Chhapra: बारिश और निचले इलाकों में नदी के पानी के प्रवेश करने से शहर के कई ऐसे इलाके है जहां जलजमाव हो गयी है.

इस कारण आने जाने वालों को कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है. शहर के पश्चिमी छोर पर पीएन सिंह डिग्री कॉलेज के परिसर में भी पानी भर गया है. जिससे कॉलेज आने जाने वाले छात्रों, शिक्षकों और शिक्षकेत्तर कर्मचारियों को दिक्कत हो रही है.

शुक्रवार को हमारी टीम ने इन इलाकों का जायजा लिया. इस दौरान छात्रों और शिक्षकों ने अपनी समस्या से अवगत कराया.

कॉलेज कर्मी शंकर सिंह ने बताया कि जलजमाव का कारण ब्रह्मपुर पुल के पास बना सलुइस गेट का बंद होना है. जिसके कारण नदी का पानी बढ़ने के बाद आसपास के इलाकों में फैल रहा है. जिसके कारण कॉलेज परिसर जलमग्न हो गया है. पानी तीन दिनों से बढ़ रहा है.

 

Chhapra: विगत दिनों से लगातार नदी के जलस्तर में वृद्धि हो रही है. नदी के जलस्तर में वृद्धि के कारण आसपास के क्षेत्र पूरी तरह से जलमग्न है.

नदी का पानी विभिन्न रास्तों से होकर अब शहर तथा उसके आसपास के इलाकों में धीरे-धीरे आगे बढ़ रहा है.

गुरुवार की संध्या ब्रहमपुर स्थित पी एन सिंह डिग्री महाविद्यालय का परिसर पूरी तरह से बाढ़ के पानी से लबालब हो गया. वही शहर के निचले इलाके साहेबगंज, करीम चक, राहत रोड में भी नदी के पानी के आने की सुगबुगाहट दिखने लगी है.

एक बार फिर नगर निगम की लापरवाही के कारण शहर का निचला इलाका बाढ़ के पानी में डूबने को विवश है.

नदी के बढ़ रहे है जल स्तर की निकासी पूर्व में खनुआ नाले के द्वारा ग्रामीण इलाकों में होती थी लेकिन समय पर इसकी सफाई नहीं होने के कारण इस बार भी शहर का निचला इलाका डूब सकता है.

नदी के जलस्तर में जिस अनुपात में वृद्धि हो रही है ऐसा माना जा रहा है कि अगले 2 दिनों में नदी का पानी सरकारी बाजार के निचले इलाकों आ सकता है.

हालांकि इस आहट के बाद भी नगर निगम एवं जिला प्रशासन द्वारा नाले की सफाई को लेकर कोई भी कार्य प्रारंभ नहीं किया जा रहा है. जिससे कि जल स्तर में वृद्धि के साथ पानी की निकासी हो सके. भले ही जिला प्रशासन ने बाढ़ में राहत एवं बचाव की तैयारी कर ली हो.

अगर ऐसी ही स्थिति रही तो शहर के जाम खनुआ नाला एवं सभी नालियों के कारण शहर भी डूबने को विवश है.