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सोनपुर मेला में होगा ‘सोनपुर आइडल’, ग्रैन्ड फिनाले की जज होंगी पार्श्वगायिक अनुराधा पौडवाल

CT DESK
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Chhapra: हरिहर क्षेत्र सोनपुर मेला में इस वर्ष कई नई पहलें आकर्षण का केंद्र बनी हुई हैं, जिनमें सबसे प्रमुख है ‘सोनपुर आइडल’ प्रतियोगिता। मेले के इतिहास में पहली बार शुरू किए गए इस नए आयोजन ने युवाओं में विशेष उत्साह पैदा किया है। प्रतियोगिता के पहले चरण, यानी ऑडिशन राउंड, का आयोजन सफलतापूर्वक पूर्ण हो चुका है, जिसमें बड़ी संख्या में प्रतिभागियों ने अपनी कला का प्रदर्शन किया। प्रारंभिक चयन प्रक्रिया के बाद 30 प्रतिभागियों को अगले चरण के लिए चयनित किया गया है।

प्रतियोगिता के अगले चरणों का आयोजन 2, 5 एवं 7 दिसंबर को सोनपुर मेला के मुख्य मंच पर किया जाएगा। जिला प्रशासन के अनुसार यह प्रतियोगिता तीन चरणों में संपन्न होगी, क्वार्टर फाइनल, सेमीफाइनल और ग्रैंड फिनाले। 2 दिसंबर को होने वाले क्वार्टर फाइनल में प्रतिभागियों का मूल्यांकन प्रसिद्ध पार्श्व गायक कुमार सत्यम द्वारा किया जाएगा, जो संगीत जगत में अपनी विशिष्ट पहचान रखते हैं।

क्वार्टर फाइनल के बाद प्रतिभागियों को अगली चुनौती 5 दिसंबर को होने वाले सेमीफाइनल राउंड में मिलेगी। सेमीफाइनल की मुख्य जज लोकप्रिय पार्श्व गायिका अनन्या मिश्रा होंगी, जिन्होंने बॉलीवुड में अपनी अलग पहचान बनाई है।

प्रतियोगिता का सबसे अहम चरण, यानी ग्रैंड फिनाले, 7 दिसंबर 2025 को आयोजित किया जाएगा। इस विशेष अवसर पर जज की भूमिका देश की विख्यात पार्श्वगायिका अनुराधा पौडवाल निभाएंगी, जिनकी मौजूदगी प्रतिभागियों के लिए एक प्रेरणा का स्रोत होगी। फिनाले के आयोजन को लेकर मेला परिसर में प्रशासनिक तैयारियां तेज कर दी गई हैं, ताकि कार्यक्रम को भव्यता और सुचारुता के साथ संपन्न कराया जा सके।

सारण के जिला सूचना एवं जनसम्पर्क पदाधिकारी रवींद्र कुमार ने बताया कि सोनपुर आइडल इस वर्ष मेले में किया गया एक बड़ा और नया प्रयोग है, जो युवाओं को मंच प्रदान करने और सांस्कृतिक गतिविधियों से जोड़ने की दिशा में मील का पत्थर साबित होगा। उन्होंने कहा कि जिलाधिकारी अमन समीर के मार्गदर्शन में सोनपुर मेला में युवाओं की भागीदारी बढ़ाने और उन्हें मेले से जोड़ने के प्रयास किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि सदियों पुरानी परंपराओं का सोनपुर मेला प्रतीक रहा है, लेकिन बदलते समय के साथ प्रशासन का प्रयास है कि इसमें आधुनिकता और नवाचार को भी शामिल किया जाए। आने वाले वर्षों में भी युवाओं की भागीदारी बढ़ाने और उन्हें मेले से जोड़ने के लिए और भी नए प्रयोग किए जाएंगे।

सांस्कृतिक विविधता, संगीत और नई प्रतिभाओं की खोज का संगम बन रहा सोनपुर आइडल न सिर्फ प्रतिभागियों के लिए बल्कि दर्शकों के लिए भी एक बड़ा आकर्षण बन गया है। मेला प्रशासन को उम्मीद है कि इस कार्यक्रम के माध्यम से न केवल स्थानीय प्रतिभाओं को प्रोत्साहन मिलेगा, बल्कि सोनपुर मेले की पहचान राष्ट्रीय स्तर पर और मजबूत होगी।

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