Chhapra: भारत स्काउट और गाइड सारण के जिला संगठन आयुक्त (स्काउट) वर्तमान में प्रभारी राज्य संगठन आयुक्त (स्काउट) ने एक बार और किया जिला ही नहीं पूरे सारण कमिश्नरी का नाम रौशन। साढा खेमाजी टोला निवासी शिक्षक त्रिपुरारी शरण सिंहा के बड़े पुत्र आलोक रंजन ने स्काउटिंग की शिक्षक के रूप में सबसे उच्च शिक्षा लीडर ट्रेनर की परीक्षा को पास कर यह योग्यता प्राप्त करने वाले दूसरे व्यक्ति के रूप में उपलब्धि हासिल कर ली है।
ज्ञात हो कि आलोक रंजन के पूर्व इस योग्यता को हासिल करने वाले प्रथम व्यक्ति राजेंद्र प्रसाद सिंह पूर्व जिला सचिव और पूर्व प्राचार्य राजेंद्र कॉलेजिएट थे वो भी कमिश्नरी के इकलौते व्यक्ति के रूप में। आलोक रंजन ने अपनी स्काउटिंग योग्यता की शुरुआत लक्ष्मी नारायण ब्राह्मण उच्च विद्यालय छपरा से स्काउट मास्टर प्रमोद कुमार मिश्रा की देख रेख में प्रारंभ की और डॉ. दीना नाथ मिश्रा, ओमप्रकाश सिन्हा, त्रिवेणी कुंवर, उमा शंकर गिरी, राजेंद्र प्रसाद सिंह, सुरेश सिंह, ज्ञान्ती सिंह, मंजू वर्मा के मार्गदर्शन में सबसे पहले स्काउट से राष्ट्रपति पुरस्कार प्राप्त किया।
इसके बाद स्काउट मास्टर के रूप में अपनी दूसरी पारी की शुरुआत अपनी एक ओपन यूनिट चंद्रशेखर आजाद ओपन ट्रूप के स्काउट मास्टर के रूप में की और बच्चों को प्रशिक्षण देने के साथ अपनी योग्यता बढ़ाते हुए आज लीडर ट्रेनर की स्काउटिंग शैक्षणिक योग्यता भी हासिल कर ली। इसी दौरान उन्हें 2011 में जिले के जिला संगठन आयुक्त (स्काउट) का कार्य भार भी राज्य मुख्यालय द्वारा सौंपा गया और उन्होंने उसे बखूबी निभाई भी।
जिले बंद पड़े जिला रैली को 2018 में सम्पन्न करने के साथ साथ सारण के स्काउटिंग को विश्व के नजर में भी लाया और राष्ट्रीय मुख्यालय द्वारा नेपाल भूकंप त्रासदी के समय भेजी गई 25 सदस्यीय टीम में 6 रोवर रेंजर को भी भेजा जिन्होंने देश का प्रतिनिधित्व ही नहीं किया अपनी जिम्मेदारी को भी निभाई। इनकी योग्यता की बदौलत दो बार जब पूर्वी चम्पारण की स्काउटिंग संकट में थी तब अतिरिक्त प्रभार भी सौंपा गया था।
वर्तमान में रंजन राज्य संगठन आयुक्त (स्काउट) की जिम्मेदारी बखूबी निभा रहे हैं। ये राष्ट्रीय और राज्य स्तरीय कई कमिटियों के सदस्य के साथ साथ कई विषय के राज्य स्तरीय संयोजक भी भी हैं ।
आलोक रंजन के लीडर ट्रेनर की योग्यता परीक्षा उत्तीर्ण होने पर पूर्व जिला आयुक्त और प्रशिक्षण आयुक्त रह चुके एवं अवकाश प्राप्त प्रधानाध्यापक ईश्वरी उच्च विद्यालय बसंत डॉ. दीना नाथ मिश्रा ने खुशी जाहिर करते हुए कहा है कि यह हमारे जिले के लिए एक मिशाल है कि मन में अगर संकल्प हो तो सब कुछ संभव है चाहे कठिनाइयां कुछ भी क्यों न हो वहीं पूर्व जिला सचिव त्रिवेणी कुंवर ने अपनी खुशी जाहिर करते हुए कहा है कि आलोक शुरू से ही मेहनती हैं मैने इनके लगन को राष्ट्रपति अवार्ड और हिमालय उड बैज के समय काफी नजदीक से देखा है। वहीं उमाशंकर गिरी ने भी अपनी प्रसन्नता जाहिर की।
पूर्व जिला सचिव और कमिश्नरी गाइड रही ज्ञान्ती सिंह ने इसे जिले के लिए गौरवपूर्ण क्षण बताया। लक्ष्मी नारायण ब्राह्मण उच्च विद्यालय की पूर्व प्रधानाध्यापिका स्थाना श्रीवास्तव ने भी आलोक रंजन के इस उपलब्धि पर पूरे विद्यालय परिवार सहित सारण जिले के लिए गर्व की बात बताई। बिहार राज्य भारत स्काउट और गाइड के मुख्य राज्य आयुक्त राम कुमार सिंह, सभापति उदय शंकर सिंह, राज्य श्रीनिवास कुमार सहित तमाम अधिकारी गण ने भी आलोक रंजन के लीडर ट्रेनर उत्तीर्ण होने पर गर्व की बात बताई है।
आलोक रंजन के परिवार में भी इस गौरवपूर्ण क्षण में खुशी का माहौल है। ज्ञात हो कि आलोक रंजन के छोटे भाई भी राष्ट्रपति अवार्ड से सम्मानित है।







