Chhapra: जयप्रकाश विश्वविद्यालय के छात्रसंघ अध्यक्ष रजनीकांत सिंह ने सोमवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बताया कि छात्र संघ चुनाव के बाद विश्वविद्यालय के हालात में काफी सुधार हुए हैं. विश्विद्यालय फिर से वापस पटरी पर लौट रहा है. 

उन्होंने बताया कि छात्र संघ चुनाव जीतने के बाद सत्र नियमित कराना और जो भी परीक्षाएं लंबित थी. उसके लिए प्रयास करना उनकी पहली प्राथमिकताएं थी. चुनाव जीतने के बाद छात्रसंघ ने
सत्र नियमित कराने को लेकर विश्वविद्यालय प्रशासन के साथ लगातार बैठक की. इसके साथ ही साथ राज्य सरकार पर दबाव बनाया.

इसका परिणाम यह हुआ कि लंबित परीक्षाएं विश्वविद्यालय द्वारा ली जा रही है. छात्रों के भविष्य पर जो तलवार लटकी थी. फिलहाल अब हटती हुई नज़र आ रही है. स्नातक और PG की लंबित परीक्षाएं विश्वविद्यालय द्वारा ली जा रही. इसके लिए उन्होंने कुलपति हरिकेश सिंह का धन्यवाद दिया.

चुनाव जीतने के बाद छात्रसंघ का प्रयास धीरे-धीरे सफल हो रहा है. छात्रों की समस्याएं भी सुलझाई जा रही हैं. उन्होंने बताया कि कॉलेजो में सुविधाओं की कमी थी. जिसको उन्होंने दूर करने का प्रयास किया. साथ ही साथ छात्रों की समस्याओं को कुलपति से अवगत कर कई समस्याएं दूर करायीं है.

इसके अलावे छात्रसंघ अध्यक्ष ने बताया कि विश्वविद्यालय में खेलकूद की एक्टिविटी भी कराई जाएगी. इसके लिए छात्रों को खेल कूद के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा. हाल ही में किक बॉक्सिंग के लिए विश्वविद्यालय से कुछ खिलाड़ी पटियाला गए थे. अब खेल पर भी विशेष ध्यान दिया जायेगा.

साथ ही साथ उन्होंने कहा कि छात्रों की हर समस्याओं के लिए छात्र संघ हमेशा उनके साथ खड़ा रहेगा.

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Chhapra: जयप्रकाश विश्वविद्यालय के छात्रसंघ अध्यक्ष रजनीकान्त सिंह के नेतृत्व में शुक्रवार को एक प्रतिनिधिमंडल कुलपति से मिला. कुलपति से मिलकर उन्होंने विश्वविद्यालय परिसर में लोकनायक जयप्रकाश नारायण के प्रतिमा स्थापित करने की मांग की.

छात्रसंघ अध्यक्ष ने कहा कि जयप्रकाश नारायण इस क्षेत्र ही नहीं बल्कि पूरे देश के सर्वमान्य नेता रहे हैं. उनके पदचिन्हों पर चलकर बिहार के अधिकतर राजनेता राजनैतिक शिखर पर पहुँचे है. देश मे उनके नाम से स्थापित एक मात्र विश्वविद्यालय में अभी तक उनका प्रतिमा नही है और किसी का ध्यान भी इस क्षेत्र में नही गया है.

प्रतिनिधि मंडल में मुख्यरूप प्रदेश कार्यसमिति सदस्य अंकित सिंह बंशीधर कुमार, नवलेश कुमार, सिंह पप्पू कुमार, अविनाश चौहान उपस्थित रहे.