Chhapra: बिहार विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण को लेकर नामांकन का दौर जारी है. ऐसे में चुनाव प्रचार भी अब जोर पकड़ रहा है.

प्रत्याशियों के पक्ष में प्रचार करने के लिए पार्टियों के स्टार प्रचारकों का दौरा अब शुरू हो चुका है. इसी क्रम में आगामी 1 नवम्बर को भारतीय जनता पार्टी के स्टार प्रचारक व देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी छपरा आएंगे. प्रधानमंत्री यहां चुनावी रैली को संबोधित करेंगे.

इस बात की जानकारी देते हुए सारण के सांसद राजीव प्रताप रूडी ने एक प्रेस वार्ता के दौरान दी.

Mashrakh: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के जन्मदिवस के अवसर पर मशरख समुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में रोगियों के बीच फलों का वितरण किया गया.

भाजपा के वरिष्ठ नेता तथा बनियापुर के पूर्व विधायक तारकेश्वर सिंह के द्वारा मरीजों के बीच फलों का वितरण करने के साथ साथ उनका हालचाल पूछा गया. मशरख अस्पताल के एक एक वार्ड में जाकर मरीजों के बीच फल का पैकेट वितरण करने के अलावे भाजपा कार्यकर्ताओं ने अस्पताल में पहुचे अन्य सभी लोगों को भी फल का पैकेट दिया. इसके अलावे क्षेत्र के महादलित बस्ती में जाकर हर गरीब एवं असहाय लोगों व बच्चों के बीच फल एवं बिस्कुट वितरण किया गया.

पूर्व विधायक श्री सिंह ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के जन्म दिन पर उन्हें ढेर सारी शुभकामनाएं दी.

मौके पर मुख्य रूप से उपस्थित भाजपा मशरक दक्षिण मंडल अध्यक्ष जमादार यादव, भाजपा युवा मोर्चा के मंडल अध्यक्ष विवेक नाथ तिवारी, नरेश मिश्र, अमरेन्द्र तिवारी, प्रमोद सिंह सहित कई बीजेपी कार्यकर्ता शामिल थे.

Patna: अभिनेता और बीजेपी सांसद शत्रुघ्न सिन्हा का कहना है कि वह भले ही वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कार्यक्रम में उपस्थित नहीं हुए हों, लेकिन वह ‘भारत के सबसे बड़े एक्शन हीरो’ के लिए हमेशा मौजूद रहेंगे. राजनीतिक गलियारों में शत्रुघ्न सिन्हा के इस कार्यक्रम से दूरी बनाने को लेकर खूब चर्चाएं हो रही हैं.

कार्यक्रम में शामिल नहीं होने पर हो रही चर्चा के बारे में उन्होंने कहा, ‘ऐसा कुछ भी नहीं है. मैं भारत के सबसे बड़े एक्शन हीरो और हमारे प्रिय प्रधानमंत्री के लिए हमेशा मौजूद हूं. दरअसल मुझे इस कार्यक्रम में आने का निमंत्रण थोड़ी देर से मिला.’

बजट सत्र में संसद में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर बोलते हुए कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री और वित्त मंत्री पर तंज कसते हुए फेयर एण्ड लवली के जुमले का प्रयोग किया. संदर्भ काला धन का मुद्दा है. दरअसल 2014 के आम चुनाव के दौरान नरेन्द्र मोदी ने यह कहा था कि हम देश के बाहर रखे कालेधन को वापस लाएंगे. और उस दौरान यह भी कहा था कि विदेशों में इतना कालाधन पड़ा है कि अगर उसे देश में लाया जाए तो हर किसी के खाते में 15 लाख जमा हो जाएंगे.

अब गौर करने वाली बात है कि उन्होंने कभी नहीं कहा कि मैं ऐसा करूंगा ही. हां यह जरूर कहा था कि कालाधन रखने वालों को जेल के सलाखों के पीछे भेजा जाएगा.
यह तथ्य है कि कालाधन पर सरकार ने थोड़ा सुस्ती से काम किया है. जिससे विरोधियों को हमला करने का अवसर मिला है. वैसे कालाधन पर हर सरकार कुछ ना कुछ स्किम लेकर आती रही है. पी चिदम्बरम ने पहले कई बार इस तरह की योजनाएं ला चुके हैं. जानकारों का भी मानना है कि काला धन निकालने का यही बेहतर विकल्प है. खैर, चूंकि सूट-बूट की सरकार वाले जुमले को वित्त मंत्री ने इस बजट में धोने का काम किया तो राहुल गांधी फेयर एण्ड लवली का जुमला लेकर आए हैं.

सवाल उठता है कि क्या देश में महज जुमलों की राजनीति होगी. जनता अब जुमलों से तंग आ चुकी है. उसे जमीन पर कुछ होता हुआ दिखना चाहिए. अभी तक पक्ष और विपक्ष दोनों में कालाधन के मामले में गंभीरता नजर नहीं आई है. इस संदर्भ में वित्त मंत्री ने एक सार्थक कदम उठाया है, जो स्वागत योग्य है. पर देखना यह है कि इसका वास्तव में कितना असर होता है और कितना कालाधन बाहर आता है. कालाधन किसी भी अर्थव्यवस्था को दीमक की तरह खोखला बना देता है. यही नहीं इनका उपयोग देश विरोधी गतिविधियों में भी होता है. इसलिए कलाधन के खिलाफ सभी को मिल कर काम करना चाहिए.

RAVI NARAYAN PANDEY

रवि नारायण पाण्डेय
Editor-at-Large