Chhapra: विद्या भारती विद्यालय सरस्वती शिशु विद्या मंदिर द्वारा आयोजित तीन दिवसीय आचार्य कार्यशाला के प्रथम दिवस के प्रथम सत्र के उद्घाटन के मुख्य अतिथि रामलाल सिंह, सचिव, लोक शिक्षा समिति, अमरनाथ प्रसाद अध्यक्ष विद्यालय प्रबंधकारिणी समिति, सुरेश प्रसाद सिंह, सचिव, विद्यालय प्रबंधकारिणी समिति, विद्यालय के प्रधानाचार्य फणीश्वरनाथ एवं राजेश्वर प्रसाद, प्रमुख हिंदी विभाग, लंगट सिंह महाविद्यालय के द्वारा दीप प्रज्वलन कर किया गया।
इस सत्र में आए आगंतुकों का परिचय प्रभारी प्रधानाचार्य राजेश कुमार के द्वारा कराया गया। लोक शिक्षा समिति के सचिव रामलाल सिंह द्वारा कार्यशाला के औचित्य पर प्रकाश डालते हुए कहा गया कि वार्षिक कार्ययोजनाओं का निर्माण यहां बैठे आचार्य- बंधु भगिनी, समिति के सदस्य एवं समाज के प्रबुद्ध व्यक्तियों के सहयोग से होना है। जिससे बालकों का समग्र विकास हो सकेगा।
उन्होंने आचार्य बंधु- भगिनी को नसीहत देते हुए कहा कि अध्यापन कराते समय बच्चों के हितों को सर्वोपरि रखते हुए उनका समग्र विकास करना आवश्यक है। उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा कि कार्ययोजना बनाते समय विद्यालय के विभिन्न पक्षों के सबल एवं निर्बल पक्षों पर चर्चा करते हुए नए TLM, PLM इत्यादि शिक्षण सामग्री का प्रयोग करना आवश्यक होगा। राष्ट्रीय शिक्षा 2020 पर प्रकाश डालते हुए कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा पद्धति 2020 के माध्यम से समग्र स्वतंत्र भारत की आधार शिला रखी गई है। जिसके माध्यम से शिक्षा के साथ साथ संस्कार मिलता है। जो भारत को परम वैभव तक पहुंचाएगा। इस कार्यक्रम में विद्यालय प्रबंधकारिणी समिति के सदस्यगण एवं सभी आचार्य बंधु भगिनी एवं कर्मचारीगण उपस्थित थे।