Chhapra: शहर में आयोजित इंटर परीक्षा के पहले ही दिन यातायात व्यवस्था की पोल खुल गयी. प्रथम पाली की परीक्षा समाप्ति के बाद अचानक सड़कों पर परीक्षार्थियों एवं वाहनों का हुजूम निकल पड़ा. सड़क पर वाहनों की लंबी लंबी कतारें और उनके बीच पैदल राहगीर और परीक्षार्थी आगे बढ़ने के लिए जूझ रहे थे.

शहर में पूर्व से ही डबल डेकर पुल निर्माण को लेकर मौना चौक से नगरपालिका चौक होते हुए बस स्टैंड तक सड़क पर वाहन का परिचालन बंद है. यहां तक कि इस रास्ते मे पैदल चलने वालों को भी मुश्किल से सड़क को पार करना पड़ता है. लिहाज़ा एक मात्र डाक बंगला रोड पर ही शहर के परिचालन की मुख्य जिम्मेवारी है.

इंटर परीक्षा को लेकर डांक बंगला रोड पर दो मुख्य राम जयपाल महाविद्यालय एवं ब्रज किशोर किंडर गार्टन परीक्षा केंद्र है. इसके अलावे गर्ल्स स्कूल और जिला स्कूल के परीक्षार्थियों का आना और जाना भी इसी सड़क से होता है.

थाना चौक से लेकर दरोगा राय चौक तक 4 परीक्षा केंद्रों पर आने एवं जाने वाले परीक्षार्थियों के साथ शहर के आम राहगीरों के लिए भी यही सड़क है. सड़कों पर परीक्षार्थियों एवं वाहनों के हुजूम के कारण पहले ही दिन यातायात व्यवस्था ध्वस्त दिखी. घंटों मशक्कत करने के बाद सड़क पर यातायात सुचारू हो पाया.

शहर में इंटर परीक्षा के साथ साथ मैट्रिक परीक्षा के दौरान सुचारू यातायात को लेकर सारण पुलिस को रणनीति बनानी होगी. जिससे कि सड़क पर जाम ना लगे और परीक्षार्थी ससमय अपने केंद्रों पर जाकर परीक्षा में शामिल हो सकें.

नई दिल्ली: केंद्र की मोदी सरकार ने उत्तर बिहार को राजधानी पटना से जोड़ने वाले महात्मा गाँधी सेतु के पुनर्निर्माण के लिए 1742 करोड़ रुपये की स्वीकृति दी है. बुधवार को केन्द्रीय कैबिनेट की बैठक में इस प्रस्ताव पर मुहर लगी.

बिहार के महत्वपूर्ण पुलों में से एक महात्मा गांधी सेतु को पर वाहनों का काफी दबाव रहता है. पुल के पुराने होने के कारण पुनर्निर्माण के प्रस्ताव को केंद्रीय कैबिनेट ने मंजूरी दी है. अब इस पुल को चार लेन का बनाया जाएगा.

आपको बता दें कि महात्मा गांधी सेतु एशिया का सबसे लम्बा सड़क पुल है. इस पुल की कुल लम्बाई 5,575 मीटर है. वर्ष 1982 में तत्कालीन प्रधानमंत्री श्रीमती इंदिरा गाँधी ने इस पुल का उद्घाटन किया था. नियमित रखरखाव के आभाव में पुल जर्जर होता चला गया. केंद्र सरकार के इस फैसले से इस पुल के सुनहरे दिन लौटेंगे.