Chhapra: एक दो हजार में दम नही 10 हजार से कम नही. यह मांग स्कूलों में मध्यान भोजन बनाने वाली रसोइयों की है. सोमवार को सैकड़ों की संख्या में रसोइयों ने सड़क पर उतर कर प्रदर्शन किया. रसोइयों के प्रदर्शन के दौरान नगरपालिका चौक कुछ देर के लिए पूरी तरह से जाम हो गया.

आक्रोशित रसोइया सरकार विरोधी नारे लगा रही थी. रसोइयों की मांग थी कि उनके वेतनमान को बढ़ाया जाए.

रसोइयों के आक्रोश को देखते हुए नगर थाना प्रभारी राजीव नयन मौके पर पहुंचे और समझा बुझा कर जाम ख़तम कराया.

रसोइयों के प्रदर्शन से सड़क पर ट्रैफिक जाम हो गया. बड़ी मशक्कत से ट्रैफिक को सामान्य किया जा सका.

मधुबनी: मधुबनी से सीतामढ़ी जा रही यात्री बस मधुबनी के बेनीपट्टी में तालाब में गिर गयी. इस हादसे में 50 से अधिक लोगों के मरने की बात कही जा रही है. हालांकि इसकी प्रशासनिक पुष्टि नहीं की गयी है, लेकिन बस में 50 यात्रियों के सवार होने की बात बतायी जा रही है, जिनमें से कुछ ही यात्रियों के बचने की बात कही जा रही है. हादसा दिन में 11.45 बजे के आसपास हुआ. पप्राप्त जानकारी के अनुसार बस एक साइकिल सवार के बचाने के चक्कर में चालक बस से नियंत्रण खो बैठा और बस सड़क से लगभग तीस फुट नीचे तालाब में चली गयी.

घटना के बाद मौके पर चीख-पुकार मच गयी. बस में सवार यात्री तो चीख भी नहीं सके, क्योंकि पूरी बस पानी में डूब गयी थी. स्थानीय लोगों ने तुरंत इसकी सूचना स्थानीय प्रशासन को दी, लेकिन लगभग एक घंटे के बाद बेनीपट्टी डीएसपी निर्मला कुमारी मौके पर पहुंची, तब तक लोगों का गुस्सा बढ़ चुका था. लोगों ने डीएसपी को मौके से जाने को कह दिया. इस समय तक हजारों की संख्या में लोग मौके पर जुट गये थे और स्थानीय लोग तालाब से बस निकालने का प्रयास कर रहे थे, लेकिन उसमें सफल नहीं हो पा रहे थे. दिन में लगभग तीन बजे मधुबनी में डीडीसी हाकिम प्रसाद व सदर एसडीओ शाहिद परवेज मौके पर पहुंचे, लेकिन गुस्साये लोगों ने पथराव करके उन्हें मौके से वापस जाने को मजबूर कर दिया. इसके लगभग आधे घंटे के बाद मौके पर डीएम व एसपी  भी पहुंचे. उन्हें भी लोगों ने भागने पर मजबूर कर दिया. इस बीच मौके पर पहुंची एनडीआरएफ की टीम को भी लोगों ने भगा दिया था. उस गाड़ी में तोड़फोड़ की गयी, जिससे टीम आयी थी.

छपरा: शिक्षा विभाग के डीपीओ को लेकर शिक्षक संघों ने मोर्चा खोल दिया हैं. हाल ही के कुछ दिनों में जिस प्रकार एमडीएम डीपीओ द्वारा मध्याहन भोजन की गुणवत्ता को लेकर लगातार निरीक्षण किया गया. इस निरीक्षण के पीछे के उद्देश्य से शिक्षक काफी खफा नजर आ रहे हैं. निरीक्षण के नाम पर शिक्षकों से हो रही अवैध वसूली को लेकर शिक्षक संघ ने जिलाधिकारी से शिकायत की हैं.

एमडीएम डीपीओ से क्यों खफा है शिक्षक

शिक्षको का डीपीओ से नाराजगी का कारण निरीक्षण के नाम पर हो रही अवैध वसूली है. शिक्षक संघ ने बताया कि एमडीएम डीपीओ द्वारा एक दिन में आधा दर्जन से अधिक विद्यालयों का निरीक्षण किया जाता है. विद्यालय के खुलने के साथ सुबह 9 बजे ही स्कूलों का निरीक्षण किया जाता हैं.उस समय विद्यालय में एमडीएम बनाने की कार्यवाई शुरू की जाती है ऐसे में मध्याहन भोजन की गुणवत्ता कहा से पता चलेगी. विद्यालय की जाँच के बाद निरीक्षण किये गये स्कूल को स्पष्टीकरण भेजा जाता हैं. विद्यालय के प्रधानाध्यापक उसका जवाब देते है लेकिन जबाब को असंतुष्ट बताते हुए पुनः पत्र भेजा जाता हैं. पत्र के साथ ही पीछे से एक कर्मी इसकी सेटिंग गेटिंग में जुट जाता है.advertisement 1

विभागीय कार्यवाई का डर दिखाकर उनसे जबरदस्ती वसूली की जाती है. शिक्षक ने अगर पैसा दे दिया तो वह स्पष्टीकरण मान्य हो जाता है लेकिन अगर बात नही बनी तो वह पत्र पुनः भेजा जाता है जब तक की बात नही बन जाये. विगत के महीनों में डीपीओ द्वारा सैकड़ो विद्यालय का निरीक्षण किया गया स्पष्टीकरण को लेकर पत्र भेजे गये लेकिन कार्यवाई की सूचना नही मिल पाती है.

छपरा: एमडीएम पदाधिकारी द्वारा प्रतिदिन की जा रही अवैध उगाही को लेकर शिक्षक संघ आक्रोशित है. शनिवार को बिहार अराजपत्रित शिक्षक संघ के शिक्षकों द्वारा एमडीएम पदाधिकारी के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए एक दिवसीय धरना दिया गया.

शिक्षक संघ के बालेश्वर प्रसाद यादव, कामेश्वर सिंह के नेतृत्व में सैकड़ो शिक्षक ने अपनी एकता का प्रदर्शन किया. धरना को संबोधित करते हुए शिक्षक नेता ने कहा कि एमडीएम पदाधिकारी की कार्यशैली से सभी शिक्षक क्षुब्ध है. डीपीओ द्वारा शिक्षकों का शोषण किया जा रहा है. विद्यालय में एमडीएम का संचालन होने के बावजूद भी शिक्षको के उपर कार्यवाई की धमकी दी जा रही है. पूरा विभाग भष्टाचार में लिप्त है. स्कूल के निरीक्षण के नाम पर शिक्षकों से अवैध वसूली की जा रही हैं, जिससे सभी त्रस्त है.

शिक्षकों ने विरोध मार्च करते हुए नगरपालिका चौक से थाना चौक तक विरोध मार्च किया. शिक्षकों द्वारा जल्द से जल्द डीपीओ को हटाने की मांग की.