New Delhi: राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने भारतीय संविधान के शिल्पी डॉ. भीमराव अंबेडकर की 130वीं जयंती की पूर्व संध्या पर देशवासियों को हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं देते हुए एक सशक्त एवं समृद्ध भारत बनाने में योगदान देने का आह्वान किया.
राष्ट्रपति कोविंद ने मंगलवार को जारी शुभकामना संदेश में कहा, “अपने प्रेरणादायी जीवन में डॉ. अंबेडकर ने, अत्यंत विषम परिस्थितियों का सामना करते हुए अपनी विशिष्ट राह बनाई और अपनी विलक्षण एवं बहुआयामी उपलब्धियों से विश्व स्तर पर सम्मान अर्जित किया.
उन्होंने कहा, “वे मानवाधिकारों के महान पैरोकार थे, जिन्होंने शिक्षा के प्रसार की आवश्यकता के साथ-साथ भारत के वंचित समुदाय के लोगों की सामाजिक-आर्थिक स्थिति को बेहतर बनाने के उद्देश्य से ‘बहिष्कृत हितकारिणी सभा’ की स्थापना की. डॉ. अंबेडकर ने एक बेहतर और न्यायपूर्ण समाज की परिकल्पना की और इसके लिए आजीवन संघर्ष किया. वे एक ऐसा आधुनिक भारत बनाना चाहते थे जहां जातिगत तथा किसी अन्य तरह के पूर्वाग्रह न हों, जहां महिलाओं को तथा सदियों से पिछड़ेपन की पीड़ा झेल रहे समुदायों को बराबरी के आधार पर आर्थिक और सामाजिक अधिकार प्राप्त हों.”
राष्ट्रपति ने देशवासियों का आह्वान करते हुए कहा, डॉ. अंबेडकर की जयंती के इस अवसर पर हम उनके जीवन और विचारों से शिक्षा ग्रहण करके उनके आदर्शों को अपने जीवन में आत्मसात करने का संकल्प लें और एक सशक्त एवं समृद्ध भारत बनाने में अपना योगदान दें.