Chhapra: सारण जिला बॉक्सिंग एसोसिएशन की आम बैठक देव कुमार सिंह की अध्यक्षता में संत जोसेफ्स एकडेमी सराय बक्श, रेपुरा, गरखा में आयोजित की गयी।

इस बैठक में सचिव सतीश कुमार सिंह ने एसोसिएशन के गतिविधियों पर चर्चा की साथ यह भी निर्णय लिया गया की एकलव्य आवासीय विद्यालय हेतु बॉक्सिंग खिलाडियों का चयन दिनांक 13.08.2024 को संत जोसेफ्स एकडेमी रेपुरा गरखा में प्रातः 08:00 बजे से आयोजित की जाएगी।  जिसमें आये खिलाडियों का ट्रायल प्रतियोगिता के परफॉरमेंस के आधार पर चुना जायेगा। जिसका सलेक्शन होगा उसका नाम पटना खेल प्राधिकरण के यहां भेज दी जाएगी।

खिलाडियों की उम्र 12 वर्ष से 18 वर्ष के अंदर होनी चाहिए, ये भी सचिव ने बताया।

इस बैठक में सभापति दीपक सिंह, रवि रौशन, अमन और आकाश आदि ने भाग लिया। सचिव ने यह भी बताया की इसमें लगभग 300 खिलाड़ि शामिल होंगे।

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पेरिस, 08 अगस्त (हि.स.)। पेरिस ओलंपिक 2024 में जेवलिन में भारतीय थ्रोअर नीरज चोपड़ा ने शानदार प्रदर्शन करते हुए रजत पदक जीता। उन्होंने 89.45 मीटर का थ्रो फेंका। वहीं, पाकिस्तान के अरशद नदीम ने 92.97 मीटर का थ्रो फेंककर ओलंपिक रिकॉर्ड बनाया और स्वर्ण पदक अपने नाम किया। जबकि ग्रेनाडा के एंडरसन पीटर्स ने कांस्य पदक जीता, जिन्होंने 88.54 मीटर दूरी तक थ्रो किया।

नीरज चोपड़ा का पहला प्रयास फाउल रहा था। हालांकि दूसरे प्रयास में नीरज चोपड़ा ने 89.45 मीटर की दूरी पर भाला फेंककर सिल्वर मेडल पोजीशन हासिल की थी। उसके बाद नीरज के शेष प्रयास फाउल रहे। ऐसे में सिर्फ एक सफल थ्रो के जरिए ही नीरज ने दूसरा स्थान हासिल किया। यह उनका सीजन का बेस्ट थ्रो है, इससे पहले उनका बेस्ट थ्रो ओलंपिक्स के क्वालीफिकेशन में आया था, जहां उन्होंने 89.34 मीटर की दूरी तय की थी।

पाकिस्तानी एथलीट अरशद नदीम ने नया ओलंपिक रिकॉर्ड बनाते हुए दूसरा थ्रो में ही 92.97 मीटर का लगाया। उन्होंने छठा और आखिरी थ्रो 91.79 मीटर का लगाया। इस तरह नदीम ने और स्वर्ण पदक जीता। पाकिस्तान का 1992 बार्सीलोना ओलंपिक के बाद यह पहला ओलंपिक पदक है।

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पेरिस, 08 अगस्त (हि.स.)। भारतीय पुरुष हॉकी टीम ने गुरुवार को यवेस डी मैनॉयर स्टेडियम में पेरिस ओलंपिक 2024 के कांस्य पदक मैच में स्पेन पर 2-1 से जीत दर्ज कर 52 साल बाद ओलंपिक खेलों में लगातार पदक जीते हैं। इससे पहले भारत ने वर्ष 1972 में लगातार पदक जीते थे।

पुरुष टीम द्वारा लगातार ओलंपिक खेलों में पदक जीतने का पिछला उदाहरण मैक्सिको सिटी 1968 और म्यूनिख 1972 में था, जहां दोनों अवसरों पर भारत ने कांस्य पदक जीता था। भारत ने बेल्जियम के खिलाफ सेमीफाइनल मुकाबला हारने के बाद जर्मनी पर 5-4 से जीत के बाद टोक्यो 2020 में कांस्य पदक जीता था।

बतादें कि 2024 ओलंपिक में भारत 6 अगस्त को सेमीफाइनल में जर्मनी के खिलाफ 2-3 से हार गया, जिससे 1980 के बाद पहले हॉकी स्वर्ण पदक की उसकी उम्मीद समाप्त हो गई थी।

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पेरिस, 08 अगस्त (हि.स.)। गुरुवार को पेरिस 2024 ओलंपिक खेलों में भारत के कांस्य पदक जीतने के बाद भारतीय फील्ड हॉकी टीम के अनुभवी गोलकीपर पीआर श्रीजेश ने संन्यास ले लिया है।

36 वर्षीय खिलाड़ी ने पहले ही घोषणा कर दी थी कि यह मैच उनका आखिरी खेल होगा लेकिन उनके और भारत के लिए लगातार दो कांस्य पदक ने उनके कार्यकाल को और उल्लेखनीय बना दिया है।

श्रीजेश ने सोशल नेटवर्किंग साइट ‘एक्स’ पर लिखा, “जैसे ही मैं अंतिम बार पोस्टों के बीच खड़ा हुआ, मेरा दिल कृतज्ञता और गर्व से भर गया। एक सपने देखने वाले युवा लड़के से भारत के सम्मान की रक्षा करने वाले व्यक्ति तक की यह यात्रा असाधारण से कम नहीं है। आज, मैं भारत के लिए अपना आखिरी मैच खेल रहा हूँ। हर बचाव, हर गोता, भीड़ की हर दहाड़ हमेशा मेरी आत्मा में गूंजती रहेगी। भारत, मुझ पर विश्वास करने के लिए, मेरे साथ खड़े रहने के लिए धन्यवाद। यह अंत नहीं है, बल्कि यादगार यादों की शुरुआत है। सदैव सपनों का संरक्षक। जय हिंद।”

श्रीजेश ने 2006 में दक्षिण एशियाई खेलों में सीनियर टीम के लिए पदार्पण किया और 2011 से टीम में नियमित हैं। वह 2014 एशियाई खेलों में भारत की स्वर्ण पदक जीत और भारत के ऐतिहासिक टोक्यो ओलंपिक अभियान में भी महत्वपूर्ण थे, जहां भारत ने 50 साल बाद ओलंपिक में अपना पहला हॉकी पदक जीता।

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पेरिस, 08 अगस्त (हि.स.)। कप्तान हरमनप्रीत सिंह के दो गोल और पीआर श्रीजेश के दो बेहतरीन बचाव की बदौलत भारत ने शुक्रवार को यवेस डु मैनोइर स्टेडियम में स्पेन को 2-1 से हराकर पेरिस ओलंपिक में लगातार दूसरी बार कांस्य पदक हासिल किया।

रोमांचक माहौल में खेलते हुए, पहले क्वार्टर के बाद 0-1 से पिछड़ने के बाद भारतीय टीम ने बेहतरीन वापसी करते हुए पेरिस ओलंपिक में अपनी तालिका में चौथा पदक जोड़ा।

श्रीजेश, जो भारत के लिए अपना आखिरी गेम खेल रहे थे, भावनाओं से भरे हुए मैदान पर गए और टीम के बाकी सदस्य भारत के हॉकी इतिहास के इस महत्वपूर्ण अवसर का जश्न मनाने के लिए उनके साथ शामिल हो गए।

भारत ने 1972 म्यूनिख खेलों के बाद 52 वर्षों में पहली बार लगातार कांस्य हॉकी पदक जीते।

कोच क्रेग फुल्टन के नेतृत्व में भारत ने इतिहास रचा और ओलंपिक में लगातार कांस्य पदक हासिल किए। भारत के लिए हरमनप्रीत सिंह (30′, 33′) के गोल उन्हें फिनिश लाइन तक पहुंचाने के लिए पर्याप्त थे। स्पेन के लिए, मार्क मिरालेस (18′) एकमात्र गोल स्कोरर थे।

ओलंपिक में स्पेन के खिलाफ आमने-सामने के रिकॉर्ड में भारत का पलड़ा भारी था। अपनी दस मुलाकातों में, उन्होंने स्पेनिश पक्ष को सात बार हराया था।

मैच में स्पेन ने अच्छी शुरुआत की। दूसरे क्वार्टर में खेल की शुरुआत तब हुई जब मनप्रीत ने डी के अंदर जेरार्ड क्लैप्स का सामना किया, जिसके कारण स्पेन को पेनल्टी स्ट्रोक मिला।

स्पैनिश कप्तान मार्क मिरालेस इस अवसर को गोल में बदलकर टीम को 1-0 की बढ़त दिला दी।

1-0 की बढ़त के साथ स्पेन ने दूसरे क्वार्टर में भी कब्जे के खेल से भारत पर दबदबा बनाए रखा। बास्टररा के पास स्पेन की बढ़त को दोगुना करने का मौका था, लेकिन वह पेनल्टी कॉर्नर के दो मौकों को भुनाने में नाकाम रहे।

मैच के 30वें मिनट में कप्तान हरमनप्रीत सिंह ने अपने ट्रेडमार्क ड्रैग फ्लिक से पेनल्टी कॉर्नर को गोल में बदला और भारत को 1-1 की बराबरी दिला दी।

तीसरे क्वार्टर में भारत को एक और पेनल्टी कॉर्नर मिला, जिसे हरमनप्रीत ने गोल में बदलकर भारत को 2-1 से आगे कर दिया और अंत में यही स्कोर निर्णायक साबित हुआ और भारत ने लगातार दूसरी बार कांस्य पदक अपने नाम किया।

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नई दिल्ली, 07 अगस्त (हि.स.)। भारत की स्टार निशानेबाज मनु भाकर पेरिस ओलंपिक 2024 में दो पदक जीतने के बाद बुधवार को स्वदेश लौट आई हैं। उनका दिल्ली के इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर जोरदार स्वागत हुआ।

ढोल-नगाड़ों के साथ मनु भाकर व उनके कोच जसपाल राणा का लोगों ने भव्य स्वागत किया और दोनों को फूल-मालाओं में लाद द‍िया। लोग मनु भाकर के साथ सेल्फी ले रहे थे। भव्य स्वागत पर मनु भाकर बहुत खुश दिख रही थीं। इस दौरान उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा कि वह बहुत खुश हैं। लोगों का इतना प्यार मिल रहा है।

उल्लेखनीय है कि 22 वर्षीय मनु भाकर ने पेरिस ओलंपिक में दो कांस्य पदक जीतकर देश को गौरवान्वित किया है। मनु ने महिलाओं की 10 मीटर एयर पिस्टल स्पर्धा में कांस्य पदक जीतकर देश का पेरिस ओलंपिक में खाता खोला था। इसके बाद उन्होंने 10 मीटर एयर पिस्टल मिश्रित टीम स्पर्धा में सरबजोत सिंह के साथ मिलकर कांस्य पदक जीता।

इससे वह एक ओलंपिक में दो पदक जीतने वाली स्वतंत्र भारत की पहली भारतीय बन गईं। इसके बाद उनके पास तीसरा ओलंपिक पदक जीतकर एकमात्र भारतीय बनने का इतिहास रचने का मौका था लेकिन महिलाओं की 25 मीटर पिस्टल स्पर्धा में वह मामूली अंतर से चूक गईं थीं और चौथे स्थान पर रही थीं।

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नई दिल्ली, 07 अगस्त (हि.स.)। विनेश फोगाट के पेरिस ओलंपिक में 50 किलोग्राम भारवर्ग में फाइनल से पहले अयोग्य ठहराए जाने पर भारतीय ओलंपिक संघ की अध्यक्ष पीटी उषा ने एक बयान में कहा कि यह बेहद चौंकाने वाला है। वे अभी कुछ समय पहले ओलंपिक विलेज पॉलीक्लिनिक में विनेश से मिलीं और उन्हें भारतीय ओलंपिक संघ, भारत सरकार और पूरे देश के पूर्ण समर्थन का आश्वासन दिया।

उन्होंने कहा कि हम विनेश को सभी चिकित्सा और भावनात्मक सहायता प्रदान कर रहे हैं। भारतीय कुश्ती महासंघ ने यूडब्ल्यूडब्ल्यू से अपील की है। वे इस बात से वाकिफ हैं कि विनेश की मेडिकल टीम ने वजन कम रखने के लिए रात भर प्रयास किया है।

उषा के साथ फोगाट के न्यूट्रीशनिस्ट दिनशॉ पारदीवाला का बयान भी आया है। उन्होंने बताया कि बहुत प्रयास करने के बावजूद भी वजन 50 किलोग्राम से कम नहीं हो पाया। कल विनेश ने तीन मैच खेले थे, जिसके बाद डिहाइड्रेशन से बचने के लिए उन्होंने प्रचुर मात्रा में पानी पिया था। इसके बाद रात भर वजन को कम करने का प्रयास किया गया। यहां तक कि उनके बाल काटे गए और कपड़े छोटे किए गए, लेकिन इसके बावजूद भी वजन 100 ग्राम अधिक पाया गया।

उन्होंने आगे कहा कि वर्तमान में विनेश पेरिस ओलंपिक के अस्पताल में ब्लड टेस्ट और अन्य जांच से गुजर रही हैं ताकि वजन कम करने के प्रयास में कोई शारीरिक स्वास्थ्य संबंधी समस्या ना हो। उनके सभी टेस्ट ठीक आए हैं और वह पूरी तरह से स्वस्थ हैं, पर मानसिक रूप से आहत हैं।

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पेरिस, 06 अगस्त (हि.स.)। भारतीय महिला पहलवान विनेश फोगाट कुश्ती के 50 किग्रा भार वर्ग प्रतियोगिता के फाइनल में पहुंच गई है। इस तरह विनेश ने पेरिस ओलंपिक 2024 में अपना पदक पक्का कर लिया है। सेमीफाइनल में विनेश ने क्यूबा की पहलवान को 5-0 से मात दी। कल बुधवार को फाइनल में विनेश फोगाट अमेरिकी पहलवान सारा हिल्डब्रैंट से भिड़ेंगी।

महिलाओं की 50 किलोग्राम भारवर्ग में भारतीय पहलवान विनेश फोगाट ने क्यूबा की युस्नेलिस गुजमैन लोपेज के खिलाफ सेमीफाइनल में जबरदस्त जीत दर्ज की है। विनेश ने क्यूबा की पहलवान को स्कोर करने तक का मौका नहीं दिया। विनेश ने मैच की शुरुआत में ही पहला पॉइंट लेकर 1-0 की बढ़त ले ली। ‘

पहले राउंड की बढ़त के बाद आगे के राउंड में भारतीय पहलवान ने और तेजी दिखाई और लगातार प्वाइंट बनानते हुए 5-0 की बढ़त बना ली। इसी स्कोर पर मैच समाप्त हुआ और विनेश फोगाट ने सेमीफाइनल मुकाबला जीत लिया। इस जीत के साथ पेरिस ओलंपिक में अब उनका मेडल पक्का हो गया है। स्वर्ण पदक के लिए कल बुधवार को उनका मुकाबला अमेरिका की सारा हिल्डब्रैंड से होगा।

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पेरिस ओलंपिक: स्कीट मिक्स्ड टीम शूटिंग स्पर्धा में भारत चौथे स्थान पर रहा

पेरिस:  अनंतजीत सिंह नरुका और माहेश्वरी चौहान की भारत की स्कीट मिश्रित टीम सोमवार को पेरिस ओलंपिक 2024 में कांस्य पदक मैच में चीन से 44-43 से हार गई। भारतीय टीम ने कुल 48 में से 43 लक्ष्य साधे। चीन ने एक कदम आगे रहते हुए 48 में से 44 छर्रे साधे और तीसरा स्थान प्राप्त किया।

चीन की ल्यू जियानलिन ने 24 में से 24 शॉट पर परफेक्ट स्कोर बनाया। उनके साथी जियांग यिटिंग ने शॉट्स की दूसरी सीरीज में चार में से तीन शॉट मिस किए, लेकिन उन्होंने सुधार किया, और शेष में से केवल एक ही शॉट मिस किया।

भारत के लिए अनंतजीत ने दो निशाने मिस किए, जबकि माहेश्वरी तीन में विफल रहीं। यह पहली बार था जब स्कीट शूटिंग में मिश्रित टीम स्पर्धा आयोजित की गई थी।

बता दें कि भारत ने पेरिस ओलंपिक 2024 में अब तक तीन कांस्य पदक जीते हैं और तीनों ही निशानेबाजी में आए हैं।

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-सेमीफाइनल में डेनमार्क के विक्टर एक्सेलसन ने हराया

पेरिस, 04 अगस्त (हि.स.)। भारत के युवा बैडमिंटन खिलाड़ी लक्ष्य सेन पेरिस ओलंपिक 2024 में पुरुष एकल बैडमिंटन स्पर्धा के फाइनल में पहुंचने से चूक गए हैं। लक्ष्य सेन डेनमार्क के विक्टर एक्सेलसन के खिलाफ सेमीफाइनल मुकाबला हार गए। रविवार को खेले गए सेमीफाइनल मुकाबले में डेनमार्क के एक्सेलसन ने भारतीय स्टार को 22-20, 21-14 से हराकर फाइनल में प्रवेश किया।

भारतीय स्टार लक्ष्य सेन और डेनमार्क के एक्सेलसेन के बीच पहले गेम में जबरदस्त टक्कर देखने को मिली। दोनों एक-दूसरे पर हावी नजर आए, लेकिन अंत में एक्सेलसन ने वापसी करते हुए पहला गेम 22-20 के अंतर से अपने नाम किया। दूसरे गेम में भी लक्ष्य सेन ने अच्छी शुरुआत की और बढ़त बनाई, लेकिन वह इसे बरकरार नहीं रख सके। दूसरे गेम में भी लक्ष्य सेन को 14-21 से हार मिली।

लक्ष्य सेन के पास कांस्य पदक जीतने का मौका

22 वर्षीय युवा स्टार लक्ष्य सेन भले ही सेमीफाइनल में हारकर फाइनल के लिए क्वालिफाई नहीं कर सके, लेकिन उनके पास अभी भी कांस्य पदक जीतने का मौका है। लक्ष्य सेन अब कांस्य पदक मुकाबला खेलने उतरेंगे। उनका यह मुकाबला मलेशिया के जी जिया ली से होगा। दोनों खिलाड़ियों के बीच कांस्य पदक के लिए यह मुकाबला सोमवार को खेला जाएगा।

लक्ष्य सेन पहले भारतीय पुरुष बैडमिंटन खिलाड़ी हैं, जिन्होंने ओलंपिक का सेमीफाइनल मैच खेला है। सेन ने शुक्रवार को क्वार्टर फाइनल में चीनी ताइपे के चोउ टिएन चेन को 19-21, 21-15, 21-12 से हराया था।

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पेरिस, 2 अगस्त (हि.स.)। रिस 2024 ओलंपिक में महिलाओं की 25 मीटर पिस्टल क्वालीफिकेशन में,भारतीय निशानेबाज मनु भाकर ने ओवरऑल दूसरा स्थान हासिल किया और 590-24x के कुल स्कोर के साथ फाइनल में जगह बनाई। वह शनिवार दोपहर 1 बजे फाइनल खेलेंगी। इसके विपरीत, 19 वर्षीय ईशा सिंह, जिन्होंने ओलंपिक में पदार्पण किया था, इसी स्पर्धा में 18वें स्थान पर रहते हुए क्वालीफाई नहीं कर सकीं।

हंगरी की वेरोनिका मेजर ने 592 के ओलंपिक क्वालिफिकेशन रिकॉर्ड की बराबरी की। ईरान की हनीयेह रोस्तमियान शीर्ष तीन में शामिल हैं।

इस वैश्विक मंच पर नवागंतुक होने के बावजूद, ईशा सिंह ने उल्लेखनीय क्षमता दिखाई है। 25 मीटर पिस्टल स्पर्धा के सटीक चरण में उनके प्रदर्शन ने संकेत दिया कि वह क्वालीफिकेशन राउंड में एक मजबूत प्रतियोगी हो सकती हैं। पिछले साल, उन्होंने एशियाई खेलों में तीन पदक एक स्वर्ण और दो रजत जीतकर सुर्खियाँ बटोरीं थीं।

इस बीच, आज सुबह, तुलिका मान ने जूडो महिलाओं के +78 किग्रा राउंड ऑफ 32 इवेंट में क्यूबा की इडालिस ऑर्टिज़ के खिलाफ हार मान ली। मान को ऑर्टिज़ के खिलाफ 10-0 से हार का सामना करना पड़ा। मैच सिर्फ़ 28 सेकंड में समाप्त हो गया।

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नई दिल्ली, 01 अगस्त (हि.स.)। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने स्वप्निल कुसाले को पेरिस ओलंपिक में भारत के तीसरे पदक के लिए बधाई दी।

कुसाले ने फ्रांस की राजधानी पेरिस मे चल रहे ओलंपिक-2024 में गुरुवार को पुरुषों की 50 मीटर राइफल 3पी स्पर्धा में कांस्य पदक जीता है। कुसाले पुरुषों की 50 मीटर राइफल 3पी स्पर्धा में पदक जीतने वाले पहले भारतीय निशानेबाज बन गये हैं। कुसाले ने 50 मीटर राइफल 3 पोजिशन पुरुषों के फाइनल में 451.4 के कुल स्कोर के साथ तीसरे स्थान पर रहकर भारत के लिए कांस्य पदक जीता। उन्होंने कुल मिलाकर निशानेबाजी में भारत का तीसरा पदक हासिल किया।

राष्ट्रपति ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, “पेरिस ओलंपिक में कांस्य पदक जीतने पर स्वप्निल कुसाले को हार्दिक बधाई। वे पुरुषों की 50 मीटर राइफल 3 पोजीशन श्रेणी में पदक जीतने वाले पहले भारतीय बन गए हैं। यह पहली बार है कि भारत ने एक ही ओलंपिक खेलों में शूटिंग स्पर्धाओं में तीन पदक जीते हैं। पूरे शूटिंग दल ने भारत को गौरवान्वित किया है। मैं आगामी प्रतियोगिताओं के लिए हमारे सभी खिलाड़ियों को अपनी शुभकामनाएं देती हूं। मैं कामना करती हूं कि स्वप्निल कुसले भविष्य में और भी पदक जीतें।”

उपराष्ट्रपति ने एक्स पर पोस्ट कर कहा कि पेरिस ओलंपिक 2024 में पुरुषों की 50 मीटर राइफल थ्री पोजिशन में कांस्य पदक जीतने पर स्वप्निल कुसाले को हार्दिक बधाई। आपके सच्चे समर्पण और दृढ़ता ने पूरे देश को वैश्विक मंच पर गौरवान्वित किया है। आपके भविष्य के प्रयासों में निरंतर सफलता की कामना करता हूं।

प्रधानमंत्री ने एक्स पर पोस्ट में कहा कि स्वप्निल कुसाले का असाधारण प्रदर्शन। पेरिस ओलंपिक 2024 में पुरुषों की 50 मीटर राइफल 3 पोजीशन में कांस्य पदक जीतने के लिए उन्हें बधाई। उनका प्रदर्शन इसलिए खास है क्योंकि उन्होंने बेहतरीन लचीलापन और कौशल दिखाया है। वह इस श्रेणी में पदक जीतने वाले पहले भारतीय एथलीट भी हैं। हर भारतीय खुशी से भर गया है।

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