Chhapra: सेहत केंद्र, राजेंद्र कॉलेज, छपरा के तत्वावधान में विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस एवं अंतराष्ट्रीय बालिका दिवस सप्ताह के अंतर्गत वर्तमान परिप्रेक्ष्य में भारत में मानसिक स्वास्थ्य की चुनौतियां एवं उससे निपटने हेतु किए गए प्रयास पर एक व्याख्यान का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम की अध्यक्षता माननीय प्राचार्य प्रो. सुशील कुमार श्रीवास्तव ने करते हुए अपने वक्तव्य में मानसिक स्वास्थ्य की प्रासंगिकता पर बल दिया। उन्होंने युवाओं से अपील की वह अपनी क्षमताओं के अनुरूप प्रतिदिन अपने कार्यशैली में खुद से खुद को बेहतर करने हेतु तत्पर हो, जिससे उनका मानसिक स्वास्थ्य प्रबल हो, और वे अवसाद, चिंता से बचें।
मुख्य वक्ता डॉ. परेश कुमार ने वर्तमान समय में मानसिक स्वास्थ्य से जुड़ी समस्याओं सहित राष्ट्रीय एवम अंतराष्ट्रीय स्तर पर किए गए प्रयासों पर गहन विवेचना प्रस्तुत की। उन्होंने कहा कि युवाओं में मानसिक तनाव को लेकर जो आंकड़े आएं हैं वो हतप्रभ कर रहे हैं। मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर करने के लिए जरूरी है कि जीवन को खुलकर जीने की सलाह दी।
सभी वक्ताओं ने युवाओं में आत्मबल बढ़ाने की बात कही। साथ ही एक सेहत प्रदर्शनी का भी आयोजन किया गया है, जिसका विषय महिला सशक्तिकरण के विविध आयाम था। वही महिला सशक्तिकरण के विविध आयामों पर छात्रों ने एक प्रदर्शनी लगाई।
प्रो. पूनम एवम डॉ. देवेश रंजन ने निर्णायक की भूमिका निभाई। अनुप्रिया ने प्रथम, अरुणिमा एवम विकास ने द्वितीय, स्वाति और सुष्मिता ने संयुक्त रूप से तृतीय स्थान प्राप्त किया।
कार्यक्रम का संचालन नोडल पदाधिकारी डा. जया कुमारी पांडेय ने करते हुए मानसिक स्वास्थ्य में निवेश को आज की भागदौड़ वाली जिंदगी में सफलता की कुंजी बताया।
धन्यवाद ज्ञापन करते हुए डॉ. अनुपम कुमार सिंह ने किया। दोनो ही कार्यक्रमों में डॉ. विशाल कुमार सिंह, नाजिया परवीन समेत कई छात्रों ने अपनी सक्रिय उपस्थिति दर्ज की।