नई दिल्ली: डिजिटल पेमेंट को लेकर भारत में बढ़ती प्रतिस्पर्धा के बीच खबर मिली है कि फेसबुक के स्वामित्व वाला WhatsApp भारत में अगले हफ्ते तक पेमेंट सर्विस लॉन्च कर सकता है. मामले से जुड़े लोगों ने बताया है कि बावजूद इसके पार्टनर्स पूरी तरह से तैयार नहीं हैं.

इस मैसेजिंग ऐप के पार्टनर्स की लिस्ट में HDFC बैंक, ICICI बैंक और Axis बैंक का नाम शामिल है. साथ ही सभी जरूरी तैयारियों के बाद स्टेट बैंक ऑफ इंडिया का नाम भी इस लिस्ट में शामिल हो जाएगा. सभी ट्रांसफर्स इन्हीं पार्टनर्स के जरिए की जाएगी.

भारत में WhatsApp पेमेंट की एंट्री को WeChat से जोड़ा जा रहा है, जिसने चीन में मैसेजिंग से आगे बढ़ते हुए वहां पेमेंट्स को नया रूप दिया था. व्हाट्सऐप पे के पायलट वर्जन की शुरुआत फरवरी में 10 लाख यूजर्स के साथ की गई थी.

व्हाट्सऐप मैसेजिंग का उपयोग भारत में 20 करोड़ से भी ज्यादा लोग करते हैं. ये आंकड़ा अमेरिका की 60 प्रतिशत आबादी के बराबर है और पेटीएम के एक्टिव यूजर्स से 20 गुना ज्यादा है.

छपरा: हाल ही के दिनों में देश में नोटबंदी के बाद सरकार के द्वारा लोगों को कैशलेस लेनदेन करने के लिए जागरूक किया गया. जिसके बाद छोटे से लेकर बड़े दुकानदारों ने भी अपनाया था. लेकिन अब वह कार्ड से पेमेंट लेने से कतरा रहे है. दुकानदारों द्वारा नए नए तरीके अपनाकर ग्राहकों को कार्ड से पेमेंट लेने की बजाय नगद में छूट का प्रलोभन दिया जा रहा है.fb

होली में खरीदारी करने निकले तरुण, मुकेश जैसे ग्राहकों ने बताया कि दुकानदार द्वारा कार्ड से पेमेंट लेने में आनाकानी की गयी. यही नहीं कैश पेमेंट पर छूट देने और कार्ड से पेमेंट करने पर कोई छूट नहीं देने की बात कही जा रही है. साथ ही इससे सरकार को टैक्स को भी चुराने का जुगाड़ लगाया जा रहा है.

बाजार में व्यापारियों के द्वारा ऐसा किये जाने से ग्राहकों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. वही सरकार के कैशलेस मुहीम में भी बाधा आ रही है.