मेलबर्न, 28 दिसंबर (हि.स.)। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ यहां चल रहे बॉक्सिंग डे टेस्ट मैच के तीसरे दिन चायकाल तक भारत ने अपनी पहली पारी में 7 विकेट पर 326 रन बना लिए हैं। नीतीश रेड्डी 85 और वाशिंगटन सुंदर 40 रन बनाकर खेल रहे हैं। भारतीय टीम पहली पारी के आधार पर ऑस्ट्रेलिया से अभी भी 148 रन पीछे हैं। ऑस्ट्रेलिया ने अपनी पहली पारी में 474 रन बनाए थे।

भारतीय टीम तीसरे दिन आज अपने कल के स्कोर 5 विकेट पर 164 रन से आगे खेलना शुरु की। कल के अविजित बल्लेबाज ऋषभ पंत और रवींद्र जडेजा ने संभलकर पारी को आगे बढ़ाना शुरु किया, हालांकि पंत 191 के कुल स्कोर पर बोलैंड का शिकार बने। पंत ने 28 रन बनाए। रवींद्र जडेजा भी 221 के कुल स्कोर पर लियोन का शिकार बने। जडेजा ने 17 रन बनाए।

नीतीश रेड्डी और वाशिंगटन सुंदर ने दिलाई भारत को वापसी

221 रन पर 7 विकेट खोकर भारतीय टीम मुश्किल में फंस गई थी और ऐसा लग रहा था कि भारत फॉलोआन खेलेगा, लेकिन यहां से नीतीश रेड्डी और वाशिंगटन सुंदर ने बेहतरीन बल्लेबाजी कर भारत को न सिर्फ फॉलोआन से बचाया, बल्कि मैच में वापसी भी दिला दी। दोनों बल्लेबाजों ने मिलकर पहले पुरानी और फिर नई गेंद को भी संभलकर खेला और भारत को पहली बार श्रृंखला में तीन सौ के पार पहुंचाया। नीतीश ने इस दौरान अपना अर्धशतक भी पूरा किया। दोनों आठवें विकेट के लिए अब तक 105 रन जोड़ चुके हैं। चायकाल की घोषणा होने पर नीतीश 85 और सुंदर 40 रन बनाकर खेल रहे हैं।

दूसरे दिन के खेल की झलक

दूसरे दिन के खेल की समाप्ति पर भारत ने 5 विकेट पर 164 रन बना लिए थे। दिन का खेल समाप्त होने पर ऋषभ पंत 6 और रवींद्र जडेजा 4 रन बनाकर नाबाद थे।

भारत की पहली पारी की शुरुआत खराब रही और कप्तान रोहित शर्मा एक बार फिर असफल रहे और केवल 3 रन बनाकर कमिंस का शिकार बने। रोहित इस मैच में यशस्वी जयसवाल के साथ पारी की शुरुआत करने उतरे थे।

रोहित के आउट होने के बाद केएल राहुल और जयसवाल ने भारत की पारी को 50 के पहुंचाया। हालांकि चायकाल से ठीक पहले 51 के कुल स्कोर पर राहुल पैट कमिंस का दूसरा शिकार बने। राहुल ने 24 रन बनाए।

कोहली-जयसवाल ने तीसरे विकेट के लिए की 102 रन की साझेदारी

राहुल के आउट होने के बाद बल्लेबाजी करने उतरे विराट कोहली ने संभलकर खेलना शुरू किया और यशस्वी जयसवाल के साथ मिलकर भारत का स्कोर 150 के पार पहुंचाया। हालांकि 153 के कुल स्कोर पर जयसवाल दुर्भाग्यपूर्ण तरीके से रन आउट हो गए। जयसवाल ने 118 गेंदों पर 11 चौके और 1 छक्के की बदौलत 82 रनों की शानदार अर्धशतकीय पारी खेली। आउट होने से पहले उन्होंने विराट के साथ 102 रनों की साझेदारी की।

जयसवाल के आउट होने के बाद कोहली भी चलते बने। कोहली को बौलैंड ने अपना शिकार बनाया। कोहली ने 36 रन बनाए। नाइटवाच मैन केरूप में उतरे आकाशदीप भी कुछ खास नहीं कर सके और 159 के कुल स्कोर पर बिना खाता खोले बोलैंड का दूसरा शिकार बने। इसके बाद जडेजा और पंत ने दिन का खेल खत्म होने तक कोई और नुकसान नहीं होने दिया। जडेजा 4 और पंत 6 रन बनाकर नाबाद हैं। ऑस्ट्रेलिया की ओऱ से पैट कमिंस और स्कॉट बोलैंड ने 2-2 विकेट लिया।

ऑस्ट्रेलिया ने पहली पारी में बनाए 474 रन,

स्मिथ का शतक

इसके पहले ऑस्ट्रेलिया ने अपनी पहली पारी में 474 रन बनाए। स्टीव स्मिथ ने 140 रनों की शानदार शतकीय पारी खेली। स्मिथ के अलावा उस्मान ख्वाजा ने 57, मार्नस लाबुशेन ने 72 और सैम कोंस्टास ने 60 रन बनाए। इन चारों के अलावा पैट कमिंस (49) और एलेक्स कैरी (31) ने भी महत्वपूर्ण पारियां खेलीं।

भारत की तरफ से जसप्रीत बुमराह ने 4, रवींद्र जडेजा ने 3, आकाशदीप ने 2 और वाशिंगटन सुंदर ने 1 विकेट लिया।

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पुणे, 28 दिसंबर (हि.स.)। पटना पाइरेट्स ने शुक्रवार रात श्री शिव छत्रपति स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स, बालेवाड़ी में प्रो कबड्डी लीग सीजन 11 में दबंग दिल्ली के 15 मैचों से चले आ रहे अपराजेय अभियान को रोकते हुए फाइनल में जगह बना ली। पटना ने दिल्ली को 32-28 से हराया।

पाइरेट्स ने मैच की शुरुआत जोरदार तरीके से की और देवांक दलाल और अयान लोहचब की जोड़ी के दम पर दिल्ली पर हमला किया और 10 मिनट के बाद पांच अंकों की बढ़त ले ली। मैट पर आखिरी खिलाड़ी तक पहुंचने के बाद, दिल्ली के सुपर-सब मोहित ने दूसरे चरण के शुरुआती चरण में अपनी टीम को मुकाबले में बनाए रखने के लिए तीन अंकों की रेड की। तीन बार के चैंपियन पाइरेट्स ने आखिरकार दिल्ली पर जोरदार हमला किया, जिससे उनका दबदबा और मजबूत हुआ और 15 मिनट के बाद उनकी बढ़त 12-8 के अंतर तक पहुंच गई।

हाफ-टाइम तक पाइरेट्स ने अपने विरोधियों पर सात अंकों की महत्वपूर्ण बढ़त बनाए रखी, जिससे संभावित निर्णायक जीत की स्थिति बन गई।

हालांकि, अपने करिश्माई कप्तान से प्रेरित दिल्ली ने शानदार वापसी की। इसके डिफेंस ने भी महत्वपूर्ण योगदान देना शुरू कर दिया, जिससे पाइरेट्स की रेडिंग यूनिट पर भारी दबाव पड़ा। सीजन आठ की चैंपियन दिल्ली ने अपने ऑल-आउट के साथ अंतिम चरण की शुरुआत की, जिससे अंतर नाटकीय रूप से घटकर मात्र एक अंक रह गया।

कीमती मिनट बचे होने पर स्कोर 27-27 पर था, जिससे गहन सस्पेंस का माहौल बन गया।

एक महत्वपूर्ण करो या मरो रेड में, अयान ने योगेश पर एक सफल टच किया, जिससे पाइरेट्स को मामूली बढ़त मिली।

इसके बाद उन्होंने गति का लाभ उठाते हुए मैच के अंतिम रेड में दो महत्वपूर्ण अंक हासिल किए, जिससे उनकी टीम की जीत सुनिश्चित हो गई।

दिल्ली के लिए आशु ने नौ अंक लेकर अहम योगदान दिया, जबकि मोहित ने सात अंक बनाकर प्रभावित किया।

हालांकि, इसके डिफेंस ने पाइरेट्स की रेडिंग यूनिट को रोकने के लिए संघर्ष किया, खासकर पहले हाफ में, जो अंततः हार का एक महत्वपूर्ण कारक साबित हुआ।

पटना स्थित इस टीम ने मजबूत डिफेंस का प्रदर्शन किया और 12 टैकल पॉइंट अर्जित किए। लेफ्ट-कॉर्नर डिफेंडर शुभम शिंदे ने डिफेंसिव प्रयासों में पांच अंक का योगदान देकर महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

पाइरेट्स अब अपने चौथे पीकेएल खिताब के लिए प्रयास करेंगे जब उनका सामना रविवार को ग्रैंड फिनाले में हरियाणा स्टीलर्स से होगा।

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मेलबर्न, 27 दिसंबर (हि.स.)। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ यहां चल रहे बॉक्सिंग डे टेस्ट मैच के दूसरे दिन भारत ने अपनी पहली पारी में 164 रन पर 5 विकेट खो दिये हैं। दिन का खेल समाप्त होने पर ऋषभ पंत 6 और रवींद्र जडेजा 4 रन बनाकर नाबाद हैं। भारत पहली पारी के आधार पर ऑस्ट्रेलिया से अभी भी 310 रन पीछे है। ऑस्ट्रेलिया ने अपनी पहली पारी में 474 रन बनाए थे।

भारत की पहली पारी की शुरुआत खराब रही और कप्तान रोहित शर्मा एक बार फिर असफल रहे और केवल 3 रन बनाकर पैट कमिंस का शिकार बने। रोहित इस मैच में यशस्वी जयसवाल के साथ पारी की शुरुआत करने उतरे थे।

रोहित के आउट होने के बाद केएल राहुल और जयसवाल ने भारत की पारी को 50 के पहुंचाया। हालांकि चायकाल से ठीक पहले 51 के कुल स्कोर पर राहुल पैट कमिंस का दूसरा शिकार बने। राहुल ने 24 रन बनाए।

कोहली-जयसवाल ने तीसरे विकेट के लिए की 102 रन की साझेदारी

राहुल के आउट होने के बाद बल्लेबाजी करने उतरे विराट कोहली ने संभलकर खेलना शुरू किया और यशस्वी जयसवाल के साथ मिलकर भारत का स्कोर 150 के पार पहुंचाया। हालांकि 153 के कुल स्कोर पर जयसवाल दुर्भाग्यपूर्ण तरीके से रन आउट हो गए। जयसवाल ने 118 गेंदों पर 11 चौके और 1 छक्के की बदौलत 82 रनों की शानदार अर्धशतकीय पारी खेली। आउट होने से पहले उन्होंने विराट के साथ 102 रनों की साझेदारी की।

लड़खड़ाई भारत की पारी

जयसवाल के आउट होने के बाद कोहली भी चलते बने। कोहली को बौलैंड ने अपना शिकार बनाया। कोहली ने 36 रन बनाए। नाइटवाच मैन केरूप में उतरे आकाशदीप भी कुछ खास नहीं कर सके और 159 के कुल स्कोर पर बिना खाता खोले बोलैंड का दूसरा शिकार बने। इसके बाद जडेजा और पंत ने दिन का खेल खत्म होने तक कोई और नुकसान नहीं होने दिया। जडेजा 4 और पंत 6 रन बनाकर नाबाद हैं।

ऑस्ट्रेलिया की ओऱ से पैट कमिंस और स्कॉट बोलैंड ने 2-2 विकेट लिया।

ऑस्ट्रेलिया ने पहली पारी में बनाए 474 रन, स्मिथ का शतक

इसके पहले ऑस्ट्रेलिया ने अपनी पहली पारी में 474 रन बनाए। स्टीव स्मिथ ने 140 रनों की शानदार शतकीय पारी खेली। स्मिथ के अलावा उस्मान ख्वाजा ने 57, मार्नस लाबुशेन ने 72 और सैम कोंस्टास ने 60 रन बनाए। इन चारों के अलावा पैट कमिंस (49) और एलेक्स कैरी (31) ने भी महत्वपूर्ण पारियां खेलीं।

भारत की तरफ से जसप्रीत बुमराह ने 4, रवींद्र जडेजा ने 3, आकाशदीप ने 2 और वाशिंगटन सुंदर ने 1 विकेट लिया।

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खेलों की दुनिया में वर्ष 2024 भारत के लिए एक शानदार सफर रहा। इस दौरान भारत ने जहां टी-20 विश्व कप का खिताब जीता, वहीं मनु भाकर ने ओलंपिक में दो ऐतिहासिक पदकों पर निशाना साधा।

भारत ने 17 साल बाद जीता टी20 विश्व कप खिताब, कोहली, रोहित, जडेजा का संन्यास
एक रोमांचक फाइनल में, जो आने वाले कई सालों तक यादों में रहेगा, भारतीय पुरुष क्रिकेट टीम ने दक्षिण अफ्रीका को सात रनों से हराकर इतिहास रचते हुए 17 साल बाद आईसीसी टी-20 विश्व कप का खिताब जीत लिया। विराट कोहली, जिन्होंने बाद में टी-20 अंतरराष्ट्रीय मैचों से संन्यास की घोषणा की, ने भारत की जीत में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, उन्होंने 76 रन बनाए और अपनी टीम को 176-7 का मजबूत स्कोर बनाने में मदद की। हालाँकि, दक्षिण अफ्रीका के लिए हेनरिक क्लासेन ने 27 गेंदों पर 52 रनों की तूफानी पारी खेलकर जरूर संघर्ष किया, लेकिन उनकी पारी बेकार गई और दक्षिण अफ्रीका की टीम 8 विकेट पर 169 रन ही बना सकी।

इसी के साथ भारत ने 2007 के बाद अपना दूसरा टी20 विश्व कप खिताब जीता और 2013 चैंपियंस ट्रॉफी जीत के बाद से किसी बड़ी आईसीसी ट्रॉफी के लिए 11 साल के इंतज़ार को खत्म किया।

टी-20 विश्व कप की खिताबी जीत के बाद भारत के तीन बड़े दिग्गज खिलाड़ी विराट कोहली, रोहित शर्मा और रवींद्र जडेजा ने टी-20 प्रारुप से संन्यास ले लिया।

भारत ने ओलंपिक में छह पदक जीते

भारतीय दल ने ओलंपिक में अपनी छाप छोड़ी, जिसमें एक रजत और पांच कांस्य पदक सहित छह पदक हासिल किए।

स्टार परफॉर्मर नीरज चोपड़ा, मनु भाकर, सरबजोत सिंह, स्वप्निल कुसाले, अमन सेहरावत और भारतीय हॉकी टीम ने भारत के पदक जीतने में योगदान दिया, जिससे देश को जश्न मनाने का मौका मिला।

मनु भाकर ने भारतीय निशानेबाजी में कई प्रथम स्थान हासिल करते हुए इतिहास रच दिया। वह खेलों के एक ही संस्करण में दो पदक जीतने वाली पहली भारतीय बनीं।

भाकर का पहला कांस्य पदक महिलाओं की 10 मीटर एयर पिस्टल स्पर्धा में आया, जिससे वह ओलंपिक पोडियम पर पहुंचने वाली पहली भारतीय महिला निशानेबाज बन गईं। वह 0.1 अंक से रजत पदक से चूक गईं।

भाकर ने अपना दूसरा कांस्य पदक मिश्रित 10 मीटर एयर पिस्टल स्पर्धा में जीता, जहां उन्होंने सरबजोत सिंह के साथ मिलकर दक्षिण कोरिया को 16-10 से हराया।

मौजूदा ओलंपिक और जेवलिन थ्रो विश्व चैंपियन नीरज चोपड़ा ने रजत पदक जीता, लेकिन वह स्वर्ण पदक से चूक गए। चोपड़ा का प्रदर्शन प्रभावशाली रहा, उन्होंने 89.45 मीटर का सत्र का सर्वश्रेष्ठ थ्रो किया। वह स्वतंत्रता के बाद व्यक्तिगत स्पर्धा में दो ओलंपिक पदक जीतने वाले दूसरे पुरुष एथलीट बन गए।

भारतीय हॉकी टीम, स्वप्निल और अमन ने भी भारत की पदक तालिका में योगदान दिया, जिन्होंने अपने-अपने स्पर्धाओं में कांस्य पदक जीते।

पेरिस में पैरालिंपियनों का जलवा

भारत ने पेरिस 2024 खेलों में अपना सर्वश्रेष्ठ पैरालंपिक प्रदर्शन किया, जहां भारतीय पैरा एथलीटों ने 29 पदक (सात स्वर्ण, नौ रजत और 13 कांस्य) जीते, जो टोक्यो 2020 के 19 पदकों से आगे निकल गया। इस ऐतिहासिक जीत ने भारत के कुल पैरालंपिक पदकों की संख्या को भी 50 के पार पहुंचा दिया।

पैरा-साइक्लिंग, पैरा रोइंग और ब्लाइंड जूडो में नई प्रविष्टियों सहित 12 खेलों में रिकॉर्ड 84 पैरा-एथलीटों ने भारत का प्रतिनिधित्व किया। 28 अगस्त से 8 सितंबर तक आयोजित खेलों में कई उल्लेखनीय उपलब्धियाँ देखने को मिलीं।

अवनि लेखरा दो पैरालंपिक स्वर्ण जीतने वाली पहली भारतीय महिला बनीं, उन्होंने महिलाओं की 10 मीटर एयर राइफल स्टैंडिंग SH1 में विश्व रिकॉर्ड स्कोर के साथ अपना खिताब बरकरार रखा।

भारत ने पहली बार एथलेटिक्स में एक-दो स्थान हासिल किया, जिसमें धरमबीर (स्वर्ण) और परनव सूरमा (रजत) ने पुरुषों के क्लब थ्रो F51 में उत्कृष्ट प्रदर्शन किया। धरमबीर ने 34.92 मीटर का नया एशियाई रिकॉर्ड भी बनाया।

प्रवीण कुमार ने ऊंची कूद टी64 में स्वर्ण पदक जीता, जो एशियाई रिकॉर्ड भी है। सुमित अंतिल पैरालंपिक खिताब बचाने वाले पहले भारतीय पुरुष बने, उन्होंने रिकॉर्ड 70.59 मीटर के साथ भाला फेंक एफ64 जीता।

मरियप्पन थंगावेलु ने ऊंची कूद टी42 में कांस्य पदक जीता, वे लगातार तीन पैरालंपिक में पदक जीतने वाले पहले भारतीय बने।

तीरंदाजी में, शीतल देवी, 17 साल की उम्र में, राकेश कुमार के साथ मिश्रित टीम स्पर्धा में कांस्य पदक जीतकर भारत की सबसे कम उम्र की पैरालंपिक पदक विजेता बनीं। उन्होंने रैंकिंग राउंड में विश्व रिकॉर्ड भी बनाया और कुमार के साथ मिलकर मिश्रित टीम क्वालीफिकेशन विश्व रिकॉर्ड हासिल किया। हरविंदर सिंह ने भारत के पहले पैरालंपिक तीरंदाजी चैंपियन बनकर इतिहास रच दिया।

भारतीय महिला टेबल टेनिस टीम ने ऐतिहासिक कांस्य पदक जीता

मनिका बत्रा, श्रीजा अकुला, अयहिका मुखर्जी, सुतिर्था मुखर्जी और दीया चितले की भारतीय महिला टेबल टेनिस टीम ने एशियाई टेबल टेनिस चैंपियनशिप में भारत का पहला पदक हासिल करके इतिहास रच दिया। कजाकिस्तान के अस्ताना में प्रतिस्पर्धा करते हुए, टीम ने सेमीफाइनल में शानदार प्रदर्शन के बाद कांस्य पदक जीता, जहां उन्हें जापान से हार का सामना करना पड़ा। 1972 में एशियाई टेबल टेनिस चैंपियनशिप की शुरुआत के बाद से महिला टीम स्पर्धा में यह भारत का पहला पदक था।

शतरंज में भारत का रहा जलवा

महज 18 साल की उम्र में डी गुकेश ने शतरंज के इतिहास में अपना नाम दर्ज करा लिया है। सिंगापुर में चैंपियनशिप के 14वें राउंड में डिंग लिरेन पर शानदार जीत के बाद वे सबसे कम उम्र के विश्व शतरंज चैंपियन बन गए हैं। इस असाधारण उपलब्धि ने प्रतिष्ठित गैरी कास्पारोव द्वारा बनाए गए लंबे समय से चले आ रहे रिकॉर्ड को तोड़ दिया है, जिन्होंने 1985 में 22 साल की उम्र में अनातोली कार्पोव को हराकर खिताब जीता था।

इस साल की शुरुआत में गुकेश ने फीडे कैंडिडेट्स टूर्नामेंट जीतकर सुर्खियां बटोरी थीं। वे इसके इतिहास में सबसे कम उम्र के विजेता बन गए थे। आठ खिलाड़ियों के इस प्रतिष्ठित इवेंट में नौ अंकों के साथ उन्होंने न केवल विश्व चैंपियनशिप के फाइनल में अपनी जगह पक्की की, बल्कि अपने गुरु और पांच बार के विश्व चैंपियन विश्वनाथन आनंद के नक्शेकदम पर चलते हुए ऐसा करने वाले दूसरे भारतीय भी बन गए।

भारत ने 45वें शतरंज ओलंपियाड के ओपन और महिला दोनों वर्गों में स्वर्ण पदक जीतकर बुडापेस्ट में खेलों में एक ऐतिहासिक उपलब्धि भी हासिल की। दो साल पहले चेन्नई के पास मामल्लापुरम में आयोजित ओलंपियाड में भारत ने दोनों वर्गों में कांस्य पदक जीता था। खास बात यह है कि ओपन कैटेगरी में भारत की यह दूसरी टीम थी जिसने पदक जीता। मेजबान देश के तौर पर भारत ने उस संस्करण में प्रत्येक वर्ग में तीन टीमें उतारी थीं।

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मेलबर्न, 27 दिसंबर (हि.स.)। स्टीव स्मिथ के शतक और उस्मान ख्वाजा, मार्नस लाबुशेन, सैम कोंस्टास के अर्धशतकों की बदौलत ऑस्ट्रेलिया ने भारत के खिलाफ बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के तहत यहां खेले जा रहे बॉक्सिंग डे टेस्ट मैच के दूसरे दिन अपनी पहली पारी में 474 रन बनाए। स्टीव स्मिथ ने 140 रनों की शानदार शतकीय पारी खेली। स्मिथ के अलावा उस्मान ख्वाजा ने 57, मार्नस लाबुशेन ने 72 और सैम कोंस्टास ने 60 रन बनाए। भारत की तरफ से जसप्रीत बुमराह ने सर्वाधिक 4 विकेट लिए।

इस मैच में ऑस्ट्रेलिया ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया। सैम कोंस्टास और उस्मान ख्वाजा ने ऑस्ट्रेलिया को अच्छी शुरुआत दिलाई। विशेषकर कोंस्टास ने टी-20 प्रारुप की तरह बल्लेबाजी करनी शुरु की। उन्होंने खासकर बुमराह पर निशाना साधा और उनकी जमकर खबर ली। देखते ही देखते उन्होने अपना अर्धशतक भी पूरा कर लिया। ख्वाजा और कोंस्टास ने 19.1 ओवर में 89 रन जोड़ लिये। रवींद्र जडेजा ने इसी स्कोर पर कोंस्टास को एलबीडब्ल्यू कर यह साझेदारी तोड़ी। कोंस्टास ने 65 गेंदों पर 6 चौके और 2 छक्के की बदौलत 60 रन बनाए।

इसके बाद उस्मान ख्वाजा और मार्नस लाबुशेन ने दूसरे विकेट के लिए 65 रनों की साझेदारी की।

154 के कुल स्कोर पर बुमराह ने ख्वाजा को आउट कर यह साझेदारी तोड़ी। ख्वाजा ने 57 रनों शानदार अर्धशतकीय पारी खेली। लाबुशेन और स्मिथ ने एक बार फिर से पारी संभाली और तीसरे विकेट के लिए 83 रनों की साझेदारी की। इस साझेदारी को वाशिंगटन सुंदर ने तोड़ा। सुंदर ने 237 के कुल स्कोर पर लाबुशेन को पवेलियन भेज भारत को तीसरी सफलता दिलाई।

लाबुशेन के आउट होने के बाद बुमराह ने ट्रैविस हेड (00) को बोल्ड कर भारत को बड़ी राहत दिलाई। इसके बुमराह ने 246 के कुल स्कोर पर मिचेल मॉर्श (04) को भी अपना शिकार बनाया।

यहां से एलेक्स कैरी और स्मिथ ने छठे विकेट के लिए 53 रन जोड़े। इस दौरान स्मिथ ने 71 गेंदों पर अपना अर्धशतक पूरा किया। आकाशदीप ने 299 के कुल स्कोर पर कैरी (31) को आउट कर यह साझेदारी तोड़ी।

स्मिथ ने जड़ा शतक

इसके बाद स्मिथ और पैट कमिंस ने खेल को आगे बढ़ाया। इस दौरान स्मिथ ने अपना शतक पूरा किया। दोनों ने मिलकर सातवें विकेट के लिए 112 रन जोड़े। 411 के कुल स्कोर पर पैट कमिंस को रवींद्र जडेजा ने आउट कर भारत को सातवीं सफलता दिलाई। कमिंस ने 49 रन बनाए। इसके बाद 455 के कुल स्कोर पर जडेजा ने मिचेल स्टॉर्क को बोल्ड कर भारत को आठवीं सफलता दिलाई। स्टॉर्क ने 15 रन बनाए। इसी स्कोर पर आकाश दीप ने स्मिथ को बोल्ड कर भारत को बड़ी सफलता दिलाई। स्मिथ ने 140 रनों की बेहतरीन शतकीय पारी खेली। 474 के कुल स्कोर पर जसप्रीत बुमराह ने नाथन लियोन को एलबीडब्ल्यू कर ऑस्ट्रेलियाई पारी का अंत किया। लियोन ने 13 रन बनाए। स्कॉट बोलैंड 6 रन बनाकर नाबाद रहे।

भारत की तरफ से जसप्रीत बुमराह ने 4, रवींद्र जडेजा ने 3, आकाशदीप ने 2 और वाशिंगटन सुंदर ने 1 विकेट लिया।

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Chhapra: सारण फाउंडेशन द्वारा कराये जा रहे सारण खेल महोत्सव का अंतिम खेल टूर्नामेंट वॉलीबॉल का आज छपरा शहर के ब्रह्मपुर स्थित पीएन सिंह कॉलेज कैम्पस में शुभारंभ हुआ। पहला मैच कमल ॠषि राजपूत स्पोर्टिंग क्लब, बसडीला और महादेव हरिहर नाथ स्पोर्टिंग क्लब, सोनपुर के बीच पहला मैच हुआ। जिसमें बसडीला की टीम ने सोनपुर की टीम को हरा दिया।

ज्ञात हो कि इस 2 दिवसीय टूर्नामेंट में 11 टीमें भाग ले रही हैं। इन टीमों में राजपूत स्पोर्टिंग क्लब, इनई, बसुनायक स्पोर्टिंग क्लब, आमी , राजपूत स्पोर्टिंग क्लब, मुकरेरा, स्पाईक क्लब, दरियापुर, राजपूत स्पोर्टिंग क्लब, बैजू टोला, अम्बेडकर स्पोर्टिंग क्लब, सकड्डी, छपरा स्टार क्लब, छपरा, छपरा स्पोर्टिंग क्लब, श्यामचक, बाबा हरिहर नाथ क्लब, सोनपुर भाग ले रही हैं।

आरंभिक मैचों में ही खिलाड़ी अपने जबरदस्त हुनर का परिचय दे रहे हैं। इससे पहले टूर्नामेंट के उद्घाटन सत्र में सारण फाउंडेशन के अध्यक्ष शैलेन्द्र सेंगर ने कहा कि इस आयोजन को हमलोग इस जगह पर इसीलिए कर रहे हैं कि वॉलीबॉल के लिए यह क्षेत्र काफी लोकप्रिय है और इन क्षेत्रों से कई राष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ी निकले हैं। इस क्षेत्र के करीब सभी गांवों में यह खेल खेला जाता है और लाखो लोग इस खेल को जीते हैं।

इस अवसर पर मदन मोहन सिंह, राष्ट्रीय निर्णायक संजय कुमार सिंह, प्रमोद सिंह, मुकेश कुमार यादव उर्फ सोनू ,रमेश सिंह, विभूति नारायण शर्मा, डॉ सुरेश प्रसाद सिंह, ने खिलाड़ियों से परिचय प्राप्त कर विधिवत खेल का उद्घाटन किया गया।

इनके अलावा अभिनव सिंह, सोनू सिंह, विकास सिंह, जितेंद्र सिंह, अरविंद सिंह, रमेश कुमार सिंह, मुन्ना सिंह, गुड्डू सिंह, अर्जुन सिंह, अर्जुन राय, लल्लन राय, पिंटू सिंह, बच्चा सिंह, सत्येंद्र सिंह, राजन प्रसाद यादव, सुशील सिंह, अरविंद सिंह, मनोज कुमार वर्मा संकल्प, पंकज कश्यप, सुनील कुमार सिंह आदि उपस्थित थे।

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नई दिल्ली, 27 दिसंबर (हि.स.)। भारतीय टीम ने दोहा में 2024 एशियाई युवा (लड़के और लड़कियों) भारोत्तोलन चैंपियनशिप का समापन +87 किलोग्राम भार वर्ग में रजत पदक जीतकर शानदार तरीके से किया।

मैबाम मार्टिना देवी ने +87 किलोग्राम भार वर्ग में समापन दिवस पर एक कांस्य और दो रजत पदक जीते।

40 किलोग्राम भार वर्ग में 135 किलोग्राम भार उठाकर नया एशियाई युवा रिकॉर्ड बनाने वाली ज्योशना सबर को 1000 रॉबी अंकों के साथ युवा लड़कियों के वर्ग में सर्वश्रेष्ठ भारोत्तोलक चुना गया।

इस आयोजन के दौरान जूनियर महिला और युवा लड़कियों की भारतीय टीम ने तीसरे स्थान की टीम ट्रॉफी जीती।

इस आयोजन के दौरान कुल मिलाकर भारतीय युवा और जूनियर टीम ने सात स्वर्ण, 17 रजत और नौ कांस्य पदक के साथ 33 मूल्यवान पदक जीते।

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मेलबर्न, 27 दिसंबर (हि.स.)। स्टीव स्मिथ के शतक और उस्मान ख्वाजा, मार्नस लाबुशेन, सैम कोंस्टास के अर्धशतकों की बदौलत ऑस्ट्रेलिया ने भारत के खिलाफ बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के तहत यहां खेले जा रहे बॉक्सिंग डे टेस्ट मैच के दूसरे दिन अपनी पहली पारी में 474 रन बनाए। स्टीव स्मिथ ने 140 रनों की शानदार शतकीय पारी खेली। स्मिथ के अलावा उस्मान ख्वाजा ने 57, मार्नस लाबुशेन ने 72 और सैम कोंस्टास ने 60 रन बनाए। भारत की तरफ से जसप्रीत बुमराह ने सर्वाधिक 4 विकेट लिए।

इस मैच में ऑस्ट्रेलिया ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया। सैम कोंस्टास और उस्मान ख्वाजा ने ऑस्ट्रेलिया को अच्छी शुरुआत दिलाई। विशेषकर कोंस्टास ने टी-20 प्रारुप की तरह बल्लेबाजी करनी शुरु की। उन्होंने खासकर बुमराह पर निशाना साधा और उनकी जमकर खबर ली। देखते ही देखते उन्होने अपना अर्धशतक भी पूरा कर लिया। ख्वाजा और कोंस्टास ने 19.1 ओवर में 89 रन जोड़ लिये। रवींद्र जडेजा ने इसी स्कोर पर कोंस्टास को एलबीडब्ल्यू कर यह साझेदारी तोड़ी। कोंस्टास ने 65 गेंदों पर 6 चौके और 2 छक्के की बदौलत 60 रन बनाए।

इसके बाद उस्मान ख्वाजा और मार्नस लाबुशेन ने दूसरे विकेट के लिए 65 रनों की साझेदारी की।

154 के कुल स्कोर पर बुमराह ने ख्वाजा को आउट कर यह साझेदारी तोड़ी। ख्वाजा ने 57 रनों शानदार अर्धशतकीय पारी खेली। लाबुशेन और स्मिथ ने एक बार फिर से पारी संभाली और तीसरे विकेट के लिए 83 रनों की साझेदारी की। इस साझेदारी को वाशिंगटन सुंदर ने तोड़ा। सुंदर ने 237 के कुल स्कोर पर लाबुशेन को पवेलियन भेज भारत को तीसरी सफलता दिलाई।

लाबुशेन के आउट होने के बाद बुमराह ने ट्रैविस हेड (00) को बोल्ड कर भारत को बड़ी राहत दिलाई। इसके बुमराह ने 246 के कुल स्कोर पर मिचेल मॉर्श (04) को भी अपना शिकार बनाया।

यहां से एलेक्स कैरी और स्मिथ ने छठे विकेट के लिए 53 रन जोड़े। इस दौरान स्मिथ ने 71 गेंदों पर अपना अर्धशतक पूरा किया। आकाशदीप ने 299 के कुल स्कोर पर कैरी (31) को आउट कर यह साझेदारी तोड़ी।

स्मिथ ने जड़ा शतक
इसके बाद स्मिथ और पैट कमिंस ने खेल को आगे बढ़ाया। इस दौरान स्मिथ ने अपना शतक पूरा किया। दोनों ने मिलकर सातवें विकेट के लिए 112 रन जोड़े। 411 के कुल स्कोर पर पैट कमिंस को रवींद्र जडेजा ने आउट कर भारत को सातवीं सफलता दिलाई। कमिंस ने 49 रन बनाए। इसके बाद 455 के कुल स्कोर पर जडेजा ने मिचेल स्टॉर्क को बोल्ड कर भारत को आठवीं सफलता दिलाई। स्टॉर्क ने 15 रन बनाए। इसी स्कोर पर आकाश दीप ने स्मिथ को बोल्ड कर भारत को बड़ी सफलता दिलाई। स्मिथ ने 140 रनों की बेहतरीन शतकीय पारी खेली। 474 के कुल स्कोर पर जसप्रीत बुमराह ने नाथन लियोन को एलबीडब्ल्यू कर ऑस्ट्रेलियाई पारी का अंत किया। लियोन ने 13 रन बनाए। स्कॉट बोलैंड 6 रन बनाकर नाबाद रहे।

भारत की तरफ से जसप्रीत बुमराह ने 4, रवींद्र जडेजा ने 3, आकाशदीप ने 2 और वाशिंगटन सुंदर ने 1 विकेट लिया।

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नई दिल्ली, 26 दिसंबर (हि.स.)। खो खो विश्वकप 2025 की स्टार पावर में लगातार इजाफा हो रहा है। गुरुवार को बॉलीवुड सुपरस्टार टाइगर श्रॉफ भी सह-ब्रांड एंबेसडर के तौर पर खो खो विश्वकप प्रतियोगिता से जुड़ गए हैं। ऐसे में खो खो फेडरेशन ऑफ इंडिया (केकेएफआई)) अभिनेता टाइगर श्रॉफ का स्वागत किया और इस खेल के प्रति लोगों के झुकाव को लेकर इसके बेहतर भविष्य के प्रति आश्वस्तता जताई।

भारतीय खो-खो महासंघ ने कहा कि यह घोषणा करते हुए वो रोमांचित है कि बॉलीवुड के युवा सुपरस्टार टाइगर श्रॉफ उद्घाटन खो-खो विश्व कप के ब्रांड एंबेसडर के रूप में सलमान खान के साथ शामिल हो गए हैं। यह आयोजन 13 जनवरी से 19 जनवरी, 2025 तक नई दिल्ली में होने वाला है। यह ऐतिहासिक टूर्नामेंट वैश्विक दर्शकों के लिए भारत के पोषित खेल का सार प्रदर्शित करेगा।

फिटनेस के कट्टर समर्थक टाइगर ने स्वस्थ जीवन शैली विकसित करने में खेल की भूमिका पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि “किसी के भी जीवन में फिटनेस अंतिम लक्ष्य होना चाहिए और खेल इसे हासिल करने का सबसे बड़ा साधन है। खो-खो फिटनेस, रणनीति और भावना का एक आदर्श मिश्रण है और मुझे उम्मीद है कि मैं लोगों को इसे अपनाने के लिए प्रेरित करूंगा।“

खो-खो को लेकर टाइगर ने कहा कि यह सिर्फ एक खेल नहीं बल्कि ऐसी भावना है जो भारत की मिट्टी से गहराई से जुड़ी हुई है। उन्होंने कहा, “हमारी संस्कृति में अपनी जड़ों से लेकर वैश्विक सनसनी बनने तक, यह खेल ताकत, चपलता और गति का उदाहरण देता है। मैं इतने प्रतिष्ठित मंच पर खो-खो का प्रतिनिधित्व करने और दुनिया भर में इसकी समृद्ध विरासत को बढ़ावा देने के लिए रोमांचित हूं।

केकेएफआई के अध्यक्ष सुधांशु मित्तल ने टाइगर श्रॉफ के सहयोग के लिए आभार व्यक्त करते हुए कहा, “टाइगर खो-खो के मूल मूल्यों: ताकत, दृढ़ता और जुनून का प्रतीक है। इस यात्रा में उनका हमारे साथ शामिल होना हमारे लिए सम्मान की बात है। उनका उत्साह और पहुंच खेल की प्रतिष्ठा को ऊपर उठाएगी और इसे लाखों लोगों के दिलों के करीब लाएगी।”

बतादें कि खो-खो विश्व कप में 24 देशों की 21 पुरुष और 20 महिला टीमों के साथ एक सप्ताह तक चलने वाली कड़ी प्रतिस्पर्धा देखने को मिलेगी। यह भव्य आयोजन खेल के क्षेत्र में भारत की सांस्कृतिक पदचिह्न को फिर से परिभाषित करने के लिए तैयार है। प्रतिष्ठित इंदिरा गांधी इंडोर स्टेडियम में होने वाले इस टूर्नामेंट का उद्देश्य समावेशिता और उत्कृष्टता की भावना का प्रदर्शन करते हुए पुरुषों और महिलाओं दोनों के लिए एक समान मंच प्रदान करना है।

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Chhapra: रिविलगंज के सेमरिया में चल रहे सारण खेल महोत्सव के बैनर तले कबड्डी प्रतियोगिता के अंतिम दिन बालिका कबड्डी की प्रतियोगिता संपन्न हुई।

आज मैच के पहले सेमीफाइनल में मसरख ने सेंट जोसेफ एकेडमी को 14 अंको से पराजित कर फाइनल में स्थान प्राप्त किया। वहीं दूसरे सेमीफाइनल में मढ़ौरा ने छपरा को 4 अंको से पराजित कर फाइनल में स्थान बनाया।

फाइनल मैच में मसरख के खिलाड़ियों ने दमदार रेड एवं डिफेंस का परिचय देते हुए (68__29) 39 अंको से विजेता होने का गौरव प्राप्त किया ।वहीं मढ़ौरा की खिलाड़ी अच्छे खेल के प्रदर्शन के वाबजूद भी टीम को जीत नही दिला सकी उन्हें उप विजेता ट्राफी से ही संतोष करना पड़ा।

पुरस्कार वितरण कार्यक्रम में सारण फाउंडेशन के अध्यक्ष शैलेंद्र सेंगर ने कहा कि आज के परिपेक्ष्य में महिलाएं पुरुषों से कहीं भी कम नहीं है। आज के परिवेश में महिलाएं पुरुषों के साथ कदम से कदम मिलाकर चल रही है चाहे वह पढ़ाई का क्षेत्र हो या खेल । खेल में महिलाओं ने हर स्थान पर अपना बेहतर दमखम दिखाते हुए परचम लहराने का कार्य किया है। खेल के दौरान कबड्डी प्रतियोगिता में जिस प्रकार से महिला खिलाड़ियों ने अपने कौशल एवं प्रतिभा को दिखाने का कार्य किया है वह निश्चित ही काबिले तारीफ है।

आने वाले समय में ये खिलाड़ी अपने कस्बा, अपने जिला अपने, राज्य एवं देश का नाम निश्चित रूप से रौशन करेंगी ।आज अगर बिहार में खेल को आगे ले जाना है तो निश्चित तौर पर खेलों को रोजगार से जोड़ना होगा। अगर खिलाड़ी रोजगार के प्रेशर से बाहर निकल जायें तो उनका खेल निखर सकता है तथा साथ ही उनके अभिभावक भी बच्चों को खेल प्रति प्रोत्साहित करेंगे।

इस अवसर पर मुख्य अतिथि रिवीलगंज के मेयर प्रतिनिधि मुकेश कुमार यादव उर्फ सोनू, बिहार कबड्डी संघ के पूर्व उपाध्यक्ष डॉ सुरेश प्रसाद सिंह, ओलंपिक संघ के सचिव सभापति बैठा, सारण जिला कबड्डी संघ के उपाध्यक्ष अमरेंद्र सिंह, सारण जिला कबड्डी संघ के सचिव पंकज कश्यप ,पूर्व कबड्डी खिलाड़ी अजीत सिंह, राजकीय मध्य विद्यालय पूर्वी सेमरिया के प्रधानाध्यापक सुनील पाण्डेय, राजन प्रसाद यादव, सुनील कुमार सिंह, सौरभ कुमार ट्विंकल, रमेश सिंह, सुधीर सिंह, जितेश सिंह ,जोगिंदर सिंह ,गामा सिंह,राजदेव चौधरी , प्रभु राय, नितेश सिंह, अनुभव सिंह इत्यादि उपस्थित थे।

आज के मैच में निर्णायक के रूप में सुशील कुमार सिंह, मुकुलेस, नीरज तिवारी, राजेश कुमार सिंह,सूरज कुमार सिंह, रोहित कुमार, दीपू कुमार, ऋषिकेश कुमार, ज्योति कुमार, रितिक कुमार आदि ने निर्णायक की भूमिका निभाई।

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मेलबर्न, 26 दिसंबर (हि.स.)। अपना पहला टेस्ट मैच खेल रहे युवा बल्लेबाज सैम कोंस्टास के बेहतरीन अर्धशतक की बदौलत ऑस्ट्रेलिया ने भारत के खिलाफ बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के तहत यहां खेले जा रहे बॉक्सिंग टेस्ट मैच के पहले दिन लंच तक 1 विकेट पर 112 रन बना लिए हैं। उस्मान ख्वाजा 38 और मार्नस लाबुशेन 12 रन बनाकर खेल रहे हैं। कोंस्टास ने 65 गेंदों पर 60 रनों की रोमांचक अर्धशतकीय पारी खेली।

इस मैच में ऑस्ट्रेलिया ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया। सैम कोंस्टास ने उस्मान ख्वाजा ने ऑस्ट्रेलिया को अच्छी शुरुआत दिलाई। विशेषकर कोंस्टास ने टी-20 प्रारुप की तरह बल्लेबाजी करनी शुरु की। उन्होंने खासकर बुमराह पर निशाना साधा और उनकी जमकर खबर ली। देखते ही देखते उन्होने अपना अर्धशतक भी पूरा कर लिया।

ख्वाजा और कोंस्टास ने 19.1 ओवर में 89 रन जोड़ लिये। रवींद्र जडेजा ने इसी स्कोर पर कोंस्टास को एलबीडब्ल्यू कर यह साझेदारी तोड़ी। कोंस्टास ने 65 गेंदों पर 6 चौके और 2 छक्के की बदौलत 60 रन बनाए। इसके बाद उस्मान ख्वाजा और मार्नस लाबुशेन ने लंच तक कोई और नुकसान नहीं होने दिया। ख्वाजा 38 और लाबुशेन 12 रन बनाकर खेल रहे हैं।

बता दें कि इस मैच के लिए भारत ने अपनी टीम में एक बदलाव किया है। शुभमन गिल को बाहर किया गया है और उनकी जगह वाशिंगटन सुंदर को मौका मिला है, वहीं, कप्तान रोहित शर्मा मैच में ओपनिंग करेंगे। वहीं ऑस्ट्रेलिया ने नाथन मैकस्विनी की जगह सैम कोंस्टास को टीम में शामिल किया है।

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नई दिल्ली, 26 दिसंबर (हि.स.)। पूर्व क्रिकेटर संजय मांजरेकर ने गुरुवार को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के बॉक्सिंग डे टेस्ट में रोहित शर्मा की अगुवाई वाली भारतीय टीम के चयन की आलोचना की और कहा कि बल्लेबाज शुभमन गिल को प्लेइंग इलेवन से बाहर करना एक गलत और कठोर फैसला था।

टॉस के समय भारतीय कप्तान रोहित शर्मा ने पुष्टि की कि शुभमन गिल बॉक्सिंग डे टेस्ट से बाहर रहेंगे और वाशिंगटन सुंदर ने प्लेइंग इलेवन में अपनी जगह बनाई है। कप्तान ने यह भी कहा कि वह शीर्ष क्रम में बल्लेबाजी करेंगे।

गुरुवार को ऑस्ट्रेलिया ने मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड पर बॉक्सिंग डे टेस्ट में भारत के खिलाफ टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया।

अपने आधिकारिक एक्स हैंडल पर मांजरेकर ने कहा कि एमसीजी में टीम इंडिया के लिए प्लेइंग इलेवन का चयन “अजीब” था। पूर्व क्रिकेटर ने कहा कि गिल को बाहर करने और वाशिंगटन सुंदर को शामिल करने के फैसले से न तो गेंदबाजी मजबूत हुई और न ही बल्लेबाजी।

उन्होंने एक्स पर लिखा, “प्लेइंग इलेवन का चयन अजीब है। नॉन-टर्निंग पिच पर किए गए बदलाव से न तो गेंदबाजी मजबूत हुई और न ही बल्लेबाजी। गिल को बाहर करना कठोर है।”

इस बीच, ऑस्ट्रेलिया की प्लेइंग इलेवन में अनकैप्ड अंडर-19 बैटिंग सेंसेशन सैम कोंस्टास शामिल थे, जिन्होंने उस्मान ख्वाजा के साथ ओपनिंग की।

दोनों टीमें इस प्रकार हैं-

ऑस्ट्रेलिया प्लेइंग इलेवन: उस्मान ख्वाजा, सैम कोंस्टास, मार्नस लाबुशेन, स्टीवन स्मिथ, ट्रैविस हेड, मिशेल मार्श, एलेक्स कैरी (विकेट कीपर), पैट कमिंस (कप्तान), मिशेल स्टार्क, नाथन लियोन, स्कॉट बोलैंड।

भारत प्लेइंग इलेवन: यशस्वी जायसवाल, रोहित शर्मा (कप्तान), केएल राहुल, विराट कोहली, ऋषभ पंत (विकेट कीपर), रवींद्र जडेजा, नितीश कुमार रेड्डी, वाशिंगटन सुंदर, जसप्रीत बुमराह, मोहम्मद सिराज, आकाश दीप।

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