Chhapra (Kabir): शहर के विभिन्न बाजारों में तिल, गजक, तिल के लड्डू, चूड़ा और गुड़ आदि की खरीदारी लोग कर रहे है. घरों में बन रहे तिल की लाई की खुशबू मकर संक्राति का पर्व के नजदीक होने का एहसास दिला रही है. 

मौना चौक स्थित गुड़ और चूड़ा का मुख्य बाज़ार काफी रौनक देखी जा रही है. दुकानदारों ने भी ग्राहकों को लुभाने के लिए आकर्षक तरीके से दुकानों को सजा रखा है. 

दुकानों के अलावे चौक-चौराहों, मुख्य सड़कों के किनारे ठेले पर भी तिल, तिलकुट आदि बिकते दिखाई दे रहे है. ठेले वालों ने भी बेहतर और शानदार तरीके से सज़ा रखा है. 

एक नज़र सामानों के दाम पर
मकर संक्रांति को लेकर बाज़ारों में फरही और गुड़ 35 से 40 रूपये प्रति किलो, भूजा हुआ चूड़ा 30 से 35 रूपये किलो, बासमती चावल का चूड़ा 75 से 80 रूपये किलो, करतनी चावल का चूड़ा 40 से 45 रूपये प्रति किलो और तिलकुट 120 रूपये से 220 रूपये प्रति किलो तक बिक रहा है.

Chhapra: बिहार की मिठाइयों की स्वाद अब बढ़ गयी है. 18 प्रतिशत लगने वाला टैक्स अब 5 प्रतिशत ही लगेगा. मिठाइयां पहले 18 प्रतिशत की स्लैब में थी जो बिहार के सुझाव पर जीएसटी कॉउंसिल ने 5 प्रतिशत वाले स्लैब पर मोहर लगा दी है. उक्त जानकारी सूबे के उपमुख्यमंत्री व वित्त मंत्री सुशील मोदी ने कही उन्होंने कहा कि मिठाई जो 18 प्रतिशत स्लैब में थी उसे बैठक के बाद जीएसटी कौंसिल ने 5 प्रतिशत वाले स्लैब ने लेकर उसपर मोहर लगा दी है.

बताते चलें कि आरा की बेलग्रामी, सिलाव का खाजा, पटना का अनरसा, मनेर का लड्डू, गया का तिलकुट, थावे का गुजिया इत्यादि बिहार की प्रसिद्ध मिठाइयों है. जो प्रदेश से लेकर देश-विदेश तक प्रसिद्ध है. मिठाइयों पर टैक्स घट जाने से मिठाइयों की मिठास और बढ़ गयी है.