुक्त उपकरण सामग्रियों को विनष्ट किया गया. साथ ही एक व्यक्ति को गिरफ्तार भी किया गया.

Chhapra: रामनवमी के मद्देनज़र शहर के विधि व्यवस्था को सुदृढ़ रखने के उद्देश्य से शनिवार को फ्लैग मार्च निकाली गयी. फ्लैग मार्च का नेतृत्व जिलाधिकारी हरिहर प्रसाद और पुलिस अधीक्षक हरकिशोर राय ने किया.

फ्लैग मार्च की शुरुआत राजेंद्र कॉलेजीयट से हुई. जो बुट्टी मोड़, धर्मनाथ मंदिर, कटरा, नई बाजार, मालखाना चौक, दहियावां, थाना चौक, कटहरी बाग, मौना चौक, नगरपालिका चौक होते हुए थाना चौक पर समाप्त हुई.

फ्लैग मार्च में जिला पुलिस बल, महिला बटालियन इत्यादि के जवान शामिल थे.