Chhapra: अग्रवाल कुल के प्रवर्तक, समाज के संस्थापक, अग्रोहा नरेश, दानवीर, प्रेम, शांति एवं अहिंसा के समर्थक महाराजा अग्रसेन की जयंती उमंग एवं हर्षोल्लास के साथ छपरा के महाराजा अग्रसेन भवन में मनाई गई। जिसमें शहर के अग्रवाल समाज के लोगों ने महाराजा अग्रसेन के तैल चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित करते हुए उनके जीवनी एवं आदर्शो को याद किया।
इस अवसर पर अग्र बंधुओं ने एक दूसरे को मिष्ठान खिलाकर इस विशेष दिवस की शुभकामनाएं दीं और इस माध्यम से आपसी प्रेम को पुनः मजबूत किया.
कार्यक्रम संयोजक आदित्य अग्रवाल ने इस अवसर पर बताया कि महाराजा अग्रसेन का जन्म नवरात्र के प्रथम दिवस पर हुआ था, वे बचपन से ही परम दयालु, समाजवाद के समर्थक एवं हिंसा विरोधी थे। एक यज्ञ के दौरान डरे हुए पशु को देखकर उनके मन में उस पशु के प्रति सहानुभूति प्रकट हुई और उन्होंने यज्ञ को अधूरा छोड़कर उसकी बलि देने से इंकार कर दिया। तत्पश्चात उन्होंने क्षत्रिय धर्म को त्याग कर वैश्य धर्म अपना लिया, आज भी अग्रवाल समाज उनके आदर्शो को मानकर हिंसा से दूर रहता है एवं प्रेम, शांति और व्यापार कुशलता के लिए पूरे विश्व में प्रसिद्ध है.
कार्यक्रम का संचालन राजीव रंजन अग्रवाल उर्फ राजू अग्रवाल ने आगंतुक अग्र बंधुओं को महाराजा अग्रसेन जी का सम्मान वस्त्र देकर किया और समाज के लोगों से हर माहौल में एकजुट होने का अनुरोध किया.
कार्यक्रम में मुख्य रूप से मनमोहन दास अग्रवाल, आदित्य अग्रवाल, राजीव रंजन अग्रवाल उर्फ राजू अग्रवाल, सुशील अग्रवाल, विजय अग्रवाल, आकाश अग्रवाल, निकेत अग्रवाल, देवांश अग्रवाल, शिवांश अग्रवाल, ऋषभ अग्रवाल, लेखराज अग्रवाल, अभिषेक मित्तल, विशाल अग्रवाल, अभिषेक अग्रवाल, चिति रानी अग्रवाल सहित अग्रवाल समाज के अन्य लोग उपस्थित रहे.