Manjhi: स्थानीय थाना पुलिस ने मोहम्मदपुर के लालपुर से एक कार से 100 लीटर देसी शराब जब्त किया. शराब कार की डिक्की में एक बोरी में छुपा कर रखी गई थी. थाना पुलिस ने कार चालक के साथ ही कार में सवार एक महिला को भी गिरफ्तार कर लिया. कार चालक की पहचान छपरा साहेबगंज निवासी विजय जायसवाल और महिला की पहचान पटना सिटी थाना क्षेत्र के शरीफगंज निवासी शिवजी राय की पत्नी सोनामति देवी के रूप में हुई.

ड्यूटी पर तैनात एएसआइ श्याम किशोर यादव ने बताया कि सूचना मिली कि एक कार से शराब लाई जा रही है. जिसपर त्वरित करवाई की गई. जांच के दौरान एक कार को रोका गया तो चालक ने कुछ भी बताने से इन्कार किया, लेकिन जब तलाशी ली गई तो पीछे डिक्की में बोरी में रखी गई शराब बरामद हुई. कार चालक ने पुलिस को बताया कि उसे एक व्यक्ति को आमडाढ़ी के समीप छोड़ने की बात बताई गई थी. वही सोनामति ने अपना पता छपरा बताते हुए कहा कि लॉकडाउन के कारण भूखमरी की स्थिति उत्पन्न हो गई है. मजबूर होकर मुझे यह कदम उठाना पड़ा. मेरा काम सिर्फ इस बोरी को मुबारकपुर आमडाढ़ी पहुंचा देना था. इसके बदले में तस्कर मुझे तीन सौ रुपये देते.

Chhapra: बिहार विधानसभा चुनाव सहित जिले में विधि व्यवस्था के मद्देनज़र जिला प्रशासन द्वारा शहर के विभिन्न चौक चौराहों पर वाहन जांच अभियान चलाया गया. इस जांच अभियान में जब्त किए गए वाहन के चालक से जुर्माने की राशि वसूली की गई.

उधर जांच अभियान की सुगबुगाहट होते ही बिना कागज़ात, अधूरे कागज़ात और बिना हेलमेट वाहन चालकों में हड़कंप मच गया. वाहन चालक मुख्य सड़क को छोड़ गलियों के रास्ते जाते नज़र आये. वही चार पहिया वाहन चालक भी अपनी कमजोरी को देख रास्ता बदलते नज़र आये.

शहर के थाना चौक पर प्रतिदिन वाहन जांच अभियान चलाया जाता है. शुक्रवार को शहर के नगरपालिका चौक पर दोपहर में पुलिस द्वारा वाहन जांच अभियान चलाया गया. इस दौरान हेलमेट, ड्राइविंग लाइसेंस, इन्सुरेंस, प्रदूषण की जांच दो पहिया और चार पहिया वाहनों की हुई. बिना कागज़ात और बिना हेलमेट, बिना सीट बेल्ट वाहन चला रहे चालकों के अलावे अधूरे कागज़ात वाले वाहन चालकों से हजारों रुपये की जुर्माने की राशि वसूली गयी.

Chhapra: निजी विद्यालयों में ड्राइवर की नौकरी करना आसान नही होगा. वाहन चालकों को अब नौकरी पाने के लिए पहले अपना पुलिस वेरिफिकेशन कराना होगा उसके बाद ही उन्हें विद्यालयों में ड्राइवर की नौकरी मिल पाएगी. हालांकि यह निर्देश उनके लिए भी है जो फिलहाल विद्यालयों में वाहन चलाने का काम कर रहे है.

वाहन चालकों के पुलिस वेरिफिकेशन को लेकर राज्य परियोजना निदेशक संजय सिंह ने सभी जिला शिक्षा पदाधिकारियों को पत्र भेजकर अनिवार्य रूप से अपने जिले के सभी निजी और सरकारी विद्यालयों में लागू करने का निर्देश दिया है.

श्री सिंह द्वारा भेजे गए पत्र के आलोक में डीपीओ समग्र शिक्षा द्वारा पत्र निर्गत कर सभी प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी को इसके पालन का निर्देश दिया है.

निदेशक के जारी पत्र में कहा गया है कि आये दिन विद्यालय आने जाने के क्रम में बच्चो के साथ दुर्व्यवहार की घटनाये सामने आ रही है. इसलिए वह सभी कार्य किये जायें जिससे कि बच्चो के साथ दुर्व्यवहार की घटना ना हो. इसके लिए सबसे जरूरी कार्य वाहन चालक का चरित्र एवं उनके पूर्वजों के पुलिस सत्यापन का कार्य महत्वपूर्ण कदम हो सकता है. इस प्रकार चालक और सहायक के चरित्र को पुलिस सत्यापन के बाद ही कार्य पर रखा जाए.