Chhapra: सारण फाउंडेशन के द्वारा आयोजित सारण खेल महोत्सव 2024 का रविवार को शुभारंभ होगा।  यह खेल महोत्सव 15 से 28 दिसंबर 2024 तक चलेगा। 14 दिनों में विभिन्न खेलों के आयोजन किए जाएंगे। 

15 दिसंबर 2024 को फुटबॉल (पुरुष) का आयोजन राजेन्द्र स्टेडियम में होगा। 16 दिसंबर 2024 को फुटबॉल (महिला)का आयोजन राजेन्द्र स्टेडियम में होगा। वहीं 17 से 21 दिसंबर तक सारण प्लेयर्स लीग क्रिकेट का आयोजन होगा। 22 और 23 दिसंबर को खेल भवन में शतरंज के मुकाबले होंगे। 22 दिसंबर को भारतोलन प्रतियोगिता का आयोजन खेल भवन में होगा। कबड्डी प्रतियोगिता का आयोजन 24 से 26 दिसंबर तक गोदना सेमरिया मैदान,रिविलगंज में होगा। जबकि 27 और 28 दिसम्बर को वालीबॉल प्रतियोगिता का आयोजन पीएन सिंह डिग्री कॉलेज मैदान में सम्पन्न होगा। 

आयोजन सारण खेल महोत्सव के अध्यक्ष शैलेन्द्र सेंगर ने बताया कि क्षेत्र में खेल और खिलाड़ियों के विकास को बढ़ावा देने के लिए इस महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है। महोत्सव के माध्यम से खेल का माहौल बनेगा और नए खिलाड़ियों को अवसर मिलेगा। ऐसे प्रयाशों से खिलाड़ियों का विकास हो सकेगा, जिससे वह आगे चलकर बड़े खेल प्रतियोगिताओं में भाग ले सकेंगे। 

उन्होंने सारण के लोगों से बड़ी संख्या में इस खेल महोत्सव में भाग लेने और खिलाड़ियों के मनोबल को ऊंचा करने की अपनील की है।  

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ख्वाजा और मैकस्वीनी ने दिलाई आस्ट्रेलिया को सधी शुरुआत

ब्रिसबेन, 14 दिसंबर (हि.स.)। भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के तहत यहां खेले जा रहे तीसरे टेस्ट के पहले सत्र में बारिश के कारण केवल 13.2 ओवर का खेल हो सका। ऑस्ट्रेलिया ने इस दौरान बिना कोई विकेट खोए 28 रन बना लिए हैं। उस्मान ख्वाजा 19 और नाथन मेकस्विनी 4 रन बनाकर खेल रहे हैं।

इस मैच में भारतीय कप्तान रोहित शर्मा ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया। मैच में केवल 5.3 ओवर फेंके गए थे, तभी बारिश शुरु हो गई, जिसके कारण 25 मिनट तक खेल रूका रहा।

बारिश रूकने के बाद फिर से खेल शुरु हुआ और ख्वाजा और मेकस्विनी ने संभलकर खेलना जारी रखा, 13.2 ओवर के बाद फिर से बारिश शुरु हो गई और कुछ देर इंतजार करने के बाद अंपायरों ने लंच की घोषणा कर दी। लंच तक ऑस्ट्रेलिया ने बिना किसी नुकसान के 28 रन बना लिये थे।

भारतीय टीम में हुए दो बदलाव

इस मैच के लिए भारत ने अपनी टीम में दो बदलाव किये। हर्षित राणा और रविचंद्रन अश्विन को बाहर किया गया और उनकी जगह दाएं हाथ के तेज गेंदबाज आकाश दीप और अनुभवी ऑलराउंडर रवींद्र जडेजा को शामिल किया गया।

ऑस्ट्रेलियाई टीम में हेजलवुड की वापसी

वहीं, ऑस्ट्रेलिया ने जोश हेजलवुड को टीम में शामिल करने का फैसला किया, जो साइड स्ट्रेन के कारण दूसरे टेस्ट से बाहर हो गए थे। टीम ने स्कॉट बोलैंड, जिन्होंने गुलाबी गेंद से ऑस्ट्रेलिया के लिए प्रभावशाली भूमिका निभाई थी, को बाहर किया।

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Chhapra: 50वीं बिहार राज्य जूनियर बालिका कबड्डी प्रतियोगिता का आयोजन बिहार राज्य कबड्डी संघ एवं सीतामढ़ी जिला कबड्डी संघ के संयुक्त तत्वावधान में दिनाँक 14 दिसम्बर से 16 दिसम्बर के बीच जानकी स्टेडियम, सीतामढ़ी में होना है.

उक्त प्रतियोगिता में भाग लेने हेतु सारण जिले की कबड्डी टीम को संघ के संरक्षक डॉ सुरेश प्रसाद सिंह, सभापति बैठा ने हरी झंडी दिखा कर रवाना किया. इस बात की जानकारी संघ के सचिव पंकज कश्यप ने दी। टीम के सभी खिलाड़ियों एवं कोचिंग स्टाफ को अपनी शुभकामनाएं दी है.

राज्य स्तरीय जूनियर बालिका कबड्डी प्रतियोगिता में भाग लेने वाली टीम:-
1.   बुची कुमारी
2.   प्रियंका कुमारी
3.   आरती कुमारी
4.   चांदनी कुमारी
5.   अनुष्का कुमारी
6.   वैभवी कुमारी
7.   पालक राज
8.  अंजू कुमारी
9.  अनुष्का कुमार 2
10. सुप्रिया कुमारी
11.  प्रिया कुमारी
12. निशा कुमारी

टीम कोच – रोहित कुमार सिंह
टीम मैनेजर – राजकुमार सिंह

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नई दिल्ली, 12 दिसंबर (हि.स.)। भारतीय ग्रैंडमास्टर डी गुकेश ने गुरुवार को सिंगापुर में विश्व शतरंज चैंपियनशिप 2024 के 14वें दौर में चीन के डिंग लिरेन को हराकर खिताब अपने नाम कर लिया। गुकेश ने अंतिम राउंड जीतकर 7.5 अंक हासिल कर खिताब अपने नाम किया, जबकि लिरेन के 6.5 अंक रहे। लिरेन को हराने के बाद गुकेश सबसे कम उम्र के विश्व शतरंज चैंपियन बन गए हैं, उन्होंने गैरी कास्पारोव का रिकॉर्ड तोड़ दिया है।

भारतीय ग्रैंड मास्टर चैंपियनशिप की शुरुआत में पीछे थे, क्योंकि उन्हें शुरुआती राउंड में हार का सामना करना पड़ा था। लेकिन, गुकेश ने तीसरे राउंड में वापसी करते हुए फाइनल में बराबरी हासिल की। गुकेश ने 11वें राउंड में बढ़त हासिल की थी, लेकिन इसके बाद डिंग ने बेहतरीन पलटवार किया और 12वां राउंड जीतकर मैच बराबर कर लिया, 13वां राउंड ड्रा रहा और इसके बाद गुकेश ने 14वां और अंतिम राउंड जीतकर मैच खिताब अपने नाम किया।

गुकेश ने इस साल की शुरुआत में कैंडिडेट्स टूर्नामेंट जीतकर विश्व चैंपियनशिप के लिए क्वालीफाई किया था।

विश्व चैंपियन बनने वाले दूसरे भारतीय बने गुकेश

इसके अलावा विश्वनाथन आनंद के बाद गुकेश दूसरे भारतीय हैं, जिन्होंने विश्व चैंपियन का खिताब अपने नाम किया। विश्वनाथन आनंद 2000-2002, 2007-2013 तक विश्व चैंपियन रहे थे।

विश्व शतरंज चैंपियनशिप 2024 के परिणामों की पूरी सूची-

गेम 1 – 25 नवंबर, 2024 – डिंग लिरेन ने गुकेश को हराया

गेम 2 – 26 नवंबर, 2024 – राउंड ड्रॉ में समाप्त हुआ

गेम 3 – 27 नवंबर, 2024 – गुकेश ने डिंग लिरेन को हराया

गेम 4 – 29 नवंबर, 2024 – राउंड ड्रॉ में समाप्त हुआ

गेम 5 – 30 नवंबर, 2024 – राउंड ड्रॉ में समाप्त हुआ

गेम 6 – 1 दिसंबर, 2024 – राउंड ड्रॉ में समाप्त हुआ

गेम 7 – 3 दिसंबर, 2024 – राउंड ड्रॉ में समाप्त हुआ

गेम 8 – 4 दिसंबर, 2024 – राउंड ड्रॉ में समाप्त हुआ

गेम 9 – 5 दिसंबर, 2024 – राउंड ड्रॉ में समाप्त हुआ

गेम 10 – 7 दिसंबर, 2024 – राउंड ड्रॉ में समाप्त हुआ

गेम 11 – 8 दिसंबर, 2024 – गुकेश ने डिंग लिरेन को हराया

गेम 12 – 9 दिसंबर, 2024 – डिंग लिरेन ने गुकेश को हराया

गेम 13 – 11 दिसंबर, 2024 – राउंड ड्रॉ पर समाप्त हुआ

गेम 14 – 12 दिसंबर, 2024 – गुकेश ने डिंग लिरेन को हराया।

सबसे युवा विश्व शतरंज चैंपियन बने गुकेश

गुकेश 18 वर्ष 8 महीने 14 दिन में विश्व शतरंज चैंपियन बने, जबकि गैरी कास्परोव ने 9 नवंबर, 1985 को 22 वर्ष 6 महीने 27 दिन में यह उपलब्धि हासिल की थी, इस सूची में तीसरे नंबर पर मैग्नस कार्लसन हैं, जिन्होंने 23 नवंबर, 2013 को 22 वर्ष 11 महीने 24 दिन में विश्व चैंपियन का ताज पहना था। इस सूची में नंबर चार पर मिखाइल ताल ( 23 वर्ष 5 महीने 28 दिन – 7 मई, 1960), पांचवें स्थान पर अनातोली कार्पोव (23 वर्ष 10 महीने 11 दिन – 3 अप्रैल, 1975), छठे स्थान पर व्लादिमीर क्रैमनिक (25 वर्ष 4 महीने 10 दिन – 4 नवंबर, 2000) और सातवें स्थान पर इमानुएल लास्कर (25 वर्ष 5 महीने 2 दिन – 26 मई, 1894) हैं।

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नई दिल्ली, 12 दिसंबर (हि.स.)। भारतीय ग्रैंड मास्टर डी. गुकेश ने गुरुवार को सिंगापुर में सबसे कम उम्र के विश्व शतरंज चैंपियन बनने के बाद कहा कि 14वें गेम के अंतिम चरण में डिंग लिरेन की गलती का एहसास होना उनके जीवन का सबसे अच्छा क्षण था।

6.5-6.5 से बराबरी पर, 18 वर्षीय गुकेश ने 14 गेम की श्रृंखला के अंतिम गेम में चीन के मौजूदा चैंपियन डिंग को हराकर खिताब जीता।

खिताब जीतने के बाद गुकेश ने कहा, “वास्तव में, जब उन्होंने Rf2 खेला, तो मुझे एहसास नहीं हुआ, मैं लगभग Rb3 खेलने जा रहा था, लेकिन फिर मैंने देखा कि उनका बिशप वास्तव में फंस गया है और Ke1 के बाद, मेरे पास Ke5 है और प्यादा अंत है जो जीत रहा है। जब मुझे एहसास हुआ, तो यह शायद मेरे जीवन का सबसे अच्छा क्षण था।”

डिंग के बारे में गुकेश ने कहा, “हम सभी जानते हैं कि डिंग कौन है और वह कई वर्षों से इतिहास के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ियों में से एक है, इस मैच में उसने जिस तरह की लड़ाई लड़ी, उससे पता चलता है कि वह कितना सच्चा चैंपियन है और कोई भी डिंग के बारे में कुछ भी कहे, मेरे लिए वह एक असली विश्व चैंपियन है। जब मौका आता है तो चैंपियन हमेशा आगे आते हैं। वह पिछले दो वर्षों से बहुत अच्छी स्थिति में नहीं था, लेकिन वह यहाँ आया। वह स्पष्ट रूप से खेलों के दौरान संघर्ष कर रहा था और शारीरिक रूप से सर्वश्रेष्ठ नहीं था, लेकिन उसने सभी खेलों में लड़ाई लड़ी और एक सच्चे चैंपियन की तरह लड़ा और मुझे डिंग और उसकी टीम के लिए वास्तव में खेद है। उन्होंने शानदार प्रदर्शन किया।”

अपने सफ़र के बारे में, गुकेश ने कहा, “जब मैंने छह या सात साल की उम्र में शतरंज खेलना शुरू किया था, तब से मैं 10 साल से भी ज़्यादा समय से इस पल को जीने का सपना देख रहा हूँ। हर शतरंज खिलाड़ी इस पल का अनुभव करना चाहता है और बहुत कम लोगों को यह मौका मिलता है। उनमें से एक होने के नाते, इसे समझाने का एकमात्र तरीका यह है कि मैं अपना सपना जी रहा हूँ।”

विश्वनाथन आनंद के बाद खिताब जीतने वाले दूसरे भारतीय बनने पर गुकेश ने कहा, “ग्यारह साल पहले, खिताब भारत से छीन लिया गया था (जब आनंद 2013 में मैग्नस कार्लसन से हार गए थे)। जब मैं 2013 में मैच देख रहा था, तो मैं स्टैंड्स (चेन्नई में) में था और ग्लास बॉक्स के अंदर देख रहा था और मैंने सोचा कि एक दिन अंदर होना कितना अच्छा होगा। जब मैग्नस ने जीत हासिल की, तो मैंने सोचा कि मैं वास्तव में भारत को खिताब वापस लाने वाला व्यक्ति बनना चाहता हूं और यह सपना, जो मैंने 10 साल से भी पहले देखा था, मेरे जीवन की अब तक की सबसे महत्वपूर्ण चीज है। शायद अपने लिए, अपने प्रियजनों और अपने देश के लिए ऐसा करने से बेहतर कुछ नहीं है।”

सबसे कम उम्र के विश्व चैंपियन बनने पर गुकेश ने कहा, “यह शायद उस आठ वर्षीय गुकेश के लिए बहुत मायने रखता था, क्योंकि मैंने इस पर बहुत अधिक ध्यान देना बंद कर दिया था।”

वहीं, हार के बाद डिंग ने कहा, “जब मैंने गलती की तो मैं पूरी तरह सदमे में था – उसके चेहरे के भाव से पता चलता है कि वह बहुत उत्साहित और खुश था – इसे समझने में थोड़ा समय लगा… लेकिन अन्यथा ड्रॉ करना पहले से ही इतना आसान नहीं है। मुझे लगता है कि मैंने साल का अपना सर्वश्रेष्ठ टूर्नामेंट खेला। यह बेहतर हो सकता था, लेकिन मुझे कोई पछतावा नहीं है।”

डिंग ने यह भी स्पष्ट करते हुए कहा कि वह खेल से संन्यास नहीं ले रहे हैं।

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नई दिल्ली, 6 दिसंबर (हि.स.)। भारत की पदक संभावनाओं को बड़ा झटका देते हुए, अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति (आईओसी) के कार्यकारी बोर्ड ने सेनेगल के डकार में होने वाले 2026 युवा ओलंपिक खेलों की सूची से निशानेबाजी, भारोत्तोलन और हॉकी को हटा दिया है।

निशानेबाजी, भारोत्तोलन और हॉकी को 10 गैर-पदक खेलों में शामिल किया गया है, जो युवा ओलंपिक में “संलग्नता कार्यक्रम” का हिस्सा होंगे।

अर्जेंटीना के ब्यूनस आयर्स में 2018 के युवा खेलों में, भारत ने 13 पदक (तीन स्वर्ण, नौ रजत और एक कांस्य) जीते थे, जिनमें से निशानेबाजी ने चार पदक (दो स्वर्ण और दो रजत) दिलाए थे, जबकि हॉकी के हिस्से में दो रजत और भारोत्तोलन का योगदान एक स्वर्ण था।

पेरिस ओलंपिक की दोहरी पदक विजेता स्टार निशानेबाज मनु भाकर ने लड़कियों की 10 मीटर एयर पिस्टल में स्वर्ण और मिश्रित 10 मीटर एयर पिस्टल में रजत पदक जीता था।

3 दिसंबर को लुसाने में अपनी बैठक में, आईओसी कार्यकारी बोर्ड ने 31 अक्टूबर से 13 नवंबर, 2026 तक आयोजित होने वाले 2026 युवा ओलंपिक खेलों (वाईओजी) के लिए प्रतियोगिताओं और एथलीट कोटा की पुष्टि की है। युवा ओलंपिक में 15 से 18 वर्ष की आयु के एथलीट भाग लेंगे।

आईओसी ने अपनी वेबसाइट पर कहा, “… यह निर्णय लिया गया कि डकार 2026 में सभी 35 अंतरराष्ट्रीय महासंघों (आईएफ) की आधिकारिक भागीदारी को बनाए रखा जाएगा, जिसमें 25 खेल प्रतियोगिता कार्यक्रम में शामिल होंगे और 10 खेल सहभागिता कार्यक्रम का हिस्सा होंगे। डकार 2026 प्रतियोगिता कार्यक्रम में शामिल 25 खेलों में से प्रत्येक से एक अनुशासन का प्रदर्शन करेगा। इसके अतिरिक्त, डकार 2026 में एक सहभागिता कार्यक्रम होगा जिसमें 10 खेल दिखाए जाएंगे।”

जिन 25 खेलों में पदक दिए जाएंगे वे एथलेटिक्स (ट्रैक और फील्ड), एक्वेटिक्स (तैराकी), तीरंदाजी, बैडमिंटन, बेसबॉल (बेसबॉल 5), बास्केटबॉल (3×3), मुक्केबाजी, ब्रेकिंग, साइकिलिंग (रोड साइकिलिंग), घुड़सवारी (जंपिंग), तलवारबाजी, फुटबॉल (फुटसल), जिमनास्टिक (कलात्मक), हैंडबॉल (बीच हैंडबॉल), जूडो, रोइंग (कोस्टल रोइंग), रग्बी (रग्बी सेवेंस), नौकायन, स्केटबोर्डिंग (स्ट्रीट), टेबल टेनिस, ताइक्वांडो, ट्रायथलॉन, वॉलीबॉल (बीच वॉलीबॉल), कुश्ती (बीच कुश्ती) और वुशु हैं।

2018 के वाईओजी में सिमरन कौर ने लड़कियों की फ़्रीस्टाइल 43 किग्रा में रजत पदक जीता था, लेकिन 2026 के संस्करण में केवल बीच रेसलिंग ही होगी।

इस कार्यक्रम में शामिल होने वाले 10 गैर-पदक खेल कैनो-कयाक, गोल्फ़, हॉकी, कराटे, आधुनिक पेंटाथलॉन, शूटिंग, स्पोर्ट क्लाइम्बिंग, सर्फिंग, टेनिस और भारोत्तोलन हैं।

आईओसी ने कहा, “ये खेल प्रतियोगिता कार्यक्रम में शामिल नहीं होंगे, लेकिन साइट पर और डिजिटल प्लेटफॉर्म के माध्यम से इंटरैक्टिव गतिविधियों के माध्यम से इनका प्रचार किया जाएगा, जिससे वाईओजी के अभिन्न अंग और आधिकारिक हिस्से के रूप में उनकी भूमिका पर जोर दिया जाएगा।”

कुल मिलाकर, डकार वाईओजी में 151 इवेंट होंगे, जो 2018 ब्यूनस आयर्स संस्करण से 241 कम हैं, पुरुषों और महिलाओं के लिए 72 इवेंट के साथ बराबर-बराबर विभाजित, साथ ही सात मिश्रित-लिंग इवेंट भी होंगे।

आईओसी ने कहा, “ग्रीष्मकालीन वाईओजी के इतिहास में पहली बार, पूर्ण लैंगिक समानता हासिल की जाएगी – न केवल समग्र एथलीट कोटा में बल्कि हर खेल, अनुशासन और इवेंट में भी।” खेलों के लिए कुल एथलीट कोटा 2,700 निर्धारित किया गया है।

आईओसी ने कहा, “यह प्रतियोगिता की विशिष्ट प्रकृति को बनाए रखते हुए एक अनुकूलित और कुशल कार्यक्रम प्रदान करने की आईओसी की प्रतिबद्धता के अनुरूप है। यह खेलों को डकार के स्थानीय संदर्भ के अनुकूल बनाने की अनुमति देगा, फिर भी दुनिया भर के युवा एथलीटों के लिए एक प्रतिस्पर्धी मंच सुनिश्चित करेगा।”

मूल रूप से 2022 में 22 अक्टूबर से 9 नवंबर तक आयोजित होने वाला 2026 वाईओजी – ग्रीष्मकालीन युवा खेलों का चौथा संस्करण – कोविड-19 महामारी के कारण 2020 टोक्यो ग्रीष्मकालीन ओलंपिक को 2021 तक स्थगित करने के परिचालन और आर्थिक परिणामों को देखते हुए चार साल की देरी हुई। 2026 वाईओजी सेनेगल की राजधानी में तीन मेजबान स्थलों – डकार, डायमनियाडियो और सैली में आयोजित किया जाएगा।

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-अरजीत सिंह हुंदल ने 4 गोल दागकर दिलाई जीत

मस्कट (ओमान), 04 दिसंबर (हि.स.)। भारतीय जूनियर पुरुष हॉकी टीम ने आज मस्कट (ओमान) में पुरुष जूनियर एशिया कप के हाई स्कोरिंग फाइनल में पाकिस्तान को 5-3 से हराकर अपने खिताब का सफलतापूर्वक बचाव किया। अरिजीत सिंह हुंदल के चार गोल की मदद से गत चैंपियन भारत ने बुधवार को फाइनल मुकाबले में चिर प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान को हराकर खिताब की हैट्रिक लगाई। यह महाद्वीपीय टूर्नामेंट में भारत का पांचवां खिताब रहा। इससे पहले भारत ने वर्ष 2004, 2008, 2015 और 2023 में भी यह खिताब अपने नाम किया था। कोविड-19 महामारी के कारण यह टूर्नामेंट 2021 में आयोजित नहीं किया जा सका था। हॉकी इंडिया ने इस अवसर पर प्रत्येक खिलाड़ी को 2 लाख और प्रत्येक सहयोगी स्टाफ को 1 लाख का नकद इनाम देने की घोषणा की।

अरिजीत सिंह हुंदल ने चौथे, 18वें और 54वें मिनट में तीन पेनल्टी कॉर्नर को गोल में बदला और 47वें मिनट में मैदानी गोल दागा. भारत के लिए एक अन्य गोल दिलराज सिंह (19वें मिनट) ने किया। जबकि पाकिस्तान के लिए सूफियान खान (30वें और 39वें मिनट) ने दो पेनल्टी कॉर्नर को गोल में तब्दिल किया। सूफियान का साथ हन्नान शाहिद ने तीसरे मिनट में मैदानी गोल कर बखूबी दिया। हालांकि उनकी कोशिशें टीम को जीत दिलाने के लिए काफी नहीं रहीं।

मैच के शुरुआत में पाकिस्तान टीम ने काफी तेजी दिखाई और खेल के तीसरे ही मिनट में शाहिद के मैदानी गोल से बढ़त बना ली। हालांकि कुछ ही सेकेंड में भारत ने अपना पहला पेनल्टी कॉर्नर हासिल किया और हुंदल ने शानदार ड्रैग फ्लिक के जरिए स्कोर बोर्ड को एक-एक की बराबरी पर ला दिया।

दूसरे क्वार्टर में भारत ने अपने खेल में सुधार किया और 18वें मिनट में अपना दूसरा पेनल्टी कॉर्नर हासिल किया, जिससे हुंदल ने एक बार फिर गोल में बदला। एक मिनट बाद दिलराज ने भी एक बेहतरीन मैदानी गोल कर भारत की बढ़त को 3-1 कर दिया। पाकिस्तान ने 30वें मिनट में सूफियान के पेनल्टी कॉर्नर पर दागे गोल से स्कोर 2-3 किया। सूफियान ने 39वें मिनट में एक और पेनल्टी कॉर्नर को गोल में बदलकर पाकिस्तान को बराबरी दिला दी।

इसके बाद भारत ने तेजी दिखाई और अंतिम क्वार्टर में 47वें मिनट में अपना तीसरा पेनल्टी कॉर्नर हासिल करते हुए हुंदल के शॉट मारा लेकिन पाकिस्तान के गोलकीपर ने उसे बचा लिया। मगर हुंदल ने कुछ ही देर बाद मैदानी गोल दागकर भारत को फिर बढ़त में ला दिया। मैच के अंतिम 10 मिनट खेल को और तेज करते हुए भारत ने लगातार आक्रमण किया। नतीजतन पाकिस्तान पर दबाव बढ़ा और इसी बीच हुंदल ने एक बार फिर बेहतरीन वैरिएशन से गोल करके टीम की 5-3 से जीत सुनिश्चित की।

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नई दिल्ली, 1 दिसंबर (हि.स.)। बीसीसीआई सचिव जय शाह आज (01 दिसंबर) अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट काउंसिल (आईसीसी) के चेयरमैन का पद संभालेंगे। वे मौजूदा चेयरमैन ग्रेग बार्कले का स्थान लेंगे। क्रिकेट की इस शीर्ष संस्था के सर्वोच्च पद पर पहुंचने वाले जय शाह पांचवें भारतीय हैं।

उल्लेखनीय है कि जय शाह 27 अगस्त, 2024 को आईसीसी चेयरमैन चुने गए। उनका चयन निर्विरोध हुआ। आईसीसी चेयरमैन का पद संभालने के लिए जय शाह को बीसीसीआई सचिव का पद छोड़ना होगा। उन्होंने 2019 में बीसीसीआई सचिव का पद संभाला था। हालांकि अभी बीसीसीआई की तरफ से साफ नहीं है कि जय शाह के बाद बोर्ड में सचिव पद की जिम्मेदारी कौन संभालेगा।

जय शाह आईसीसी के शीर्ष पद तक पहुंचने वाले पांचवें भारतीय हैं। सबसे पहले जगमोहन डालमिया भारत की तरफ से 1997 से 2000 के बीच आईसीसी के अध्यक्ष रहे। इसके बाद वरिष्ठ राजनेता शरद पवार ने 2010 से 2012 तक आईसीसी अध्यक्ष के रूप में काम किया। फिर उद्योगपति तथा चेन्नई सुपर किंग्स के सहमालिक एन श्रीनिवासन ने 2014 से 2015 के बीच आईसीसी चेयरमैन की भूमिका निभाई। इसके बाद शशांक मनोहर ने 2015 से 2020 तक आईसीसी चेयरमैन के रूप में काम किया।

उल्लेखनीय है कि आईसीसी ने 2016 में संस्था का अध्यक्ष पद खत्म कर उसे चेयरमैन में बदल दिया था। जहीर अब्बास आईसीसी के आखिरी अध्यक्ष थे। आईसीसी ने पहली बार 2014 में चेयरमैन नियुक्त किया था, तब एन श्रीनिवासन को यह जिम्मेदारी मिली थी।

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मस्कट, 29 नवंबर (हि.स.)। भारतीय जूनियर पुरुष हॉकी टीम ने गुरुवार रात मस्कट, ओमान में जापान के खिलाफ अपने दूसरे पुरुष जूनियर एशिया कप 2024 मैच में 3-2 से कड़ी जीत दर्ज की। थोकचोम किंगसन सिंह (12′) ने भारत के लिए खाता खोला, लेकिन जापान के नियो सातो (15′, 38′) ने जल्द ही गोल करके बराबरी हासिल कर ली। दूसरे हाफ में रोहित (36′) ने भारत को बढ़त दिलाई, लेकिन नियो सातो ने फिर से गोल करके स्कोर बराबर कर दिया। अरिजीत सिंह हुंडल (39′) ने तीसरे क्वार्टर के अंत में फिर से भारत के लिए बढ़त हासिल की और भारत ने एक गोल की बढ़त को बरकरार रखते हुए अपनी जीत सुनिश्चित की।

दोनों टीमें शुरुआती सीटी से ही क्षेत्र के लिए एक दूसरे से भिड़ती रहीं, जिसके कारण खेल के तीन मिनट बाद जापान को पेनल्टी कॉर्नर मिला, हालांकि बिक्रमजीत सिंह सतर्क रहे और अपने गोल पर किसी भी तरह के खतरे को टाल दिया।

जापान द्वारा उच्च दबाव का इस्तेमाल करने के बावजूद, भारत ने चतुर हवाई गेंदों और शानदार कौशल के साथ इसे कुशलता से पार कर लिया। दोनों टीमों ने सार्थक कब्जे के लिए संघर्ष किया, और दिलराज सिंह ने पहले क्वार्टर में तीन मिनट शेष रहते भारत के लिए पेनल्टी कॉर्नर अर्जित किया, जिसे थोकचोम किंगसन सिंह ने गोल में बदलकर भारत को बढ़त दिला दी।

हालांकि, पहले क्वार्टर के अंतिम मिनट में जापान ने पेनल्टी कॉर्नर अर्जित किया और नियो सातो ने भारतीय रक्षा को पार करते हुए ड्रैग फ्लिक के साथ बराबरी हासिल की।

दूसरे क्वार्टर की शुरुआत में, भारत ने मनमीत सिंह के साथ दो मिनट के भीतर दो बार गोलकीपर को परखने के साथ बढ़त हासिल करने का प्रयास किया, हालांकि, किशो कुरोदा दोनों मौकों पर गोल बचाने में कामयाब रहे।

दोनों टीमों ने एक दूसरे पर वार किया लेकिन कोई स्पष्ट मौका नहीं मिला जब तक कि क्वार्टर में छह मिनट शेष रहते जापान को पेनल्टी कॉर्नर नहीं मिला। भारत के पहले रशर रोहित ने जापान को इस अवसर का फायदा न उठाने देने के लिए अपनी पूरी ताकत झोंक दी। क्वार्टर में दो मिनट शेष रहते जापानी फॉरवर्ड ने दो पेनल्टी कॉर्नर अर्जित किए। हालांकि, भारत ने हार नहीं मानी और अपने पेनल्टी कॉर्नर से जवाब दिया लेकिन जापान ने बेहतरीन बचाव किया, जिससे पहला हाफ 1-1 से बराबरी पर समाप्त हुआ।

तीसरे क्वार्टर की शुरुआत भी कुछ इसी तरह हुई और जापान ने चार मिनट के आसपास दो पेनल्टी कॉर्नर बनाए। हालांकि, उप कप्तान रोहित और बिक्रमजीत सिंह ने जापान के प्रयासों को विफल कर दिया और भारत ने आगे बढ़कर पेनल्टी कॉर्नर हासिल किया। इस बार रोहित ने गोलकीपर के पास से गेंद को फ्लिक करके भारत को बढ़त दिलाई। बराबरी की तलाश में जापान के नियो सातो ने फिर से पेनल्टी कॉर्नर से गोल करके स्कोर 2-2 कर दिया। भारत के दबाव के चलते, अर्शदीप सिंह ने जापानी सर्कल के पास गेंद को पकड़ लिया और उन्होंने अरिजित को पास दिया, जिन्होंने इसे गोल में बदलकर भारत को 3-2 से निर्णायक बढ़त दिला दी।

भारत अपना अगला मैच 30 नवंबर को चीनी ताइपे से खेलेगा।

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Chhapra: हरिहर क्षेत्र सोनपुर मेला में कबड्डी खेला प्रतियोगिता 2024 का आयोजन हुआ. प्रतियोगिता में  बिहार के 9 प्रमंडल कि टीमों ने भाग लिया.

कबड्डी प्रतियोगिता का फाइनल मुकाबला मेजबान सारण एवं मेला कप के 3 बार के विजेता पटना के बीच खेला गया. फाइनल मैच को देखने के लिए अच्छी संख्या में खेल प्रेमियों की उपस्थिति रही, जिसमें सारण ने पटना को रोमांचक मुकाबले में 14 पॉइंट्स से हराकर विजेता होने का गौरव हासिल किया.

प्रतियोगिता के बेस्ट प्लेयर सारण के दीपक सिंह को दिया गया, वही प्रतियोगिता के बेस्ट डिफेंडर का पुरस्कार पटना के शुभम सिंह को दिया गया.

मृत्युंजय सिंह के नेतृत्व में आयोजित उक्त खेल प्रतियोगिता में तकनीकी पदाधिकारी के रूप में राकेश सिंह, कौशलेंद्र जी, शिव शंकर सिंह, नीरज तिवारी,राजेश मेजर, प्रमोद कुमार, सुजीत कुमार, मुकुलेश कुमार ,बीरेन्द्र कुमार ने निभाई.

समापन समारोह में अतिथि के रूप में डॉ सुरेश प्रसाद सिंह, महासचिव बिहार भारोत्तोलन संघ, पंकज कश्यप, संयुक्त सचिव बिहार राज्य कबड्डी संघ को जिला खेल पदाधिकारी द्वारा प्रतीक चिह्न देकर सम्मानित किया गया.

खिलाड़ियों को संबोधित करते हुए उन्होंने खेल को बढ़ावा देने के लिए जिला प्रशासन, सारण एवं कबड्डी संघ का आभार व्यक्त किया. मंच संचालन सुजीत कुमार के द्वारा किया गया एवं धन्यवाद ज्ञापन कबड्डी संयोजक मृत्युंजय कुमार ने व्यक्त किया. 

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कप्तान लैथम ने इंग्लैंड के खिलाफ पहले टेस्ट के लिए संभावित न्यूजीलैंड टीम घोषित की, नाथन स्मिथ करेंगे पदार्पण  

क्राइस्टचर्च: न्यूजीलैंड के कप्तान टॉम लैथम ने पुष्टि की है कि तेज गेंदबाज नाथन स्मिथ क्राइस्टचर्च में इंग्लैंड के खिलाफ पहले टेस्ट मैच में डेब्यू करेंगे। हालांकि टॉम लैथम ने अपनी टीम की प्लेइंग इलेवन का खुलासा नहीं किया, जो इंग्लैंड के खिलाफ तीन मैचों की आईसीसी विश्व टेस्ट चैंपियनशिप सीरीज के शुरुआती मैच में मैदान पर उतरेगी, लेकिन न्यूजीलैंड के कप्तान ने खुलासा किया कि स्मिथ क्राइस्टचर्च टेस्ट में अपना पहला टेस्ट कैप पहनेंगे।

लैथम ने यह भी पुष्टि की कि पूर्व कप्तान केन विलियमसन थ्री लायंस के खिलाफ पहले टेस्ट के लिए अपनी कमर की चोट से उबरकर लंबे प्रारूप में वापसी करेंगे। न्यूजीलैंड के कप्तान ने कहा कि केन विलियमसन के टीम में होने से टीम को मजबूती मिलेगी।

आईसीसी ने लैथम के हवाले से कहा, “केन जैसे खिलाड़ी की वापसी से टीम को मजबूती मिलती है।”

न्यूजीलैंड वर्तमान में विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप स्टैंडिंग में चौथे स्थान पर है और अगले साल लॉर्ड्स में होने वाले एकमात्र टेस्ट में बेन स्टोक्स की टीम पर 3-0 की जीत के साथ विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप के फाइनल में जगह बना सकता है।

स्मिथ ने हाल के वर्षों में कीवी टीम के लिए घरेलू क्रिकेट में कुछ मजबूत प्रदर्शनों और इस महीने की शुरुआत में श्रीलंका के खिलाफ दो एकदिवसीय मैचों के बाद अपने अंतरराष्ट्रीय करियर की स्थिर शुरुआत के दम पर टेस्ट डेब्यू किया है। स्मिथ ने पिछले साल प्लंकेट शील्ड सीजन के दौरान 17.18 की औसत से 33 विकेट लिए थे और 26 वर्षीय खिलाड़ी का अपने करियर में प्रथम श्रेणी बल्लेबाजी औसत 27.02 है।

आईसीसी ने कीवी कप्तान के हवाले से कहा, “वह (स्मिथ) ऐसा खिलाड़ी है जो गेंद को हवा में दोनों तरफ घुमा सकता है और विकेट पर काफी जोर से हिट कर सकता है। मुझे लगता है कि वह हमारे गेंदबाजी आक्रमण को अन्य तीन खिलाड़ियों के साथ काफी अच्छी तरह से संतुलित करता है और वह थोड़ी बल्लेबाजी भी कर सकता है जो निश्चित रूप से हमारी टीम के संतुलन में मदद करता है।”

संभावित न्यूजीलैंड एकादश: टॉम लैथम (कप्तान), डेवोन कॉनवे, केन विलियमसन, रचिन रवींद्र, डेरिल मिशेल, टॉम ब्लंडेल, ग्लेन फिलिप्स, नाथन स्मिथ, मैट हेनरी, टिम साउथी, विल ओ’रुरके।

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जेद्दाह, 24 नवंबर (हि.स.)। इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) 2025 के लिए सऊदी अरब के जेद्दाह में दूसरे दिन नीलामी पूरी होने के साथ ही दो दिन का मेगा ऑक्शन पूरा हो गया। दूसरे दिन कुल 110 खिलाड़ियों को फ्रेंचाइजी टीमों ने खरीदा। इस दौरान कुछ युवा खिलाड़ियों पर पैसा बरसा, जबकि कुछ नामी-गिरामी खिलाड़ी अनसोल्ड ही रह गए।

दो दिन चले इस ऑक्शन में जहां पहले दिन 467.95 करोड़ खर्च कर टीमों ने 72 खिलाड़ी खरीदे थे, वहीं दूसरे दिन 110 खिलाड़ियों को अपनी टीमों से जोड़ने के लिए फ्रेंचाइजी मालिकों ने 171..2 करोड़ रुपये खर्च किए। इस तरह कुल 182 खिलाड़ियों की बिक्री हुई, जिनके लिए 639.15 करोड़ खर्च हुए। इसमें 62 विदेशी खिलाड़ी हैं और 8 बार आरटीएम (राइट टू मैच) प्रक्रिया का सफल उपयोग किया गया। इस दौरान बिहार के 13 साल के वैभव सूर्यवंशी नीलामी में बिकने वाले सबसे कम उम्र के खिलाड़ी रहे, उन्हें राजस्थान रॉयल्स ने 1.10 करोड़ रुपये में अपनी टीम के साथ जोड़ा। जबकि विकेट कीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत इस साल की नीलामी के सबसे महंगे खिलाड़ी रहे, उन्हें लखनऊ सुपर जायंट्स ने 27 करोड़ रुपये में खरीदा।

आईपीएल इतिहास के सबसे युवा खिलाड़ी की निलामी में बिक्री के बीच कुछ चौंकाने वाले भी मामले रहे। इसमें आईपीएल की पहचान बनने वाले खिलाड़ियों के लिए किसी टीम की तरफ से बोली न लगाना रहा। इसमें प्रमुख रूप से डेविड वार्नर, केन विलियमसन, जॉनी बेयरस्टो, पृथ्वी शॉ, शार्दुल ठाकुर और डेरिल मिशेल रहे। वहीं भारत के अलावा दूसरे देशों के भी दो अनकैप्ड खिलाड़ियों की बोली लगी। श्रीलंका के इशान मलिंगा और न्यूजीलैंड के बेवन जॉन-जैकब केवल दो अनकैप्ड विदेशी खिलाड़ी रहे, जिन्हें फ्रेंचाइजी टीम ने अपने साथ जोड़ा।

दो दिन की जद्दोजहद के बाद टीमों की स्थिति-

चेन्नई सुपर किंग्सः 25 खिलाड़ियों के दल में 7 विदेशी खिलाड़ी हैं।

बल्लेबाज– रुतुराज गायकवाड़, एमएस धोनी, डेवन कॉनवे, राहुल त्रिपाठी, वंश बेदी, आंद्रे सिद्धार्थ।

ऑलराउंडर– आर. अश्विन, विजय शंकर, सैम करन, अंशुलल कम्बोज, दीपक हुड्डा, जैमी ओवर्टन, रामकृष्णा घोष, शिवन दूबे और रविंद्र जडेजा।

गेंदबाज– खलील अहमद, नूर अहमद, मुकेश चौधरी, गुरजपनीट सिंह, नाथन एलिस, कमलेश नागरकोटी और श्रेयश गोपाल।

दिल्ली कैपिटल्सः 23 खिलाड़ियों के दल में 7 विदेशी खिलाड़ी हैं।

बल्लेबाज– केएल राहुल, हैरी ब्रूक, जैक फ्रेजर मैकगर्क, समीर रिज्वी, फाफ डुप्लेसीस, डोनेवन फरेरा, अभिषेक पोरेल, ट्रिस्टन स्टब्स

ऑलराउंडर– करुण नायर, आशुतोष शर्मा, दर्शन नालकंडे, विपराज निगम, अजय मंडल, मनवंथ कुमार, त्रिपूर्ण विजय, माधव तिवारी और अक्षर पटेल।

गेंदबाज– मिशेल स्टार्क, टी. नटराज, मोहित शर्मा, मुकेश शर्मा, दुष्मंथ चमीरा और कुलदीप यादव।

गुजरात टाइटंसः 25 खिलाड़ियों के दल में 7 विदेशी खिलाड़ी हैं।

बल्लेबाज– शुभमन गिल, जॉस बटलर, कुमार कुशाग्र, अनुज रावत, शेरफन रदरफोर्ड और ग्लेन फिलिप।

ऑलराउंडर– निशांत सिंधु, महिपाल लॉर्मर, वाशिंगटन सुंदर, गेराल्ड कोट्जे, मो. अरशद खान, करीम जनत, बी. साई सुदर्शन और शाहरूख खान।

गेंदबाज– कगिसो रबाडा, मोहम्मद सिराज, प्रसिद्ध कृष्णा, मानव सुथर, गुरनूर सिंह बरार, साई किशोर, ईशांत शर्मा, जयंत यादव, कुलवंत खजरोलिया, राहुल तेवतिया और राशिद खान।

कोलकाता नाइटराइडर्सः 21 खिलाड़ियों के दल में 8 विदेशी खिलाड़ी हैं।

बल्लेबाज– रिंकू सिंह, क्विंटन डी-कॉक, रहमानुल्लाह गुरबाज, अंगक्रीश रघुवंशी, रोवमन पावेल, मनीष पांडेय, लवनीथ सिसोदिया और अजिंक्य रहाणे।

ऑलराउंडर– वेंकटेश अय्यर, अनुकूल रॉय, मोइन अली, रमनदीप सिंह और आंद्रे रसल।

गेंदबाज– एनरिक नोर्किया, वैभव अरोड़ा, मयंक मार्कंडेय, स्पेंसर जॉनसन, उमरान मलिक, हर्षित राणा, सुनील नारायण और वरुण चक्रवर्ती।

लखनऊ सुपरजायंट्सः 24 खिलाड़ियों के दल में 6 विदेशी खिलाड़ी हैं।

बल्लेबाज– ऋषभ पंत, डेविड मिलर, एडन मार्करम, अब्दुल समद, आर्यन जुयल, हिम्मत सिंह, मैथ्यू ब्रेज्के और निकोलस पूरन।

ऑलराउंडर– मिचेल मार्श, दिग्वेश सिंह, युवराज चौधरी, अर्शिन कुलकर्णी और आयुष बडोनी।

गेंदबाज– आवेश खान, आकाश दीप, एम. सिद्धार्थ, शाहबाज अहमद, आकाश सिंह, शमर जोसेफ, प्रिंस यादव, राजवर्धन हंगरगेकर, मयंक यादव, मोहसिन खान और रवि विश्नोई।

मुंबई इंडियंसः 23 खिलाड़ियों के दल में 8 विदेशी खिलाड़ी हैं।

बल्लेबाज– रोहित शर्मा, सूर्यकुमार यादव, रोविन मिंज, रयान रिकंल्टन, विल जैक्स, श्रीजीत कृष्णन और तिलक वर्मा।

ऑलराउंडर– नमन धीर, कर्ण शर्मा, मिशेल सैंटनर, राजअंगद बावा, अर्जुन तेंदुलकर, विग्नेश पुथुर और हार्दिक पांड्या।

गेंदबाज– ट्रेंट बोल्ट, दीपक चहर, अल्लाह गजनफर, अश्वनी कुमार, रीस टॉपली, वेंकट सत्यनारायण, लिजाड विलियम्स और जसप्रीत बुमराह।

पंजाब किंग्सः 25 खिलाड़ियों के दल में 8 विदेशी खिलाड़ी हैं।

बल्लेबाज– श्रेयश अय्यर, विष्णु विनोद, शशांक सिंह, प्रभसिमरन सिंह, पाइला अविनाश, जोश इंग्लिश, हरनूर पन्नू और सूर्यांश सेधे।

ऑलराउंडर– मार्कस स्टॉयनिस, ग्लेन मैक्सवेल, नेहर वढेरा, मार्को यानसन, अजमतुल्लाह ओमरजाई, प्रियंशा आर्या, एरन हार्डी और मुशीर खान।

गेंदबाज– अर्शदीप सिहं, यजुवेंद्र चलह, कुलदीप सेन, लोकी फरगुसन, हरप्रीत बरार, व्याशक विजय कुमार और यश ठाकुर.

राजस्थान रॉयल्सः 20 खिलाड़ियों के दल में 6 विदेशी खिलाड़ी हैं।

बल्लेबाज– संजू सैमसन, नितिश राणा, ध्रुव जुरेल, रियान पराग, यशस्वी जायसवाल, शिमरन हेटमेयर, शुभम दुबे, वैभव सूर्यवर्शी और कुनाल राठौड़।

ऑलराउंडर– जोफ्रा आर्चर, वनिंदु हसरंगा और युद्धवीर सिंह।

गेंदबाज– महीश तिक्ष्णा, आकाश मधवाल, कुमार कार्तिकेय सिंह, तुशार देशपांडेय, फजलहक फारूकी, क्वेना एमपाका, अशोक शर्मा और संदीप शर्मा।

रॉयल चैलेंजर्स बैंगलुरुः 22 खिलाड़ियों के दल में 8 विदेशी खिलाड़ी हैं।

बल्लेबाज– रजत पाटिदार, विराट कोहली, लियम लिविंगस्टन, फिल सॉल्ट, जितेश शर्मा, टिम डेविड. देवदत्त पडिकल और स्वास्तिक चिकारा।

ऑलराउंडर– क्रुणाल पांड्या, स्वप्निल सिंह, रोमारियो शेफर्ड, मनोज भंडागे, जैकब बेथेल और मोहित राठी।

गेंदबाज– जोश हैजलवुड, रसिक धर, सुयश शर्मा, भुवनेश्वर कुमार, नुवान तुषारा, लुंगी एनगिदी, अभिनंदन सिंह और यश दयाल।

सनराइजर्स हैदराबादः 20 खिलाड़ियों के दल में 7 विदेशी खिलाड़ी हैं।

बल्लेबाज– ईशान किशन, अनिकेत वर्मा, सचिन बेबी, हेनरीक क्लासेन और ट्रेविस हेड।

ऑलराउंडर– अथर्व तायडे, अभिनव मनोहर, ब्राइडन कार्स, कमिंडु मेंडिस, अभिषेक शर्मा और नितिश कुमार रेड्डी।

गेंदबाज– मो. शमी, हर्षल पटेल, राहुल चहर, एडम जम्पा, सिमरनजीत सिंह, जेशान अंसारी, जयदेश उनादकट, इशान मलिंगा और पैट कमिंस।

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