मशरख से भागी लड़की को चंपारण में ऑर्केस्ट्रा से किया गया बरामद

Mashrakh: मशरक थाना पुलिस ने थाना क्षेत्र के सिउरी गांव से घर से भागी युवती को सोमवार को पश्चिमी चंपारण के गांव में आर्केस्ट्रा ग्रुप से बरामद किया गया है.

थानाध्यक्ष राजेश कुमार ने बताया कि बीते दिनों पहले सिउरी गांव के मंटू सिंह ने आवेदन दिया कि उनकी भतीजी घर से गायब हो गई है. जिसमें उनके द्वारा सढवारा गांव के सुजीत कुमार पिता रामबाबू राय को नामजद किया. जिसमें युवक को हिरासत में लिया गया पर जांच-पड़ताल के दौरान युवक और युवती के बीच किसी भी प्रकार की संलिप्तता नही पाई गई.

इसको लेकर दर्ज कांड संख्या 41/22 के अनुसंधानकर्ता प्रशिक्षु दारोगा आशुतोष कुमार ने दारोगा राजेश कुमार रंजन के साथ गायब युवती के मोबाइल के लोकेशन की जांच की गई तों लोकेशन पश्चिमी चम्पारण पाया गया. जिसमें प्रशिक्षु दारोगा आशुतोष कुमार की अगुवाई में एक पुलिस टीम का गठन कर लोकेशन के आधार पर पश्चिमी चम्पारण के योगापट्टी थाना क्षेत्र के नवलपुर ओपी पुलिस के सहयोग से छापेमारी करतें हुए युवती को चांद धमाका आर्केस्ट्रा से बरामद कर लिया गया.

पूछताछ के दौरान युवती ने बताया कि वह घर से पैसा कमाने की लालच में अकेले ही छपरा चली गई.वही पर रेलवे स्टेशन पर चांद धमाका आर्केस्ट्रा ग्रुप की एंकर पुजा कुमारी से मुलाकात हुई और पटना के रास्ते पश्चिमी चम्पारण जिले में नवलपुर चली गई.

प्रशिक्षु दारोगा आशुतोष कुमार ने बरामद युवती को महिला पुलिस की अभिरक्षा में थाना लाया और 164 के बयान छपरा न्यायालय ले जाया गया.

नई दिल्ली: लोकनायक जयप्रकाश नारायण की जन्मस्थली ‘छपरा’ से लेकर महात्मा गाँधी की कर्मस्थली ‘पूर्वी चम्पारण’ को सीधे रेल लाइन से जोड़ने के लिए एक नई रेल लाइन बिछाने का मुद्दा महाराजगंज के सांसद जनार्दन सिंह सिग्रीवाल ने बुधवार को लोक सभा उठाया.

सांसद सिग्रीवाल ने कहा कि बिहार राज्य के सारण और चम्पारण जिलों का भारत के स्वतत्रता संग्राम में बहुत ही महत्वपूर्ण स्थान रहा है. यहाँ के कई व्यक्तियों, मनीषियों एवं नेताओं ने देश की आज़ादी के लिए अपना सर्वस्व न्योछावर किया है.
जिनका नाम देश के इतिहास में स्वर्णाक्षरों में अंकित है.

इन्ही में से एक महापुरुष लोकनायक जय प्रकाश की जन्मस्थली जिला सारण में मेरे संसदीय क्षेत्र महाराजगंज का दो तिहाई क्षेत्र पड़ता है. इस क्षेत्र का विस्तार उत्तर प्रदेश की सीमा से गोपालगंज एवं चम्पारण जिला की सीमा तक है. चंपारण जिला तो महात्मा गाँधी जी का कर्मस्थल भी रहा है.

उन्होंने ने दोनों स्थानों एवं दोनों महापुरुषों की ऐतिहासिक योगदान के मद्देनजर यहाँ की जनता के लिए सरकार से लोकनायक जयप्रकाश की जन्म स्थली जिला सारण के छपरा से जलालपुर, बनियापुर, भगवानपुर, बसंतपुर, मलमलिया, मोहम्मद, डुमरियाघाट, खजुरिया चौक होते हुए महात्मा गाँधी की कर्मस्थली चम्पारण के चकिया तक एक नई रेलवे लाइन बनाने हेतु आवश्यकता पहल किये जाने की मांग की है.

सांसद ने कहा कि नई रेल लाइन के बनने से न केवल बिहार के जिलों की जनता को रेल यातायात की सुविधा प्रदान की जा सकती है, बल्कि इससे नेपाल जैसे पड़ोसी देश की जनता को भी सुविधा प्रदान की जा सकती है. इस नई रेल लाइन के बनने से उत्तर प्रदेश के वाराणसी से बलिया, छपरा होते हुए मोतिहारी, रक्सौल तक की रेल यात्रा की दूरी काफी घट जाएगी. इस दूरी के घटने से सम्बंधित क्षेत्र के यात्रियों को समय की बचत और आर्थिक बचत भी होगी. वाणिज्य दृष्टि से भी रेलवे को लाभ मिलेगा. क्योंकि इस नये रेल मार्ग से नेपाल से साथ व्यापारिक संबधों से तहत माल की ढुलाई भी अधिक हो सकेगी.